सुबह पेट साफ न होने पर पूरे दिन बेचैनी बनी रहती है। इसके चलते कुछ खाने का भी दिल नहीं करता और पूरे दिन का रूटीन बिगड़ जाता है। लगातार यह परेशानी बने रहने पर मजबूरी वश फिर दवाइयों और घरेलू उपचारों की मदद लेनी पड़ती है। लेकिन अगर आप अपने रोजाना की डाइट में कुछ खास फलों को शामिल कर लें तो काफी हद तक इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। क्योंकि इनमें फाइबर की भरपूर मात्रा होती है। Show सेब ऐसे ही नहीं कहा जाता कि रोजाना एक सेब खाकर आप लंबे समय तक सेहतमंद बने रह सकते हैं। पेट साफ करने के लिए सुबह-सुबह सेब खाने की आदत डालें या इसका जूस पिएं। इसके अलावा इसमें मौजूद न्यूट्रिशन पेट की दूसरी समस्याओं जैसे अल्सर, गैस्ट्रेटिस और एसिडिटी की समस्या भी दूर करता है। पपीता पेट साफ करने के लिए आप पपीते का सेवन करें। इसमें मौजूद पेपेन एंजाइम प्रोटीन को पचाने में आसान बनाता है। कब्ज और इर्रिटेबिल बोवेल सिंड्रोम जैसी समस्याओं में भी पपीता बेहद फायदेमंद है। Benefits Of Dragon Fruit: शुगर कंट्रोल करने में मददगार साबित हो सकता है यह फल, जानें अन्य फायदे यह भी पढ़ेंअमरूद महज अमरूद खाकर ही आप अपने रोजाना फाइबर का टारगेट पूरा कर सकते हैं। जो आपके पाचन के लिए बेहद फायदेमंद है। अमरूद के बीज, अगर साबुत खाए या चबाए जाते हैं, तो यह अच्छे जुलाब के रूप में भी काम करते हैं। यह कब्ज को दूर कर पेट में हो रहे ऐंठन को भी ठीक करता है। संतरा अगर आप पाचन और कब्ज संबंधी समस्या से परेशान है तो आप फाइबर युक्त फलों में संतरे को खा सकते हैं। पेट साफ करने के लिए रोज़ाना 1 संतरे को शामिल करें। एक बड़े संतरे में 86 कैलोरी के साथ 4 ग्राम फाइबर होता है। Arrowroot Benefits: डायबिटीज़ से लेकर दिल की सेहत बनाए रखने में बेहद फायदेमंद साबित होती है ये एक सब्ज़ी! यह भी पढ़ेंनाशपाती पेट साफ करने के लिए आप नाशपाती का सेवन भी कर सकते है। इसमें फाइबर, सोर्बिटोल और फ्रुक्टोज शामिल होते हैं। नाशपाती में पानी की मात्रा भी अधिक होती है, जो पाचन को आसान बनाने और कब्ज को रोकने में मदद करती हैं। नाशपाती का छीलकर न खाएं बल्कि छिलके के साथ खाएं। कीवी कब्ज को दूर करने और पेट साफ करने में आप कीवी फल का सेवन करें। कीवी फल में लगभग 2.5 ग्राम फाइबर मौजूद रहता है। इसके अलावा कीवी फल में पर्याप्त मात्रा में विटामिन और अन्य पोषक तत्व भी होते हैं जो आपकी आंतों को स्वस्थ्य रखने में मदद करते हैं। हेल्थ डेस्क। यदि हम एक बार महीने में या 15 दिन में आंतों की सफाई कर लें तो शरीर की यह मशीन लगभग नई होकर अपना काम फिर से बेहतरीन अंदाज में करने लगती है। इस काम के लिए आयुर्वेद में एक विधि है जिसे विरेचक कहा जाता है इसे घर पर ही कि जा सकती है। इसके लिए घर पर ही हम आयुर्वेद का एक फॉर्मूला प्रयोग कर सकते हैं। यह फॉर्मूला है त्रिफला। त्रिफला असल में आंवला, हरड़ और बहेड़े के समभाग पाउडर का मिश्रण है।
पचने के बाद बचे हुए भोजन के अवशेष को वेस्ट कहते हैं और इसका समय- समय पर निष्काषन होना ज़रूरी है। यदि इस मल को निष्कासित करने में देरी होती है तो यह पेट की क्रियाविधि को प्रभावित करता है और शरीर मे टॉक्सिन बढ़ाता है। यहां बताई जा रही विधि का प्रयोग हम 15 दिन में एक बार कर लें तो कई सारी बीमारियों से बच सकते हैं। आगे की स्लाइड्स पर जानिए इस प्रयोग को करने की विधि... मनुष्य के शरीर में आहार नली का हिस्सा है जो पेट से गुदा तक फैली होती है, क्षेत्र का अंतिम हिस्सा आंत में उस समय तक के लिए पचे हुए भोजन के अवशिष्ट पदार्थ जमा रहते हैं जब तक उसे मल के रूप में शरीर से निकाल नहीं दिया जाता। इसके अस्वस्थ होने का असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। इसलिए आंतों का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। डॉक्टर्स बताते है कि अगर हर 10 दिन में आंतों की सफाई कर लें तो शरीर की यह मशीन लगभग नई होकर अपना काम फिर से सही रुप से करने लगती है। हम जो भी खाते हैं फल, सब्ज़ी, अन्न, पानी वह सब हमारा शरीर बन जाते हैं। हमारे अद्भुत पेट मे उसका पाचन होकर वह शरीर की कोशिकाओं और अंगों का पोषण करते हुए नए शरीर का निर्माण करता है। करें इस चूर्ण का प्रयोग शहर के आयुर्वेदिक एक्सपर्ट किशोरी लाल बताते है कि पेट से जुड़ी किसी भी परेशानी के लिए त्रिफला चूर्ण का प्रयोग करना चाहिए। त्रिफला असल में आंवला, हरड़ और बहेड़े के समभाग पाउडर का मिश्रण है। ये पचे हुए भोजन के अवशिष्ट पदार्थ को सरलता से पेट से बाहर निकाल देता है। साथ ही शरीर पर इसका कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता है। आप चाहें तो इसे गर्म पानी में डालकर काढ़ा भी बना सकते हैं। गार्सीनिया कंबोगिया (Garcinia Cambogia) आपकी भूख को दबाता है और आपके चयापचय को बढ़ाता है। यह न केवल आपके शरीर से सभी विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है, बल्कि शरीर के वजन को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। आप गार्सिनिया कंबोगिया को अपने दैनिक आहार में भी शामिल कर सकते हैं। इसे 1 से 2 बार रोजाना लेने से पेट साफ हो जाएगा। पाचन शक्ति मजबूत रखनी है तो रखें आंतों का खयाल सेब का जूससेब में पेक्टिन (फाइबर) अघुलनशील और घुलनशील गुण होते हैं। यह आपके मल को भारी बनाने में मदद करता है और इसे पास करना आसान बनाता है। यह आपके वजन घटाने के प्रयासों में सहायता कर सकता है। इसके अतिरिक्त, सेब पेट के कैंसर की कोशिकाओं के विकास को भी सकता है। इसका उयोग करने के लिए 1 सेब लें और 1 कप पानी के साथ ब्लेंड कर लें। फिर इसको छान लें या फिर ऐसे ही पी जाएं। ऐसा आपको रोजाना करना होगा। लेमन डिटॉक्स ड्रिंकनींबू विटामिन सी से भरपूर होता है, जो चयापचय को बढ़ाता है और शरीर से गंदगी को बाहर निकालने में मदद करता है। नींबू एक प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट है, जो आपके शरीर को फ्री रैडिकल्स से बचाता है। एक अध्ययन के अनुसार, लेमन डिटॉक्स डाइट भी शरीर में वसा को कम कर सकता है। इसे लेने के लिए 1 गिलास गुनगुने पानी में, 1/2 नींबू और 1-2 चम्मच शहद मिलाएं। इसे रोज सुबह खाली पेट पिएं। नोट: चूंकि नींबू अम्लीय होता है और दांतों पर असर डाल सकता है, इसलिए इसे रोकने के लिए नींबू के सेवन के बाद अपने मुंह को सादे पानी से कुल्ला करना न भूलें। इरफान को हुई थी ये बीमारी इसलिए कोलन को साफ करने के लिए खाएं ये फूड्स दहीदही एक प्राकृतिक प्रोबायोटिक है, जो आंत के हेल्दी बैक्टीरिया का ख्याल रखता है। इससे पाचन की समस्या दुरुस्त होती है। दही का दैनिक सेवन आपके शरीर में प्रोबायोटिक्स के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है, जो बदले में, आंत को शुद्ध करने में मदद कर सकता है। प्रतिदिन 1 से 2 बार बिना चीनी या फल के सादा दही लें। कच्ची सब्जी का जूसकच्ची सब्जियों से निकाला गया जूस पीना आपके कोलन को साफ करने और आपके शरीर को डिटॉक्स करने में काफी मददगार है। इसकी के साथ यह वेट को भी बैलेंस करने में मदद करता है। दिन में कई बार आपको अपनी डाइट में पालक, चुकंदर, गाजर, टमाटर और ककड़ी का रस पीना चाहिए। सेब का सिरकाएप्पल साइडर विनेगर में एंटीऑक्सिडेंट और एंटीबायोटिक गुण होते हैं, जो आंत और मलाशय के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। एप्पल साइडर विनेगर में एसिटोबैक्टर नामक बैक्टीरिया की उपस्थिति होती है, जो पाचन में सहायता करता है और आपके पेट के लिए उचित कार्य करता है। यह पेट में एसिड नहीं बनने देता और वजन कम करने में मदद करता है। इन जरूरी बातों का भी रखें ख्यालजितना हो तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाएं। डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। आंतों में जमा मल कैसे साफ करें?ऐसे लोगों के लिए पानी में नमक डाल कर पीने से लाभ मिल सकता है। साल 2010 के एक अध्ययन से पता चला है कि कुछ योग मुद्राओं के साथ यदि पानी में नमक मिलाकर पिया जाए तो इससे आंतों की सफाई आसानी से की जा सकती है। विशेषज्ञों के मुताबिक सुबह खाने से पहले दो चम्मच नमक को गुनगुने पानी में मिलाकर पिएं, यह लाभदायक हो सकता है।
तुरंत पेट साफ करने के लिए क्या खाएं?Highlights. अंजीर का करें सेवन अंजीर कब्ज की समस्या को दूर करने में कारगर है। ... . सेब का सिरका सेब का सिरका सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। ... . सौंफ और जीरा पाउडर सौंफ और जीरा पाउडर सेवन करने के कई फायदे हैं। ... . मुलेठी का करें सेवन मुलेठी पाचन शक्ति को ठीक करने के लिए एक प्रभावी आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है। ... . पानी ... . अजवाइन. पेट के अंदर की गंदगी को कैसे साफ करें?पेट की सारी गंदगी को 1 रात में साफ कर देगा ये नुस्खा, 15 दिन में.... कुछ दिन खाली पेट पी लें लौंग का पानी, फिर देखें इसका कमाल ... . रोज सुबह खाली पेट पी लें किशमिश का पानी, फिर देंखे कमाल ... . 7 दिन सुबह खाली पेट खा लें 4 काली मिर्च, ये परेशानियां हो जाएंगी खत्म. पेट में कचरा कैसे निकाले?रोजाना सब्जियों का जूस पीने से पेट में जमा सारे टॉक्सिंस आसानी से बाहर निकल सकते हैं। इसके लिए आप पालक, चुकंदर, टमाटर, खीरा, लौकी या गाजर का जूस बनाकर सुबह खाली पेट पी सकते हैं। जूस पीने से कोलन साफ होता है, शरीर से सारे टॉक्सिंस भी निकल जाते हैं। सब्जियों का जूस पेट को डिटॉक्स करने में मदद कर सकता है।
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