पंचायती राज की क्या क्या समस्याएं हैं - panchaayatee raaj kee kya kya samasyaen hain

भारत में पंचायती राज का क्या महत्व है?

भारत जैसे देश में जहां 80ः प्रतिशत जनसंख्या गांवों में बसती है, वहां पंचायती राज के नाम से प्रसिद्ध ग्रामीण स्थानीय शासन का महत्व स्वतः सिद्ध है। पंचायत भारत के प्राचीनतम राजनीतिक संख्याओं में से एक मानी जाती है। 2 अक्टूबर 1952 की सामुदायिक विकास कार्यक्रम के शुभारंभ के साथ ही इस योजना का प्रारंभ माना जाता है।

पंचायत राज व्यवस्था क्या है?

पंचायती राज व्यवस्था Panchayati Raj System वह व्यवस्था है जिसके अंतर्गत सत्ता का विकेंद्रीकरण किया जाता हैं और सत्ता एवं प्रशासकीय शक्तियों को विभिन्न क्षेत्रों में विभाजित कर दिया जाता हैं। ऐसा इसीलिए किया जाता हैं जिससे राष्ट्र के प्रत्येक क्षेत्र में विकास की योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा सकें।

पंचायती राज सबसे पहले कहाँ लागू हुआ?

भारत में प्राचीन काल से ही पंचायती राज व्यवस्था आस्तित्व में रही हैं। आधुनिक भारत में प्रथम बार तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा राजस्थान के नागौर जिले के बगधरी गांव में 2 अक्टूबर 1959 को पंचायती राज व्यवस्था लागू की गई।

भारत में पंचायती राज व्यवस्था की धीमी प्रगति का कारण क्या है?

पर्याप्त हस्तांतरण का अभाव : अधिकतर राज्यों ने कार्य, फंड तथा कार्यकारियों के हस्तारण के पर्याप्त उपाय नहीं किये हैं ताकि पंचायती राज संस्थाएँ अपनी संविधान निर्धारित प्रकार्य संपन्न कर सकें।