भारत में नेटवर्क मार्केटिंग की शुरुआत कब हुई? - bhaarat mein netavark maarketing kee shuruaat kab huee?

दोस्तों हमे ये तो पता है की डायरेक्ट सेलिंग बिजनस क्या होता है? बहोत सारे लोगों ने तो किया भी होगा और काफी सारे लोग ऐसे भी जो अभी कर रहे है। तो हम लोगों को ये जानना बेहद जरूरी है की, इंडिया मे डायरेक्ट सेलिंग बिजनस का इतिहास क्या है? इसके साथ ही साथ डायरेक्ट सेलिंग बिजनस इंडिया में कब आया? और इंडिया मे डायरेक्ट सेलिंग बिजनस का जन्म कब हुआ? भारत में नेटवर्क मार्केटिंग का इतिहास क्या है? ऐसे बहोत सारे सवाल हमारे दिमाग में घूम रहें होते है। 

भारत में नेटवर्क मार्केटिंग की शुरुआत कब हुई? - bhaarat mein netavark maarketing kee shuruaat kab huee?
डायरेक्ट सेलिंग का इतिहास 👇👌👍

इसके साथ साथ इस आर्टिकल मे हम जानेंगे की भारत मे डायरेक्ट सेलिंग बिजनस की शुरुआत कब हुई और नेटवर्क मार्केटिंग बिजनस का जन्मदाता कौन है? आखिर ये नेटवर्क मार्केटिंग बिजनस शुरू कहाँ से हुआ था? ऐसी प्रकार सभी बातों पर हम इस वाले लेख मे विचार करने वाले है। तो पढ़ते रहिए। 

दोस्तों हम सबको Traditional Market तो पता है जिसको हम लोग परंपरागत मार्केट भी बोलते है। और इसी Traditional Market की स्पर्धा ( Compitition ) का अंदाज हम सबको है। आज के समय में किसी भी एक  Perticular चीज को बेचने के लिए मार्केट में शेकड़ों कॉम्पनियाँ है। वस्तु एक और बेचने वालें बहोत सारे। इसकी वजह से ट्रडिशनल मार्केट में इन सभी कॉम्पनियों को अपने प्रोडक्ट को बेचने के लिए बहोत ही बुरी स्पर्धा का सामना करना पड़ता है। 

इसकी वजह से आज हर एक सेक्टर में बहोत सारी कॉम्पनियाँ बंद होने के रास्तों पर हैं। मार्केट होने वाली इसी परेशानियों और कंपीटिशन को देखते हुए नेटवर्क मार्केटिंग अर्थात डायरेक्ट सेलिंग बिजनस मोडेल तयार कीया गया और इसी तरह नेटवर्क मार्केटिंग बिजनस की शुरुआत होने लगी

✅ Network Marketing | Direct Selling की शुरुआत कब हुई थी?

सबसे पहले डायरेक्ट सेलिंग का जन्म 1940 में अमेरिका में हुआ था। अमेरिका में डायरेक्ट सेलिंग का बिजनस मोडेल 1945 में ली माइटिंगर और विलयम कसैलबेरी इन दो कालीफॉर्नियन ने बनाया था। उन दोनों ने इस प्लान के साथ Nutrilite नाम की कंपनी बनाई थी जो विटामिन प्रोडक्ट को सेल करती थी। उनकी सोच थी की, कंपनी से ग्राहक तक प्रोडक्ट पहुंचाने वाले बीच वाले सभी लोगों को हम सिस्टम से बाहर निकाल देंगे। जैसे की Distributors, Wholesellers, Retailers। 

इन सभी बाहर निकलेंगे और कंपनी के प्रोडक्ट को डायरेक्ट कंपनी से ग्राहक तक पहुंचाने की इस योजना को हम आगे बढ़ाएंगे। जिससे Advertisement पर होने वाले महेंगे से महेंगे खर्चे को भी हम बच लेंगे और इसके साथ ही साथ एक अच्छी मार्केटिंग Stategy बन सकती है। 

जिससे हम अपने ग्राहकों को सिर्फ प्रोडक्ट ही नहीं देंगे, बल्कि उनको हमारे साथ बिजनस करने का मौका भी देंगे। इससे ग्राहक को प्रोडक्ट भी मिलेंगे और उनके जरिए होने वाले सेल के ऊपर उनको कमीशन भी मिलेगा। इससे कंपनी के प्रोडक्ट तो बिकेंगे ही बिकेंगे, लेकिन Customers को हमारे साथ बिजनस करने का मौका भी मिलेगा। इससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा और पैसा भी। इसी प्रकार Direct Selling दुनिया में एक अच्छा बिजनस मोडेल साबित हुआ है। 

✅ History of Direct Selling Business In India In Hindi 

अगर आपका भी ये सवाल है की डायरेक्ट सेलिंग इंडिया मे कब आया? तो 👉 सन 1995 मे डायरेक्ट सेलिंग बिजनस अर्जुन पंडित नाम के एक व्यक्ति के द्वारा पहली बार इंडिया मे आया। डायरेक्ट सेलिंग बिजनस के गतिविधियों का गठन 1998 मे हुआ। 

इंडिया में सबसे पहले स्वीडन की एक डायरेक्ट सेलिंग कंपनी आई और उसको बाद उसी कंपनी के बिजनस मोडेल को देखकर कुछ इंडियन डायरेक्ट सेलिंग कॉम्पनियों ने भी हल्के से अपनी शुरुआत कर दी थी। उस व्यक्त के बाद इंडिया में डायरेक्ट सेलिंग कॉम्पनीस को बहोत बुरे समय से गुजरने की जरूरत पड़ी थी। क्योंकि उस समय कुछ फ्रॉड डायरेक्ट सेलिंग कॉम्पनियाँ भी मार्केट में काम कर रही थी। इसके बाद इन चीजों को देखकर (IDSA) Indian Direct Selling Association का निर्माण हुआ। 

IDSA का काम यही था की बाहर मार्केट में जितनी भी फ्रॉड डायरेक्ट सेलिंग कॉम्पनियाँ Run कर रही हैं उन कॉम्पनीस के ऊपर रोख लगाना और उनको बंद करना। इसी दौरान Indian Direct Selling Association ने साल 2003 से साल 2015 के दौरान भारत सरकार से डायरेक्ट सेलिंग को लेकर एक Regulatory Body तयार करने की रीक्वेस्ट की। जिससे क्या होगा, फ्रॉड डायरेक्ट सेलिंग कॉम्पनियाँ भी बंद हो जाएंगी और जो लोग डायरेक्ट सेलिंग बिजनस को करना चाहते है वे डायरेक्ट सेलिंग बिजनस को कानूनी तरीके से अच्छे से कर पाए। 

और इसी तरह भारत सरकार का कहना है की, डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री ने अभी तक 45 billion का बिजनस पार कर लिया है। और 2025 तक ये बिजनस मोडेल 645 बिलियन INR का आंकड़ा पर करेगा। 

भारत में फ्रॉड कॉम्पनियों का आगमन 

भारत मे डायरेक्ट सेलिंग बिजनस मोडेल को देखकर लोगों को लगने लगा की नेटवर्क मार्केटिंग कॉम्पनियों के प्रोडक्ट बहोत ही महेंगे होते है और इसी कारण की वजह से लोग नेटवर्क मार्केटिंग बिजनस को जॉइन नहीं करना चाहते थे। 

और इसी बात का फायदा उठाकर कुछ ऐसी फ्रॉड डायरेक्ट सेलिंग कॉम्पनियाँ मार्केट में अपनी स्कीम लेकर या गईं जिसमे वे लोगों को बिना किसी प्रोडक्ट के बिजनस करने की स्कीम के बारें में लोगों को बताते थे। जिससे लोगों को लगता था की इसमे तो कोई प्रोडक्ट खरीदने की भी जरूरत नहीं है और बिजनस करके पैसे कमाने का भी मौका मिल रहा है। और इसकी वजह से लोग इन कॉम्पनियों के साथ जुडने लगे। 

लेकिन अंत में हुआ उन कॉम्पनियों का कोई प्रोडक्ट ना होने के कारण कॉम्पनियाँ लोगों का पैसा लेकर भाग गई। इससे लोगों का बहोत सारा नुकसान हुआ। और इसी कारण की वजह से लोग नेटवर्क मार्केटिंग बिजनस से दूर भागते गए। और बोलने लगे की नेटवर्क मार्केटिंग एक फ्रॉड बिजनस है। ये तो लोगों को पागल बनाने वाला बिजनस है। 

भारत में Indian Direct Selling Association ( IDSA ) की स्थापना 

फ्रॉड डायरेक्ट सेलिंग कॉम्पनियों के द्वारा होने वाले स्कीम, स्कैम, और स्कैंडले की वजह से इंडिया में शुरुआती समय बहोत सारी इंडियन डायरेक्ट सेलिंग कॉम्पनियों को काफी बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ा है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए डायरेक्ट सेलिंग कॉम्पनियों ने मिलकर Indian Direct selling Association का गठन कीया और डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री को safe बिजनस मोडेल बना दिया। IDSA इंडिया की सभी legal डायरेक्ट सेलिंग कॉम्पनियों का समूह है। जो डायरेक्ट सेलिंग बिजनस मोडेल के लिए Guidelines तैयार करता है। जिसके under ही सभी डायरेक्ट सेलिंग कॉम्पनियाँ कम करती है। 

Frequently asked Questions | ज्यादा पूछे जाने सवाल 

1.भारत में डायरेक्ट सेलिंग बिजनस की शुरुआत कब हुई थी?

भारत में नेटवर्क मार्केटिंग or डायरेक्ट सेलिंग बिजनस की शुरुआत साल 1995 में हुई थी। 

2. नेटवर्क मार्केटिंग बिजनस का जन्मदाता कौन है? 

डायरेक्ट सेलिंग यानि नेटवर्क मार्केटिंग बिजनस को MRS. PFE ALBEE नाम की एक महिला ने शुरू कीया था। 

3. India की नंबर वन Direct selling | Network Marketing कंपनी कौनसी है? 

भारत की सबसे पुरानी और अच्छी कंपनी Modicare डायरेक्ट सेलिंग कंपनी है। इस कंपनी की शुरुआत साल 1973 में समीर मोदी के द्वारा हुई थी। 

4. भारत में सबसे अच्छी नेटवर्क मार्केटिंग | डायरेक्ट सेलिंग कंपनी कौनसी है? 

भारत की टॉप डायरेक्ट सेलिंग कॉम्पनियाँ

Vestige

Origlame 

Herbalife 

DXN India

Modicare 

Amway 

RCM

Safe Shop

5. डायरेक्ट सेलिंग डिप्लोमा फीस कितनी है?

डायरेक्ट सेलिंग डिप्लोमा फीस 5000 रुपये से लेकर लाखों रुपये तक है। जिसे देकर हम डायरेक्ट सेलिंग सिख सकते हैं। 

6. भारत की पहली डायरेक्ट सेलिंग कंपनी कौनसी है? 

Modicare Limited भारत की सबसे पहली और पुरानी डायरेक्ट सेलिंग कंपनी है। इसी डायरेक्ट सेलिंग कंपनी ने इंडिया में सबसे पहले डायरेक्ट सेलिंग or नेटवर्क मार्केटिंग बिजनस की शुरुआत की थी। 

7. टॉप 10 डायरेक्ट सेलिंग कॉम्पनीस लिस्ट in India 2022 

Vestige

Origlame 

Herbalife 

DXN India

Modicare 

Amway 

RCM

Safe Shop

अगर इस पोस्ट में डायरेक्ट सेलिंग के इतिहास के बारें में आपको  जानकारी अच्छी लगी तो लोगों को शेयर करना न भूलें।  History of Direct Sale In India In Hindi 

नेटवर्क मार्केटिंग भारत में कब आया?

भारत में नेटवर्क मार्केटिंग or डायरेक्ट सेलिंग बिजनस की शुरुआत साल 1995 में हुई थी।

नेटवर्क मार्केटिंग के जन्मदाता कौन है?

Ans :Network Marketing को MRS. PFE ALBEE. नाम की एक महिला ने शुरू किया था।

नेटवर्क मार्केटिंग कितने प्रकार के होते हैं?

नेटवर्क मार्केटिंग के प्रकार नेटवर्क मार्केटिंग तीन प्रकार की होती है। सिंगल-टियर :इस प्रकार में आप अपने उत्पादों या सेवाओं को बेचने के लिए सीधे कंपनी से जुड़े होते हैं। किसी अन्य वितरक की आवश्यकता नहीं है। टू-टियर : इस प्रकार में भर्ती करने वाले शामिल होते हैं लेकिन वेतन निर्भर नहीं होता है।

MLM का इतिहास क्या है?

भारत में व्यवस्थित तरीके से नेटवर्क मार्केटिंग की शुरुआत 5 मई 1998 में एमवे के साथ मानी जाती है। एक साल बाद ही एमवे ने 1999 में 99 करोड़ का व्यापार कर लिया था। वर्तमान में भारत में 10 लाख IBOs यानी डिस्टीब्यूटर हैं। 2012 के अनुसार एमवे का भारत में 2288 करोड़ से ज्यादा का व्यापार हो चुका था।