शनिदेव की पूजा घर पर कैसे करें? - shanidev kee pooja ghar par kaise karen?

शनि देव का नाम आते ही कई सवाल मन में उठने लगते हैं. शनि ग्रह का नाम सुनते हैं तो लगता है कि यह दुख-दर्द के ही कारक हैं, लेकिन सच्चाई ये है कि ये कर्मों के अनुसार फल देते हैं. अगर आपकी कुंडली में यह ग्रह अशांत है तो शनि दोष से बचने और शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा और व्रत रखने की सलाह दी जाती है, लेकिन शनि देव का पूजन करने के भी कुछ विशेष नियम हैं, यदि इनमें भूल होती है, तो लाभ की जगह नुकसान होता है. 

ईमानदारों के लिए सम्मान का ग्रह शनि 

शनि देव को धर्म व न्याय का प्रतीक और सुख-संपत्ति, वैभव और मोक्ष देने वाला ग्रह माना जाता है. मान्यता है कि धर्मराज होने की वजह से प्राय: शनि पापी व्यक्तियों के लिए दुख और कष्टकारक होते हैं, लेकिन ईमानदारों के लिए यह यश, धन, पद और सम्मान का ग्रह है. शनि की दशा आने पर जीवन में कई उतार-चढ़ाव आते हैं. जानें पूजा करते समय किन बातों का रखना चाहिये ध्यान. 

तेल चढ़ाते समय रखें ये ध्यान 

ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र ने बताया कि शनिवार के दिन पीपल के पेड़ पर शनिदेव की मूर्ति के पास तेल चढ़ाएं या फिर उस तेल को गरीबों में दान करें. तेल चढ़ाने के दौरान इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें, कि तेल इधर-उधर न गिरे. वहीं शनिवार को काले तिल और गुड़ चींटी को खिलाएं. इसके अलावा शनिवार के दिन चमड़े के जूते चप्पल दान करना भी अच्छा रहता है. 

सामने खड़े न होकर करें पूजन 

पहले शनिदेव के मंदिर बहुत कम संख्या में होते थे, लेकिन आज जगह-जगह आपको शनिदेव के मंदिर मिल जाएंगे, जिनमें शनिदेव की मूर्तियां भी हैं. जब शनिदेव मंदिर में जाएं, तो कभी भी मूर्ति के सामने खड़े न हों. हो सके तो शनि देव के उस मंदिर में जाएं, जहां शनि शिला के रूप में हों. शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए पीपल और शमी के पेड़ की पूजा करें.

शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है| वैसे तो हमारे हिंदू धर्म में भक्त लोग शनि भगवान से बहुत ही डरते हैं, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों पर शनि भगवान की कुदृष्टि पड़ जाती है या फिर जिन लोगों पर शनि भगवान क्रोधित हो जाते हैं उनका जीवन नर्क बन जाता है| Shani dev ki puja karne ka shi tareka kya hai jane !

और अगर किसी व्यक्ति के ऊपर शनि की साढ़ेसाती या फिर ढैया चालू हो जाती है, तो उसे अपनी जिंदगी में विभिन्न प्रकार की कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है| हालांकि शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से बचने के लिए ज्योतिष astrology  द्वारा विभिन्न प्रकार के उपाय भी बताए गए हैं,जिन्हें करके भक्त लोग शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से राहत पा सकते हैं|

सामान्य तौर पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या लगभग 1 साल की होती है और 1 साल में शनि भगवान के प्रकोप से बचने के लिए भक्त लोग कुछ उपाय कर सकते हैं, क्योंकि उपाय करने के कारण शनि की साढ़ेसाती अथवा ढैया का प्रकोप भक्तों पर कम पड़ता है|

शनिदेव की पूजा घर पर कैसे करें? - shanidev kee pooja ghar par kaise karen?

खैर फिलहाल आज के इस आर्टिकल में हम बात करने वाले हैं कि शनिदेव की पूजा sani devi ki pujaकैसे की जाती है और शनि भगवान को प्रसन्न कैसे करें, ताकि आपको मनचाहा फल प्राप्त हो !

Table of contents : दिखाएँ

1. शनि भगवान कौन है ? Who Is Shanidev ?

2. शनि देव की मूर्ति कैसी होती है ? What is the idol of Shani Dev like

3. शनिदेव का वाहन कौन सा है What is the vehicle of Shani Dev

4. शनिदेव का रंग रूप कैसा है ? How is the color of shanidev

5. शनिदेव की पूजा करने की विधि ? Method of worshiping Shani Dev

6. शनिदेव से संबंधित टोटके Totka related to Shanidev

शनि भगवान कौन है ? Who Is Shanidev ?

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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, शनि भगवान को सूर्य देव का पुत्र माना जाता है और ब्रह्मांड में विचरण करने वाले शनि ग्रह का संबंध भी भगवान शनिदेव से है| शनि भगवान को न्याय का देवता कहा जाता है, क्योंकि यह अपने भक्तों के साथ न्याय करते हैं और दुष्टों को दंड देते हैं|

शनि देव की मूर्ति कैसी होती है ? What is the idol of Shani Dev like

शनिदेव की पूजा घर पर कैसे करें? - shanidev kee pooja ghar par kaise karen?


शनि भगवान का जिक्र हमारे पुराणों में भी देखने को मिलता है|इनकी मूर्ति सामान्य तौर पर गहरे काले रंग की होती है और इनके हाथों में तलवार या फिर अन्य प्रकार के अस्त्र-शस्त्र दिखाई देते हैं|

शनिदेव का वाहन कौन सा है What is the vehicle of Shani Dev

शनिदेव की पूजा घर पर कैसे करें? - shanidev kee pooja ghar par kaise karen?

इनका वाहन कौवा माना जाता है|इसके साथ ही सनी भगवान को काला कुत्ता भी बहुत ही प्रिय है| इसीलिए शनि के प्रकोप से बचने के लिए बहुत से लोग काले कुत्ते को सरसों के तेल में लगी हुई रोटी खिलाते हैं,ऐसा करने से उनके ऊपर से शनि भगवान का प्रकोप कम होता है|

शनिदेव का रंग रूप कैसा है ? How is the color of shanidev

शनिदेव की पूजा घर पर कैसे करें? - shanidev kee pooja ghar par kaise karen?

खुद शनि भगवान का रंग भी काला होता है और यह वर्ण देवता और भगवान सूर्य देवता से पैदा हुए हैं| भगवान शनि देव की कहानी काफी इंटरेस्टिंग है, जो इनकी अद्भुत शक्तियों और गुणों के बारे में बताती है, इसीलिए शनि भगवान को सूरज और यम का पुत्र कहा जाता है|

शनिदेव की पूजा करने की विधि ? Method of worshiping Shani Dev

हमारे हिंदू परंपरा में भगवान शनि देव को दंड का अधिकारी माना गया है, क्योंकि वास्तव में अगर हम बात करें तो भगवान शनिदेव का चरित्र कर्मकांड और सत्य के ऊपर आधारित है|

अगर भगवान शनिदेव आपसे प्रसन्न नहीं होते हैं और आप भगवान शनिदेव को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो इसके लिए आज हम आपको बहुत ही सरल उपाय बताने वाले हैं| इस उपाय को करके आप भगवान शनिदेव को प्रसन्न कर सकते हैं और उनसे अपना मनचाहा वरदान पा सकते हैं,आइए जानते हैं कि शनिदेव की पूजा कैसे की जाती है|

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भगवान शनि देव के वार को शनिवार माना जाता है और इस दिन इनकी पूजा करना विशेष रूप से फलदाई होता है| शनिवार के दिन भगवान शनिदेव की पूजा करने के लिए आपको सुबह सुबह उठकर 7:00 बजे से पहले अच्छी तरह से नहा लेना है,उसके बाद आप को साफ और स्वच्छ कपड़े पहनने हैं|

शनिदेव की पूजा घर पर कैसे करें? - shanidev kee pooja ghar par kaise karen?

और अगर आपके घर में शनि भगवान का मंदिर है तो वहां पर जाना है अथवा आपके घर के आस पास भी कोई शनिदेव का मंदिर है, तो आप वहां पर जा सकते हैं| वहां पर जाने के बाद आपको सबसे पहले पानी की कुछ बूंदों के द्वारा शनि भगवान की मूर्ति पर पानी छिड़कना है|

( यह लेख आप OSir.in वेबसाइट पर पढ़ रहे है अधिक जानकारी के लिए OSir.in पर जाये  )

उसके बाद आपको धूपबत्ती जलानी है और धूपबत्ती के द्वारा शनि भगवान को धूप दिखानी है|धूप दिखाने के बाद आपको सनी भगवान के चरणों में कोई भी फूल अर्पित करना है| आप चाहे तो गुलाब का फूल,कनेर का फूल इस्तेमाल कर सकते हैं|

और अगर आपको यह फूल नहीं मिलते हैं, तो आप कोई भी फूल इस्तेमाल कर सकते हैं| फूल अर्पण करने के बाद आपको शनि देव के चरणों में पान के पत्ते पर चने की दाल और गुड़ का प्रसाद रखना है|उसके बाद आपको लौटे में लिए गए जल को किसी पीपल के पेड़ में डाल देना है और फिर मंदिर पर आकर आपको शनि भगवान के मंत्र, शनि भगवान की चालीसा या फिर शनि भगवान की आरती अपनी श्रद्धा अनुसार करनी है|

इतना करने के बाद आपको अपने दोनों हाथ आपस में जोड़ने हैं और मन ही मन अपनी इच्छा शनिदेव के सामने कहनी है और अपनी इच्छा पूरी होने पर आप शनिदेव को क्या अर्पण करेंगे वह भी आपको कहना है|इतना कहने के बाद आपको सरसों का तेल लेना है और सरसों के तेल को शनिदेव के पूरे शरीर पर लगाना है और तेल को लगाने के बाद आप को हाथ जोड़कर अपने घर चले आना है|

ऐसा अगर आप लगातार 11 शनिवार तक करते हैं तो निश्चित ही भगवान शनिदेव आप पर प्रसन्न होंगे और आपकी सभी मनोकामना को पूरी करेंगे|

अगर आप अपने किसी विशेष मनोकामना को पूरी करवाना चाहते हैं, तो इसके लिए हम आपको एक टोटका बता रहे हैं|इस टोटके को करने के लिए आपको शनिवार के दिन सुबह उठना है और 10:00 बजे के पहले आपको नहा लेना है|

उसके बाद साफ और स्वच्छ कपड़े पहनने हैं और पूजा पाठ करने के बाद आपको अपने घर के आस-पास स्थित किसी पीपल के पेड़ में जाकर एक लोटा जल में थोड़ा सा काली सरसों और सरसों का तेल मिलाकर पानी डालना है| ऐसा लगातार कुछ शनिवार तक करने से ही आपको अपनी इच्छा फलित नजर होती आएगी|

शनिदेव की पूजा घर पर कैसे करें? - shanidev kee pooja ghar par kaise karen?

* अगर आपके ऊपर शनि की साढ़ेसाती या फिर शनि की ढैया चल रही है और आप इससे काफी परेशान हैं, तो इससे छुटकारा पाने के लिए आपको शनिवार के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में नहा कर नियमित पूजा पाठ को करने के बाद एक तांबे के लोटे में पानी लेना है|

शनिदेव की पूजा घर पर कैसे करें? - shanidev kee pooja ghar par kaise karen?

और उसके अंदर आपको थोड़ा सा सरसों का तेल, थोड़ी सी काली तिल और थोड़ा सा चावल मिलाना है और इसे ले जाकर आपको किसी पीपल के पेड़ की जड़ में डालना है| ऐसा करने से निश्चित ही आपको फायदा होगा|

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शनिदेव की पूजा कितने बजे करनी चाहिए?

प्रातः काल सुबह 7:00 बजे से ही सर्वार्थ सिद्धि योग होने के कारण सुबह-सुबह किसी पवित्र नदी या तालाब में स्नान करके या घर पर ही गंगाजल डालकर स्नान करके शनिदेव के मंदिर में जाकर पूजा अर्चना करने से विशेष फल प्राप्त होगा. इस दिन शनि देव को सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए. शनि देव को काला रंग अत्यधिक प्रिय है.

घर में शनि देव की पूजा कैसे करनी चाहिए?

घर पर कैसे करें शनिदेव की पूजा घर के मंदिर में तेल का दीपक जलाएं और गणेश जी के पूजन से पूजा प्रारंभ करें. भगवान शिव औऱ हनुमान जी को फल और फूल चढ़ाएं. पूजा के अंत में 21 बार शनिदेव महाराज के मंत्रों का जाप करें और अंत में कपूर से आरती करें। पूरे दिन उपवास करें और शाम को पूजा दोहराकर पूजा का समापन करें.

शनिवार के दिन शनि देव की पूजा कैसे करें?

शनि देव पूजा- विधि....
सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें।.
स्नान करने के बाद घर के मंदिर में दीपक प्रज्वलित करें।.
इस दिन शनि देव को तेल अर्पित करें।.
शनि देव को पुष्प अर्पित करें।.
शनि देव को भोग लगाएं।.
शनि देव की आरती करें।.
शनि चालीसा का पाठ करें।.
शनि देव के मंत्रों का जप करें।.

शनिदेव की पूजा में कौन कौन सा सामान लगता है?

Shani Jayanti 2022: शनि जयंती 30 मई को, देखिए पूजा सामग्री की पूरी लिस्ट और करें शनि देव को प्रसन्न.
शनिदेव की मूर्ति या चित्र.
काले और नीले वस्त्र.
काला तिल.
नीले फूल, फूलों की माला.
सरसों का तेल, तिल का तेल.
शनि चालीसा, शनिदेव की जन्म कथा की पुस्तक.
शमी पत्ता.
अक्षत, धूप, दीप, गंध, जल, प्रकाश.