माताटीला बांध का निर्माण कब हुआ था? - maataateela baandh ka nirmaan kab hua tha?

यह भारत की एक प्रमुख नदी घाटी परियोजना हैं। वेतबा नदी पर बने माताटीला बाँध का निर्माण 1958 ई॰ में मध्यप्रदेश सरकार की सहायता से किया गया था। देवगढ़ से 93 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह जगह लगभग बीस वर्ग कि॰मी॰ के क्षेत्र में फैली हुई है। इस जगह पर काफी संख्या में छोटे-छोटे पर्वत है जो इस जगह की खूबसूरती को और अधिक बढ़ाते हैं। यहाँ घूमने के लिए उचित समय सितम्बर से मई है। यह बेतवा नदी पर ललित पुर जिले में स्थित है। माताटीला बाँध से 163.60 लाख घन मी॰ पेयजल उपलब्ध होता है। इस परियोजना से झांसी, जालौन, हमीरपुर, ग्वालियर जिले लाभान्वित होते हैं।

57 साल में पचास फीसदी घट गई माताटीला बांध की क्षमता

झांसी। पिछले पांच दशक से बांध के अंदर लगातार सिल्ट जमने से माताटीला बांध की क्षमता करीब पचास फीसदी घट गई है। सिल्ट के लगातार जमने से इस जलाशय की क्षमता भी लगातार घटती जा रही है जबकि यही बांध झांसी के लोगों की न सिर्फ प्यास बुझाता है बल्कि सिंचाई के लिए किसानों को भी पानी मुहैया कराता है।
पानी भंडारण के लिए झांसी मंडल में राजघाट के बाद माताटीला सबसे बड़ा डैम है। वर्ष 1952 में इस बांध का निर्माण शुरू हुआ। करीब दस वर्ष लगातार निर्माण चलने के बाद 1962 में निर्माण पूरा हुआ। वर्ष 1964 में पहली बार बांध पूरी क्षमता के साथ भरा गया। सिंचाई अभियंताओं के मुताबिक बांध की पूर्ण क्षमता (ग्रास स्टोरेज कैपसिटी) 1132.61 एमसीएम थी लेकिन, यह क्षमता घटकर अब 641.06 एमसीएम ही बची। बांध को 308.46 मीटर ऊंचाई तक भरा जाता है लेकिन, सौ मीटर से अधिक नीचे गाद भरी हुई है। नीचे से यह बांध लगातार सिल्टेड होता जा रहा है।

इस बांध की मदद से बेतवा नदी में हर साल बेकार बह जाने वाले हजारों क्यूसेक पानी का इस्तेमाल शुरू हो गया लेकिन, नदी के साथ भारी मात्रा में बहकर आने वाली गाद इसकी सेहत धीरे-धीरे खराब करने लगी। पिछले पांच दशक से लगातार बांध के नीचे गाद जम रही है। इससे बांध का जलस्तर लगातार कम होता जा रहा है। गाद की वजह से 491.55 क्यूसेक पानी स्टोर नहीं हो पाता। इस पानी को बेतवा में बहना पड़ता है। सिंचाई अभियंताओं का कहना है मौजूदा समय में बांध की क्षमता इससे भी कम हो चुकी है। वहीं, बांध से सिल्ट निकलना भी आसान नहीं है। करीब बारह किलो मीटर लंबे बांध से निकली सिल्ट को निस्तारित करना ही सबसे अधिक खर्चीला होगा। अभियंताओं का कहना है बांध सफाई में करीब 350 क्यूबिक प्रति मीटर की दर से रकम खर्च होगी। इस हिसाब से जितनी रकम खर्च होगी, उससे नया बांध बनाया जा सकता है।
बांध में सिल्ट आना स्वाभाविक प्रक्रिया है। बांध की डिजाइन इसके मुताबिक ही बनाई जाती है। पचास साल से अधिक पुराना बांध हो जाने की वजह से इसकी क्षमता पहले के मुकाबले कम हो गई है। इसकी सिल्ट सफाई कराना भी बेहद खर्चीला है हालांकि अभी जरूरत के मुताबिक यह काम कर रहा है।

मो. फरीद, अधिशासी अभियंता, माताटीला बांध

विषयसूची

  • 1 माताटीला बांध कब बना था?
  • 2 माताटीला बांध का नाम क्या है?
  • 3 यूपी में सबसे बड़ा डैम कौन सा है?
  • 4 राजघाट बांध का दूसरा नाम क्या है?

माताटीला बांध कब बना था?

इसे सुनेंरोकेंवेतबा नदी पर बने माताटीला बाँध का निर्माण 1958 ई॰ में मध्यप्रदेश सरकार की सहायता से किया गया था। देवगढ़ से 93 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह जगह लगभग बीस वर्ग कि॰मी॰ के क्षेत्र में फैली हुई है। इस जगह पर काफी संख्या में छोटे-छोटे पर्वत है जो इस जगह की खूबसूरती को और अधिक बढ़ाते हैं।

माताटीला बांध का नाम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंमाताटीला मंदिर – Matatila mandir यह बांध 1958 में बेतवा नदी पर बनाया गया था। बांध में 23 गेट है। यहां पर पहाड़ी की चोटी पर एक मंदिर है, जो माता दुर्गा जी का मंदिर है। इस मंदिर के नाम पर ही इस बांध का नाम माताटीला डैम (Matatila Dam) रखा गया है।

माताटीला परियोजना कहाँ है?

इसे सुनेंरोकेंमाताटीला बांध भारत की एक प्रमुख नदी घाटी परियोजना है। माताटीला बांध उत्तरप्रदेश के ललितपुर जिले में स्थित है। इस बांध का निर्माण 1958 में किया गया था। यह स्थान लगभग 20 किलोमीटर वर्ग के क्षेत्र में फैला है।

माता टीला का बांध कितना भरा है?

इसे सुनेंरोकेंइससे माता टीला बांध का जल स्तर 1010 फीट पर पहुंच गया। जबकि माता टीला बांध का कुल जल स्तर 1012 फीट है।

यूपी में सबसे बड़ा डैम कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंआयतन द्वारा उत्तर प्रदेश का रिहंद बाँध भारत का सबसे बड़ा बाँध है। इसे गोविंद बल्लभ पंत सागर के नाम से भी जाना जाता है। यह उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के पिपरी में स्थित है।

राजघाट बांध का दूसरा नाम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंजिले की सीमा पर बने राजघाट डैम जिसे लक्ष्मीसागर बांध के नाम से जाना जाता है। इस डैम में पानी बढ़ने के बाद डैम के 18 में से 9 गेट खोले गए हैं। इन 9 गेटों के माध्यम से 80 हजार घन फीट प्रति सेकंड पानी छोड़ा गया है। चंदेरी ललितपुर मार्ग पर बने इस बांध के पुल से तीन फीट नीचे पानी बह रहा है।

राजघाट परियोजना का अन्य नाम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंइस परियोजना में बेतवा नदी के पार 43.80 मीटर ऊंचे और 562.50 मीटर लंबे चिनाई वाले बांध के निर्माण की परिकल्पना की गई है, जो 29.5 मीटर की अधिकतम ऊंचाई और 10.79 किमी की कुल लंबाई के साथ एक मिट्टी के बांध से घिरा है। 1990 में इस बांध का नाम रानी लक्ष्मीबाई सिंचाई परियोजना रखा गया ।

कालागढ़ बांध से आज कितना पानी छोड़ा गया?

इसे सुनेंरोकें354.910 मीटर है जलस्तर, 355 मीटर पर छूटेगा बैराज से पानी अपर जिलाधिकारी प्रीति जायसवाल की ओर से जारी अलर्ट के मुताबिक कालागढ़ बांध पर रामगंगा नदी का मौजूदा जलस्तर 354.910 रिकार्ड किया गया है।

माताटीला बांध का निर्माण कब हुआ?

माताटीला बांध उत्तरप्रदेश के ललितपुर जिले में स्थित है। इस बांध का निर्माण 1958 में किया गया था। यह स्थान लगभग 20 किलोमीटर वर्ग के क्षेत्र में फैला है।

माताटीला बांध में कितने गेट हैं?

माताटीला बांध के 20 गेट खुलने से बेतवा में बढ़ा पानी