शरीर में रोगों से लड़ने की शक्ति को क्या कहते हैं? - shareer mein rogon se ladane kee shakti ko kya kahate hain?

क्या होता है इम्यून सिस्टम, जो स्वस्थ शरीर के लिए करता है जद्दोजहद

अमर उजाला रिसर्च टीम वाशिंगटन Published by: अनिल पांडेय Updated Tue, 09 Jun 2020 02:25 PM IST

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सार

  • दो तरह की इम्यूनिटी पर कई भाग शरीर में रहते हैं सक्रिय
  • इम्यूनिटी: जो हर तरह की बीमारी से बचाने में अहम भूमिका निभाती

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रोग प्रतिरोधक क्षमता हमें कई बीमारियों से सुरक्षित रखती है. छोटी-मोटी ऐसी कई बीमारियां होती हैं जिनसे हमारा शरीर खुद ही निपट लेता है. रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमजोर होने पर बीमारियों का असर जल्दी होता है. ऐसे में शरीर कमजोर हो जाता है और हम जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने लगते हैं.

हमारा इम्यून सिस्टम हमें कई तरह की बीमारियों से सुरक्ष‍ित रखता है. रोग प्रतिरोधक क्षमता कई तरह के बैक्टीरियल संक्रमण, फंगस संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करता है. इन बातों से यह तो स्पष्ट हो जाता है कि इम्यून पावर के कमजोर होने पर बीमार होने की आशंका बढ़ जाती है. ऐसे में ये बहुत जरूरी है कि हम अपनी इम्यून पावर को बनाए रखें.

रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमजोर होने के कई कारण हो सकते हैं. कई बार ये खानपान की लापरवाही की वजह से होता है, कई बार नशा करने की गलत आदतों के चलते और कई बार यह जन्मजात कमजोरी की वजह से भी होता है.

अब सवाल ये उठता है कि अगर इम्यून पावर कमजोर हो जाए तो उसे बढ़ाने के लिए क्या उपाय किए जाने चाहिए? यहां ऐसे ही कुछ उपायों का जिक्र है जिन्हें आजमाकर आप एक सप्ताह के भीतर अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं :

1. ग्रीन टी और ब्लैक टी, दोनों ही इम्यून सिस्टम के लिए फायदेमंद होती हैं लेकिन एक दिन में इनके एक से दो कप ही पिएं. ज्यादा मात्रा में इसके सेवन से नुकसान हो सकता है.

2. कच्चा लहसुन खाना भी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बूस्ट करने में सहायक होता है. इसमें पर्याप्त मात्रा में एलिसिन, जिंक, सल्फर, सेलेनियम और विटामिन ए व ई पाए जाते हैं.

3. दही के सेवन से भी इम्यून पावर बढ़ती है. इसके साथ ही यह पाचन तंत्र को भी बेहतर रखने में मददगार होती है.

4. ओट्स में पर्याप्त मात्रा में फाइबर्स पाए जाते हैं. साथ ही इसमें एंटी-माइक्राबियल गुण भी होता है. हर रोज ओट्स का सेवन करने से इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है.

5. विटामिन डी हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है. इससे कई रोगों से लड़ने की ताकत मिलती है. साथ ही हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए और दिल संबंधी बीमारियों को दूर रखने के लिए भी विटामिन डी लेना बहुत जरूरी है.

6. संक्रामक रोगों से सुरक्षा के लिए विटामिन सी का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है. नींबू और आंवले में पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को दुरुस्त रखने में मददगार होता है.

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शरीर में रोगों से लड़ने की शक्ति को क्या कहते हैं? - shareer mein rogon se ladane kee shakti ko kya kahate hain?

शरीर में रोगों से लड़ने की शक्ति को क्या कहते हैं? - shareer mein rogon se ladane kee shakti ko kya kahate hain?

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए क्या खाएं - What to eat to increase immunity in Hindi

शरीर में रोगों से लड़ने की शक्ति को क्या कहते हैं? - shareer mein rogon se ladane kee shakti ko kya kahate hain?

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November 26, 2021

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शरीर में रोगों से लड़ने की शक्ति को क्या कहते हैं? - shareer mein rogon se ladane kee shakti ko kya kahate hain?

इम्युनिटी को हिंदी में रोग प्रतिरोधक क्षमता या प्रतिरक्षा कहा जाता है। ये किसी भी प्रकार के सूक्ष्मजीवों (रोग पैदा करने वाले बैक्टीरिया, वायरस आदि) से शरीर को लड़ने की क्षमता देती है, यही हमारे शरीर को बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करती है ।

(और पढ़ें - इम्यून सिस्टम क्या होता है)

शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में खाद्य पदार्थ अहम भूमिका निभाते हैं। ताजे फल और सब्जियों में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्‍सीडेंट होते हैं और ये विभिन्‍न रोगों से शरीर को बचाते हैं। शोधकर्ताओं का मानना है कि आहार, व्यायाम, उम्र, मानसिक तनाव और अन्य कारणों का भी प्रतिरोधक क्षमता पर असर होता है, इसके अलावा सामान्य स्वस्थ जीवनशैली प्रतिरोधक क्षमता को बढाने का एक बहुत अच्छा तरीका है।

(और पढ़ें - इम्यूनिटी कमजोर होने के लक्षण)

आज इस लेख के ज़रिए हम आपको बताने जा रहे हैं विभिन्‍न पोषक समूहों के खाद्य पदार्थों के फायदों के बारे में और उन चीज़ों के बारे में जिन्‍हें खाने से एवं दिनचर्या में शामिल करने से इम्‍युनिटी पॉवर मजबूत होती है।

(और पढ़ें - इम्यूनिटी बढ़ाने के उपाय)

  1. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले पोषक तत्व
  2. इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए खाएं संतुलित आहार
  3. इम्यून सिस्टम को सुधारने वाले पेय पदार्थ
    • हल्दी वाला दूध
    • ग्रीन टी
  4. इम्यून सिस्टम मजबूत बनाने वाले बीज, मसाले, जड़ी बूटियां
    • हल्दी
    • दालचीनी
    • लहसुन
    • अलसी

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए क्या खाएं के डॉक्टर

शरीर में रोगों से लड़ने की शक्ति को क्या कहते हैं? - shareer mein rogon se ladane kee shakti ko kya kahate hain?

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले पोषक तत्व

हमारे भोजन में शामिल कुछ पोषक तत्वों से इम्यून सिस्टम को सुधारा जा सकता है। 

विटामिन ए - विटामिन A एक प्रकार के शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो इंफ्लमैशन (सूजन) को रोकते है साथ शरीर में रोगों से लड़ने वाले कोशिकाओं को बढ़ाते है।

विटामिन A के लिए इन भोज्य पदार्थों का सेवन करें-

  • सब्जियाँ जैसे- गाजर, पीले व लाल शिमला मिर्च, कद्दू, शकरकंद 
  • फल जैसे- आम, खुबानी, संतरा, पपीता, खरबूजा, चकोतरा
  • डेयरी उत्पाद जैसे- दूध और दूध से बने पदार्थ जैसे पनीर, दही आदि

विटामिन ई - विटामिन ई भी एक प्रकार के शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो इम्यूनिटी बढ़ता है 

  • खुबानी, कीवी, बादाम, मूंगफली, हेज़लनट्स, चिलगोज़े (पाइन नट्स), जैतून, सूरजमुखी के बीज, कद्दू के बीज
  • वनस्पति तेल जैसे गेहूं के बीज का तेल, सूरजमुखी का तेल, सोयाबीन का तेल, बादाम का तेल 
  • सरसो एवं शलगम का साग, ब्रोकोली, कद्दू

विटामिन सी - विटामिन सी में एंटीऑक्सिडेंट मौजूद होते हैं जो फ्री रेडिकल्स के कारण शरीर को होने वाले क्षति एवं संक्रमण से भी बचाते हैं । विटामिन सी युक्त भोज्य पदार्थ हैं-

  • फल जैसे- नींबू, संतरा, अंगूर, पपीता, स्ट्रॉबेरी, आंवला 
  • सब्जियां जैसे- ब्रोकोली, हरी मिर्च, लाल व पीली शिमला मिर्च, टमाटर

विटामिन डी - कई रिसर्च से पता चला है कि विटामिन डी वायरल संक्रमण एवं श्वांस सम्बन्धी संक्रमण को रोकने में लाभदायक साबित होता हैं ।इसके लिए इनका सेवन करें-

  • मशरूम
  • विटामिन डी फोर्टिफिकेशन वाले भोज्य पदार्थ  
  • सूर्य की रौशनी में बैठें

आयरन (लौह तत्व) - आयरन की कमी से इम्यूनोकोम्प्रोमाइज़ की स्थिति आ जाती है, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी हो जाती है। अतः अपने भोजन में आयरन ( लौह तत्व) की मात्रा भरपूर रखें । इसके लिए इन भोज्य पदार्थों का सेवन करें-

  • कम वसा वाला मांस या चिकन, 
  • पालक, ब्रोकोली, सलाद पत्ता 
  • साबुत अनाज, सेम, मटर, अंकुरित फलियां
  • गुड़, खजूर
  • खाना पकाने के लिए लोहे के बर्तन का उपयोग करें

सेलेनियम - इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर को फ्री रेडिकल्स से प्रभाव एवं शरीर को रोगो के संक्रमण से बचाते  हैं। इनके लिए ये भोज्य पदार्थों का सेवन करें-  

  • टूना मछली, झींगा,  चिकन
  • केले
  • चावल, पुरे गेहूं की बनी रोटी या ब्रेड 
  • आलू, मशरूम
  • चिया सीड्स

ज़िंक - जिंक श्वेत रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने  में मदद करता है, जो संक्रमण से बचाव करतें है। इनके लिए खाएं-

  • सीफ़ूड जैसे केकड़ा, सीप और झींगा मछली
  • लाल मांस, चिकेन और अंडा
  • दूध व दूध से बने पदार्थ
  • छोले व अन्य फलियां
  • नट्स एवं बीज जैसे- बादाम, मूंगफली, चिलगोज़े ( पाइन नट), तिल के बीज, कद्दू के बीज

प्रोबायोटिक -  प्रोबायोटिक्स यानि गट बैक्टीरिया, ये वो बैक्टेरिया हैं जो पाचन तंत्र को उत्तम बनाए रखने और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करते है। प्रोबायोटिक्स के लिए आप इनका सेवन करें-

  • डेयरी आधारित उत्पाद- दूध, पनीर, दही, दूध पाउडर, छाछ, याकुल्ट, काफिर
  • सोया दूध और उसके उत्पाद
  • किमची, प्रोबायोटिक्स से युक्त अनाज और नुट्रिशन बार 

ओमेगा 3 - ये प्रोबायोटिक्स के कार्य को प्रभावी बनाते है, जिससे हमारा पेट स्वस्थ रहे एवं इम्यून सिस्टम मजबूत बन सके। इसके लिए-

  • मछली का तेल
  • चिया सीड्स, अलसी के बीज और अखरोट 
  • अलसी का तेल और सोयाबीन का तेल
  • ओमेगा ३ फोटिफाइड किये अनाज, जूस, दूध और सोया पेय

इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए खाएं संतुलित आहार

अपने आहार में इन खाद्य पदार्थों को शामिल करने के अलावा, संतुलित आहार लेना और प्रतिदिन पर्याप्त ऊर्जा लेना अति आवश्यक है जिससे आप अपनी दैनिक पोषक तत्वों की आवश्यकताओं को पूरा कर पाएं । इससे पोषण सम्बन्धित कमियों से बचने में मदद मिलेगी और प्रतिरक्षा तंत्र को उत्तम बनाने में मदद मिलेगी। आपके संतुलित आहार के लिए भोजन में साबुत अनाज, छिलके वाली दाल,रंगबिरंगी सब्जियां एवं फल शामिल करें । दूध या दूध से बने पदार्थ नियमित अंतराल पर हों । उत्तम गुणवत्ता के वसा का प्रयोग करें , साथ थोड़ी मात्रा में बादाम, अखरोट या मूंगफली भी शामिल करें  । २-३ लीटर पानी रोज पीएं.

(और पढ़ें - संतुलित आहार के फायदे)

इम्यून सिस्टम को सुधारने वाले पेय पदार्थ

हल्दी वाला दूध

हल्दी वाला दूध इसे “गोल्डन मिल्क” भी कहते हैं या हल्दी की चाय अपने भोजन के बीच में लेने की कोशिश करे। इसके अलावा ग्रीन टी के साथ अन्य किसी मसाले (काली मिर्च, अदरक, इलायची, लौंग) को डाल कर ले सकते हैं।  इससे आप एक साथ २ पोषक तत्वों का सेवन कर पाएंगे। इन मसालों में  उपस्ठित फ्लैवोनॉइड आपके इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में काफी लाभदायक होते हैं।

ग्रीन टी

ग्रीन टी एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है इसलिए इसका प्रयोग शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढाने, वजन और मोटापे को कम करने में किया जाता है।  इसमें पॉलीफेनोल उपस्थित होता है जो शरीर को रोगो से लड़ने के लिए मजबूत बनाता है साथ ही इंफ्लमैशन को भी कम करता है। इसके साथ ही ये पाचन क्रिया एवं मस्तिष्क को भी ठीक कार्य करने में मदद करता है।

इम्यून सिस्टम मजबूत बनाने वाले बीज, मसाले, जड़ी बूटियां

काली मिर्च, मेथी दाना, हल्दी, अदरक, दालचीनी, इलायची, लौंग, ऑरेगैनो- इनमे मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में रोगो से लड़ने की क्षमता बढ़ाते हैं इनको चाय, काढ़ा, चटनी, सलाद के ऊपर डाल कर आदि तरीकों से इस्तेमाल कर सकते हैं

हल्दी

हल्दी एंटीऑक्सीडेंट गुण से भरपूर होती है इसलिए यह एक अच्छी इम्युनिटी सिस्टम बूसटर कहलाती है। साथ ही हल्दी रक्त को शुद्ध करने और शरीर के रंग और रूप को सुधारने का काम भी करती है। हल्दी में मोजूद गुणों की वजह से यह शरीर को कैंसर से लेकर अल्जाइमर तक की गंभीर बीमारियों से बचाने में मदद करती है। इसके अलावा हल्दी में करक्यूमिन नमक तत्व शरीर के रक्त में शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है, जिससे ग्लूकोस का मेटाबोलिज्म सही रह सके और व्यक्ति मधुमेह जैसी बीमारियों से दूर रह सके।

दालचीनी

दालचीनी में मोजूद एंटी-ऑक्सीडेंट गुण खून को जमने से रोकने और हानिकारक बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकने में मदद करतें है। साथ ही दालचीनी शरीर के ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित करती है।

लहसुन

लहसुन हमारी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों में से एक माना जाता है। लहसुन एंटी-ऑक्सीडेंट (anti-oxidant) से भरपूर तत्व है जो हमारे शरीर को कई प्रकार की बीमारियों से लड़ने की शक्ति देता है। इसके अलावा लहसुन में एल्सिन (allicin) नामक एक ऐसा तत्व होता है जो की शरीर को होने वाले कई प्रकार के संक्रमण और बैक्टीरिया से लड़ने की शक्ति देता है। लहसुन का इस्तेमाल करने से अल्सर और कैंसर जैसे रोगों से बचाव होता है।  

(और पढ़ें - लहसुन खाने का फायदा)

अलसी

अलसी हमारे शरीर के लिए बहुत अच्छा इम्युनिटी बूस्टर है। शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए इसमें बहुत से गुण होते हैं।आलसी का नियमित सेवन करने से शरीर को कई प्रकार के रोगों से छुटकारा मिलता है। अलसी में अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (alpha-linolenic acid), ओमेगा-3 (omega-3) और फैटी एसिड (fatty acid) होता है जो की हमारे शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। 

(और पढ़ें - ओमेगा 3 के फायदे)

शरीर में रोगों से लड़ने की शक्ति को क्या कहते हैं? - shareer mein rogon se ladane kee shakti ko kya kahate hain?

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए क्या खाएं के डॉक्टर

संदर्भ

  1. National Institutes of Health; Office of Dietary Supplements. [Internet]. U.S. Department of Health & Human Services; Selenium.
  2. National Institutes of Health; Office of Dietary Supplements. [Internet]. U.S. Department of Health & Human Services; Vitamin A.
  3. National Institutes of Health; Office of Dietary Supplements. [Internet]. U.S. Department of Health & Human Services; Omega-3 Fatty Acids.
  4. National Institutes of Health; Office of Dietary Supplements. [Internet]. U.S. Department of Health & Human Services; Zinc.
  5. MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; Vitamin E
  6. Maria Kechagia et al. Health Benefits of Probiotics: A Review. ISRN Nutr. 2013; 2013: 481651. PMID: 24959545

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रोगों से लड़ने की शक्ति को क्या कहते हैं?

रोग प्रतिरोधक क्षमता को अंग्रेजी में इम्युनिटी कहते हैं। यह शरीर को बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता में खान-पान और जीवनशैली की बड़ी भूमिका होती है। जिसका रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होता है वो अधिक बीमार पड़ते हैं

शरीर में रोगों से संघर्ष करने वाली शक्ति को क्या कहते हैं?

प्रतिरक्षा प्रणाली, संक्रमण से शरीर की रक्षा करती है। विशेष कोशिकाओं, ऊतकों और अंगों का एक नेटवर्क जो शरीर को "नुकसान पहुंचाने वालों" की एक किस्म या रोगाणुओं से बचाने के लिए एक साथ काम करता है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले विटामिन कौन से हैं?

कौन से विटामिन बढ़ाएंगे रोग प्रतिरोधक क्षमता ?.
विटामिन - ए और विटामिन - इ.
विटामिन – सी.
विटामिन – डी.
जिंक और आयरन.
ओमेगा – 3..
लहसुन का सेवन करें.
ग्रीन-टी है उत्तम.
दूध में हल्दी का सेवन.

इम्यूनिटी पावर क्या होता है?

इम्यूनिटी यानि रोग प्रतिरोधक क्षमता जो हमें कई बीमारियों से बचा के रखती है। बेहतर इन्यूनिटी के चलते हमारा शरीर कई बीमारियों से आसानी से लड़ लेता है। बीमारियों से लड़ने के लिए इम्यूनिटी का स्ट्रॉंग होना काफी जरूरी है। सफेद रक्‍त कोशिकाओं, एंटीबॉडीज और अन्‍य कई तत्‍वों से इम्‍यून सिस्‍टम बनता है।