लोकतंत्र आर्थिक असमानता को कम करने में सफल नहीं रहा है क्या आप इस कथन से सहमत है? - lokatantr aarthik asamaanata ko kam karane mein saphal nahin raha hai kya aap is kathan se sahamat hai?

Solution : लोकतंत्र लोगों की सरकार है इसलिए लोकतंत्र व्यवस्थाओं से आर्थिक असमानता को कम करने की अपेक्षा की जाती है। विश्व के अधिकांश देश इस मामले में असफल रहे हैं। अधिकांश लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में मुट्ठी भर धनकुबेर आय और संपत्ति में अपने अनुपात से बहुत ज्यादा हिस्से पाते हैं। समाज के निचले हिसे के लोगों को काफी कम साधन मिलते हैं। <br> वास्तविक जीवन में लोकतांत्रिक व्यवस्थाएँ आर्थिक असमानताओं को कम करने में ज्यादा सफल नहीं हो पाई हैं। आप भारत का उदाहरण ले सकते हैं जहाँ लोकतांत्रिक सरकार के 50 वर्षों बाद भी, जनसंख्या का 26% अभी भी गरीबी रेखा के नीचे रहता है। हमारे मतदाताओं में गरीबों की संख्या बढ़ी है, इसलिए कोई भी पार्टी उनके मतों से हाथ धोना नहीं चाहेगी। फिर भी लोकतांत्रिक ढंग से निर्वाचित सरकारें गरीबी के सवाल पर उतना ध्यान देने को तत्पर नहीं जान पड़ती जितनी कि आप उनसे उम्मीद करते हैं। कुछ अन्य देशों में हालत इससे भी ज्यादा खराब हैं। बांग्लादेश में आधी से ज्यादा आबादी गरीबी में जीवन गुजारती है।

कमियों के साथ साथ लोकतंत्र में खूबियों की कमी नहीं क्या आप इस कथन से सहमत है तर्क सहित उत्तर दीजिए?

" इस कथन के पक्ष में दो तर्क दें। Solution : जैसे कि लोकतंत्र लोगों की सरकार है इसलिए लोकतंत्र व्यवस्थाओं से आर्थिक समानता को कम करने की अपेक्षा की जाती है। विश्व के अधिकाँश देश इस मामले में असफल रहे हैं। अधिकाँश लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में मुट्ठी पर धनकुबेर आय और संपत्ति में अपने अनुपात से बहुत ज्यादा हिस्से पाते हैं।

लोकतांत्रिक सरकार में आर्थिक असमानता क्यों बढ़ती है?

रिपोर्ट के अनुसार, “1980 के दशक के मध्य से विनियमन और उदारीकरण नीतियों ने दुनिया में आय और धन असमानता में सबसे अधिक वृद्धि देखी है। समृद्ध अभिजात वर्ग के साथ भारत एक गरीब और बहुत असमान देश के रूप में उभरा है।” भारत का सम्पत्ति वितरण संकेत देता है कि असमानता तेजी से बढ़ रही है।

असमानता को दूर करने का प्रमुख उपाय क्या है?

आर्थिक असमानता कम करने के लिए जातीय आधार पर आरक्षण खत्म करके आरक्षण का आधार आर्थिक किया जाना चाहिए। अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग में भी ओबीसी की तरह क्रीमीलेयर का प्रावधान किया जाना चाहिए। रोजगारपरक कौशल विकास, ऋण की सहज उपलब्धता और शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की गारंटी कुछ ऐसे प्रावधान हैं, जो भारत सरकार कर सकती है।

असमानता क्या है असमानता का एक कारण लिखिए?

भारत में, असमानता के कई कारण हैं लेकिन मुख्य कारण गरीबी, लिंग, धर्म और जाति हैं। भारतीय बहुसंख्यक लोगों की निम्न स्तर की आय बेरोज़गारी और ठेका और परिणामस्वरूप श्रम की कम उत्पादकता है। कम श्रम उत्पादकता का तात्पर्य है आर्थिक विकास की कम दर जो लोगों के बड़े पैमाने पर गरीबी और असमानता का मुख्य कारण है।