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उपलब्धता की दृष्टि से निम्नलिखित में से कौन सा वन (प्रादेशिक) वृत्त छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ा है?
Answer (Detailed Solution Below)Option 1 : बिलासपुर वन मंडल Free History For All PSC Exams (Focus Booster): Mini Mock Test 30 Questions 60 Marks 35 Mins सही उत्तर बिलासपुर वन मंडल है।
Last updated on Dec 16, 2022 The Chhattisgarh Public Service Commission (CGPSC) has released the CGPSC SSE 2022 Prelims Exam Date and has revised the vacancies. A total number of 210 vacancies are released for the recruitment. Applications are accepted from 1st December 2022 to 12th December 2022. CGPSC Selection Process includes Prelims, Mains and Interview. Prelims exam is scheduled on 12th February 2023. The candidates who will be selected finally under CGPSC recruitment, will get a salary range between Rs. 25,300 to Rs. 56,100. राजस्थान में वन सम्पदा | राजस्थान, भारत के भौगोलिक क्षेत्र के अनुसार, आरक्षित वन क्षेत्र में 15वां स्थान रखता है , वन अभाव वाला राज्य है। प्रदेश में कुल अभिलेखित वन क्षेत्र 32863 वर्ग किमी. हैं, जो राज्य के भौगोलिक क्षेत्रफल का 9.60 प्रतिशत है। राजस्थान वन अधिनियम 1953 के प्रावधानों के अनुरूप वैधानिक दृष्टि से उक्त वन क्षेत्र को आरक्षित वन(12,176 वर्ग कि.मी.), रक्षित वन (18,543 वर्ग कि.मी.) और अवर्गीकृत वन(2144 वर्ग कि.मी.) के रूप में वर्गीकृत किया गया हैं, जो कुल वन क्षेत्र के क्रमशः 37.05, 56.49 और 6.46 प्रतिशत है। भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा जारी भारत वन स्थिति रिपोर्ट-2021 के अनुसार राज्य का वनावरण (Forest Cover) 16654.96 वर्ग किमी. तथा वृक्षावरण (Tree Cover) 8733 वर्ग किमी. है अर्थात राज्य का कुल वनावरण एवं वृक्षावरण 25387,96 वर्ग किमी है जो कि राज्य के भौगोलिक क्षेत्रफल का 7.42 प्रतिशत है। चैंपियन एंड सेठ के वन प्रकार वर्गीकरण (1968) के अनुसार, राजस्थान में दो वन प्रकार हैं अर्थातु उष्ण कटिबंधीय शुष्क पर्णपाती तथा उष्ण कटिबंधीय कांटेदार वन जिन्हें आगे 20 वन प्रकारों में विभाजित किया गया है। राजस्थान में 3 राष्ट्रीय उद्यान, 27 वन्यजीव अभ्यारण्य एवं 16 संरक्षण रिजर्व, संरक्षित क्षेत्र नेटवर्क बनाते हैं | राज्य में 4 बाघ परियोजना (रणथंबोर, सरिस्का, मुकुंद्रा हिल और रामगढ़ विषधारी) और दो रामसर (केलोदेव घाना सेंचुरी और सांबर झील) है। प्रदेश का वानिकी परिदृश्य
राजस्थान में वन नीति
राजस्थान का वन क्षेत्रराजस्थान की प्राकृतिक संरचना के कारण यहाँ भारत के अन्य राज्यों की तुलना में वनों का विस्तार अपेक्षाकृत कम है।
राजस्थान में वनो का वर्गीकरणराजस्थान में वनो का वर्गीकरण 3 प्रकार से किया गया है :-
1. प्रशासनिक आधार पर वर्गीकरण:-राज्य में अभिलिखित वन क्षेत्र 32,863 वर्ग कि.मी. है, जिसका आरक्षित वन (Reserved Forest) आरक्षित वनो का क्षेत्रफल 12,176 वर्ग किलोमीटर है जो कुल वनों का 37 प्रतिशत है। इन वनों पर पूर्ण सरकारी नियंत्रण होता है। इनमें किसी भी प्रकार का दोहन वर्जित है। सर्वाधिक आरक्षित वन उदयपुर जिले में है। सुरक्षित वन (Protected Forest) सुरक्षित वनो का क्षेत्रफल 18,543 वर्ग किलोमीटर है जो की कुल वनों का 56.4 प्रतिशत है। इन वनों के दोहन के लिए सरकार कुछ नियमों के आधार पर छुट देती है। इनमें लकड़ी काटने, पशुचारण की सीमित सुविधा दी जाती है तथा इनको संरक्षित रखने का भी प्रयत्न किया जाता है।सर्वाधिक रक्षित वन बारां जिले में है। अवर्गीकृत वन (Unclassified Forest) राजस्थान में 2144 वर्ग किलोमीटर या 6.5 प्रतिशत क्षेत्र में अवर्गीकृत वन हैं। इन वनो में पेड़ों के कटने और मवेशियों के चरने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। इन वनों में सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क जमा करवाकर वन सम्पदा का दोहन किया जा सकता है। सर्वाधिक अवर्गीकृत वन बीकानेर जिले में है। 2. जलवायु एवं वनस्पति के आधार पर वर्गीकरण :-चैंपियन एंड सेठ के वन प्रकार वर्गीकरण (1968) के अनुसार, राजस्थान में दो वन प्रकार हैं अर्थात उष्ण कटिबंधीय कांटेदार वन तथा उष्ण कटिबंधीय शुष्क पर्णपाती जिन्हें, आगे 20 वन प्रकारों में विभाजित किया गया है।
उष्ण कटिबंधीय कँटीले वन
उष्ण कटिबंधीय शुष्क पतझड़ वाले वनइस प्रकार के वन अरावली पर्वत श्रेणी के उत्तरी और पूर्वी ढालों पर विशेषकर विस्तृत है।इसके अतिरिक्त दक्षिणी एवं दक्षिणी-पूर्वी राजस्थान में भी इन वनों का विस्तार है। इन वनों में धोकड़ा, गूलर, आम, बरगद, पलाश, बांस, आंवला, ओक, थोर, कैर, सेमल आदि मिलते हैं। विभिन्न प्रकार के वृक्षों की विविधता के कारण इन वनों के कई उप प्रकार है : – शुष्क सागवान वन (Dry Teak Forests)
सालर वन
धोकड़ा के वन
पलास के वन
उप-उष्ण पर्वतीय वन
3. वृक्षों के वितान के आधार परISFR 2021 – राजस्थान वन रिपोर्ट 2021 में राजस्थान में वनो का वर्गीकरण, वृक्षों के वितान के आधार पर निम्न प्रकार से किया गया हैं-
राजस्थान की प्रमुख वन सम्पदाखेजड़ी (शमी वृक्ष)
धोकड़ा
कत्था
महुआ
बांस
रोहिड़ा
आँवल या झाबुई(द्रोण पुष्पी)
खस
तेदुं
चंदन वन
अन्य वन उत्पाद
राजस्थान की प्रमुख घाससेवण
अंजन घास
गंठिल घास
धामन घास
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राजस्थान में सबसे बड़ा वन मंडल कौन सा है?राजस्थान में 13 वन मण्डल है। जोधपुर – क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा वन मण्डल है।
राज्य का सबसे बड़ा वन मंडल कौन सा है?सही उत्तर बिलासपुर वन मंडल है। छत्तीसगढ़ में बस्तर वन मंडल सबसे बड़ा है। छत्तीसगढ़ में दर्ज वन क्षेत्र 59,772 किमी2 है जो राज्य के भौगोलिक क्षेत्र का 44.21 प्रतिशत है। वनावरण की दृष्टि से यह देश में तीसरे स्थान पर है।
राजस्थान में सर्वाधिक वन कौन से जिले में?यह वन क्षेत्र राज्य के भौगोलिक क्षेत्र का 9.57% और भारत के वन क्षेत्र का लगभग 4.28% है। राजस्थान में उदयपुर जिले में वनों के अंतर्गत सबसे बड़ा क्षेत्र है।
क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा वन मंडल कौन सा है?क्षेत्रफल के हिसाब से, मध्य प्रदेश में देश का सबसे बड़ा वन क्षेत्र है। इसके बाद अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और महाराष्ट्र हैं। कुल भौगोलिक क्षेत्र के प्रतिशत के रूप में वन आवरण के मामले में, शीर्ष पांच राज्य मिजोरम (84.53%), अरुणाचल प्रदेश (79.33%), मेघालय (76.00%), मणिपुर (74.34%) और नगालैंड (73.90%) हैं।
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