Q1 अ पूर्ति अनुसूची और पूर्ति वक्र क्या हैं ये एक दूसरे से कैसे सम्बंधित हैं पूर्ति वक्र उर्ध्वाधर क्यूँ होते हैं ?`? - q1 a poorti anusoochee aur poorti vakr kya hain ye ek doosare se kaise sambandhit hain poorti vakr urdhvaadhar kyoon hote hain ?`?

Solution : पूर्ति का नियम-यह बताता है कि अन्य बातें समान रहें तो वस्तु की कीमत तथा पूर्ति में धनात्मक संबंध पाया जाता है। अर्थात् ज्यों-ज्यों वस्तु की कीमत बढ़ती है, इसकी पूर्ति भी बढ़ती है। अन्य बातें समान रहे. की मान्यता का अर्थ है कि कीमत के अलावा .अन्य तत्व स्थिर रहें। इसमें अन्य पदार्थों की कीमत, आगतों की कीमतें, संबंधित वस्तुओं की कीमतों तथा करों में परिवर्तन भविष्य संबंधी सम्भावनाएँ तथा उत्पादन तकनीक आदि स्थिर रहें। अन्य कारक समान रहने पर वस्तु की कीमत में वृद्धि होने पर उत्पादक उसकी अधिक पूर्ति करता है तथा वस्तु की कीमत में कमी होने पर उत्पादक वस्तु की कम मात्रा में पूर्ति करता है। इसे पूर्ति का नियम कहते हैं। पूर्ति के नियम को पूर्ति अनुसूची व वक्र की सहायता से समझाया जा सकता है <br> <img src="https://d10lpgp6xz60nq.cloudfront.net/physics_images/UNQ_HIN_10Y_QB_ECO_XII_QP_E01_011_S01.png" width="80%"> <br> पूर्ति अनुसूची विभिन्न कीमतों पर वस्तु की पूर्ति की गई मात्राओं को दर्शाती है। जैसे-जैसे कीमतों में बढ़ोतरी होती है, तो पूर्ति की मात्रा भी बढ़ती है पूर्ति वक्र का ढाल धनात्मक है जो इस बात को दर्शाता है कि पूर्ति की मात्रा वस्तु की कीमत बढ़ने पर बढ़ जाती है।

पूर्ति अनुसूची और पूर्ति वक्र क्या है ये एक दूसरे से कैसे संबंधित है?

एक लाभ-अधिकतम करने वाली फर्म विभिन्न कीमतों पर बेचने को इच्छुक होगी, जबकि कीमत दी हुई है तथा बाज़ार पूर्ति वक्र हमें विभिन्न कीमतों पर किसी वस्तु की उस मात्रा को बताती है, जिसे सभी फर्में सम्मिलित रूप से पूर्ति करने की इच्छुक होंगी, जबकि प्रत्येक फर्म के लिए कीमत दी हुई है ।

पूर्ति तथा पूर्ति वक्र से क्या अभिप्राय है?

पूर्ति वक्र निर्गत का वह स्तर दर्शाता है, जिसका चयन एक फर्म बाज़ार कीमत के विभिन्न मूल्यों पर उत्पादन करने के लिए करती है। अंत में हम इस बात का अध्ययन करते हैं कि किस प्रकार व्यक्तिगत फर्मों के पूर्ति वक्रों को समूहित किया जाता है तथा बाज़ार पूर्ति वक्र प्राप्त किया जाता है।

आपूर्ति अनुसूची और आपूर्ति वक्र क्या है?

व्यक्तिगत आपूर्ति वक्र बाजार में एक फर्म की आपूर्ति अनुसूची का रेखाचित्रीय प्रस्तुतिकरण है | यह दर्शाता है कि एक व्यक्तिगत फर्म निश्चित अवधि में वस्तु की विभिन्न मात्रों को विभिन्न कीमतों पर विक्रय को तत्पर है।

आपूर्ति क्या है आपूर्ति और आपूर्ति वक्र को प्रभावित करने वाले कारकों की व्याख्या करें?

इस प्रकार हम कह सकते हैं कि फर्म वस्तुओं की आपूर्ति करती हैं । वस्तु की कीमत तथा उसकी आपूर्ति की मात्रा में संबंध को समझ पायेंगे; • व्यक्तिगत आपूर्ति वक्र की रचना तथा उसके आकार की व्याख्या कर पायेंगे । किसी वस्तु की आपूति वस्तु की वह मात्रा है जिसे एक विक्रेता निश्चित कीमतों पर प्रति इकाई समय में बेचने को तत्पर है ।