Lakshmi Puja Muhurat: भारतवर्ष में दीपावली का त्योहार पूरे जश्ने एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। भारत के हर हिस्से में इस दिन दीपों से जगमगाती अंधकार पर प्रकाश की जीत का पर्व दिवाली लोगों के लिए खुशियों, सुख-समृद्धि एवं धन की वर्षा की सौगात लेकर आता है। दीपावली के दिन लोग अपने घर, दुकान, ऑफिस सभी जगहों पर मां लक्ष्मी-गणेश, मां काली और मां सरस्वती की पूजा आरती करते हैं। Show
दिवाली के दिन पूजा करने के दौरान महालक्ष्मी की पूजा प्रदोष काल और मध्य रात्रि में स्थिर लग्न में उत्तम मानी जाती है। इससे मां देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती है। यह बेहद कम लोग जानते हैं कि मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए उनके विधिवत पूजा-पाठ एवं मंत्रों का उच्चारण करना बेहद जरूरी होता है। इस साल दिवाली का महापर्व 24 अक्टूबर 2022 के दिन मनाया जाएगा। ऐसी में आइए आज हम आपको दिवाली पर महालक्ष्मी को कैसे खुश करें और क्या है दिवाली का शुभ मुहूर्त और जरूरी मंत्र इस बारे में पूरी जानकारी देते हैं… दिवाली का शुभ मुहूर्त क्या है? (Diwali 2022 Lakshmi Puja Muhurat)
लक्ष्मी प्रदोष काल मुहूर्त
लक्ष्मी पूजा निशिता काल मुहूर्त मध्य रात्रि
दिवाली 2022 लक्ष्मी पूजा शुभ चौघड़िया
दिवाली की पूजा में क्या-क्या सामग्री जरूरी होती है? (Diwali Puja Vidhi And Samgari)
दिवाली के दिन कैसे करें दुकान ऑफिस में लक्ष्मी पूजा (Diwali Lakshmi Puja Vidhi For Office)दीपों का महापर्व दिवाली देश भर के तमाम हिस्से में बेहद हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस रात मां लक्ष्मी स्वर्ग लोक से पृथ्वी पर आती है और हर घर का विचरण करती है। दिवाली के दिन ऑफिस दुकान में अच्छी तरह से सफाई करनी चाहिए। कार्यस्थल पर लाइट, फूलों, रंगोली आदि से सजावट भी करनी चाहिए। कहते हैं जहां साफ सफाई होती है वहां मां लक्ष्मी अपने अंश के रूप में निवास करती हैं। दुकान ऑफिस में पूजा स्थल पर देवी मां लक्ष्मी और गणपति जी की मूर्ति का पंचोपचार से पूजन करना चाहिए। उन्हें अष्टगंध, खील, पुष्प, बताशे, मिठाईयां एवं फल अर्पित करना चाहिए। ऑफिस या दफ्तर में मां लक्ष्मी की पूजा करने के बाद बहीखाते की पूजा करना ना भूलें। साथ ही नए बहीखाते को कुमकुम से स्वास्तिक और शुभ-लाभ बनाकर अक्षत व पुष्प अर्पित जरूर करनी चाहिए। इसके साथ ही धन की देवी और व्यवसाय में तरक्की और समृद्धि दे इस बात की कामना करते हुए मां की आरती कर प्रसाद बांटना चाहिए। 1. कलश में पानी एवं गंगाजल मिलाकर भरें। कलश का जल कुचा अथवा फूल के माध्यम से स्वयं पर छिड़ककर पवित्र हो जाएं। 2. पूजा में शामिल लोगों को और खुद को तिलक लगाकर संकल्प लें। 3. पहले गणेश, फिर कलश उसके बाद स्थापित सभी देवी-देवता और आखिरी में लक्ष्मी पूजा करें। बहीखाते की पूजा कैसे करेंफूल-अक्षत लेकर सरस्वती का ध्यान कर के आह्वान करें। ऊँ सरस्वत्यै नम: बोलते हुए एक-एक कर के पूजन सामग्री देवी की मूर्ति पर चढ़ाएं। इसी मंत्र से पेन, पुस्तक और बहीखाता की पूजा करें। इसके बाद विष्णु पूजा करें। Diwali 2022 Lakshmi Pujan Muhurat: आज शाम 06:53 बजे से शुरू होगा लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त, जान लें अवधिDiwali 2022 Lakshmi Pujan Muhurat: आज शाम 06:53 बजे से शुरू होगा लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त, जान लें अवधिWhat are the rituals for Diwali Lakhsmi Puja 2022: दिवाली के दिन शाम को शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी-गणेश पूजन किया जाता है। आप भी जान लें 24 अक्टूबर को किस मुहूर्त में होगा दिवाली पूजन-Saumya Tiwariलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीMon, 24 Oct 2022 05:43 PM हमें फॉलो करें इस खबर को सुनें 0:00 / ऐप पर पढ़ें What is Muhurat for Lakhsmi Puja on Diwali, Lakshmi Ganesh puja muhurat 2022: दिवाली या दीपावली रोशनी का पर्व है। यह त्योहार हर साल कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। मान्यता के अनुसार, इस दिन भगवान श्रीराम 14 साल के बाद वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे। एक अन्य मान्यता है कि दिवाली के दिन ही मां लक्ष्मी प्रकट हुई थीं। इस कारण इस दिन लक्ष्मी पूजन किया जाता है। जबकि वाल्मीकि रामायण में वर्णित है कि इस दिन भगवान विष्णु संग मां लक्ष्मी का विवाह हुआ था। दिवाली की शाम को उत्तम मुहूर्त में लक्ष्मी-गणेश और भगवान कुबेर की पूजा का विशेष महत्व है। जानें अन्य खास बातें- नरक चतुर्दशी आज या कल? छोटी दिवाली क्यों मनाते हैं, जानिए यम पूजन विधि व दीपदान का समय अमावस्या तिथि कब से कब तक- दिवाली हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को मनाई जाती है। इस साल अमावस्या तिथि 24 अक्टूबर को शाम 05 बजकर 27 मिनट से प्रारंभ होगी, जो कि 25 अक्टूबर को शाम 04 बजकर 18 मिनट पर समाप्त होगी। दिवाली लक्ष्मी मुहूर्त 2022- दीपावली 2022 लक्ष्मी पूजन मुहूर्त शाम 06 बजकर 53 मिनट से रात 08 बजकर 16 मिनट तक रहेगा। लक्ष्मी पूजन की अवधि 1 घंटा 23 मिनट की है। प्रदोष काल - 05:43 पी एम से 08:16 पी एम तक और वृषभ काल - 06:53 पी एम से 08:48 पी एम तक रहेगा। 24 अक्टूबर से आने वाले 7 दिन इन राशियों के लिए वरदान समान, पढ़ें वीकली होरोस्कोप इन घरों में होता है मां लक्ष्मी का वास- मां लक्ष्मी दिवाली पर उन घरों में प्रवेश करती हैं जहां साफ-सफाई हो और प्रतिदिन पूजा-पाठ होता है। दिवाली पूजन में इन चीजों को करें शामिल- दिवाली पूजन में शंख, कमल का फूल, गोमती चक्र, धनिया के दाने, कच्चा सिंघाड़ा, मोती व कमलगट्टे का माला आदि शामिल करना चाहिए। लक्ष्मी पूजन मंत्र- ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः॥ अगला लेख पढ़ें Safla Ekadashi Vrat : सफला एकादशी के दिन जरूर करें ये काम, हर मनोकामना होगी पूरी, मोक्ष प्राप्ति की है मान्यता लक्ष्मी जी पूजन का सही टाइम क्या है?दिवाली लक्ष्मी मुहूर्त 2022-
प्रदोष काल - शाम 05 बजकर 43 मिनट से रात 08 बजकर 16 मिनट तक रहेगा। जबकि वृषभ काल शाम 06 बजकर 53 मिनट से रात 08 बजकर 48 मिनट तक रहेगा।
दुकान पर लक्ष्मी जी की पूजा कैसे करें?दुकान या ऑफिस में पूजा स्थल पर देवी लक्ष्मी और गणपति जी की मूर्ति का पंचोपचार से पूजन करें. उन्हें अष्टगंध, पुष्प, खील, बताशे, मिठाई, फल अर्पित करें. इसके बाद बहीखातों की पूजा की जाती है. नए बहीखातों में कुमकुम से स्वास्तिक और शुभ-लाभ बनाकर अक्षत और पुष्प अर्पित करें.
दुकान की पूजा कब करनी चाहिए?दीपावली पर सुबह के मुहूर्त में दुकान, ग्रह प्रवेश, भूमि पूजन, फैक्ट्री का पूजन आदि कर सकते हैं।
दुकान में लक्ष्मी पूजन का समय क्या है?रात का शुभ मुहूर्तः 17:25 से 23:02 बजे तक शुभ, अमृत चर चौघडिया वृष लग्न, स्वाति नक्षत्र. इन शुभ मुहूर्त में व्यापारिक संस्थानों में लक्ष्मी, गणेश, कुबेर के साथ साथ बही-खातों, तुला तराजू, कमल-दवात, तिजोरी, मशीनों का पूजन करना कल्याणकारी होगा.
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