पति पत्नी में रोज झगड़ा हो तो क्या करना चाहिए? - pati patnee mein roj jhagada ho to kya karana chaahie?

पति पत्नी के बीच विवाद के ये हो सकते हैं कारण, करें ये उपाय

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दो लोगों के बीच यदि तालमेल ठीक ना हो, तो विवाद की स्थिति पैदा हो सकती है। यह बात अच्छे दंपत्ति के लिए भी लागू होती है। कहा जाता है कि सबकी जोड़ी बनाने वाला रब है और निभाते हम और आप हैं। हालांकि कई बार पति-पत्नी के बीच तुनकमिजाजी या नोंक- झोंंक की बात सामने आती है। इसको लेकर कई उपाय किए जाते हैं, लेकिन दोनों के बीच होने वाले झगड़े जारी रहते हैं। क्यों होता है ऐसा और क्या हैं इससे निजात पाने के उपाय आइए जानते हैं...

इन ग्रहों का दायित्व
पत्नी के बीच झगड़ा होने का एक बड़ा कारण ग्रह हो सकते हैं, दरअसल पति पत्नी के बीच ग्रहों की मित्रता आपसी तालमेल निर्धारित करती है। ज्योतिष के अनुसार पति के लिए अच्छा वैवाहिक जीवन शुक्र से आता है वहीं पत्नी के लिए यह काम बृहस्पति करता है। साथ ही पति पत्नी का आपसी सम्बन्ध और तालमेल कुल मिलाकर शुक्र पर निर्भर करता है। ऐसे में जब शुक्र या बृहस्पति कमजोर हों तो वैवाहिक जीवन में काफी समस्याएं आती हैं। यह समस्याएं शनि, मंगल, सूर्य, राहु और केतु से काफी बढ़ जाती हैं। जबकि चन्द्र, बुध और बृहस्पति इन समस्याओं को कम करते हैं। 

कारण (1)
यदि पति पत्नी के बीच विवाद का कारण नशा हो, तो पति पत्नी के ग्रहों में शनि या राहु का प्रभाव हो सकता है या चन्द्रमा पापक्रान्त भी। नशा के कारण पति पत्नी में विवाद बढ़ने लगता है। 

उपाय
ऐसे में हर रोज सुबह सूर्य को जल अर्पित करें। गायत्री मंत्र का 108 बार जाप करें और हर शनिवार की शाम को पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। इसी शाम घर में सुन्दरकाण्ड का पाठ जरूर करें। जहां तक हो सके मांसाहार से परहेज करें। 

कारण (2)
अगर पति पत्नी के बीच में धन को लेकर विवाद है तो एक की कुंडली में बुध मजबूत और दूसरे में चन्द्र का मजबूत होना इसका कारण होता है। ऐसे में दोनों के बीच विवाद की स्थिति पैदा होती हैं। ज्योतिष के अनुसार जब दोनों की कुंडलियों में शुक्र मजबूत हो तो  अनावश्यक खर्चे होते हैं, जिससे धन को लेकर विवाद होते हैं। 

उपाय
घर में पूजा स्थान पर राम दरबार की स्थापना करें और उनके समक्ष रोज प्रातः घी का दीपक जलाएं। नियमित रूप से पति पत्नी को शुक्रवार को सफेद मीठी चीजों का दान करना चाहिए।

कारण (3)
यदि पति पत्नी के बीच विवाहेत्तर संबंधों के कारण तनाव हो रहता है तो इन समस्याओं का कारण राहु होता है। जब राहु का प्रभाव शुक्र पर हो तो विवाहेत्तर सम्बन्ध में भयंकर विवाद का कारण बनता है। वहीं राहु का प्रभाव अगर चन्द्र पर हो तो विवाहेत्तर सम्बन्ध नहीं बनते, सिर्फ शक होता रहता है।

उपाय
मां पार्वती और शिव जी को नित्य हर रोत सफेद फूल चढ़ाएं और इसके बाद ॐ पार्वतीपतये नमः का जाप करें। ध्यान रखें आपका शयन कक्ष हमेशा साफ सुथरा रहे। वहीं सोमवार के दिन घर में तीखा न बनाएं और न ही खाएं।
 

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लोकप्रिय पेरेंटिंग एंड अर्ली चाइल्डहुड लर्निंग कोच डॉ. पल्लवी राव चतुर्वेदी ने कैडबरी बॉर्नविटा की पहल 'तैयारी जीत की' के तहत पेरेंटिंग पर अपनी पहली किताब 'योर पार्टनर इन पेरेंटिंग' की प्रस्तुत

डिजिटल डेस्क, भोपाल। भारत की सबसे तेजी से बढ़ती पेरेंटिंग रिसोर्स ऑर्गनाइजेशन'गेट सेट पेरेंट विद पल्लवी' की संस्थापक और प्रसिद्ध पेरेंटिंग एवं अर्ली चाइल्डहुड लर्निंग कोच डॉ. पल्लवी राव चतुर्वेदीने हाल ही में 'योर पार्टनर इन पेरेंटिंग' शीर्षक से एक ई-बुक प्रस्तुत की है जो कि कैडबरी बॉर्नविटा की वेबसाइट 'तैयारी जीत की' पर उपलब्ध कराई जा रही है। यह 7-14 साल के बच्चों वाले माता-पिता के लिए एक पेरेंटिंग बाइबल का कार्य करेगी।

इस ई-बुक का उद्देश्य अभिभावकों को अपने बच्चों के लिए एक मजबूत नींव का निर्माण करते हुए पेरेंटिंग की चुनौतियों से निपटने के लिए आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने के साथ उन्हें सशक्त बनाना है। प्रभावी पालन-पोषण के लिए ई-बुक में 4 महत्वपूर्ण विषयों को शामिल किया गया है जिनमें मानसिक स्वास्थ्य, शारीरिक स्वास्थ्य, पोषण स्वास्थ्य और शिक्षा शामिल हैं।

डॉ पल्लवी पेरेंट्स को अपने दिमाग को खुले रखने और सामाजिक दबावों के आगे झुके बिना अपनी समझ के अनुसार कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। 'योर पार्टनर इन पेरेंटिंग' पेरेंट्स को प्रेरित करने का प्रयास करती है, और साथ ही आत्मनिरीक्षण को बढ़ावा देती है ताकिउन्हें पालन-पोषण की अपनी यात्रा के लिए बेहतर तरीके से तैयार कर सकें।

#TayyariParentsKi पेरेंटिंग कोच के रूप में अपने वर्षों के अनुभव की झलक डॉ पल्लवी ने अपनी इस पुस्तक में दिखाई है जो माता-पिता के लिए दृढ़ता, लचीलापन और धीरज में निहित प्रेरणा के रूप में कार्य करती हैं और हर दिन बच्चों को सफलता के लिए तैयार करने के प्रयास में सहायक बनती है। पुस्तक का उद्देश्य माता-पिता में अपने बच्चे की आकांक्षाओं को आगे बढ़ाने की क्षमता को समझने के लिए विश्वास पैदा करना है।

पुस्तक पर बात करते हुए डॉ. पल्लवी राव चतुर्वेदी ने कहा, “कैडबरी के बोर्नविटा जैसे ब्रांड के साथ कार्य करना एक सम्मान की बात है जिसने हमेशा प्रगतिशील पेरेंटिंग को आगे बढ़ाया है। उनके साथ कार्य करना एक बेहतरीन अनुभव है। अपने बच्चे के साथ हर माता-पिता की पेरेंटिंग की यात्रा अनोखी और चुनौतियों से भरी होती है। हम गेट सेट पेरेंट के माध्यम से माता-पिता के साथ इसी पहलू पर काम कर रहे हैं ताकि उन्हें जानकारियां देकर और जागरुक बनाकर सचेत पेरेंटिंग के लिए सक्षम बनाया जा सके। पेरेंटिंग कोच के रूप में हमारे कार्य ने कई अभिभावकों को दैनिक चुनौतियों निपटने और सकारात्मक पेरेंटिंग को बढ़ावा देने में मदद की है। मेरी किताब इन्हीं सीखों को सामने रखने का एक प्रयास है, जो मुझे विश्वास है कि माता-पिता को वास्तविक जीवन की स्थितियों में मदद करेगी। 'योर पार्टनर इन पेरेंटिंग' उपलब्धियों, चुनौतियों और पेरेंटिंग के प्रयासों पर अधिक प्रभावी ढंग से ध्यान केंद्रित करते हुए बच्चों की आत्मविश्वास से पूर्ण और स्वस्थ परवरिश को बढ़ावा देती है तथा सकारात्मक पालन-पोषण की नींव रखती है।

डॉ. पल्लवी के साथ सहयोग पर बात करते हुए विकासदीप कात्याल, मार्केटिंग डायरेक्टर, जीसीबीएम, मोंडेलेज़ इंडिया ने कहा, ''बच्चों के लिए भारत का सबसे पसंदीदा हेल्थ ड्रिंक होने की अपनी सात दशक लंबी विरासत के साथबॉर्नविटा वास्तव में माता-पिता के साथ साझेदारी करने के उद्देश्य को आगे बढ़ा रहा है जिससे वे अपने बच्चों की वास्तविक क्षमता को अनलॉक कर सकें। “तैयारी जीत की... वेबसाइट का मंच उन माता-पिता के लिए बनाया गया है जो अपने बच्चों को आज की दुनिया की चुनौतियों के लिए तैयार करने के तरीकों की तलाश कर रहे हैं।

हमने डॉ पल्लवी राव चतुर्वेदी के साथ कई वर्षों के पेरेंटिंग के अनुभव और आधुनिक माता-पिता-बच्चे के संबंधों की गतिशीलता में उनकी अनूठी अंतर्दृष्टि से लाभ उठाने के लिए भागीदारी की है। उनकी पुस्तक 'योर पार्टनर इन पेरेंटिंग'7-14 वर्ष के बीच बच्चों के माता-पिता के लिए एक संसाधन के रूप में कार्य करेगी। वास्तव में बोर्नविटा के उद्देश्यसकारात्मक और प्रगतिशील पेरेंटिंग पर ध्यान देने के साथ माता-पिता और बच्चों को उनकी “तैयारी जीत की” में मदद करता है।

“तैयारी जीत की” पेरेंटिंग सपोर्ट के लिए कैडबरी बॉर्नविटा का एक प्लेटफॉर्म है, जो लगातार आगे बढ़ने की फिलॉसफी में विश्वास करते हुए जो मां-बच्चे के रिश्तों को विकसित करने और बच्चों को जीवन में जीतने में मदद करता है। उनके हालिया वायरल अभियान 'फोर्स्ड पैक्स' ने समाज के हर बच्चे की व्यक्तिगत क्षमता को पहचानने और उसका पोषण करने के लिए एक मजबूत संदेश भेजा है। पेरेंटिंग पर केंद्रित यह प्लेटफॉर्म माता-पिता को अपने बच्चों को लगातार दबाव के बावजूद उनकी वास्तविक क्षमता का एहसास कराने के लिए तैयार करने में मदद करता है।
ई-बुक डाउनलोड करने के लिए लिंक पर क्लिक करें: https://www.tayyarijeetki.in/download-e-book/

लेखक की प्रोफ़ाइल के लिंक पर क्लिक करें: https://docs.google.com/document/d/1gcUeIm9JP6tZCWmn0rOFXugn2RLP1xI6O30pkp8ZeYo/edit?usp=sharing

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आईसेक्ट द्वारा प्राणिक हीलिंग पर विशेष सत्र का आयोजन

डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित करते हुए कार्य क्षमता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आईसेक्ट द्वारा अपने एम्पलॉइज के लिए प्राणिक हीलिंग पर विशेष सत्र का आयोजन किया गया। इसमें ऑडियो विजुअल के माध्यम से ट्रेनर और सलाहकार निकुंज डिडवानिया ने ऊर्जा क्या होती है, ऊर्जा के स्त्रोत क्या है, ऊर्जा को महसूस कैसे करते है एवंऊर्जा विज्ञान का डेमो सेशनदेते हुए विभिन्न जानकारियां साझा की। उन्होंने बताया कि प्राणिक हीलिंग की प्रक्रिया स्वस्थ जीवन प्रदान करने के साथ व्यक्गित और व्यावसायिक उन्नति का रास्ता भी खोलती है। इससे शरीर एवं पर्यावरण की ऊर्जा का प्रयोग कर शारीरिक एवं मानसिक क्षमता का विकास किया जा सकता है, निर्णय लेने की क्षमता में सुधार किया जा सकता है, करियर ग्रोथ को बढ़ाया जा सकता है, आपसी संबंधों को सुधारने में भी सहायक है। इस दौरान आईसेक्ट संस्थान समूह से 35 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और प्राणिक हीलिंग को जाना। 

आईसेक्ट की इस पहल पर बात करते हुए निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने सभी प्रतिभागियों को बधाई दी और आगे भी ऐसी व्यक्तित्व विकास उन्मुख कार्यक्रमों को आयोजित करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराया। इस विशेष सत्र के आयोजन में आईसेक्ट कॉर्पोरेट एचआर टीम से अर्चना जैन और अभिषेक यादव का सहयोग रहा। 
 

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नवागंतुकों के लिए फ्रेशर पार्टी का हुआ आयोजन

डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग में सत्र 2022 - 23 के लिये प्रवेशित छात्र - छात्राओं के स्वागत में रंगारंग  कार्यक्रम - " फ्रेशर पार्टी 2022 - 23" का आयोजन किया गया। संस्था की परम्पराओं को निभाते हुये कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई।

कार्यक्रम में उपस्थित संस्था के ग्रुप संचालक डॉ. देवेंद्र सिंह ने मुख्य अतिथि सुश्री अदिती चतुर्वेदी, सभी प्राध्यापकों, अभिभावकों एवं छात्र - छात्राओं इत्यादि का स्वागत किया।  उन्होंने कहा की सभी छात्रों को अनुशासन में रह कर ही अपनी पढ़ाई करना चाहिए तथा प्रायोगिक शिक्षा पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए और अपने जीवन में उन्नति के शिखर पर पहुंचना चाहिए।

मुख्य अतिथि सुश्री अदिती चतुर्वेदी ने सभी नवागंतुक छात्र - छात्राओं का स्वागत किया तथा उन्हें बधाई दी कि वे अपने जीवन के सबसे अच्छे समय से गुजर रहे है और इस मोड़ पर सिर्फ अनुशासन व लगन से अपने आगामी भविष्य को सँवार सकते हैं। आगे उन्होंने कहा कि छात्रों को स्वयं से ईमानदार रहना होगा तथा पढ़ाई को सर्वोपरि रखते हुए अपने लक्ष्य को बनाना व पाना होगा। उन्होंने आईसेक्ट ग्रुप के बारे में संझिप्त में बताते हुए कहा कि नवागंतुक छात्रों ने प्रतिष्ठित स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश लेकर अपने भविष्य को संवारने की एक उत्तम पहल की है।

इस दौरान कार्यक्रम में छात्र - छात्राओं ने गायन, नृत्य, नाटक इत्यादि की प्रस्तुति दी जिनका मूल्यांकन अनुभवी शिक्षकों के पैनल द्वारा किया गया। सभी प्रतिभागी छात्रों ने पूरे उत्साह से समारोह में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में अलग-अलग विधाओं में छात्र–छात्राओं को पुरस्कृत भी किया गया। इसमें बतौर मिस्टर फ्रेशर गोपाल पवार (बीई- सीएस), मिस फ्रेशर मुस्कान गौर (बीई-सीएस), बेस्ट परफॉर्मेंस मेल नीतेश राजपूत (एमबीए), बेस्ट परफॉर्मेंस फीमेल मुस्कान चौहान (बीई- सीएस), बेस्ट पर्सनेलिटी मेल आलेख (एमसीए), बेस्ट पर्सनेलिटी फीमेल श्रेया ओगले (एमबीए), बेस्ट टैलेंट मेल – सुजल चौधरी (डिप्लोमा- ईएक्स), बेस्ट टैलेंट फीमेल शिवानी चौहान (बीई - सीएस) और सांत्वना पुरस्कार अभिलाषा दुबे तथा प्रतिक्षा ठाकुर को नाट्य प्रस्तुति के लिए दिया गया।

कार्यक्रम में उपस्थित सहायक संचालक पिछड़ा वर्ग श्री अनिल सोनी ने सभी प्रवेशित छात्र- छात्राओं को बधाई दी और बताया कि पढ़ाई क साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेना भी अति आवश्यक है जिससे छात्रों का सर्वांगीम व्यक्तित्व का विकास होता है। साथ ही स्वयं पर विश्वास भी बढ़ता है। कार्यक्रम में उपस्थित टैगोर अंतरराष्ट्रीय कला एवं संस्कृति केंद्र के संचालक श्री विनय उपाध्याय ने छात्र-छात्रों का मनोबल बढ़ाया। विनय उपाध्याय को आवाज के जादूगर के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने बड़े ही उत्कृष्ट अंदाज में छात्र-छात्राओं को संबोधित किया।

कार्यक्रम का आयोजन संस्था की टी. एंड पी. संचालिका डॉ. मोनिका सिंह द्वारा किया गया। मंच संचालन छात्र - छात्राओं ने बड़े ही सुचारू रूप से किया। इस कार्यक्रम में स्कोप ग्रुप के सभी सहयोगी संस्थानों के प्राचार्य व प्राध्यापक भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में डॉ. मोनिका सिंह ने सभी छात्र- छात्रो को बधाई दी तथा उनके आगामी भविष्य के लिए शुभाशीष भी दी।

पति पत्नी में हमेशा झगड़ा हो तो क्या करना चाहिए?

जिन पति-पत्नी के बीच रोजाना झगड़े होते हैं, उन्हें घर में शिव और पार्वती की मूर्ति रखनी चाहिए। रोजाना इनकी पूजा करें और भगवान से सुखी वैवाहिक जीवन के लिए प्राथर्ना करें। इसके अलावा घर की उत्तर दीवार पर विष्णु भगवान और लक्ष्मी जी की तस्वीर लगाएं। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें प्रेम का प्रतीक माना जाता है।

पत्नी से हमेशा झगड़ा क्यों होता है?

पत्नी के बीच झगड़ा होने का एक बड़ा कारण ग्रह हो सकते हैं, दरअसल पति पत्नी के बीच ग्रहों की मित्रता आपसी तालमेल निर्धारित करती है। ज्योतिष के अनुसार पति के लिए अच्छा वैवाहिक जीवन शुक्र से आता है वहीं पत्नी के लिए यह काम बृहस्पति करता है। साथ ही पति पत्नी का आपसी सम्बन्ध और तालमेल कुल मिलाकर शुक्र पर निर्भर करता है।

पति पत्नी के रिश्ते को कैसे सुधारे ज्योतिष?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पति-पत्नी के बीच रोज होने वाले झगड़ों से निजात पाने के लिए भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्ति या तस्वीर के समक्ष नियमित रूप से घी का दीपक जलाकर पूजन करना चाहिए और इसके साथ ही नियमित रूप से शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए।

पति पत्नी की बात नहीं माने तो क्या करना चाहिए?

इसलिए आपको अपनी पत्नी से यह पूछना चाहिए कि, क्या तुम्हें मेरी कोई बात बुरी लगी है. तुम मेरी बात क्यों नहीं मानती, ऐसे हमारा घर कैसे चलेगा, अगर तुमको कोई समस्या है तो तुम मुझसे बात कर सकती हो, हम दोनों मिलकर उसका समाधान निकालेंगे. जब आप इस तरीके की बातें अपनी पत्नी से प्यार से करेंगे तो उन्हें भी अच्छा लगेगा.