ऐसा इंजन जिसमें पिस्टन की गति 4 बार होती है और क्रैंक कुल मिलाकर 720° का चक्कर लगाता है। ऐसे इंजन को 4 स्ट्रोक इंजन (Four Stroke Engine) कहते हैं। इसमें पिस्टन एक पूरी प्रक्रिया में Piston दो बार TDC पर पहुंचता है और दो बार BDC पर पहुंचता है। Show
4 Stroke Engine4 स्ट्रोक इंजन में पिस्टन द्वारा चार प्रक्रम किये जाते हैं जो निम्न दिए गए हैं - 1. चूषण स्ट्रोक (Suction Stroke) 2. संपीडन स्ट्रोक (Compression Stroke) 3. शक्ति या कार्यकारी स्ट्रोक (Power or Working Stroke) 4. निकास स्ट्रोक (Exhaust Stroke) 1. चूषण स्ट्रोक (Suction Stroke) -:इस स्ट्रोक में पिस्टन TDC से BDC पर पहुंचता है और क्रैंक 0° से 180° की दूरी तय करता है। जब यह स्ट्रोक लगता है तो उस समय प्रवेश वाल्व (Inlet Valve) में खुला रहता है और निकास वाल्व (Exhaust Valve) बंद रहता है। 2. संपीडन स्ट्रोक (Compression Stroke) -:इस स्ट्रोक में पिस्टन BDC से TDC पर पहुंचता है और क्रैंक 540° से 720° की दूरी तय करते हुए घूमता है। जब यह स्ट्रोक लगता है तो उस समय प्रवेश वाल्व (Inlet Valve) में बंद रहता है और निकास वाल्व (Exhaust Valve) खुला रहता है। इस तरह से इंजन का एक चक्र पूर्ण हो जाता है। |