पत्तियों का मुख्य कार्य क्या होता है?(A) पौधे को हरा रंग प्रदान करना Show Question Asked : [SSC Multi Tasking Staff Exam 16-02-2014] Answer : भोजन का निर्माण करना पत्ती का मुख्य कार्य भोजन का निर्माण करना है। यह प्रकाश संश्लेषण से अपना भोजन बनाते हैं। प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में पौधों की हरी पत्तियों की कोंशिकाओं के अन्दर कार्बन डाइआक्साइड और पानी के संयोग से पहले साधारण कार्बोहाइड्रेट और बाद में जटिल काबोहाइड्रेट का निर्माण होता है। जीव विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न UPSC IAS, CDS, NDA, CAPFs, SSC CGL, CHSL (10+2), रेलवे द्वारा टेक्निकल एवं नन टेक्निकल परीक्षाएं, राज्य लोकसेवा आयोग [UPPSC, BPSC, RAS (PSC), MPPSC आदि] द्वारा आयोजित तथा राज्य स्तरीय (UPSSC, BSSC, DSSSB आदि) परीक्षाएं, अर्द्धसैनिक बलों में कांस्टेबल एवं एस.आई. भर्ती परीक्षा, दिल्ली पुलिस भर्ती परीक्षा, भारतीय डाक विभाग परीक्षा, शिक्षक भर्ती परीक्षा, शिक्षक योग्यता परीक्षा आदि मं भर्ती के लिए आयेाजित होने वाली प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए उपयोगी सिद्ध होंगे।....अगला सवाल पढ़े Tags : जीव विज्ञान जीव विज्ञान प्रश्नोत्तरी Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams Latest Questionsपत्तियों का मुख्य कार्य क्या है?पौधे के विभिन्न भागों में पत्ती सबसे आवश्यक है। मुख्य रूप से, पत्तियों के दो कार्य होते हैं: प्रकाश संश्लेषण और वाष्पोत्सर्जन। कुछ पौधों में, यह प्रजनन की जिम्मेदारी भी लेता है।
पत्तियों के कितने भाग होते हैं?पत्ती की कक्ष में एक कक्षीय कलिका पायी जाती है जिससे शाखा का विकास होता है। आवृतबीजी पादपों की सामान्य पत्ती को दो मुख्य भागों में विभाजित किया जा सकता है। पत्ती के अग्र प्रसारित भाग को पर्ण फलक और आधारी भाग जो स्तम्भ से जुड़ा रहता है , पर्णवृंत कहते है।
पत्तियों के किनारों में क्या अंतर है?नम एवं ठंडे और छायादार आवासों के पेड़-पौधों की पत्तियां पतली, बड़ी और अधिकतर पंखनुमा होती हैं; जैसे फर्न और ट्रीफर्न। वहीं तेज़ धूप ब पर्याप्त वर्षा वाले स्थानों की पत्तियां चौड़ी, मोटी और कटी-फटी न होकर पूर्ण किनारे बाली होती हैं जैसे बरगद, पीपल, आम और साल या सागौन।
पत्तियों का रूपांतरण कितने प्रकार का होता है?पत्तियों के विभिन्न रूपांतरण पौधे की कैसे सहायता करते हैं? - Biology (जीव विज्ञान). प्रतान: सम्पूर्ण पत्ती या उसका कोई भाग, लम्बे, कुण्डलित तन्तु की तरह की रचना में बदल जाता है। ... . कंटक या शूल: ... . पर्ण घट: ... . पर्ण थैली: ... . पर्णाभ वृन्त: ... . शल्कपत्र:. |