Here is a compilation of Free MCQs of Class 9 Hindi Sanchayan book Chapter 5 – Hamid Khan by S. K. Pottekkatt. Students can practice free MCQs as have been added by CBSE in the new Exam pattern. At the end of Multiple Choice Questions, the answer
keys have also been provided for your reference. प्रश्न 1 – लेखक को हामिद खाँ की याद क्यों आई? प्रश्न 2 – लेखक को तक्षशिला में आग लगने की खबर सुन कर किसकी याद आई? प्रश्न 3 – लेखक तक्षशिला में आग लगने की खबर सुन कर क्या प्रार्थना करने लगा? प्रश्न 4 – जब लेखक तक्षशिला के खण्डरों को देखने गया था तो लेखक किस वजह से परेशान हो गया था? प्रश्न 5 – रेलवे स्टेशन से कुछ दूर लेखक जिस गाँव में गया वहाँ लेखक को क्या नजर आ रहा था? प्रश्न 6 – लेखक के पाँव अपने आप उस दुकान की ओर क्यों मुड़ गए? प्रश्न 7 – जब लेखक
हामिद खाँ की दूकान के अंदर गया तो क्या हुआ? प्रश्न 8 – लेखक के पूछने पर की खाने को कुछ मिलेगा तो हामिद खाँ ने क्या कहा? प्रश्न 9 – लेखक ने उस दुकान के भीतर झाँककर क्या देखा? प्रश्न 10 – लेखक ने हामिद खाँ को क्या बताया कि वह कहाँ का है? प्रश्न 11 – लेखक किस धर्म का था? प्रश्न 12 – लेखक के हिन्दू होने का पता चलने पर हामिद खाँ ने लेखक से क्या पूछा? प्रश्न 13 – लेखक के शहर के मुसलमानी होटल में क्या-क्या
बढ़िया मिलता है? प्रश्न 14 – हामिद खाँ लेखक की किस बात पर विश्वास नहीं हर पाया? प्रश्न 15 – लेखक ने हामिद खाँ को कौन सी बात गर्व के साथ बताई? प्रश्न 16 – भारत में मुसलमानों ने जिस पहली मस्जिद का निर्माण किया था, वह कहाँ है? प्रश्न 17 – लेखक की सारी बातें सुन कर भी किस बात पर हामिद खाँ विश्वास नहीं कर पा रहा था? प्रश्न 18 – लेखक से हामिद खाँ ने भोजन के पैसे क्यों नहीं लिए? प्रश्न 19 – लेखक हामिद खाँ को भोजन के कितने पैसे देने चाहता था? प्रश्न 20 – आज भी लेखक के मन में हामिद खाँ की कौन से यादें हैं? Answer Key for Class 9 Hindi Sanchayan book Chapter 5 Hamid Khan MCQs
लेखक को हामिद की याद बनी रहे इसके लिए उसनेक्या तरीका अपनाया?Solution. भारत जाने पर भी लेखक को हामिद की याद आए, इसके लिए उसने लेखक को भोजन के बदले दिया गया रुपया वापस करते हुए कहा, 'मैं चाहता हूँ कि यह आपके ही हाथों में रहे। जब आप पहुँचे तो किसी मुसलमानी होटल में जाकर इसे पैसे से पुलाव खाएँ और तक्षशिला के भाई हामिद खाँ को याद करें।”
लेखक ने हामिद खां को अपने देश के बारे में गर्व से क्या बताया?उत्तर:- हामिद खाँ को गर्व था कि एक हिंदू ने उनके होटल में खाना खाया। साथ ही वह लेखक को मेहमान भी मान रहा था। वह लेखक के शहर की हिंदू-मुस्लिम एकता का भी कायल हो गया था। इसलिए हामिद खाँ ने खाने के पैसे नहीं लिए।
हामिद खां को लेखक की किन बातों पर विश्वास नहीं हुआ और उसने उसे ₹ 1 वापिस देते हुए क्या?हामिद को लेखक की भेदभाव रहित बातों पर विश्वास नहीं हुआ। लेखक ने हामिद को बताया कि उनके प्रदेश में हिंदू-मुसलमान बड़े प्रेम से रहते हैं। वहाँ के हिंदू बढ़िया चाय या पुलावों का स्वाद लेने के लिए मुसलमानी होटल में ही जाते हैं। पाकिस्तान में ऐसा होना संभव नहीं था।
लेखक व हामिद खाँ में कैसे संबंध थे?हामिद खाँ और लेखक के बीच तब सम्बन्ध स्थापित हुआ जब लेखक तक्षशिला के खण्डहर में घूमते हुए भूख-प्यास से बेहाल हो हामिद खाँ की दुकान में भोजन करता है। हामिद खाँ उसे आत्मीय भाव से भोजन खिलाता है और अपना मेहमान बनाकर उससे पैसे तक नहीं लेता। दोनों में एक सौहार्दपूर्ण आत्मीय सम्बन्ध स्थापित हो जाता है।
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