वजन घटाने के लिए कौन सी रोटी खाएं? - vajan ghataane ke lie kaun see rotee khaen?

वजन कम करने के लिए कई लोग रोटियां खाने से परहेज करते हैं। उन्हें लगता है कि गेहूं के आटे की रोटी खाने से ही वजन बढ़ रहा है, लेकिन अगर वजन कम करना है तो रोटी छोड़ने की जरूरत नहीं है। जरूरत है आटा...

वजन घटाने के लिए कौन सी रोटी खाएं? - vajan ghataane ke lie kaun see rotee khaen?

Anuradha

वजन घटाने के लिए कौन सी रोटी खाएं? - vajan ghataane ke lie kaun see rotee khaen?
Wed, 29 Jan 2020 03:34 PM

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वजन कम करने के लिए कई लोग रोटियां खाने से परहेज करते हैं। उन्हें लगता है कि गेहूं के आटे की रोटी खाने से ही वजन बढ़ रहा है, लेकिन अगर वजन कम करना है तो रोटी छोड़ने की जरूरत नहीं है। जरूरत है आटा बदलने की दी। जी हां, गेंहूं के आटे की जगह अन्य अनाज का आटा प्रयोग किया जाए तो रोटी खाते समय भी वजन कम किया जा सकता है।

चोकर के आटे की रोटी

गेहूं के अंदरूनी सुनहरे छिलके को चोकर कहते हैं और ये छिलका गेहूं को पिसवाने पर आटे के साथ मिला हुआ आता है और इसे छानकर अलग किया जाता है। अगर चोकर के आटे की रोटी खाएंगे तो यह सेहत से भरपूर होगा। यह उन लोगों के लिए बड़ा फायदेमंद है जो कब्ज से परेशान हैं। चोकर में अघुलनशील फाइबर होता है जो सैल्यूलोज कहलाता है। इसमें  पोटेशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम, सिलीनियम, मैगनीशियम, विटामिन ई और बी कॉम्प्लेक्स पाए जाते हैं। यह दिल की बीमारियों से बचाने के साथ-साथ कोलेस्ट्रोल की समस्या नहीं होने देता है। रेग्यूलर आटे में चोकर मिलाकर इस्तेमाल करने से वजन कम होता है। गेहूं की रोटी में कार्ब्स, आयरन, नियासिन, विटामिन बी 6, थायमिन और कैल्शियम होता है, जबकि चोकर फाइबर से भरपूर होता है। दोनों को मिलाने से बड़ी आंत की बीमारियों को रोकने में मदद मिल सकती है। यह कब्ज, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम, हाई कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह और यहां तक कि हाई बीपी के इलाज में सहायक है।

बाजरे की रोटी

बाजरे की रोटी में 97 कैलोरी होती है और इसे खाने के बाद काफी देर तक भूख नहीं लगती है जिससे वजन कंट्रोल करने में मदद मिलती है। बढ़ते हुए वजन को नियंत्रित करना चाहते हैं तो बाजरे की रोटी खाएं। इसमें विटामिन्स और फाइबर मौजूद होते हैं जो सेहत के लिए अच्छे हैं और बढ़ते वजन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। www.myupchar.com से जुड़े डॉ. लक्ष्मीदत्ता शुक्ला का कहना है कि बाजरे में फाइबर की मात्रा उच्च होती है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। फाइबर वास्तव में शरीर से खतरनाक बैड कोलेस्ट्रॉल को खत्म करता है और गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है।

चना आटा के साथ मल्टीग्रेन रोटी

कई लोग पारंपरिक गेहूं के आटे के बजाए मल्टीग्रेन आटा लेने लगे हैं। मल्टीग्रेन यानी तरह-तरह के आटे का मिश्रण। अगर इस मल्टीग्रेन आटे में चने का आटा मिला लिया जाए तो वजन कम करने के लिए बेहतर होगा। चने में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जो शरीर में चीनी की धीमी गति से कैलोरी को जलाने की प्रक्रिया को तेज करता है। अपने रेग्यूलर आटा या मल्टीग्रेन आटा में चना आटा जोड़ना इसकी पौष्टिकता को बढ़ा सकता है।

जौ-चने के आटे की रोटी

भोजन में गेहूं के आटे की रोटी की जगह जौ-चने के आटे की रोटी खाएं। इसका अनुपात 10 किलो चना और 2 किलो जौ हो। इन्हें मिलवाकर पिसवा लें। इसी आटे की रोटी खाएं। इससे आप अतिरिक्त कॉर्बोहाइड्रेट लेने से बचेंगे और शरीर में अतिरिक्त कैलोरी भी जमा नहीं होगी।

अधिक जानकारी के लिए देखें: http://myupchar.com/videos/the-easiest-way-to-reduce-obesity-455

स्वास्थ्य आलेख www.myUpchar.com द्वारा लिखे गए हैं

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रोटी और चावल खाने के बाद ग्लूकोज में कनवर्ट होते हैं और ग्लूकोज शरीर को एनर्जी देता है। इसीलिए थोड़ा रोटी और चावल खाना तो बनता है। चावल और रोटी में केवल कार्ब्स नहीं होते, बल्कि इसमें प्रोटीन, विटामिंस, मिलरल्स भी होते हैं, लेकिन वेट कम करने के लिए इन्हे खाने का तरीका और अमाउंट कैसा हो ये जानना जरूरी है।

चावल और रोटी में कितनी कैलोरी होती हैरोटी-एक सामान्य आटे की रोटी में करीब 100 कैलरीज होती है। आटे की रोटी में सबसे ज्यादा कार्बोहाइड्रेट होता है। करीब एक रोटी में 60 से 70 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट के अलावा रोटी में प्रोटीन, फैट, विटामिंस और मिनरल्स भी होते हैं। रोटी में करीब 20 से 22 प्रतिशत फैट और 10 प्रतिशत प्रोटीन होता है।

चावल-एक बाउल चावल में करीब 150 कैलरीज होती हैं। एक बाउल में करीब 80 प्रतिशत तक कार्बोहाइड्रेट और बाकी में फैट और प्रोटीन होता है। विटामिन और मिनरल सफेद चावल में नही मिलते, जबकि ब्राउन राइस में कार्बोहाइड्रेट के अलावा मैग्नीशियम, फास्फोरस, मैगनीज और सेलेनियम जैसे जरूरी मिनरल्स होते हैं।

वजन कम करने के लिए चपाती खाएं या चावल?चावल और चपाती की न्यूट्रिशियस वैल्यू लगभग एक जैसी है, इसलिए जो आपको पसंद हो वो अपनी डायट में शामिल कर सकते हैं। रोटी से ज्यादा कार्ब्स चावल में होते हैं। हालांकि राइस खाने से पेट जल्दी भरता है, लेकिन स्टार्च होने की वजह ये जल्दी डाइजेस्ट भी हो जाता है। इसलिए दोबारा भूख जल्दी लगती है। वहीं, रोटी में राइस से ज्यादा प्रोटीन और फाइबर होता है जिससे पेट थोड़ा लंबे टाइम तक भरा हुआ रहता है। रोटी में सफेद चावल के मुकाबले पोटेशियम और फास्फोरस जैसे मिनरल ज्यादा होते हैं। दोनों का ग्लाइसेमिन इंडेक्स भी एक जैसा है जिससे शुगर और ब्लड प्रेशर रेगुलर रहता है। न्यूटिशन वैल्यू को देखते हुए रोटी को आप डाइट का हिस्सा बना सकते हैं, क्योंकि पेट का भरा महसूस भी कराती है। हालांकि, आप चावल या रोटी में से कोई भी चुन सकते हैं।

पतले होने के लिए दिन में कितनी रोटी खानी चाहिए?

पुरुषों और महिलाओं के लिए रोटी की मात्रा अलग-अलग होती है। जिन महिलाओं का डाइट प्लान दिन में 1400 कैलोरी का सेवन करना है, उन्हें 2 रोटी सुबह और 2 रोटी शाम को खानी चाहिए। तो अगर किसी आदमी का डाइट प्लान 1700 कैलोरी का है तो वह लंच और डिनर में 3-3 रोटियां खा सकता है।

कौन सी रोटी खाने से वजन कम होता है?

डाइटिंग के दौरान रागी के आटे से बनी रोटी खाने से वजन कम होता है. रागी से शरीर को भरपूर फाइबर मिलता है, जिसे खाने से काफी देर तक पेट भरा रहता है. 2- मल्टीग्रेन- मल्टीग्रेन आटे की रोटी में कई तरह के अनाज मिले होते हैं. मल्टीग्रेन आटे में चने का आटा भी मिलाया जाता है.

वजन घटाने के लिए कौन सा आटा सबसे अच्छा है?

ज्वार आटा (Jowar Flour) अगर आप वजन घटाना चाह रहे हैं तो ज्वार आटे से बनी रोटियां खाना आपके लिए परफेक्ट होगा. इसमें भरपूर मात्रा में डायटरी फाइबर होते हैं. इसके अलावा इसमें एंटीऑक्सीडेंट्, फोलेट, ​कैल्शियम और आयरन की भी मात्रा होती है.

वजन घटाने के लिए कौन सा चावल या रोटी बेहतर है?

कम फाइबर होने की वजह से चावल खाने के बाद पेट भरा हुआ नहीं लगता, जबकि कम रोटी खाने से ही पेट भरा हुआ महसूस होता है और इससे वजन चावल के मुकाबले कम बढ़ता है.