प्रश्न 28. उत्तर भारत एवं दक्षिण भारत की नदियों की तुलना कीजिए। Show
उत्तर- उत्तर भारत एवं दक्षिण भारत की नदियों का तुलनात्मक वर्णन अग्रलिखित प्रकार से किया जा सकता है— उत्तर भारत की नदियाँ दक्षिण भारत की नदियाँ 1. उत्तर भारत की नदियों के उद्गम हिमालय और प्रायद्वीपीय पठार के उत्तरी ढाल में स्थित हैं। 1. दक्षिण भारत की नदियों का उद्गम क्षेत्र पश्चिमी घाट, सतपुड़ा और प्राय द्वीपीय पठार है। 2. इनमें जल प्रपातों की संख्या कम है। 2. इनमें जल प्रपातों की संख्या अधिक है। 3. इनका उपयोग यातायात के लिए भी किया जाता है। 3. यातायात के लिए ये उपयोगी नहीं हैं। 4. ये नदियाँ गहरी घाटियों का निर्माण करती हैं। 4. ये चौड़ी घाटियों में प्रवाहित होती हैं। 5. इन नदियों के प्रवाह मार्ग में अनेक विसर्प हैं। प्रवाह धाराओं की दिशा भी बदलती रहती है। 5. इनमें विसर्प नहीं मिलते तथा ये सहज रूप से प्रवाहित होते हैं। 6. जल की प्राप्ति हिम और बर्फ से होती है। 6. इनका प्रवाह केवल वर्षा जल पर निर्भर करता है। भारत में मुख्यतः चार नदी प्रणालियाँ है (अपवाह तंत्र) हैं। उत्तरी भारत में सिंधु, उत्तरी-मध्य भारत में गंगा, और उत्तर-पूर्व भारत में ब्रह्मपुत्र नदी प्रणाली है। प्रायद्वीपीय भारत में नर्मदा, कावेरी, महानदी, आदि नदियाँ विस्तृत नदी प्रणाली का निर्माण करती हैं। यहाँ भारत की नदियों की एक सूची दी जा रही है: बंगाल की खाड़ी में गिरने वाली नदियाँ[संपादित करें]सुरमा-मेघना-बराक नदी पारिवार बांग्लादेश और भारत में विस्तृत बेसिन पच्छिम बंगाल समुंद्र तटीय छोट नदी[संपादित करें]सिन्धु नदी की थाला क नद्दी कुल अंग्रेजी अक्षर की क्रम से[संपादित करें]भारत की नदियों का देश के आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास में प्राचीनकाल से ही महत्वपूर्ण योगदान रहा है। सिंधु (सिन्धु) तथा गंगा (गङ्गा) नदी की घाटियों में ही विश्व की सर्वाधिक प्राचीन सभ्यताओं - सिंधु (सिन्धु) घाटी तथा आर्य सभ्यता का आर्विभाव हुआ। आज भी देश की सर्वाधिक जनसंख्या एवं कृषि का संकेंद्रण (संकेन्द्रण) नदी घाटी क्षेत्रों में पाया जाता है। प्राचीन काल में व्यापारिक एवं यातायात की सुविधा के कारण देश के अधिकांश नगर नदियों के किनारे ही विकसित हुए थे तथा आज भी देश के लगभग सभी धार्मिक स्थल किसी न किसी नदी से संबद्ध (सम्बद्ध) है। नदियों के देश कहे जाने वाले भारत में मुख्यतः चार नदी प्रणालियाँ है (अपवाह तंत्र) हैं। उत्तर-पश्चिमी भारत में सिंधु, उत्तर भारत में गंगा, उत्तर-पूर्व भारत में ब्रह्मपुत्र नदी प्रणाली है। प्रायद्वीपीय भारत में नर्मदा कावेरी महानदी आदी नदियाँ विस्तृत नदी प्रणाली का निर्माण करती हैं। १. सिंधु नदी तंत्र विश्व में सबसे बड़ा नदी तंत्र हैं इसकी द्रोणी द्वारा घेरा गया क्षेत्रफल ११ लाख ६५ हजार वर्ग किलोमीटर है इसमें मुख्य तौर पर सिंधु नदी समेत ६ नदिया हैं जिनमें सबसे प्रमुख सिंधु नदी हैं जिसकी लंबाई २८८० किलोमीटर है बाकी अन्य इसकी सहायक नदियां हैं जिनमें झेलम, चिनाब, रावी, सतलज और व्यास प्रमुख हैं। इन सबको मिलाकर सिंधु घाटी के मैदान के निर्माण होता है २. गंगा नदी तंत्र की प्रमुख नदी गंगा हैं जो कि भारत में बहने वाली सबसे लम्बी नदी हैं 2525 किलोमीटर। इसकी सहायक नदियां इस प्रकार हैं यमुना, सोन, कोसी, गंडक इसके द्वारा घेरा गया क्षेत्रफल लगभग 8,21,000 वर्ग किलोमीटर है 3. प्रायद्वीपीय नदियां इसमें मुख्य तौर पर गोदावरी, नर्मदा, ताप्ती , कृष्णा और कावेरी प्रमुख हैं इनमें से अधिकतर नदियां अपना जल वर्षा से प्राप्त करती हैं और दक्षिण भारत में बहती है इसे सुनेंरोकेंउत्तर भारत की नदियाँ अधिकांशतः मैदानी भागों में बहती । हैं, जिसके कारण इन नदियों से नहरें निकाली जा सकती हैं। उत्तर भारत की अधिकांशतः नदियाँ गंगा, सिंधु और ब्रह्मपुत्र की सहायक नदियाँ हैं। सिंधु नदी अरब सागर में और गंगा तथा ब्रह्मपुत्र बंगाल की खाड़ी में गिरती हैं। नदी हमें क्या संदेश देती है? इसे सुनेंरोकेंनदियां हमें आगे बढ़ना सिखाती हैं। हमें भी जीवन पथ पर सत्य व ईमानदारी की राह पर अग्रसर होना चाहिए। श्री चैतन्यकृष्ण जी महराज ने कहा कि सदानीरा गंडगी मोक्ष दायनी व जीवन दायनी है। जिसमें स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। नदी और नाले में क्या अंतर है? इसे सुनेंरोकेंनदी सामान्यतः साफ और मीठे पानी की वह जलधारा होती है जो किसी पहाड़ या झील से निकलती है जबकि नाला नालियों के गन्दे पानी के संयुक्त प्रवाह से बनता है। नदी किसी बड़ी नदी या समुद्र में गिरती है जबकि नाला किसी नदी में गिरता है। पढ़ना: दिल्ली मेट्रो में कितने स्टेशन है? उत्तर भारतीय नदियों की महत्वपूर्ण विशेषताएं क्या है ये प्रायद्वीपीय नदियों से किस प्रकार भिन्न है?इसे सुनेंरोकेंउत्तरी भारत की नदियां अधिक लंबी हैं जबकि प्रायद्वीप की नदियां इतनी अधिक लंबी नहीं है। उत्तरी भारत की नदियों की संख्या अधिक है पर प्रायद्वीप की नदियों की संख्या कम है। उत्तरी भारत की नदियों के बेसिन काफी बड़े हैं तथा अपवहन क्षेत्र बहुत बड़े हैं पर प्रायद्वीप की नदियों के बेसिन तथा अपवहन क्षेत्र छोटे हैं। हिमालय से कौन सी नदियाँ निकलती हैं? इसे सुनेंरोकेंहिमालय पर्वत के हृदय से सिंधु, ब्रह्मपुत्र, यमुना व गंगा आदि प्रमुख नदियाँ निकलती हैं। नदियों से क्या क्या लाभ है? नदियाँ हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। नदियों से हमें होने वाले लाभ निम्नलिखित है:
पढ़ना: पशुपालन क्रेडिट कार्ड कैसे बनेगा? नदी और नहर में अंतर क्या है?इसे सुनेंरोकेंनदी निरंतर बहते रहने वाली जलधारा है, जो कि अपने उद्गम स्थल से निकलकर अंत में समुद्र में जाकर मिलती है। इसका पानी निरंतर बहता रहता है। नहर — ये दो नदियों या जल के किसी अन्य बड़े स्रोत आदि को मिलाकर बनाई गया कृत्रिम निर्माण होता है, जो कि जल को एक जगह से दूसरी जगह तक प्रवाहित करने लिये किया जाता है। नृत्य और नृत्य में क्या अंतर है? इसे सुनेंरोकें# बहरहाल, नृत्त है नाचना । इसमें भाव नहीं होते । तो जो आधुनिक डांस होते हैं, वे नृत्त होते हैं । # नृत्य शब्द नर्तन के तीनों भेदों में सबसे कठिन है और सबसे प्रभावपूर्ण भी । उत्तर भारत की नदियों की प्रमुख विशेषताएं क्या है?उत्तर भारत की नदियाँ अधिकांशतः मैदानी भागों में बहती । हैं, जिसके कारण इन नदियों से नहरें निकाली जा सकती हैं। उत्तर भारत की अधिकांशतः नदियाँ गंगा, सिंधु और ब्रह्मपुत्र की सहायक नदियाँ हैं। सिंधु नदी अरब सागर में और गंगा तथा ब्रह्मपुत्र बंगाल की खाड़ी में गिरती हैं।
1 उत्तर भारतीय नदियों की महत्त्वपूर्ण विशेषताएँ क्या हैं ये प्रायद्वीपीय नदियों से किस प्रकार भिन्न हैं?उत्तरी भारत की नदियों के बेसिन काफी बड़े हैं तथा अपवहन क्षेत्र बहुत बड़े हैं पर प्रायद्वीप की नदियों के बेसिन तथा अपवहन क्षेत्र छोटे हैं। उत्तर भारत की नदियां बारहमासी नदियां हैं जबकि प्रायद्वीप की नदियां मानसूनी नदियां हैं। उत्तर भारत की नदियां गहरे गार्ज बनाती हैं जबकि प्रायद्वीप की नदियां उथली घाटियों में बहती है।
उत्तर भारत और दक्षिण भारत की नदियों में क्या अंतर है?उत्तर भारत की नदियां पतली तथा गहरी घाटियों का निर्माण करती हैं क्योंकि ये अधिक मात्रा ऊर्ध्वाधर अपरदन तथा कम मात्राक्षैतिज अपरदन करती हैं। जबकि दक्षिण भारत की नदियां चौड़ी तथा उथली घाटियों का निर्माण करती हैं क्योंकि ये कम मात्रा में ऊर्ध्वाधर अपरदन तथा अधिक मात्रा में क्षैतिज अपरदन करती हैं।
उत्तर प्रदेश में कितनी नदियां बहती हैं?की प्रमुख नदियां गंगा, यमुना, शारदा (काली), रामगंगा, घाघरा (करनाली), राप्ती, गंडक, रोहिणी आदि। गोमती, वरुणा, सई, पाण्डो, ईसन आदि। चंबल, बेतवा, केन, सोन, रिहंद, टोंस, कन्हार आदि।
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