बाबा रामदेव की शादी हुई है - baaba raamadev kee shaadee huee hai

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रामदेव जी (बाबा रामदेव, रामसा पीर, रामदेव पीर,पीरो के पीर)[1] राजस्थान के एक लोक देवता हैं जिनकी पूजा सम्पूर्ण राजस्थान व गुजरात समेत कई भारतीय राज्यों में की जाती है। इनके समाधि-स्थल रामदेवरा (जैसलमेर) पर भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष द्वितीया सेे दसमी तक भव्य मेला लगता है, जहाँ पर देश भर से लाखों श्रद्धालु पहुँचते है।

वे चौदहवीं सदी के एक शासक थे, जिनके पास मान्यतानुसार चमत्कारी शक्तियां थीं। उन्होंने अपना सारा जीवन गरीबों तथा दलितों के उत्थान के लिए समर्पित किया। भारत में कई समाज उन्हें अपने इष्टदेव के रूप में पूजते हैं।

बाबा रामदेवजी मुस्लिमों के भी आराध्य हैं और वे उन्हें रामसा पीर या रामशाह पीर के नाम से पूजते हैं। रामदेवजी के पास चमत्कारी शक्तियां थी तथा उनकी ख्याति दूर दूर तक फैली। किंवदंती के अनुसार मक्का से पांच पीर रामदेव की शक्तियों का परीक्षण करने आए। रामदेवजी ने उनका स्वागत किया तथा उनसे भोजन करने का आग्रह किया। पीरों ने मना करते हुए कहा वे सिर्फ अपने निजी बर्तनों में भोजन करते हैं, जो कि इस समय मक्का में हैं। इस पर रामदेव मुस्कुराए और उनसे कहा कि देखिए आपके बर्तन आ रहे हैं और जब पीरों ने देखा तो उनके बर्तन मक्का से उड़ते हुए आ रहे थे। रामदेवजी की क्षमताओं और शक्तियों से संतुष्ट होकर उन्होंने उन्हें प्रणाम किया तथा उन्हें राम शाह पीर का नाम दिया। रामदेव की शक्तियों से प्राभावित होकर पांचों पीरों ने उनके साथ रहने का निश्चय किया। उनकी मज़ारें भी रामदेव की समाधि के निकट स्थित हैं।[2]

रामदेव सभी मनुष्यों की समानता में विश्वास करते थे, चाहे वह उच्च या निम्न हो, अमीर या गरीब हो। उन्होंने दलितों को उनकी इच्छानुसार फल देकर उनकी मदद की। उन्हें अक्सर घोड़े पर सवार दर्शाया जाता है। उनके अनुयायी राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, मुंबई, दिल्ली भीलवाडा आटुण गांव के साथ जेसरमेर के सिंध तक फैले हुए हैं। राजस्थान में कई मेले आयोजित किए जाते हैं। उनके मंदिर भारत के भीलवाडा सहित कई जिलो में स्थित हैं। रामदेव जी का विवाह अमरकोट के सोढ़ा राजपूत दलै सिंह की पुत्री निहालदे के साथ हुआ।

रामदेवरा (जैसलमेर) स्थित बाबा रामदेव की समाधि

बाबा रामदेव ने वि.स. १४४२ में भाद्रपद शुक्ल एकादशी को राजस्थान के रामदेवरा (पोकरण से 10 कि.मी.) में जीवित समाधि ले ली।

रामदेव जयंती, अर्थात् बाबा का जन्मदिवस प्रतिवर्ष उनके भक्तों द्वारा सम्पूर्ण भारत में मनाया जाता है। यह तिथि हिन्दू पंचांग के भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की दूज पर पड़ती है। इस दिन राजस्थान में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाता है और रामदेवरा के मंदिर में एक अंतरप्रांतीय मेले का आयोजन होता है जिसे "भादवा का मेला" कहते हैं। इस मेले में देश के हर कोने से लाखों हिन्दू और मुस्लिम श्रद्धालु यात्रा करते हुए पहुंचते हैं तथा बाबा की समाधि पर नमन करते हैं।[3]

साउथ अफ्रीका के कारोबारी गुप्ता बंधुओं के बेटों की शादी में योगगुरु बाबा रामदेव ने योग कराया. इस शाही शादी में 200 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. उत्तराखंड के औली में गुप्ता बंधुओं के बेटों की आलीशान शादी चर्चा का विषय बनी हुई है. प्रशासन की इस शादी पर नजरें बनाए हुए है. शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग शिविर आयोजित करने के बाद नांदेड से बाबा रामदेव सीधे औली पहुंचे.

योग शिविर में एनआरआई बिजेनसमैन अतुल गुप्ता, अजय गुप्ता, उनके मेहमान, एक्टर करण वोहरा, उनकी पत्नी टीजे और आईटीबीपी के जवान शामिल हुए. जिस वक्त बाबा रामदेव ने 200 करोड़ की शादी में योग कराया, वहां तापमान 10 डिग्री से भी कम था. योग सत्र 2 घंटे चला. इंडिया टुडे से बातचीत में बाबा रामदेव ने कहा, ''मेरे गुप्ता परिवार से 2 दशक से ज्यादा वक्त से पारिवारिक संबंध हैं. योग करने के लिए इससे बेहतर जगह धरती पर नहीं हो सकती. विवाह समारोह से पहले मैंने आईटीबीपी जवानों, गुप्ता परिवार के मेहमानों को योग कराया.''

दक्षिण अफ्रीका के कारोबारी भाइयों अजय और अतुल गुप्ता के बेटों के शादी समारोह में बॉलीवुड एक्ट्रेस कैटरीना कैफ और रैपर बादशाह ने समां बांध दिया. सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों में कैटरीना को बैकग्राउंड डांसर्स के साथ परफॉर्म करते हुए देखा जा सकता है. एक अन्य फोटो में नीयन लाइम ग्रीन जैकेट और काली पैंट पहने बादशाह स्टेज पर दिखाई दे रहे हैं. 'अभी तो पार्टी शुरू हुई है' और 'मरसी' जैसे ट्रैक के लिए मशहूर रैपर बादशाह ने औली की यात्रा के बारे में एक इंस्टाग्राम स्टोरी भी अपलोड की है. इसके अलावा सुरभि ज्योति और कैलाश खेर समेत कई बॉलीवुड हस्तियां भी शादी में शामिल हुईं.

गौरतलब है कि इस शाही शादी में मेहमानों को लाने-ले जाने के लिए हेलिकॉप्टर का इंतजाम किया गया है. अजय गुप्ता के बेटे सूर्यकांत का शादी समारोह 18-20 जून तक चला. वहीं उनके छोटे भाई अतुल गुप्ता के बेटे शशांक का विवाह समारोह 20-22 जून तक चलेगा. औली में लगभग सभी होटल और रिसॉर्ट हफ्ते भर के जश्न के लिए बुक किए गए हैं. सजावट के लिए स्विट्जरलैंड से फूल मंगाए गए हैं. मेहमानों को दर्शन करवाने के लिए बदरीनाथ मंदिर भी ले जाया गया.

रामदेव जी का पत्नी का क्या नाम है?

पिता का नाम अजमालजी तंवर, माता का नाम मैणादे, पत्नी का नाम नेतलदे, गुरु का नाम बालीनाथ, घोड़े का नाम लाली रा असवार था।

बाबा रामदेव की शादी कब हुई थी?

दयानंद सरस्वती की किताब ने चेंज कर दी रामदेव की लाइफ... - बुक पढ़ने के बाद उन्होंने प्रण लिया कि वे कभी शादी नहीं करेंगे और हमेशा ब्रह्मचर्य का पालन करेंगे।

बाबा रामदेव जी की कितनी पत्नियां थी?

बाबा रामदेव जी का परिचय (Introduction to Baba Ramdev Ji).

बाबा रामदेव जी के कितने पुत्र थे?

इनके पांच पुत्र हुए – गजराजजी, महराजजी (मेहराजजी) भींवोजी, बांकोजी और जेतोजी..