रक्षाबंधन के दिन भाई क्या संकल्प लेता है? - rakshaabandhan ke din bhaee kya sankalp leta hai?

रक्षाबंधन के दिन भाई क्या संकल्प लेता है? - rakshaabandhan ke din bhaee kya sankalp leta hai?

इस रक्षाबंधन बहनों को वित्तीय स्थिरता के लिए दें ये गिफ्ट्स.

रक्षाबंधन का त्योहार सबसे खूबसूरत और प्यारा त्योहार होता है जोकि भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक माना है. इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और उसके स्वस्थ जीवन की कामना करती है. वहीं भाई बहन की आजीवन रक्षा करने का वादा करता है.

अधिक पढ़ें ...

  • News18Hindi
  • Last Updated : August 02, 2022, 10:00 IST

हाइलाइट्स

रक्षा के संकल्प का पर्व है रक्षाबंधन
रक्षाबंधन पर भाई बहन लें दुख-सुख में साथ देने का संकल्प

भाई-बहन का रिश्ता दुनिया में सबसे खूबसूरत और प्यारा रिश्ता होता है, इसलिए भाई- बहन का रिश्ता अनमोल माना जात है. इस खूबसूरत रिश्ते में तकरार भी होती है और भरपूर प्यार भी. भाई-बहन एक दूसरे के दोस्त भी होते हैं और कभी-कभी अभिभावक भी बन जाते हैं. रक्षाबंधन (Rakshabandhan) का त्योहार इसी खूबसूरत रिश्ते का प्रतीक माना जाता है. इस बार रक्षाबंधन का पर्व गुरुवार 11 अगस्त 2022 को मनाया जाएगा. इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं. लेकिन रक्षाबंधन पर इस साल राखी बांधने और बंधवाने के साथ ही भाई-बहन दोनों को कुछ बातों का संकल्प जरूर लेना चाहिए. इससे दोनों के रिश्ते में प्यार बढ़ेगा और रिश्ता मजबूत होगा. दिल्ली के आचार्य गुरमीत सिंह जी से जानते हैं रक्षाबंधन त्योहार पर भाई-बहन को किन बातों का लेना चाहिए संकल्प.

रक्षा के संकल्प का पर्व है रक्षाबंधन
रक्षाबंधन का पर्व रक्षा के संकल्प का पर्व है, जिसमें भाई बहन से राखी बंधवाते समय उसकी रक्षा करने का संकल्प लेता है. लेकिन सिर्फ भाई को ही नहीं, बल्कि बहन को भी भाई की रक्षा करने का संकल्प लेना चाहिए. उसे भी भाई के लिए कठिन समय में उसकी रक्षा के लिए तैयार रहना चाहिए.

ये भी पढ़ें:  इस बार प्रदोष काल में मनाया जाएगा रक्षाबंधन का पर्व, जानें वजह
ये भी पढ़ें: कब है श्रावण पूर्णिमा? जानें सही तिथि और रक्षाबंधन से जुड़ा महत्व

रक्षाबंधन पर भाई-बहन रखें उपवास
रक्षाबंधन के दिन बहनें तब तक उपवास रहती हैं, जब तक कि वो अपने भाई की कलाई पर राखी नहीं बांध लेतीं, इसलिए भाई को भी तब तक उपवास रहना चाहिए जब तक कि वे बहन से राखी न बंधवा लें. इसके बाद भाई-बहन दोनों एक साथ बैठकर खाना खाएं.

मुश्किल घड़ी में बने एक-दूसरे के साथी
भाई-बहन इस साल रक्षाबंधन पर इस बात का संकल्प लें कि वे आजीवन मुश्किल परिस्थिति में एक दूसरे का साथ निभाएंगे और सुख-दुख के समय में भी एक दूसरे का सराहा बनेंगे. इससे भाई बहन का रिश्ता मजबूत होता है.

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |

Tags: Dharma Aastha, Rakshabandhan

FIRST PUBLISHED : August 02, 2022, 10:00 IST

रक्षाबंधन के दिन भाई क्या संकल्प लेता है? - rakshaabandhan ke din bhaee kya sankalp leta hai?

रक्षाबंधन 2022 

मुख्य बातें

  • 11 अगस्त को मनाया जाएगा रक्षाबंधन का त्योहार

  • भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है रक्षाबंधन

  • राखी बांधने और बंधवाने के साथ भाई-बहन को लेना चाहिए ये संकल्प

Raksha Bandhan Festival 2022: भाई- बहन का रिश्ता अनमोल होता है। जिसमें कभी थोड़ी तकरार होती है तो दूसरे पल प्यार की बरसात भी होती है। यही कारण है कि भाई-बहन का रिश्ता दुनिया का सबसे खूबसूरत और पवित्र रिश्ता माना जात है। इसी खूबसूरत और पवित्र रिश्ते का प्रतीक होता है रक्षाबंधन का त्योहार। इस बार रक्षाबंधन का त्योहार 11 अगस्त 2022 को मनाया जाएगा।

रक्षाबंधन के दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और भाई बहन की जीवनभर रक्षा करने का संकल्प लेता है। भाई-बहन के रिश्ते को गूढ़ व प्यारा बनाने और इस रिश्ते में मिठास लाने के लिए रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है। रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने और बंधवाने के साथ भाई-बहन को कुछ ऐसे काम भी करने चाहिए जिससे उनका रिश्ता और मजबूत बन सके। इसलिए रक्षाबंधन दिन भाई-बहन को कुछ बातों का संकल्प लेना चाहिए।

Also Read: Raksha bandhan 2022: राखी बांधते समय बहनें जरूर पढ़े ये मंत्र, भाई से दूर रहेगी हर बधाएं

साथ निभाने का ले संकल्प

भाई-बहन का रिश्ता सभी रिश्तों से बेहद खूबूरत होता है। भाई-बहन कभी एक दूसरे के दोस्त बन जाते हैं तो कभी अभिभावक। जिस तरह इंसान अपने सुख-दुख की बातें दोस्तों से शेयर करता है। ठीक उसी तरह भाई अपनी बहन से या बहन अपने भाई से मन की बातें शेयर करते हैं। ऐसे में रक्षाबंधन के दिन जब बहन भाई की कलाई पर राखी बांधती है तो भाई को उसकी रक्षा करने का संकल्प तो लेना ही चाहिए। साथ ही बहन को भी यह संकल्प लेना चाहिए कि वह हर मुश्किल परिस्थिति में अपने भाई का साथ निभाएगी। इससे भाई-बहन के बीच का रिश्ता और मजबूत होता है।

Also Read: Janmashtami 2022: जानें श्रीकृष्ण की सखा मंडली के बारे में, जिनकी वजह से कन्हैया बने माखनचोर

भाई बहन दोनों रखें उपवास

रक्षाबंधन के दिन बहनें उपवास रखती हैं। जब तक वह अपने भाईयों की कलाई पर राखी नहीं बाध लेती तब तक अन्न-जल ग्रहण नहीं करती। ऐसे में भाई का भी यह कर्तव्य है कि वह बहन के प्यार का सम्मान करें और खुद भी तब तक उपवास रखे जब तक कि बहन उसकी कलाई पर राखी ना बांध दे।

बने सुख-दुख के साथी

हर बहन चाहती है कि उसका भाई उसके लिए हर मुश्किल परिस्थिती में सुरक्षा कवच की तरह खड़ा रहे और उसकी बातों को समझे। खुशी के पल में दोनों खिलखिला कर हंसे और दुख की घड़ी में एक दूसरे का साथी बने। इसलिए इस रक्षाबंधन सभी भाई-बहन को ये संकल्प लेना चाहिए कि वे सुख-दुख की घड़ी में एक दूसरे का साथ निभाएंगे।

(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)