रीड की हड्डी पाठ में कौन सी विधा है *? - reed kee haddee paath mein kaun see vidha hai *?

रीढ़ की हड्डी साहित्य की कौन सी विधा है?

'रीढ़ की हड्डी' एक सामाजिक एकांकी है । इसका शीर्षक बिल्कुल उचित है। इस एकांकी में लेखक ने समाज के रूढ़ियों पर प्रहार किया है। गोपाल प्रसाद अपने बेटे शंकर के लिए कम पढ़ी लिखी किंतु बहुत सुंदर बहु चाहते हैं वह यह भी चाहते हैं कि लड़की हर काम में सर्वगुण संपन्न हो।

रीड की हड्डी किसकी एकांकी है?

रीढ़ की हड्डी एकांकी सारांश || Reedh Ki Haddi || जगदीश चन्द्र माथुर || Class 9 | Hindi | summary.

रीढ़ की हड्डी पाठ का उद्देश्य क्या है?

रीढ़ की हड्डी एकांकी का उद्देश्य क्या है? (b) ऐसे लोगों का पर्दाफाश करना जो विवाह के नाम पर सौदेबाजी करते हैं। Answer: (b) ऐसे लोगों का पर्दाफाश करना जो विवाह के नाम पर सौदेबाजी करते हैं।

रीढ़ की हड्डी पाठ का मुख्य पात्र कौन है?

कथावस्तु के आधार पर तो हमें उमा ही इस एकांकी की मुख्य पात्र लगती है। पूरी एकांकी ही उमा के इर्द-गिर्द घूमती है। लेखक समाज की सड़ी गली मानसिकता को उमा के माध्यम से व्यक्त करना चाहता है। उसका सशक्त व्यक्तित्व सारे पात्रों पर भारी पड़ता हुआ दिखाई देता है।