नवजात शिशु को नहलाना कोई आसान काम नहीं हैं। न्यू बॉर्न बेबी को नहलाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार जन्म के 24 घंटे बाद नवजात शिशु को नहला देना चाहिए। यदि किसी कारण से पूरा दिन इंतजार न कर पाएं, तो नवजात शिशु को नहलाने के लिए कम से कम छह घंटे का इंतजार जरूर करना चाहिए। वहीं, कुछ संस्थानों का मानना है कि जन्म के बाद शिशु को एक या दो घंटे के भीतर ही नहला देना चाहिए। नवजात शिशु के पहले स्नान को लेकर माता-पिता के मन में कई प्रश्न होते हैं। उन्हीं में से कुछ सवालों के जवाब “हैलो स्वास्थ्य” के इस आर्टिकल में मिलेंगे। Show
और पढ़ें : ऐसी 5 बातें जो नवजात शिशु की देखभाल के लिए हैं जरूरी नवजात शिशु को पहली बार नहलाने के लिए इंतजार क्यों करना चाहिए?निम्नलिखित कारणों की वजह से करना चाहिए इंतजार: शरीर का तापमान और ब्लड शुगरनवजात शिशुओं को अगर जन्म के तुरंत बाद नहला दिया जाए, तो उन्हें ठंड लगने और हायपोथर्मिया होने की संभावना अधिक हो सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मां के यूटरस और बाहर के टेम्प्रेचर में बहुत अंतर होता है जो हायपोथर्मिया का कारण बनता है। इसके अलावा कई बच्चों के ब्लड शुगर लेवल में गिरावट होने की संभावना भी होती है। बॉन्डिंग और ब्रेस्टफीडिंगबच्चे को जल्दी नहलाने ले जाना मां-बच्चे की बॉन्डिंग, मां-बच्चे का स्किन टू स्किन टच और स्तनपान करवाने में बाधा डाल सकता है। एक स्टडी के अनुसार, पहले दो घंटों के अंदर नवजात शिशु को नहलाने की तुलना में जिन बच्चों को 12 घंटों के बाद स्नान कराया गया है, वे आसानी से स्तनपान कर पाए। और पढ़ें : 6 महीने के शिशु को कैसे दें सही भोजन? शुष्क त्वचावर्निक्स कैसिओसा (वैक्स की तरह सफेद पदार्थ जो जन्म से पहले शिशु की त्वचा को कोट करता है), एक नैचुरल मॉइश्चराइजर के रूप में काम करता है और इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (AAP) के अनुसार, वर्निक्स कैसिओसा बच्चों की कोमल त्वचा को सूखने से बचाता है। शिशु की रंगतअधिकांश अस्पताल और क्लिनिक में जन्म के तुरंत बाद या कुछ ही घंटो के अंदर नवजात शिशु को नहलाना जरूरी माना जाता है। क्योंकि, बच्चे को जन्म के बाद स्तनपान करवाना होता है और उससे पहले उसे साफ-सुथरा कर बैक्टीरिया और अन्य तरह के संक्रमण से बचाना भी होता है। हालांकि, जन्म के तुरंत बाद शिशु को नहलाना जोखिम भरा भी हो सकता है इसलिए पानी की जगह नर्स शिशु की त्वचा पर लगे एमनियोटिक द्रव्य, खून या किसी अन्य तत्व को मुलायम कपड़े की मदद से साफ कर देते हैं। इससे बाल चिकित्सक को शिशु की रंगत सही तरीके से देखने में मदद भी मिलती है। शिशु को नहलाना कितना सुरक्षित है इस पर अधिकांश अस्पतालों का मानना है कि जन्म के कम से कम एक दिन बाद ही शिशु को पानी से नहलाना चाहिए। क्योंकि, जन्म के तुरंत बाद नवजात को नहलाना जोखिम भरा हो सकता है। इससे उसके शरीर का तापमान गिरने का खतरा हो सकता है। और पढ़ें : मां के स्पर्श से शिशु को मिलते हैं 5 फायदे नवजात शिशुओं को कितनी बार नहलाना चाहिए?न तो इतने छोटे बच्चे गंदे होते हैं और ना ही उन्हें पसीना आता है, इसलिए हर दिन नवजात शिशु को नहलाना जरूरी नहीं होता है। शिशुओं को पहले वर्ष के दौरान सप्ताह में दो से तीन बार नहलाना चाहिए। अधिक बार स्नान करवाने से बच्चे की स्किन ड्राई हो सकती है। क्या अंबिकल कॉर्ड हटने से पहले नवजात शिशु को नहलाना सही है?नवजात शिशु को पहली बार अंबिकल कॉर्ड स्टंप के हट जाने के बाद ही स्नान करवाना चाहिए। उससे पहले बच्चे को केवल स्पंज बाथ कराना ही ठीक रहता है। आमतौर पर अंबिकल कॉर्ड स्टंप जन्म के आठ सप्ताह तक गिर जाती है, लेकिन अगर ऐसा न हो तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें। और पढ़ें : 5 जेनिटल समस्याएं जो छोटे बच्चों में होती हैं नवजात शिशु को स्पंज बाथ कैसे दें?स्पंज बाथ के दौरान बच्चे को सीधा पानी के संपर्क में न लाकर एक गीले स्पंज या कपड़े की मदद से शिशु के शरीर को हल्के हाथों से साफ करते हैं। बेबी स्पंज बाथ के सेफ्टी टिप्स
शिशु को नियमित स्नान कब करवाना चाहिए ?एक बार गर्भनाल गिर जाने के बाद, नवजात शिशु को नहलाना चाहिए। हालांकि, उन्हें नियमित रूप से स्नान एक साल की उम्र के बाद ही करवाना चाहिए। नवजात शिशु को नहलाना ऐसे बनाएं आसान
कुछ बेसिक बातें जानने के बाद आप आसानी से अपने शिशु को नहला सकते हैं लेकिन, इस बात का ध्यान जरूर रखें कि नहाते समय आपका शिशु कम्फर्टेबल और सेफ रहे। हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें। नवजात शिशु को कितने दिन में नहलाना चाहिए?जन्म के तुरंत बाद नवजात को नहलाने से उसके शरीर का तापमान गिरने का खतरा रहता है। अधिकांश अस्पताल यही सलाह देते हैं कि शिशु का पहला स्नान उसके जन्म के एक दिन बाद ही कराया जाए। मगर, यदि आप चाहें और आपका शिशु ठीक-ठाक है, तो जन्म के कुछ घंटों बाद उसे स्नान कराया जा सकता है।
बच्चे को कब नहाना चाहिए?पारंपरिक तौर पर शिशु को सूर्योदय से पहले या फिर सुबह के समय नहलाना सबसे अच्छा माना जाता था। ऐसा शायद इसलिए था ताकि नहाने के बाद दिन चढ़ने पर गर्मी बढ़ने से शिशु को फिर से गर्माहट मिल सके। नवजात शिशु अपने शरीर का तापमान सही से नियंत्रित नहीं कर पाते और उन्हें बहुत जल्दी ठंड लग सकती है।
1 महीने के बच्चे को कैसे नहलाना चाहिए?अपने शिशु को स्थिर से पकड़ें। । यदि आपका शिशु पारंपरिक स्नान में है (टब में बैठकर नहीं) तो उसके कंधो को समर्थन दें ताकि उसका सर आपके हाथ की कलाइयों में हो।, तो एक हाथ से उन्हें बांह के नीचे पकड़ें। इस तरह शिशु के सारे शरीर को नहलाने के लिए आपका एक हाथ मुक्त होगा।
नवजात शिशु को कैसे नहाना चाहिए?शिशु को कैसे नहलाएं: फोटो. 1 / 21. जरुरत का सभी सामान इकट्ठा कर लें ... . 2 / 21. नहाने का पानी तैयार करें और उसका तापमान जांच लें ... . 3 / 21. शिशु के कपड़े उतारें ... . 4 / 21. शिशु को सुरक्षित तरीके से टब में रखें ... . 5 / 21. शिशु को पानी का मजा लेने दें! ... . 6 / 21. पी. ... . 7 / 21. साबुन या क्लींजर को हल्के से मलें ... . 8 / 21. गर्दन साफ करें. |