प्रश्न 1. अभिलेख किसे कहते हैं ? Show प्रश्न 2. जेम्स प्रिंसेप कौन था ? उत्तर - [ ] जेम्स प्रिंसेप ईस्ट इंडिया कंपनी का एक अधिकारी था। [ ] जेम्स प्रिंसेप ने 1830 के दशक में ब्राह्मी और खरोष्ठी लिपि का अर्थ निकाला। [ ] इन लिपियों का उपयोग सबसे आरंभिक अभिलेखों और सिक्कों में किया गया है। प्रश्न 3. संगम ग्रंथ से क्या अभिप्राय है ? उत्तर - संगम ग्रंथ तमिल भाषा के ग्रंथ हैं। यह एक प्रकार की कविताएं हैं जिनसे हमें पता चलता है कि तमिल क्षेत्र में सरदारों ने अपने स्रोतों का संकलन और वितरण किस प्रकार किया। प्रश्न 4. अशोक के अभिलेख मुख्यत: किन लिपियों में मिलते हैं ? उत्तर - अशोक के अभिलेख मुख्यतः ब्राह्मी और खरोष्ठी लिपि में मिलते हैं । प्रश्न 5. आहत सिक्कों से आप क्या समझते हैं ? उत्तर - चांदी एवं तांबे के आहत सिक्के सर्वप्रथम ढाले गयेे। इन सिक्कों पर प्रतीक चिन्हों को आहत करके उन्हें बनाया जाता था। प्रश्न 6. अशोक के अभिलेखों की भाषा क्या है ? उत्तर - अशोक के अभिलेख पाली और प्राकृत भाषा में लिखे गए। प्रश्न 7. श्रेणी क्या थी ? इसका कार्य क्या था ? उत्तर - श्रेणी उत्पादकों एवं व्यापारियों का एक संघ था। ये श्रेणियां पहले कच्चे माल को खरीदती थी , फिर उनसे सामान निर्मित कर बाजार में बेच देती थी। प्रश्न 8. अशोक के सिंह शीर्ष को आज क्यों महत्वपूर्ण माना जाता है ? उत्तर - भारत सरकार का अशोक के सिंह शीर्ष को राष्ट्रीय चिन्ह के रूप में अपनाया जाना महत्वपूर्ण है। प्रश्न 9. अग्रहार का क्या अर्थ है ? उत्तर - अग्रहार उस भू-भाग को कहा जाता था जो ब्राह्मणों को दान में दिया जाता था। प्रश्न 10 . जनपद का क्या अर्थ है ? उत्तर - जनपद का अर्थ एक ऐसा भूखंड है जहां कोई जन ( लोग, कुल या जनजाति ) अपना पांव रखता है अथवा बस जाता है । इस शब्द का प्रयोग प्राकृत और संस्कृत दोनों में मिलता है। प्रश्न 11. महाजनपद से क्या अभिप्राय है ? अथवा प्रश्न 11. महाजनपदों की विशेषताएं बताइए। उत्तर - [ ] बौद्ध एवं जैन धर्म के प्रारंभिक ग्रंथों में महाजनपद नाम से 16 राज्यों का जिक्र मिलता है जिनमें मगध ,कौशल, कुरु, पांचाल, गांधार, अवंती आदि प्रमुख थे। [ ] अधिकतर महाजनपदों पर राजा का शासन होता था किंतु गण एवं संघ के नाम से मशहूर राज्यों में अनेक लोगों का समूह शासन करता था, इस समूह के हर एक व्यक्ति को राजा कहते थे। [ ] भगवान महावीर एवं भगवान बुद्ध इन्हीं गणों से संबंधित थे। [ ] हर एक महाजनपद की राजधानी होती थी जिसे अक्सर किले से घेरा जाता था । किलेबंद राजधानियों के रखरखाव एवं प्रारंभी सेनाओं और नौकरशाही के लिए बहुत भारी आर्थिक स्रोत की जरूरत होती थी। [ ] शासकों का कार्य कृषकों, व्यापारियों एवं शिल्पकारों से लगान और भेंट वसूलना माना जाता था। [ ] संपत्ति जुटाने का वैध तरीका पड़ोसी राज्यों पर आक्रमण करके धन एकत्रित करना भी माना जाता था। प्रश्न 12. कुछ स्मरणीय तथ्य- [ ] मौर्य वंश का संस्थापक - चंद्रगुप्त मौर्य [ ] बौद्ध ग्रंथों के अनुसार सर्वाधिक प्रसिद्ध शासक -असोक [ ] 16 महाजनपदों में शक्तिशाली महाजनपद - मगध [ ] मगध की आरंभिक राजधानी - राजगाह(वर्तमान बिहार के राजगीर का प्राकृत नाम) [ ] चौथी सदी ईसा पूर्व में मगध की राजधानी को राजगीर से पाटलिपुत्र बनाया गया जिसे अब पटना कहा जाता है। [ ] धम्म के सिद्धांत की शुरुआत की - अशोक ने [ ] मौर्य साम्राज्य की सैनिक गतिविधि संचालित की जाती थी - एक समिति व छ उप समिति द्वारा [ ] जातक कथाएं किस महापुरुष से संबंधित है - महात्मा बुद्ध से [ ] हर्ष चरित्र की रचना की थी - बाणभट्ट ने [ ] सेठी आमतौर पर होते थे - धनी व्यापारी [ ] भारत में सबसे पहले सोने के सिक्के जारी किए थे - कुषाणों ने [ ] कुषाण वंश का सबसे शक्तिशाली शासक -कनिष्क [ ] जेम्स प्रिसेप मुख्य उपलब्धि थी - ब्रह्मी व खरोष्ठी लिपि का अर्थ निकालना [ ] इंडिका किताब के लेखक थे - मेगास्थनीज [ ] प्रसिद्ध पुस्तक अष्टाध्याई की रचना की थी - पाणिनि ने [ ] तमिल संगम साहित्य के अनुसार गांव में रहने वाले भिन्न-भिन्न वर्गों के लोग - वेल्लालर अथवा बड़े जमीदार, हलवाहा अथवा उल्लवर ,दास अथवा अणिमई। [ ] दानात्मक अभिलेखों में धार्मिक संस्थाओं को दिए दान का ब्यौरा होता है। [ ] पेरिप्लस यूनानी भाषा का शब्द है जिसका मतलब समुद्री यात्रा है एवं एरीथरि्यन यूनानी भाषा में लाल सागर को कहा जाता है। [ ] ओलिगार्की अथवा समुहशासन उसे कहा जाता है जहां सत्ता पुरुषों के एक समूह के हाथ में होती है। रोमन गणराज्य एक समूहशासन का उदाहरण है। प्रश्न 13. मगध के सबसे शक्तिशाली महाजनपद बनने के क्या कारण थे ? उत्तर - 16 महाजनपदों में मगध प्रथम स्थान पर था। छठी से चौथी सदी ई. पू. में मगध सबसे शक्तिशाली महाजनपद बन गया। इसके अनेक कारण थे :- [ ] मगध क्षेत्र की भूमि उपजाऊ थी। [ ] लोहे की खदानें सरलता से उपलब्ध थी जिससे हथियार एवं उपकरण बनाना आसान था। [ ] जंगली क्षेत्रों में हाथी मुहैया थे जो सेना का एक अहम अंग था। [ ] गंगा एवं इसकी उप नदियों से आवागमन एवं यातायात सस्ता एवं सुलभ था। [ ] शासक अत्यधिक महत्वाकांक्षी थे। [ ] राजधानियां सुरक्षित थी। प्रश्न14. मौर्य साम्राज्य की जानकारी के प्रमुख स्रोत क्या है ? उत्तर - [ ] मेगस्थनीज की इंडिका [ ] कौटिल्य का अर्थशास्त्र [ ] जैन साहित्य [ ] बौद्ध साहित्य [ ] पौराणिक ग्रंथ [ ] अशोक के अभिलेख [ ] संस्कृत वांग्मय प्रश्न 15. गुप्त साम्राज्य की जानकारी के प्रमुख स्रोत कौन से हैं ? उत्तर [ ] अभिलेख [ ] सिक्के [ ] साहित्य [ ] प्रशस्तियां (प्रयाग प्रशस्ति समुद्रगुप्त हेतु) प्रश्न 16 कौटिल्य के अर्थशास्त्र पर टिप्पणी लिखो। उत्तर - कोटिल्य अथवा चाणक्य चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में मंत्री था । उसने अपनी पुस्तक "अर्थशास्त्र" में मौर्यकालीन समाज की राजनीतिक और सामाजिक स्थितियों का वर्णन किया है। प्रश्न 17. मौर्य साम्राज्य के प्रशासन की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए। उत्तर - मौर्य साम्राज्य को पांच प्रमुख राजनीति केंद्र में विभाजित किया गया था । इसकी राजधानी पाटलिपुत्र और चार प्रांतीय केंद्र - तक्षशिला, उज्जयिनी,तोसली एवं सुवर्णगिरी । इन सब का जिक्र अशोक के अभिलेखों में किया गया है। सेना प्रजा की सुरक्षा के लिए होती थी। मेगास्थनीज ने सैनिक गतिविधियों के संचालन हेतु एक समिति एवं छ: उपसमितियों का वर्णन किया है । [ ] एक का कार्य नौ सेना का संचालन करना था , [ ] दूसरी यातायात एवं खानपान का संचालन करती थी । [ ] तीसरी का कार्य पैदल सैनिकों का संचालन [ ] चौथी का अश्वारोहियों का संचालन करना [ ] पांचवी का रथारोहियों संचालन करना [ ] छठी का कार्य हाथियों का संचालन करना था। दूसरी उप समिति का दायित्व विभिन्न प्रकार का था :- 1. उपकरणों को ढोने के लिए बैल गाड़ियों की व्यवस्था 2. सैनिकों के लिए भोजन और जानवरों के लिए चारे की व्यवस्था करना। 3. सैनिकों की देखभाल के लिए सेवकों और शिल्पकारो की नियुक्ति करना। प्रश्न 18. मनुस्मृति क्या है ? इसमें राजा को क्या सलाह दी गई है? उत्तर - मनुस्मृति प्रारंभिक भारत का सबसे प्रसिद्ध विधि ग्रंथ है। यह संस्कृत भाषा में है जिसकी रचना 200 ई.पू. से 200 ईसवी के बीच हुई थी । इसमें राजा को सलाह दी गई कि भूमि विवादों से बचने के लिए सीमाओं की गुप्त पहचान बनाकर रखनी चाहिए । इसके लिए सीमाओं पर ऐसी वस्तु दबाकर रखनी चाहिए जो समय के साथ नष्ट ना हो। प्रश्न 19. "अभिलेख साक्ष्यों की भी सीमाएं होती हैं।" स्पष्ट कीजिए। उत्तर - [ ] कई बार शिलालेखों के अक्षरों को हल्के ढंग से उत्कीर्ण किया जाता है जिन्हें पढ़ पाना कठिन होता है। [ ] अभिलेख नष्ट भी हो सकते हैं जिससे अक्षर लुप्त हो जाते हैं। [ ] अभिलेखों के शब्दों के वास्तविक अर्थ के बारे में पूर्ण रूप से ज्ञान हो पाना हमेशा सरल नहीं होता क्योंकि कुछ अर्थ किसी विशेष स्थान या समय से संबंधित होते हैं। [ ] अभिलेख कालांतर में सुरक्षित नहीं बचे हैं। [ ] जो अभिलेख अभी उपलब्ध हैं वह संभवत कुल अभिलेखों के अंश मात्र हैं। [ ] अभिलेख हमेशा उन्हीं व्यक्तियों के विचार व्यक्त करते हैं जो उन्हें बनवाते थे। प्रश्न 20. चंद्रगुप्त मौर्य कौन था ? इसका राज्य कहां तक फैला हुआ था ? उत्तर - चंद्रगुप्त मौर्य मौर्य वंश का संस्थापक था । उसने 321 ई. पू. में मौर्य वंश की स्थापना की थी। उसका राज्य पश्चिमोत्तर में अफगानिस्तान और बलूचिस्तान तक फैला हुआ था। प्रश्न 21 बाणभट्ट तथा हर्षचरित पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। उत्तर - बाणभट्ट (लगभग सातवीं शताब्दी ई.)कन्नौज के शासक हर्षवर्धन का राज कवि था। हर्षचरित बाणभट्ट द्वारा लिखी गई हर्षवर्धन की जीवनी है। प्रश्न 22. अशोक द्वारा धारण की गई उपाधियों के नाम तथा उनके अर्थ बताओ। उत्तर - अशोक ने देवानांप्रिय तथा पियदस्सी की उपाधि धारण की । देवानांप्रिय का अर्थ है देवताओं का प्रिय तथा पियदस्सी का अर्थ है देखने में सुंदर। प्रश्न 23. प्रभावती गुप्त कौन थी ? उसके संबंध में कौन सा एक विरला उदाहरण मिलता है ? उत्तर - प्रभावती गुप्त आरंभिक भारत के एक प्रसिद्ध शासक चंद्रगुप्त द्वितीय (375 से 415 ईसवी) की पुत्री थी ! उसका विवाह दक्कन पठार के वाकाटक परिवार में हुआ था । उसने भूमि दान दिया था जो किसी महिला द्वारा दान का विरला उदाहरण है। प्रश्न 24. मुद्रा शास्त्र से क्या अभिप्राय है ? उत्तर - मुद्राशास्त्र सिक्कों का अध्ययन है। इसके साथ ही उन पर पाए जाने वाले चित्र, लिपि तथा उनकी धातुओं का विश्लेषण भी इसके अंतर्गत आता है। प्रश्न 25. "गहपति" पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। उत्तर - गहपति घर का मुखिया होता था और घर में रहने वाली महिलाओं, बच्चों, नौकरों पर नियंत्रण करता था । पाली भाषा में इस शब्द का प्रयोग छोटे किसानों के लिए किया गया है। प्रश्न 26. सोने के आरंभिक सिक्कों के बारे में संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। उत्तर- सोने के सिक्के सर्वप्रथम प्रथम सदी ईस्वी में कुषाण राजाओं ने जारी किए थे। इन सिक्कों का आकार एवं वजन तत्कालीन रोमन सम्राटों एवं ईरान के पार्थियन शासकों द्वारा जारी सिक्कों के पूर्णतया समान था। बाद में गुप्त शासकों ने भी सोने के सिक्के चलाए। इनमें प्रयुक्त सोना अति उत्तम था। आरंभिक भारत का सबसे प्रसिद्ध ग्रंथ कौन सा है?वेद प्राचीनतम हिंदू ग्रंथ हैं।
भारत का सबसे प्राचीन विधि ग्रंथ कौन सा था?वेद, प्राचीन भारत के पवित्र साहित्य हैं जो हिन्दुओं के प्राचीनतम और आधारभूत धर्मग्रन्थ भी हैं । वेद, विश्व के सबसे प्राचीन साहित्य भी हैं। भारतीय संस्कृति में वेद सनातन वर्णाश्रम धर्म के, मूल और सबसे प्राचीन ग्रन्थ है। 'वेद' शब्द संस्कृत भाषा के विद् ज्ञाने धातु से बना है।
विश्व का सबसे प्राचीन ग्रंथ कौन सा है?ऋग्वेद-संहिता ऋग्वैदिक वाङ्मय का मन्त्र-भाग है। इसमें 1028 सूक्त हैं। इसे विश्व का प्राचीनतम ग्रंथ माना जाता है।
ग्रंथ कौन सा है?सबसे प्राचीनतम ग्रंथ चार वेदों 1. ऋग्वेद 2. सामवेद 3. अथर्ववेद 4.
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