पृथ्वी हमारा ग्रह है और जीवन की निरंतरता के लिए महत्वपूर्ण आवश्यकता है। यह जीवन की निरंतरता के लिए सभी आधारभूत संसाधनों से भरी हुई है हालांकि, यह मनुष्य के अनैतिक व्यवहार के कारण लगातार नष्ट हो रही है। पृथ्वी पर कुछ सकारात्मक बदलाव लाने के लिए, धरती बचाओ या पृथ्वी बचाओ अभियान बहुत महत्वपूर्ण सामाजिक जागरुकता अभियान है, जिसके बारे में सभी को अवश्य
जानना चाहिए। पृथ्वी ब्रह्मांड में सबसे अनमोल वस्तु है, जो जीवन के लिए आवश्यक वस्तुएं, ऑक्सीजन और पानी को रखती है। पृथ्वी पर पाए जाने वाले प्राकृतिक संसाधन दिन प्रति दिन मानव के गलत कार्यों के कारण बिगड़ रहे हैं। इसने पृथ्वी पर जीवन को संकट में डाल दिया है। अनुकूल वातावरण की कमी के कारण बहुत से जंगली जानवर पूरी तरह से विलुप्त हो गए हैं। बहुत प्रकार के प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग और अन्य पर्यावरणीय मुद्दों की दर दिन प्रति दिन बढ़ रही है। इसके नकारात्मक प्रभावों
को कम करने के लिए सभी गलत प्रचलनों को रोकना बहुत आवश्यक है। पूरे विश्वभर के लोगों के बीच में जागरुकता फैलाने के लिए पृथ्वी दिवस हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है। यह वार्षिक रुप से पृथ्वी के प्राकृतिक पर्यावरण को बनाए रखने के साथ ही लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है। हमारी पृथ्वी हमसे कभी भी कुछ बदले में नहीं लेती है हालांकि, पृथ्वी पर स्वस्थ जीवन की निरंतरता को बनाए रखने के लिए यह इसको बनाए रखने की मांग अवश्य करती है। पृथ्वी पर रहने वाले हम अकेले नहीं है: पृथ्वी पर रहने वाली कई अज्ञात प्रजातियाँ भी हैं। इसलिए, हमें स्वार्थी नहीं होना चाहिए और हमें पृथ्वी पर रहने वाली सभी प्रजातियों के बारे में सोचना चाहिए। हमें अपनी पृथ्वी और वातावरण को अपशिष्टों, प्लास्टिक, कागज, लकड़ी आदि की मात्रा को कम करने के द्वारा रक्षा करनी चाहिए। हमें गंदगी और अपशिष्टों को कम करने के लिए वस्तुओं (कपड़े, खिलौने, फर्नीचर, किताबें, कागज आदि) के पुनः प्रयोग की आदत को डालना चाहिए। प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग के स्तर को बढ़ाने में शामिल गलत गतिविधियों को हमें रोकना चाहिए। निबंध 2 (300 शब्द)विषाक्त वातावरण, वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग, वनों का उन्मूलन और अन्य बहुत से पर्यावरणीय मुद्दों के कारण पृथ्वी पर स्वस्थ्य जीवन के अस्तित्व के लिए वर्तमान परिस्थितियाँ बहुत ही चुनौतिपूर्ण है। बहुत से आसान तरीकों को अपनाकर हम अपने ग्रह को बचा सकते हैं हालांकि, यह अच्छी आदतों को अपनाने वाले लोगों की लगन और दर पर निर्भर करता है। इसके लिए पर्यावरण के अनुकूल तकनीकियों को बढ़ावा देना चाहिए, ताकि वे ग्रह को हानि नहीं पहुंचाए। लोगों को हानिकारक चीजों के प्रयोग की आदत में कमी के साथ ही कम मात्रा में कचरे की उत्पत्ति के लिए वस्तुओं के पुनः प्रयोग की आदत को अपनाना चाहिए। आमतौर पर, बहुत से लोग अपने घरों को साफ और कीटाणु रहित रखने के लिए बहुत से घरों को साफ रखने वाले रसायनों का प्रयोग करते हैं। वे उस द्रव्य में रसायनिक तत्वों की उपस्थिति को कभी भी नहीं देखते हैं, जो पानी, मिट्टी और वायु के लिए बहुत विनाशकारी हो सकते हैं। हमें अपने दैनिक जीवन में प्रयोग करने वाले पदार्थों के बारे में स्पष्ट ज्ञान होना चाहिए और सदैव पर्यावरण के अनुकूल सफाई उत्पादों का प्रयोग करना चाहिए। प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग आमतौर पर वाणिज्यिक उद्योगों के द्वारा बड़े स्तर पर फैलाए जा रहे हैं। उन्हें प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सरकार के द्वारा बनाए गए नियमों और कानूनों का पालन करना चाहिए। उन्हें वातावरण को प्रदूषित करने वाले व्यवसायिक उत्पादों को सीमित करके पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों के उत्पादन में शामिल होना चाहिए। युवाओं में पृथ्वी बचाओ से संबंधित जागरुकता को बढ़ावा देने के संदर्भ में उनके अध्ययन में यह विषय शामिल करना चाहिए। उन्हें पर्यावरण के बारे में जागरुकता लाने के लिए स्कूल या कॉलेजों में आयोजित वृक्षारोपण करने, समूह चर्चा, निबंध लेखन, वाद-विवाद, बैनर बनाने, नारे लिखने, निर्धारित विषय पर आधारित नाट्य प्रदर्शन आदि में भाग लेना चाहिए। पृथ्वी को बचाने के सन्दर्भ में लोगों के बीच में जागरुकता लाने के लिए पृथ्वी दिवस हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है। निबंध 3 (400 शब्द)परिचय पृथ्वी इस ब्रह्मांड में सबसे ज्ञात ग्रह है, जहाँ जीवन संभव है, क्योंकि इसके पास जीवन के लिए आवश्यक सभी चीजें हैं। हमें यहाँ स्वस्थ जीवन की निरंतरता के लिए हमारी धरती माता की प्राकृतिक गुणवत्ता को बनाए रखने की आवश्यकता है। पृथ्वी बचाओ, पर्यावरण बचाओ और पृथ्वी बचाओ, जीवन बचाओ, दोनों ही नारे लोगों के बीच में पृथ्वी बचाओ अभियान के सन्दर्भ में जागरुकता लाने के लिए बहुत प्रसिद्ध है। पृथ्वी की स्थिति दिन प्रति दिन प्रदूषण, ग्रीन हाउस प्रभाव आदि के कारण नष्ट हो रही है। यह वातावरण पर हानिकारक प्रभाव पैदा करते हैं और इस प्रकार से, मनुष्य के स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। पृथ्वी को साफ, स्वच्छ और प्राकृतिक रखने की जिम्मेदारी मनुष्य की है। अपनी पृथ्वी को कैसे बचाया जाए पृथ्वी को बचाने के कुच प्रभावी तरीके निम्नलिखित है:
पृथ्वी दिवस क्या है पर्यावरण प्रोजेक्ट के अन्तर्गत पृथ्वी को बचाने के लिए 1970 से हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाने वाला दिन पृथ्वी दिवस है। इस प्रोजेक्ट को शुरु करने का उद्देश्य लोगों को स्वस्थ वातावरण में रहने के लिए प्रोत्साहित करना है। निष्कर्ष पृथ्वी हमारी माता है, जो हमें हमारे जीवन के लिए आवश्यक सभी वस्तुएं देती है। इसलिए, हम इसकी प्राकृतिक गुणवत्ता और हरे-भरे वातावरण को बनाए रखने के लिए भी जिम्मेदार है। हमें छोटे लाभों के लिए इसके प्राकृतिक संसाधनों को बर्बाद और प्रदूषित नहीं करना चाहिए। निबंध 4 (500 शब्द)परिचय पृथ्वी बचाओ, पर्यावरण बचाओ दोनों ही पृथ्वी पर जीवन को बचाने से संबंधित है। एक मनुष्य होने के नाते, हमें प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग को कम करने वाली गतिविधियों में सख्ती से शामिल होना चाहिए। पृथ्वी को बचाने के आसान तरीके ऐसे बहुत से आसान तरीके हैं, जो पृथ्वी को बचाने में सहायक हो सकते हैं। पृथ्वी पूरे सौर मंडल में केवल एकमात्र ग्रह है, जिस पर जीवन संभव है। प्राचीन समय में, लोग विनाशकारी कार्यों में शामिल नहीं थे, इसलिए, उन्हें प्रदूषण और पर्यावरणीय मुद्दों पर चिन्तित होने की आवश्यकता नहीं थी। जनसंख्या विस्फोट के बाद, लोगों ने आधुनिक जीवन-शैली और सभी के लिए आसान जीवन के लिए शहरों और उद्योगों का विकास करना शुरु किया। औद्योगिकीकरण के लिए, लोगों ने एक निश्चित सीमा से बढ़कर प्राकृतिक संसाधनों का गलत प्रयोग करना शुरु कर दिया है। लोग वनों के उन्मूलन में शामिल है, जिसके परिणामस्वरुप जंगली जानवरों का विलुप्त होना, प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग जैसे मुद्दे बढ़े हैं। ओजोन परत में छेद, समुद्री स्तर का बढ़ना, अंटार्कटिका और ग्रीनलैंड में बर्फ का पिघलना आदि ग्लोबल वार्मिंग के कारण होने वाले नकारात्मक प्रभाव है। इस तरह से पर्यावरणीय परिवर्तन हमारे लिए खतरे की घंटी का संकेत है। पृथ्वी बचाने के सन्दर्भ में कुछ निम्नलिखित तरीके हैं:
पृथ्वी बचाओ अभियान की आवश्यकता क्यों निरंतर बढ़ते वैश्विक तापमान, ध्रुवीय क्षेत्रों की बर्फ के पिघलने, सुनामियों, बाढ़ों और सूखे के बढ़ते हुए खतरों आदि से पृथ्वी को बचाना तत्कालीन अनिवार्यता है। हमारी धरती माता की स्थिति दिन प्रति दिन गिरती जा रही है, जो स्वस्थ्य जीवन के अवसरों को कम रही है। पृथ्वी जीवित रहने के लिए आवश्यक सभी आधारभूत तत्वों के लिए महत्वपूर्ण स्रोत है। गलत मानवीय गतिविधियों ने बहुत से पर्यावरणीय मुद्दों: विषाक्त धूंआ, रासायनिक कचरे और अत्यधिक शोर को जन्म दिया है। निष्कर्ष सरकार ने पृथ्वी बचाओ, जीवन बचाओ और पृथ्वी बचाओ, पर्यावरण बचाओ के सन्दर्भ में पृथ्वी पर स्वस्थ जीवन को निरंतर रखने के लिए बहुत से प्रभावी कदमों को उठाया है। पृथ्वी के बिना पूरे ब्रह्मांड में कहीं भी जीवन संभव नहीं है। मानव की प्राकृतिक संसाधनों का विनाश करने वाली गतिविधियाँ पृथ्वी के वातावरण को बहुत बुरी तरह से प्रभावित कर रही है। इसलिए, यह हमारी स्वंय की जिम्मेदारी है कि, हम पर्यावरण के अनुकूल गतिविधियों को अपनाकर पृथ्वी को बचाएं। सम्बंधित जानकारी: जल बचाओ पृथ्वी बचाओ पर निबंध धरती हमारे लिए क्या क्या सहन करती है?इस दोहे में रहीम दास जी ने धरती के साथ-साथ मनुष्य के शरीर की सहन शक्ति का वर्णन किया है। वह कहते हैं कि इस शरीर की सहने की शक्ति धरती समान है। जिस प्रकार धरती सर्दी-गर्मी वर्षा की विपरित परिस्थितियों को झेल लेती है। उसी प्रकार मनुष्य का शरीर भी जीवन में आने वाले सुख-दुःख को सहने की शक्ति रखता है।
धरती हमें क्या प्रेरणा देती है class 7?यदि मनुष्य मेहनत करे। मेहनत से ही वह धरती पर सौ-सौ स्वर्ग उतार सकता है। कवि के अनुसार यदि सभी मनुष्य एक साथ मेहनत करें, तो पृथ्वी का हर स्थान लहलहा उठेगा। उसकी सुंदरता इतनी अनुपम होगी कि मानो चारों और स्वर्ग उतर आएँ हों।
धरती से हमें क्या सीख मिलती है Class 4?Answer: पृथ्वी से धैर्य और क्षमा की शिक्षा ली- हम मनुष्य पृथ्वी पर अनेक उत्पात, आघात करते हैं, किंतु वह न तो किसी से प्रतिशोध लेती है और न ही शोकातुर होकर विलाप करती है। अत: पृथ्वी से मिली सीख यह है कि धीर पुरुष दूसरे की विवशता को समझ कर न तो धैर्य खोए और न ही किसी पर क्रोध करे।
कवि ने धरती के गुणगान कैसे गाए हैं?Answer. पर्वत द्वारा तालाब रूपी स्वच्छ दर्पण में अपना प्रतिबिंब देखकर आत्ममुग्ध होना। पर्वत से गिरते झरनों द्वारा पर्वत का गुणगान किया जाना। पेड़ों द्वारा ध्यान लगाकर आकाश की ओर देखना।
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