मुंह से ज्यादा लार गिरना क्या खतरे की निशानी है? इसके लक्षण और उपचार क्या हैं? Home Remedies for Drooling in Hindi Show
वैसे तो मुंह की लार भूख को बढ़ाने में और भोजन के बाद संतुष्टि प्रदान करती है। परन्तु यदि ये हद से ज्यादा बन रही है और रात को सोते समय आपके सिरहाने पर गिरती है तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। इतना अधिक लार का बनना कहीं न कहीं आपकी सेहत के लिए ठीक नहीं है। छोटे बच्चों और बुजुर्गों में ये समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। पाचन तंत्र में गड़बड़ी और मुंह से सांस लेने की वजह से मुंह में लार बनने की समस्या अधिक होती है। लेकिन अब घबराने की कोई जरूरत नहीं है क्यूंकि आपको ऐसे आसान और जबरदस्त घरेलू उपाय (Home Remedies for Drooling in Hindi) बताऊंगा जिससे मुंह में से अधिक लार गिरने की समस्या से आपको छुटकारा मिल जाएगा। फ़ूड पोइज़निंग के कारण, लक्षण और घरेलू उपचार Table of Contents
मुंह में लार कैसे बनती है?हमारे मुंह के अंदर मुख्य 3 लार ग्रंथियां होती हैं। लार ग्रंथियां वो हैं जो हमारे मुंह में सलाइवा को बनाती हैं। इन ग्रंथियों का नाम है – पैरोटिड ग्लैंड, सुबलिन्गुअल ग्लैंड और सब्मंडीबुलर ग्लैंड। 90% सलाइवा इन्हीं ग्लांड्स से आता है और 10% स्लाइवा मुंह के अंदर कुछ छोटी ग्रंथियां होती हैं वहां से आता है। ज्यादा लार बनने का कारणलार ग्रंथियों द्वारा बनाई गयी लार को हम स्वैलो रिफ्लेक्स द्वारा अंदर निगल जाते हैं। इसलिए लार हमारी मुंह से बाहर नहीं आती। ये जो लार ग्रंथियां हैं इन्हें कण्ट्रोल का काम करती है ANS (ऑटोनोमिक नर्वस सिस्टम), जब भी ये सिस्टम ज्यादा एक्टिव हो जाता है तो ये सैलाइवा को ज्यादा मात्रा में बनाता है और स्वैलो रिफ्लेक्स को कम कर देता है। इस वजह से सैलाइवा मुंह में इकठ्ठा होना शुरू हो जाता है और बाहर निकलने लगता है। इसके अन्य कारण भी हैं – सोते समय मुंह से लार गिरने के कारणलार तो दिन में भी बनती है लेकिन उसे हम निगलते रहते हैं। लेकिन रात में – लार के कार्य (Functions of Saliva)लार मुंह में बनना बहुत जरूरी है। इसके निम्नलिखित कार्य हैं। आइये जानते हैं –
मुँह से लार बंद करने के उपाय (Home Remedies for Drooling in Hindi)रात को सोते समय यदि मुंह से लार गिरे तो तकिया खराब हो जाता है जो हमें स्वयं को भी अच्छा नहीं लगता और यदि ये लार फेफड़ों में चली जाए तो निमोनिया भी हो सकता है। इसलिए इसका घरेलू उपचार (Home Remedies for Drooling in Hindi) करना जरूरी है। बर्फ की टुकड़ी - सोने से पहले आइस क्यूब को मुंह में रखकर कुछ देर चूसें। इससे भी अधिक मात्रा में सैलाइवा बनना बंद होगा। आड़ू के पत्ते - आड़ू के पत्तों को अच्छे से कूटकर उनका रस निकाल लें और इस रस का सेवन दिन में 2 बार करें। इससे भी मुंह में अधिक लार की समस्या का अंत होगा। अदरक - पेट में एसिडिटी होने की वजह से भी कई बार मुंह में अधिक सैलाइवा बनता है तो इसके लिए अदरक की चाय का सेवन करें या अदरक को मुंह में रखकर चूसते रहें। दालचीनी और शहद - शहद गले के लिए बहुत सूथिंग है। जब भी गले के संक्रमण की वजह से अधिक सैलाइवा बनता है तो आधा चम्मच दालचीनी को एक गिलास पानी में उबालकर अच्छे से छान लें और हल्का गुनगुना होने पर 1 चम्मच शहद मिला लें और इसका सेवन करें। तुलसी के पत्ते - श्यामा तुलसी के 3-4 पत्ते लें, इन्हें थोड़ा-सा हाथ से मसल लें या किसी चीज से कूट लें। फिर इसको गुनगुने पानी की सहायता से निगल जाएँ जैसे कोई दवा लेते हैं। तुलसी के अंदर एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो मुंह से पानी निकलना, अधिक लार आना और दांत दर्द जैसी समस्याओं को दूर करते हैं। इसमें ध्यान इतना दें कि तुलसी की पत्तियों को कभी भी चबाएं नहीं। क्यूंकि इसके अंदर मौजूद पारा दांतों के लिए हानिकारक होता है। आंवला और वायविडंग - आंवला का चूर्ण और वायविडंग का चूर्ण बराबर मात्रा में लेकर इसमें शहद मिला लें। फिर इस मिश्रण को रोगी को दें और उसे चाटने के लिए कहें। कुछ ही दिनों के प्रयोग से मुंह से अधिक मात्रा में लार गिरना और खासतौर पर लार गिरने की समस्या है, वह ठीक हो जायेगी। दिन में किसी भी समय इसका प्रयोग कर सकते हैं, रात को सोने से पहले भी। मूर्वा का चूर्ण - मूर्वा का चूर्ण (5 gm) को ठंडे जल के साथ लें। इससे मुंह में बनने वाला अधिक सैलाइवा और लार टपकने की समस्या से आपको छुटकारा ( Home Remedies for Drooling in Hindi) मिल जाएगा। ये लार गिरने की दवा है जो बहुत उपयोगी है। रात के समय मुंह से अधिक लार न गिरे इसके लिए कैसा रहन-सहन रखना चाहिएहम कुछ अपनी दिचर्या में सामान्य बदलाव करके भी drooling की समस्या से निजात पा सकते हैं –
निष्कर्षउपर्युक्त घरेलू नुस्खे मुंह से ज्यादा लार आना को नियंत्रित करते हैं जिससे आप रात को आराम से सो पाएंगे और आपका तकिया भी खराब नहीं होगा। कुछ सामान्य प्रश्नप्रश्न – बच्चों के मुंह से लार बहने के क्या कारण हो सकते हैं?उत्तर – दो वर्ष तक के बच्चों के मुंह से लार बहना स्वाभाविक है। इसमें इतना घबराने की जरूरत नहीं है। लेकिन दो वर्ष के ऊपर के बच्चे यदि अधिक लार गिराते हैं तो हो सकता है उनके पेट में कीड़े हों, मुंह में छाले हों या दांत निकालने की प्रक्रिया चल रही हो। प्रश्न – क्या किसी मानसिक बीमारी की वजह से भी मुंह से अधिक लार गिरती है?उत्तर – जी हाँ, यदि आपको एंग्जायटी की शिकायत है तो आपके मुंह से अधिक लार गिर सकती है। बड़े उम्र के लोगों में इस समस्या को ज्यादा पाया जाता है। इसका इलाज फिर दुसरे तरिके से किया जाता है। क्या मुंह में बहुत ज्यादा लार बनना किसी बीमारी का लक्षण है?मुंह से लार निकलने की समस्या सिर्फ बच्चों में ही नहीं बल्कि व्यस्कों में भी देखने को मिलती है। यूं तो मुंह में लार बनने के कई कारण हो सकते हैं जैसे- खाने-पीने की किसी वस्तु या दवा से एलर्जी होना, मानसिक टेंशन, ड्रग्स या एल्कोहल लेने, नींद की कमी या फिर किसी गंभीर बीमारी का भी संकेत हो सकता है।
मुंह में ज्यादा लार क्यों आ रही है?कुछ विशिष्ट उत्तेजक तत्वों, कुछ दवाओं, विषैले पदार्थों के संपर्क में आना और कुछ स्वास्थ्य स्थितियों की वजह से भी आपके मुंह में ज्यादा लार बन सकती है। दांतों में सड़न और मुंह के अन्य संक्रमणों की वजह से भी ऐसा संभव है।
मुंह में लार बनने से क्या होता है?क्यों जरूरी है मुंह की लार
लार दांतों की रक्षा करता है, भोजन पचाने में मदद करता है। इसकी वजह से आप चबा और खाना निगल सकते हैं। बैक्टीरिया को कंट्रोल कर संक्रमण को रोकता है।
कैसे अतिरिक्त लार को रोकने के लिए?- लार बहने से परेशान हैं तो दालचीनी की चाय आपके लिए कारगर हो सकती है। इसके लिए दालचीनी को पानी में डालें और अच्छे से उबालें इसे छानकर इसमें शहद मिलाकर पिएं। इससे आपको लार बहने की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
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