विद्युत आवेश कुछ उपपरमाणवीय कणों में एक मूल गुण है जो विद्युतचुम्बकत्व का महत्व है। आवेशित पदार्थ को विद्युत क्षेत्र का असर पड़ता है और वह ख़ुद एक विद्युत क्षेत्र का स्रोत हो सकता है। आवेश पदार्थ का एक गुण है! पदार्थो को आपस में रगड़ दिया जाये तो उनमें परस्पर इलेक्ट्रोनों के आदान प्रदान के फलस्वरूप आकर्षण का गुण आ जाता है। प्रकार[संपादित करें]आवेश को ऋणआत्मक तथा धनात्मक को बेंजामिन फ्रेंकलिन ने बताया था विद्युत आवेश क्या है इसका मात्रक क्या है?विद्युत आवेश कुछ उपपरमाणवीय कणों में एक मूल गुण है जो विद्युतचुम्बकत्व का महत्व है। आवेशित पदार्थ को विद्युत क्षेत्र का असर पड़ता है और वह ख़ुद एक विद्युत क्षेत्र का स्रोत हो सकता है। आवेश पदार्थ का एक गुण है!
विद्युत आवेश क्या है उत्तर?Solution : पदार्थों का वह गुण जिसके कारण वह आवेश रहित हल्की वस्तुओं को अपनी ओर आकर्षित करने लगते हैं, विद्युत आवेश कहलाता है। विद्युत आवेश दो प्रकार का होता है <br> (i) धनावेश-किसी पदार्थ पर इलेक्ट्रॉनों की कमी के कारण उत्पन्न आवेश धनावेश कहलाता है।
आवेश की परिभाषा क्या है?आवेश किसे कहते हैं :- जब कोई भी पदार्थ अपने सामान्य व्यवहार से अलग व्यवहार प्रदर्शित करने लग जाता है। अर्थात उसके कारण विद्युत क्षेत्र तथा चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न होने लगता है। पदार्थ के इस गुण को विद्युत आवेश कहते हैं।
आवेश का मात्रक कौन है?Solution : (i) फ्रेंकलिन, (ii) फैराडे ।
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