वायु तत्व प्रधान तुला राशि का स्वामी शुक्र है। इसके कारक ग्रह बुध, शुक्र और शनि माने गए हैं। भाग चर है और तुला लग्न की बाधक राशि सिंह तथा बाधक ग्रह सूर्य है। लाल किताब अनुसार सातवें भाव में तुला राशि मानी गई है जिसके शुक्र का पक्का घर भी सात ही माना जाता है। यदि आप तुला राशि के जातक हैं तो आपके लिए यहां लाल किताब अनुसार सामान्य सलाह दी जा रही है। Show अशुभ की निशानी *शुक्र के साथ राहु का होना अर्थात स्त्री तथा दौलत का असर खत्म। *यदि शनि मंदा अर्थात नीच का हो तब भी शुक्र का बुरा असर होता है। *अंगूठे में दर्द का रहना या बिना रोग के ही अंगूठा बेकार हो जाता है। *त्वचा में विकार। गुप्त रोग। पत्नी से अनावश्यक कलह आदि अशुभ की निशानी है।
सावधानी *खासकर शुक्रवार को खटाई न खाएं। *पत्नी से संबंध अच्छे रखें। *स्वयं को और घर को साफ-सुथरा रखें *कभी भी गंदे या फटे पुराने कपड़े न पहनें। *शरीर को जरा भी गंदा न रखें। उपाय *सुगन्धित इत्र या सेंट का उपयोग करें। पवित्र बने रहें। *लक्ष्मी की उपासना करें। सफेद वस्त्र दान करें। *भोजन का कुछ हिस्सा गाय, कौवे, और कुत्ते को दें। *शुक्रवार का व्रत रखें। *दो मोती लेकर एक पानी में बहा दें और एक अपने पास रखें। तुला राशि में कौन सा ग्रह खराब चल रहा है?तुला राशि का ग्रह शुक्र होता है। यदि आपकी कुंडली में शुक्र खराब है तो आप निम्नलिखित सावधानी और उपाय अपना सकते हैं। शुक्र खराब होने की नीचे अशुभ की निशानी दी गई है।
2022 में तुला राशि पर कौन सा ग्रह चल रहा है?तुला राशि के जातक, साल 2022 में आप शनि की ढैय्या से मुक्त होंगे इसलिए अप्रैल के महीने के बाद का समय आपके लिए शुभ फलदायक सिद्ध हो सकता है। हालांकि इस साल गुरु का प्रवेश आपके षष्ठम भाव में होगा जिससे मिले-जुले परिणाम आपको प्राप्त होंगे। राहु-केतु भी इस साल स्थिति बदलेंगे।
तुला राशि में राहु कब तक रहेगा 2022?Rahu Transit 2022 : राहु का राशि परिवर्तन तुला राशि (Libra Horoscope) वालों के लिए विशेष होने जा रहा है. राहु आपके जीवन पर क्या असर डाल रहा है, जानते हैं राशिफल (Rashifal). Rahu Transit 2022 : 12 अप्रैल को राहु का राशि परिवर्तन हो चुका है. राहु को मायवी ग्रह माना गया है.
तुला राशि के देवता कौन है?तुला राशि के जातक शिव का दूसरा रूप कालभैरव या शनिदेव को अपना इष्टदेव मान सकते हैं।
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