पीरियड लेट होने के क्या कारण हो सकते हैं? - peeriyad let hone ke kya kaaran ho sakate hain?

पीरियड्स (Periods) एक हर माह का एक साइकल होता है. लेकिन कई बार महिलाओं के पीरयड्स मिस हो जाते हैं, लेकिन क्या आप इसका प्रमुख कारण जानती हैं, तो आइए जानिए...

पीरियड्स (Periods) एक प्राकृतिक समस्या होती है, जो हर माह महिलाओं को होती है. पीरियड्स के दौरान महिलाओं को कई तऱह की शारीरिक समस्याओं से जूझना पड़ता है. लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि पीरियड लेट हो जाते हैं, जो कि एक आम समस्या मानी जाती है. पीरियड्स लेट (Period late) होने के पीछे  लाइफस्टाइल से लेकर कोई बीमारी तक के कारण हो सकते हैं. आपको बता दें कि वैसे तो सामान्य तौर पर मेस्ट्रअल साइकल (menstrual cycle) 21 से 35 दिन का होता है. ये हर महिला का  साइकल अलग-अलग हो सकता है. क्योंकि ये किसी को 28 दिन, किसी को 30 तो किसी को 35 दिन पर भी हो सकता है.  ऐसे में बता दें कि आपका साइकल 28 दिन का है और आपको 30 दिन तक पीरियड्स नहीं हुए हैं, तो फिर इसको लेट ही माना जाएगा. हालांकि इसको लेकर ज्यादा चिंता की जरूरत नहीं होती है. लेकिन अगर 40 दिन से ज्यादा हो जाएं यानी पिछले पीरियड के बाद 6 हफ्तों तक डेट ना आए तो इसको लेट पीरियड या पीरियड मिस माना जाएगा.

आइए जानते हैं पीरियड्स लेट होने के कुछ अहम कारण-

वजन का बढ़ना

वजन का बढ़ना भी पीरियड लेट का कारण माना जाता है. जी हां अगर आपका वजन कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है तो भी आपकी मेंस्ट्रुअल साइकल डिस्टर्ब हो सकती है. आपको बता दें कि  वजन बढ़ने से या हॉरमोन्स का बैलेंस बिगड़ने से पीरियड्स अधिकतर मिस हो जाते हैं.  इसके साथ ही माना जाता है कि अगर आपने ज्यादा डायटिंग की है तो भी पीरियड्स को लेकर ये समस्या महिलाओं को हो जाती है.

अधिक तनाव लेने पर

तनाव लेने से शरीर में कई तरह की और परेशानियों का जन्म होता है. ऐसे में जब आप तनाव लेती हैं तो फिर इससे सिस्टम में तनाव को बैलेंस करने वाले हॉरमोन्स बढ़ जाते हैं.  जिसके कारण से महिलाओं के रिप्रोडक्टिव हॉरमोन्स भी डिस्टर्ब होते हैं. यही कारण है कि लगातार तनाव में रहने वाली महिलाओं को पीरियड्स मिस होने की समस्या अधिक रहती है.

PCOS होने पर

जी हां पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम भी पीरियड लेट या जल्दी होने की कॉमन वजह मानी जाती है. आजकल महिलाओं में ये समस्या तेजी से फैलती जा रही है. आपको बता दें कि यह समस्या आजकल कॉमन सी हो रही है, इस वजह से आपको कम या ज्यादा फ्लो हो सकता है. इस समस्या के होने पर चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए.

पेट में गांठ होने पर

कई बार आपको बिना किसी कारण से अचानक से एक महीने में पीरियड्स स्किप हो जाते हैं, तो ऐसा होने पर चिकित्सक के परामर्श करें, क्योंकि कई बार पेट में किसी प्रकार की गांठ होने पर भी पीरियड्स मिस होने की समस्या हो जाती है.

आमतौर पर पीरियड साइकल 28 दिन का होता है। इसमें दो-चार दिन आगे-पीछे होना एकदम सामान्य है। जबकि कुछ महिलाओं का पीरियड साइकल (Period Cycle) 31 दिन का भी हो सकता है। शुरू के कुछ सालों में ही यह समझ आने लगता है कि आपका पीरियड साइकल कितने दिन का है। पर कई बार कुछ खास स्थितियों में आपके पीरियड्स लेट भी हो सकते हैं। आज हम उन्हीं स्थितियों के बारे में बात करेंगे, जो आपके पीरियड लेट (Late periods causes) होने का कारण हो सकती हैं।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ

कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल,गाइनेकोलॉजिस्ट,डॉक्टर रंजना बेकन के मुताबिक आपके पीरियड लेट होने का कारण आपके हार्मोन्स का असंतुलन होना या आपके स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ समस्याएं हो सकती हैं।

पीरियड्स लेट दो ही समय होते हैं पहला जब पीरियड्स शुरू हुए हों और दूसरा जब आपका मेनोपॉज का समय हो। लेकिन अगर इनके अलावा भी आपके पीरियड्स बहुत समय लेट हो जाते हैं, तो आपको समझ लेना चाहिए की यह सब नॉर्मल नहीं है और किन्हीं स्वास्थ्य समस्याओं के कारण ऐसा हो रहा है। 

वो कारण जिनसे पीरियड्स लेट हो सकते हैं

1 तनाव : 

स्ट्रेस पीरियड्स लेट होने का सबसे बड़ा कारण है और इसके दौरान आपके हार्मोन्स में बदलाव आने लगते हैं। यह बदलाव आपके मस्तिष्क के पीरियड्स रेग्यूलेट करने के रेस्पॉन्स को बदल सकता है।

तनाव का असर आपके मासिक धर्म चक्र पर भी पड़ता है। चित्र: शटरस्टॉक

तनाव के कारण आप बीमार भी पड़ सकती हैं या आपका एकदम से वजन भी बढ़ सकता है, जो पीरियड्स लेट होने का एक बड़ा कारण है। इससे बचने के लिए आपको एक्सरसाइज और कुछ रिलैक्सिंग तकनीकों का प्रयोग करना चाहिए।

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2 शरीर का वजन कम होना

अगर आपकी हाइट या वजन नॉर्मल से 10 प्रतिशत नीचे है, तो आपके शरीर में ओवुलेशन से जुड़ी समस्या हो सकती है। इसका कारण आपका ईटिंग डिसऑर्डर भी हो सकता है। एक हेल्दी तरीके से शरीर के वजन को बढ़ाने और अपने खाने की आदतों को सही रखने से भी पीरियड्स नियमित हो सकते हैं।

3 मोटापा : 

जिस प्रकार लो बॉडी वेट आपके हार्मोन्स को बदल सकता है और आपके ओवुलेशन को प्रभावित कर सकता है उसी प्रकार ओवर वेट होना भी आपके पीरियड्स के लेट होने का एक मुख्य कारण हो सकता है। अगर आपके डॉक्टर को आपके पीरियड्स लेट होने का कारण आपकी डाइट या आपका वजन लगता है, तो वह आप को वजन कम करने से जुड़े कुछ सुझाव दे सकते हैं। 

4 पीसीओएस : 

यह वह स्थिति होती है जिसमें आपका शरीर मेल हार्मोन एंड्रोजन को अधिक प्रोड्यूस करने लगता है। इस स्थिति के दौरान आपके हार्मोन्स इंबैलेंस हो जाते हैं। जिसके कारण आपकी ओवरीज में सिस्ट बनने लगते हैं। इस स्थिति के कारण ओवुलेशन होना कम हो सकता है या बिल्कुल बंद भी हो सकता है। आपके डॉक्टर आपको पीरियड्स नियमित करने के लिए कुछ दवाइयां दे सकते हैं।

5  गर्भ निरोधक गोलियां : 

अगर आप बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन करती हैं, तो वह आप एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टिन नामक हार्मोन अधिक प्रोड्यूस करने लगती हैं और इनके कारण आपकी ओवरीज एग रिलीज करना बंद कर सकती है।

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जब आप बर्थ कंट्रोल पिल्स लेना बंद करती हैं उस समय से लेकर आपकी पीरियड्स साइकिल नियमित होने में लगभग 6 महीने का समय लग सकता है। कुछ अन्य प्रकार के बर्थ कंट्रोल पिल्स भी आपके पीरियड्स को लेट कर सकते हैं।

6 क्रोनिक बीमारी : 

अगर आप किसी प्रकार की क्रोनिक बीमारी जैसे डायबिटीज या सिलिएक डिजीज से पीड़ित हैं, तो भी आपकी साइकिल अनियमित हो सकती है। अगर आपकी ब्लड शुगर में बदलाव आता है, तो इससे आपके हार्मोन्स में भी बदलाव हो सकता है। जिस कारण आपके पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं।

डायबिटीज जैसी लंबी चलने वाली बीमारियां भी पीरियड लेट होने का कारण हो सकती हैं। चित्र: शटरस्टॉक

अगर आपके पीरियड्स के अनियमित होने के कारण ऊपर लिखित हैं, तो आपको अपनी शारीरिक स्थिति या उनसे जुड़े लक्षण कम करने की आवश्यकता है। अगर आपके पीरियड्स काफी दिनों तक लेट हो गए हैं और उसके बाद हैवी फ्लो आता है या पीरियड्स के साथ-साथ उल्टियां, जी मिचलाने जैसे लक्षण दिखते हैं तो आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए और इन सब लक्षणों के बारे में बात करनी चाहिए।

पीरियड कितने दिनों तक लेट हो सकता है?

अगर आपका साइकल 28 दिन का है और 29 या 30 दिन तक आपको पीरियड नहीं हुआ तो आप इसे लेट मान सकती हैं लेकिन इसमें चिंता करने की कोई बात नहीं है। हां अगर 40 दिन से ऊपर हो जाएं यानी पिछले पीरियड के बाद 6 हफ्तों तक डेट ना आए तो इसे आप लेट पीरियड या पीरियड मिस होना मान सकती हैं।

पीरियड की डेट आगे क्यों बढ़ जाती है?

अधिक स्‍ट्रेस की वजह से हार्मोन्‍स में बदलाव आने लगते हैं जो पीरियड्स को लेट कर सकते हैं. ये स्थिति स्‍ट्रेस के लेवल पर डिपेंड करती है. वेट का कम होना या ज्‍यादा होना पीरियड्स के लेट होने का एक कारण हो सकता है. अचानक वेट कम होने से ओवरीज पर प्रभाव पड़ता है.

1 महीने से पीरियड नहीं आया तो क्या करें?

माहवारी न होने की समस्या से बचने के उपाय.
सोने और जागने का समय तय करें.
संतुलित खाना खाएं.
पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं.
अपनी डेली रूटीन को फॉलो करें.
फास्ट फूड और कोल्ड ड्रिंक्स से बचें.
शराब और सिगरेट आदि का सेवन न करें.
रोजाना हल्का-फुल्का व्यायाम करें.
अपने वजन को फिट रखें.

पीरियड ना आने से कौन सी बीमारी होती है?

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) एक सामान्य स्थिति है जो माहवारी नहीं आने के तीन मामलों में से एक के रूप में जिम्मेदार है। आपकी माहवारी नहीं आने का कारण होने के साथ-साथ, पीसीओएस के अन्य लक्षणों में शरीर पर अत्यधिक बाल, गर्भवती होने में समस्‍या और वज़न बढ़ने जैसी समस्याएं शामिल हैं।