Show पोंगल के तीसरे दिन को क्या कहते हैं *?पोंगल का त्योहार तमिलनाडु में पूरे उत्साह और जोश के साथ मनाया जाता है. 4 दिनों तक चलने वाले इस त्योहार के पहले दिन को 'भोगी पोंगल' कहते हैं, दूसरे दिन को 'सूर्य पोंगल', तीसरे दिन को 'मट्टू पोंगल' और चौथे दिन को 'कन्नम पोंगल' कहते हैं.
पोंगल का दूसरा दिन क्या कहलाता है?दूसरी पोंगल को सूर्य पोंगल कहते हैं। यह भगवान सूर्य को निवेदित होता है। इसदिन पोंगल नामक एक विशेष प्रकार की खीर बनाई जाती है जो मिट्टी के बर्तन में नये धान से तैयार चावल, मूंग दाल और गुड से बनती है।
पोंगल के पहले दिन को क्या कहते हैं?पोंगल के पहले दिन को भोगी कहा जाता है और इसे भगवान इंद्र के सम्मान में मनाया जाता है। पोंगल का दूसरा दिन सूर्य पोंगल के रूप में जाना जाता है और यह सूर्य देव को समर्पित है। पोंगल के तीसरे दिन को मट्टू पोंगल कहा जाता है और गायों के नाम पर मनाया जाता है।
पोंगल कितने दिन तक चलता है?यह त्योहार 4 दिनों तक चलता है और इसे खूब धूम-धाम से मनाया जाता है. इसमें तरह-तरह के पकवान बनाए जाते हैं और सभी लोग अपने परिवार के साथ मिलकर पूजा करते हैं. लोहड़ी की तरह की पोंगल की पूजा में भी अच्छी बारिश और फसल की प्रार्थना की जाती है.
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