आरबीसी बढ़ने से क्या परेशानी होती है? - aarabeesee badhane se kya pareshaanee hotee hai?

विषयसूची

  • 1 शरीर में आरबीसी बढ़ने से क्या होता है?
  • 2 आरबीएस का मतलब क्या होता है?
  • 3 RBC का पूरा नाम क्या है?
  • 4 आरबीसी कितना होना चाहिए शरीर में?

शरीर में आरबीसी बढ़ने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंउदाहरण के लिए, यदि आपके रक्त में लाल रक्त कोशिका (RBC) की गिनती का आंकड़ा ज्यादा है तो यह जन्मजात हृदय रोग(congenital heart disease) या डीहायड्रेशन(dehydration) जैसी स्थिति के कारण हो सकता है।

ब्लड रिपोर्ट कैसे देखें?

इसे सुनेंरोकेंसीएमपी टेस्‍ट आपके ब्‍लड में मौजूद कई तत्‍वों की जांच करता है जैसे इलेक्‍ट्रोलाइट का स्‍तर, प्रोटीन, लीवर इंजाइम्‍स, ग्‍लूकोज आद‍ि। सीएमपी टेस्‍ट से ये भी पता चलता है क‍ि आपकी क‍िडनी और लीवर हेल्‍दी हैं या नहीं। कई बार सीबीसी जांच के साथ ही सीएमपी जांच करवाई जाती है।

आरबीएस का मतलब क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंलाल रक्त कोशिका – विकिपीडिया

आरबीसी कौन सा टेस्ट है?

इसे सुनेंरोकेंआरबीसी (लाल रक्त कोशिकाएं) फोलेट टेस्ट क्या है? आरबीसी फोलेट टेस्ट लाल रक्त कोशिकाओं में फोलेट के स्तर की जांच करता है। फोलेट एक प्रकार का विटामिन बी होता है। आरबीसी फोलेट टेस्ट शरीर के ऊतकों में संचित फोलेट की मात्रा का पता लगाकर शरीर में फोलेट की कमी का परीक्षण करता है।

RBC का पूरा नाम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंRBC(आरबीसी) का फुल फॉर्म या मतलब Red Blood Cells(रेड ब्लड सेल) होता है।

इसे सुनेंरोकेंप्लेटलेट्स, डब्ल्यूबीसी और आरबीसी बढ़ने लगते हैं। बोन मेरो अधिक सक्रिय हो जाता है। इसके दुष्प्रभाव भी होते हैं। बाल झड़ना शुरू हो जाते हैं।

HCT कम होने पर क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंरक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम होने पर एनीमिया होता है। हीमोग्लोबिन हमारे शरीर की सभी प्रक्रियाओं को सुचारू रूप से काम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हीमोग्लोबिन की कमी के कारण कई प्रकार की शारीरिक गतिविधियों में रुकावट पैदा हो सकती है। हीमोग्लोबिन की कमी से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ पर भी असर पड़ सकता है।

आरबीसी कितना होना चाहिए शरीर में?

इसे सुनेंरोकेंएक क्यूबिक मिलीलीटर रक्त में लगभग 50 लाख लाल रक्त कण होते हैं। एक बूंद खून को सूक्ष्मदर्शी से देखने पर रक्त के लाल कण गोल-गोल तश्तरियों की तरह नजर आते हैं, जो किनारे पर मोटे और बीच में पतले दिखते हैं। इन लाल रक्त कणों के अंदर हीमोग्लोबिन भरा होता है। लाल रक्त कणों के अंदर 30-35 प्रतिशत भाग हीमोग्लोबिन का होता है।

HCT टेस्ट क्या है?

इसे सुनेंरोकेंहिमाटोक्रिट टेस्ट रक्त की कुल मात्रा में रेड ब्लड सेल्स का प्रतिशत मापता है। रेड ब्लड सेल्स सेहत के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। इसे आप ब्लड का सबवे सिस्टम भी कह सकते हैं, क्योंकि यह ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को शरीर के विभिन्न हिस्सों में पहुंचाता है। स्वस्थ रहने के लिए शरीर में रेड ब्लड सेल्स सही अनुपात में होना चाहिए।

RBC की कमी से एनीमिया बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। इसके लिए डाइट में आयरन रिच फूड्स रेड मीट फलियां अंडे बीन्स और सूखे मेवे को जरूर शामिल करें। यह पोषक तत्व हीमोग्लोबिन के उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करता है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं की वृद्धि से पॉलीसिथेमिया वेरा बीमारी होती है। वहीं, लाल रक्त कोशिकाओं की कमी से एनीमिया (animia) बीमारी होती है। साथ ही थकान, सिर चकराना, सांस लेने में तकलीफ, त्वचा का पीला पड़ना और घबराहट की शिकायत रहती है। इसके लिए रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं का संतुलन जरूरी है। रक्त यानी खून एक तरल पदार्थ है, जिसका रंग लाल हीमोग्लोबिन की वजह से होता है। रक्त में तीन तरह की कोशिकाएं होती हैं, जिन्हें लाल रक्त कोशिकाएं, श्वेत रक्त कोशिकाएं और प्लेटलेट्स कहा जाता है | विशेषज्ञों की मानें तो RBC की संख्या घटने और बढ़ने से मानसिक और शारीरिक सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। अगर लापरवाही बरतते हैं तो यह खतरनाक साबित हो सकता है। अगर आप भी लाल रक्त कोशिका की कमी से होने वाली समस्या से परेशान हैं, तो अपनी डाइट में इन चीज़ों को जरूर शामिल करें। इनके सेवन से RBC की संख्या में बढ़ोत्तरी होती है। आइए जानते हैं-

आयरन रिच फूड्स खाएं

जैसा कि हम सब जानते हैं कि RBC की कमी से एनीमिया बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। इसके लिए डाइट में आयरन रिच फूड्स रेड मीट, फलियां, अंडे, बीन्स और सूखे मेवे को जरूर शामिल करें। यह पोषक तत्व हीमोग्लोबिन के उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करता है, लाल रक्त कोशिकाओं में प्रोटीन पाया जाता है जो आरबीसी को बढ़ाने में सहायक होता है।

फोलेट शामिल करें

फोलेट एक तरह से विटामिन-बी है जो बोन मैरो में लाल रक्त कोशिकाएं, श्वेत रक्त कोशिकाएं बनाने के लिए जरूरी है। इसके लिए डाइट में फोलेट यानी फॉलिक एसिड युक्त चीज़ें जैसे पालक, मटर और मसूर की दाल जरूर जोड़ें।

विटामिन बी-12 का सेवन करें

रेड मीट, मछली और शेलफिश में विटामिन बी-12 पाया जाता है। लाल रक्त कोशिका के निर्माण में विटामिन बी-12 अहम भूमिका निभाता है। रक्त में विटामिन बी-12 की कमी से आरबीसी की संख्या भी घटने लगती है। इसके लिए डाइट में दूध और दूग्ध उत्पादों को जरूर शामिल करें। साथ ही विटामिन-सी युक्त फल और सब्जियों का सेवन जरूर करें।

Disclaimer: लेख में दिए गए सुझाव और टिप्स सिर्फ सामान्य जानकारी के उद्देश्य के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। इसके बारे में ज़्यादा जानकारी या फिर मेथी को अपनी डाइट में शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से सलाह ज़रूर लें।

Edited By: Umanath Singh

WBC की अधिकता से कौन सा रोग होता है?

खून में डब्ल्यूबीसी की मात्रा सामान्य से अधिक होने पर कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। ये बातें डॉ. प्रो. उमाशंकर प्रसाद ने एनएमसीएच के औषधि विभाग में क्रोनिक माइक्रोलाइट ल्यूकेमिया पर आयोजित सेमिनार में कही।

मनुष्य के शरीर में आरबीसी कितना होना चाहिए?

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए लाल रक्त कणिकाएं यानी रेड ब्लड सेल्स (RBC) की पर्याप्त मात्रा होनी नितांत आवश्यक है। खून में रेड ब्लड सेल्स की कमी होने के कारण शरीर में एनीमिया की समस्या हो सकती है। इस से बचने के लिए रेड ब्लड सेल्स की संख्या 50 से 55 लाख प्रति माइक्रो लीटर होना अनिवार्य है।

आरबीसी बढ़ने पर क्या करें?

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं की वृद्धि से पॉलीसिथेमिया वेरा बीमारी होती है। वहीं, लाल रक्त कोशिकाओं की कमी से एनीमिया (animia) बीमारी होती है। ... .
आयरन रिच फूड्स खाएं.
फोलेट शामिल करें.
विटामिन बी-12 का सेवन करें.

RBC बढ़ने से कौन सा रोग होता है?

रक्त में मौजूद लाल रक्त कोशिकाएं यानी RBC की संख्या में वृद्धि या कमी को मापने के लिए लाल रक्त कोशिका (Red blood cell) की गिनती की जाती है। हमारे खून में लाल रक्त कोशिकाओं(RBC) में वृद्धि को पॉलीसिथेमिया(polycythaemia) के रूप में जाना जाता है, जबकि कमी को एनीमिया(animia) के रूप में जाना जाता है।