भारतीय जनसंघ और स्वतंत्र पार्टी में अंतर - bhaarateey janasangh aur svatantr paartee mein antar

समाजवादी दलों और कमुनिस्ट पार्टी के बीच के तीन अंतर बताएँ। इसी तरह भारतीय जनसंघ और स्वतंत्र पार्टी के बीच के तीन अंतरों का उल्लेख करें।


(क)  समाजवादी दलों और कम्युनिस्ट पार्टी के बीच निम्नलिखित अंतर हैं:

समाजवादी दल कम्युनिस्ट पार्टी
(i) समाजवादी दल लोकतांत्रिक विचारधारा में विश्वास करता है।  (i) कम्युनिस्ट पार्टी सर्वहारा वर्ग के अधिनायकवाद में करता है। विश्वास करती है।
(ii) समाजवादी दल पूँजीपतियों और पूँजी का विरोध नहीं करते।  (ii) कमुनिस्ट पार्टी पूँजीपतियों और पूँजी का विरोध करते हैं।
(iii) समाजवादी दल अपने उद्देश्य की प्राप्ति के लिए राज्य रूपी संस्था को रखना चाहते हैं। (iii) कम्युनिस्ट पार्टी राज्य को समाप्त करने के पक्ष में है।

(ख) भारतीय जनसंघ और स्वतंत्र पार्टी के बीच निम्नलिखित अंतर हैं:

स्वतंत्र पार्टी भारतीय जनसंघ
(i) स्वतंत्र पार्टी का मानना था कि समृद्धि केवल व्यक्तिगत स्वतंत्रता के जरिए आ सकती हैं।  (i) भारतीय जनसंघ राज्य की सकारात्मक भूमिका का समर्थन करता हैं। स्वतंत्र पार्टी अर्थव्यवस्था में राज्य के कम-से-कम हस्तक्षेप को समर्थन करती है।
(ii) स्वतंत्र पार्टी धर्म-निरपेक्षता का समर्थन करती है।  (ii) भारतीय जनसंघ हिंदुत्व के प्रचार-प्रसार का समर्थन करती है।
(iii) स्वतंत्र पार्टी गुट-निरपेक्षता की नीति और सोवियत संघ से दोस्ताना रिश्ते कायम रखने को भी गलत मानती थी।  (iii) भारतीय जनसंघ गुट-निरपेक्षता की नीति का समर्थन करता हैं। उसने भारत और पाकिस्तान को एक करके
अखंड भारत बनाने की बात कही।


सही विकल्प को चुनकर खाली जगह को भरें:

1952 के पहले आम चुनाव में लोकसभा के साथ-साथ ..................... के लिए भी चुनाव कराए गए थे।

  • भारत के राष्टपति पद

  • राज्य विधानसभा

  • राज्यसभा

  • प्रधानमंत्री


सही विकल्प को चुनकर खाली जगह को भरें:

................... लोकसभा के पहले आम चुनाव में 16 सीटें जीतकर दूसरे स्थान पर रही।

  • प्रजा सोशलिस्ट पार्टी

  • भारतीय जनसंघ

  • भारतीय कमुनिस्ट पार्टी

  • भारतीय जनता पार्टी


C.

भारतीय कमुनिस्ट पार्टी


यहाँ दो सूचियाँ दी गई हैं। पहले में नेताओं के नाम दर्ज़ हैं और दूसरे में दलों के। दोनों सूचियों में मेल बैठाएँ:

A. एस० ए० डांगे (i) भारतीय जनसंघ
B. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (ii) स्वतंत्र पार्टी
C. मीनू मसानी (iii) प्रजा सोशलिस्ट पार्टी
D. अशोक मेहता (iv) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी


A.

एस० ए० डांगे

(i)

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी

B.

श्यामा प्रसाद मुखर्जी

(ii)

भारतीय जनसंघ

C.

मीनू मसानी

(iii)

स्वतंत्र पार्टी

D.

अशोक मेहता

(iv)

प्रजा सोशलिस्ट पार्टी


एकल पार्टी के प्रभुत्व के बारे में यहाँ चार बयान लिखे गए हैं। प्रत्येक केआगे सही या गलत का चिह्न लगाएँ?

A.

विकल्प के रूप में किसी मज़बूत राजनीतिक दल का अभाव एकल पार्टी-प्रभुत्व का कारण था।

B.

जनमत की कमजोरी के कारण एक पार्टी का प्रभुत्व कायम हुआ।

C.

एकल पार्टी-प्रभुत्व का संबंध राष्ट्र के औपनिवेशिक अतीत से है।

D.

एकल पार्टी-प्रभुत्व से देश में लोकतांत्रिक आदर्शों के अभाव की झलक मिलती है।


A. True
B. False
C. True
D. False


सही विकल्प को चुनकर खाली जगह को भरें:

...................... स्वतंत्र पार्टी का एक निर्देशक सिद्धांत था।

  • कामगार तबके का हित

  • रियासतों का बचाव 

  • राज्य के नियंत्रण से मुक्त अर्थव्यवस्था

  • संप के भीतर राज्यों की स्वायत्तता


C.

राज्य के नियंत्रण से मुक्त अर्थव्यवस्था


समाजवादी दलों और कम्युनिस्ट पार्टी के बीच के तीन अंतर बताएँ। इसी तरह भारतीय जनसंघ और स्वतंत्र पार्टी के बीच के तीन अंतरों का उल्लेख करें।

समाजवादी दलों तथा कम्युनिस्ट पार्टी के बीच तीन अंतर निम्नलिखित थे -

  1. समाजवादी दल लोकतांत्रिक समाजवाद में विश्वास रखते थे जबकि कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी पर आधारित समाजवाद का समर्थक थी।
  2. सोशलिस्ट पार्टिया संवैधानिक तरीके से समाजवाद को लागू कराना चाहते थीं जबकि कम्युनिस्ट पार्टी सामाजिक क्रांति और आंदोलन हिंसात्मक साधनों में विश्वास रखती थी।
  3. सोशलिस्ट पार्टीया पूर्ण रूप से राज्य द्वारा नियंत्रण अर्थव्यवस्था की थी समर्थक नहीं थी समाजवादी कार्यक्रमों तथा जनता का कल्याण करने वाली योजनाओं को लागू करना चाहती थी जबकि कम्यूयुनिस्ट पार्टी पूर्ण रूप से ज्यादा राज्य द्वारा नियंत्रित अर्थव्यवस्था और उत्पादन तथा वितरण सरकार के स्वामित्व का समर्थक थी।

भारतीय जनसंघ और स्वतंत्र पार्टी के बीच तीन अंतर निम्नलिखित है

  1. भारतीय जनसंघ संपूर्ण भारत में एक देश, एक भाषा, एक राष्ट्र, एक संस्कृति, एक विचार, का समर्थक था भारतीय संस्कृति और परंपराओं के आधार पर ही आधुनिक प्रगतिशील और ताकतवर भारत बनने का पक्ष धर था। यह कश्मीर विशेष दर्जा और अल्पसंख्यकों को विशेष रियायतें देने का विरोध करते हुए विदेश निति के क्षेत्र में राष्ट्र हितों की पोषक थी। दूसरी ओर, स्वतंत्र पार्टी ने एक देश, एक भाषा, एक संस्कृति की बात नहीं कहि। यह पार्टी कमजोर वर्ग के हित को रखकर किए जा रहे कराधान के खिलाफ थी।
  2. भारतीय जन संघ में भारतीय संस्कृति और परंपरा के आधार पर विकास योजनाओं और अर्थव्यवस्था को अपनाए जाने पर जोर दिया जबकि स्वतंत्र पार्टी में स्वतंत्र व्यापार खुली प्रतियोगिता आर्थिक क्षेत्र में सरकार द्वारा हस्तक्षेप किए जाने का समर्थन किया।
  3. भारतीय जनसंघ ने अंग्रेजी के स्थान पर हिंदी को राष्ट्रीय भाषा के रूप में व्यावहारिक रूप है से लागू करने की मांग की जबकि स्वतंत्र पार्टी अंग्रेजी को दस्त करने का विरोध करती थीं।

Concept: कांग्रेस के प्रभुत्व की प्रकृति

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भारतीय राजनीति में स्वतंत्र पार्टी की क्या भूमिका है?

स्वतंत्र पार्टी, भारत का एक राजनैतिक दल था जिसकी स्थापना चक्रवर्ती राजगोपालाचारी ने अगस्त, १९५९ में की थी। इस दल ने जवाहरलाल नेहरू की समाजवादी नीति का विरोध किया और तथाकथित "लाइसेंस-परमिट राज" को समाप्त कर मुक्त अर्थव्यवस्था की वकालत की।

जनसंघ के संस्थापक सदस्य कौन थे?

श्यामाप्रसाद मुखर्जीभारतीय जनसंघ / संस्थापकnull

भारतीय जनसंख्या का संस्थापक कौन था?

21 अक्टूबर 1951 को डॉ० श्यामा प्रसाद मुखर्जी की अध्यक्षता में 'भारतीय जनसंघ' की स्थापना हुई एवं दीनदयाल उपाध्याय को प्रथम महासचिव नियुक्त किया गया।