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2 : Page 3 : Page 4 : रेडियो नाटक में पात्रों की संख्या सीमित क्यों होती है?चूँकि रेडियो नाटक की अवधि सीमित होती है इसलिए पात्रों की संख्या भी सीमित होती है क्योंकि सिर्फ़ आवाज़ के सहारे पात्रों को याद रख पाना मुश्किल होता है।
नाटक में पात्र की संख्या कितनी होनी चाहिए?नाटक में चरित्र चित्रण नाटक में यों तो पात्रों की संख्या अधिक होती है, किंतु सामान्यतः एक-दो पात्र ही प्रमुख होते हैं । किसी नाटक के प्रधान पुरुष पात्र को नायक और प्रधान अथवा मुख्य स्त्री-पात्र को नायिका कहते हैं।
रेडियो नाटक की अवधि छोटी क्यों होती है?Solution. रेडियो नाटक की अवधि छोटी इसलिए रखी जाती है, क्योंकि रेडियो पूरी तरह से श्रव्य माध्यम है। रेडियो नाटक का लेखन सिनेमा व रंगमंच के लेखन से थोड़ा भिन्न तथा मुश्किल भी होता है। इसमें संवादों को ध्वनि प्रभावों के माध्यम से संप्रेषित करना होता है।
रेडियो नाटक के लिए किन तीन मुख्य बातों का विचार करना चाहिए और क्यों?भाषा, संवाद, ध्वनि एवं संगीत का रेडियो नाटक में विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए । पात्रों की सीमित संख्या - रेडियो नाटक में पात्रों की संख्या सीमित होनी चाहिए। इसमें पात्रों की संख्या 5- 6 से अधिक नहीं होनी चाहिए क्योंकि इसमें श्रोता केवल ध्वनि के सहारे ही पात्रों को याद रख पाता है ।
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