लाख की चूड़ियाँ पाठ में लेखक ने अपना नाम क्या बताया है? - laakh kee choodiyaan paath mein lekhak ne apana naam kya bataaya hai?

बदलू ने जमींदार साहब को चूड़ियाँ क्यों नहीं दी थी?

उत्तर बदलू ने जमींदार साहब को चूड़ियाँ इसलिए नहीं दी क्योंकि वह उसे सिर्फ़ दस आने पैसे दे रहे थे जो उसे बहुत कम लगी।

प्रश्न-13 बदलू को गाय क्यों बेचनी पड़ी थी?

उत्तर व्यवसाय बंद होने के कारण बदलू की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। गाय को पालना उसके लिए मुश्किल हो रहा था इसलिए उसे गाय बेचनी पड़ी थी।

प्रश्न-14 बदलू लेखक की किस प्रकार ख़ातिर किया करता था?

उत्तर जिन दिनों बदलू की गाय के दूध होता वह सदा लेखक के लिए मलाई बचाकर कर रखता और आम की फसल में वह लेखक को आम खिलता था।

प्रश्न-15 बदलू चूड़ियों को किस प्रकार बेचता था?

उत्तर बदलू कभी भी चूड़ियों को पैसों से नहीं बेचता था। उसका अभी तक वस्तु विनिमय का तरीका था और लोग अनाज के बदले उससे चूड़ियाँ ले जाते थे।

प्रश्न-16 शादी विवाह के अवसरों पर बदलू का क्या रवैया रहता?

उत्तर शादी विवाह के अवसरों पर बदलू ज़िद पकड़ लेता था। जीवन भर चाहे कोई उससे मुफ़्त चूड़ियाँ ले जाए परंतु विवाह के अवसर पर वह सारी कसर निकाल लेता था।

प्रश्न-17 सारे गाँव में लेखक को बदलू ही सबसे अच्छा आदमी क्यों लगता था?

उत्तर सारे गाँव में लेखक को बदलू ही सबसे अच्छा आदमी इसलिए लगता था क्योंकि वह लेखक को सुंदर सुंदर लाख की गोलियाँ बना कर देता था।

प्रश्न-18 लेखक एक लंबी अवधि तक अपने मामा के गाँव क्यों नहीं जा सका?

उत्तर लेखक एक लंबी अवधि तक अपने मामा के गाँव इसलिए नहीं जा सका क्योंकि लेखक के पिता की एक दूर के शहर में बदली हो गई थी।

 

 

प्रश्न-19 लेखक जब आठ दस वर्षों के बाद मामा के गाँव गया तो उसने क्या परिवर्तन देखा?

उत्तर लेखक जब आठ दस वर्षों के बाद मामा के गाँव गया तो उसने देखा कि गाँव में लगभग सभी स्त्रियाँ काँच की चूड़ियाँ पहने थीं|

प्रश्न-20 किसी भी स्त्री के हाथों में काँच की चूड़ियों को देखकर बदलू की क्या प्रतिक्रिया होती थी?

उत्तर यदि किसी भी स्त्री के हाथों में उसे काँच की चूड़ियाँ दिख जातीं तो वह अंदर ही अंदर कुढ़ उठता और कभी कभी तो दो चार बातें भी सुना देता।

प्रश्न-21 लेखक को अपने मामा के गाँव जाने का सबसे बड़ा चाव क्या था?

उत्तर लेखक को अपने मामा के गाँव जाने का सबसे बड़ा चाव यही था कि जब वह वहाँ से लौटता था तो उसके पास ढेर सारी गोलियाँ होतीं, रंग बिरंगी गोलियाँ जो किसी भी बच्चे का मन मोह लें।

प्रश्न-22 विवाह के अवसर पर बदलू को क्या क्या मिलता था?

उत्तर विवाह में उसके बनाए गए सुहाग के जोड़े का मूल्य इतना बढ़ जाता था कि उसके लिए उसकी घरवाली को सारे वस्त्र मिलते, ढेरों अनाज मिलता, उसको अपने लिए पगड़ी मिलती और रूपये मिलते।

प्रश्न-23 लेखक की निगाह एक क्षण के लिए रज्जो के हाथों पर क्यों ठिठक गई?

उत्तर लेखक की निगाह एक क्षण के लिए रज्जो के हाथों पर इसलिए ठिठक गई क्योंकि उसके हाथों में लेखक ने लाख की चूड़ियाँ देखी जो की उसकी गोरी गोरी कलाईयों पर बहुत फब रही थीं।

प्रश्न-24 किस घटना के बाद लेखक को सहसा बदलू का ध्यान हो आया?

उत्तर बात यह हुई की लेखक के मामा की छोटी लड़की आँगन में फिसल कर गिर पड़ी और उसके हाथ की काँच की चूड़ी टूटकर उसकी कलाई में घुस गई और उससे खून बहने लगा। तभी सहसा लेखक को बदलू का ध्यान हो आया।

प्रश्न-25 बदलू की बनाई गई चूड़ियों की बहुत खपत क्यों थी?

उत्तर बदलू की बनाई गई चूड़ियों की बहुत खपत इसलिए थी क्योंकि वह बहुत ही सुंदर चूड़ियाँ बनाता था। उस गाँव में तो सभी स्त्रियाँ उसकी बनाई हुई चूड़ियाँ पहनती थीं आस पास के गाँवों के लोग भी उससे चूड़ियाँ ले जाते थे।

प्रश्न-26 बदलू के मन में ऐसी कौन-सी व्यथा थी, जो लेखक से छिपी न रह सकी?

उत्तर बदलू लाख की चूड़ियाँ बेचा करता था परन्तु जैसे-जैसे काँच की चूडियों का प्रचलन बढ़ता गया उसका व्यवसाय ठप पड़ने लगा। अपने व्यवसाय की यह दुर्दशा बदलू को मन ही मन कचौटती थी। बदलू के मन की यह व्यथा लेखक से छिपी न रह सकी।

प्रश्न-27 वस्तु-विनिमय क्या है? विनिमय की प्रचलित पद्धति क्या है?

उत्तर जब किसी एक वस्तु या सेवा के बदले दूसरी वस्तु या सेवा का लेन-देन होता है तो इसे वस्तु विनिमय कहते हैं। जैसे एक गाय लेकर १० बकरियाँ देना। इस पद्धति में रूपये-पैसे का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। उदाहरण के तौर पर पाठ में लोग अनाज के बदले बदलू से चूड़ियाँ ले जाया करते थे। किन्तु अब मुद्रा के चलन के कारण वर्तमान परिवेश में वस्तु का लेन-देन मुद्रा के द्वारा होता है। विनिमय की प्रचलित पद्धति पैसा है।

प्रश्न-28 ‘मशीनी युगने कितने हाथ काट दिए हैं।’ – इस पंक्ति में लेखक ने किस व्यथा की ओर संकेत किया है?

उत्तर – ‘मशीनी युग ने कितने हाथ काट दिए हैं’- इस पंक्ति में लेखक ने मशीनों के प्रयोग के कारण समाज में बढ़ती बेरोज़गारी और बेकारी की समस्या की ओर संकेत किया है। मशीनीकरण के कारण हस्तशिल्प पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा। कारीगरों के पैतृक व्यवसाय बंद हो गए। लोग बेरोज़गार हो गए। मशीनों के आगमन से कारीगरों की रोज़ी रोटी का साधन ख़त्म हो गया।

प्रश्न-29 बचपन में लेखक अपने मामा के गाँव चाव से क्यों जाता था और बदलू को बदलू मामान कहकर बदलू काकाक्यों कहता था?

उत्तर बचपन में लेखक अपने मामा के गाँव चाव से इसलिए जाता था क्योंकि लेखक के मामा के गाँव में बदलू मनिहार रहता था। वह बहुत ही सुंदर चूड़ियाँ बनता था। लेखक को बदलू से अत्यधिक लगाव था। वह लेखक को ढेर सारी लाख की रंग-बिरंगी गोलियाँ बनाकर देता था।

गाँव के सभी बच्चे बदलू को बदलू काकाकहकर बुलाते थे इसलिए लेखक भी उसे बदलू मामान कहकर बदलू काकाकहता था।

प्रश्न-30 मशीनी युग से बदलू के जीवन में क्या बदलाव आया?

उत्तर मशीनी युग के कारण बदलू का सुखी जीवन दुःख में बदल गया था। गाँव की सभी स्त्रियाँ काँच की चूड़ियाँ पहनने लगी थी। बदलू की कला को अब कोई महत्व नहीं देता था। उसकी चूड़ियों की माँग अब नहीं रही थी। उसका व्यवसाय ठप पड़ गया था। शादी ब्याह से मिलने वाला अनाज, कपडे तथा अन्य उपहार उसे अब नहीं मिलते थे। उसकी आर्थिक हालत बिगड़ गई जिससे उसके स्वास्थ पर भी बुरा असर पड़ा।

प्रश्न-31 गाँव की बोली में कई शब्दों के उच्चारण बदल जाते हैं। कहानी में बदलू वक्त (समय) को बखत, उम्र (वय/आयु) को उमर कहता है। इस तरह के अन्य शब्दों को खोजिए जिनके रूप में परिवर्तन हुआ हो, अर्थ में नहीं।

उत्तर उम्र उमर

मर्द मरद

भैया भइया

ग्राम गाँव

प्रश्न-32 ‘बदलूकहानी की दृष्टि से पात्र है और भाषा की बात (व्याकरण) की दृष्टि से संज्ञा है। किसी भी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, विचार अथवा भाव को संज्ञा कहते हैं। संज्ञा को तीन भेदों में बाँटा गया है

(क) व्यक्तिवाचक संज्ञा, जैसे लला, रज्जो, आम, काँच, गाय इत्यादि

(ख) जातिवाचक संज्ञा, जैसे चरित्र, स्वभाव, वजन, आकार आदि द्वारा जानी जाने वाली संज्ञा।

(ग) भाववाचक संज्ञा, जैसे सुंदरता, नाजुक, प्रसन्नता इत्यादि जिसमें कोई व्यक्ति नहीं है और न आकार या वजन। परंतु उसका अनुभव होता है। पाठ से तीनों प्रकार की संज्ञाएँ चुनकर लिखिए।

उत्तर – (क) व्यक्तिवाचक संज्ञा बदलू, बेलन, मचिया, मामा, जमींदार, बदलू ।

(ख) जातिवाचक संज्ञा आदमी, मकान, शहर, स्त्रियों, बेटी, बच्चे, चूड़ियों, चारपाई ।

(ग) भाववाचक संज्ञा स्वभाव, रूचि, व्यथा, प्रसन्नता, शांति, बीमार।

प्रश्न-33 बदलू के घर और उसके आस पास के दृश्य का वर्णन संक्षेप में कीजिए।

उत्तर बदलू का मकान कुछ ऊँचे पर बना था। मकान के पास एक बड़ा सा सहन था जिसमें एक पुराना नीम का वृक्ष लगा था। उसी के नीचे बैठ कर बदलू अपना काम किया करता था। बगल में भट्टी दहकती रहती जिसमें वह लाख पिघलाया करता। सामने एक लकड़ी की चौखट पड़ी रहती जिस पर लाख के मुलायम होने पर वह उसे सलाख के समान पतला करके चूड़ी का आकर देता। पास में चार छह विभिन्न आकार की बेलननुमा मुँगेरियाँ रखी रहतीं। लाख की चूड़ी का आकार देकर वह उन्हें मुँगेरियों पर चढ़ाकर गोल और चिकना बनता और फिर उनमें रंग करता।

लेखक ने पाठ में अपना नाम क्या बताया है?

प्रश्न-3 लेखक ने पाठ में अपना क्या नाम बताया है? उत्तर – लेखक ने पाठ में अपना नाम जनार्दन बताया है। प्रश्न-4 बदलू को संसार में किस चीज़ से चीढ़ थी?

लाख की चूड़ियाँ पाठ के लेखक का क्या नाम है बताइए?

प्रश्न- लाख की चूड़ियाँ के लेखक कौन हैं? उत्तर- लाख की चूडियां पाठ के लेखक कामतानाथ हैं।

पाठ लाख की चूड़ियाँ में लेखक बदलू को क्या कहकर बुलाता था और क्यों?

लेखक को बदलू काका से अत्यधिक लगाव था। वह लेखक को ढेर सारी लाख की रंग-बिरंगी गोलियाँ देता था इसलिए लेखक अपने मामा के गाँव चाव से जाता था। गाँव के सभी लोग बदलू को 'बदलू काका' कहकर बुलाते थे इस कारण लेखक भी 'बदलू मामा' न कहकर 'बदलू काका' कहता था

लेखक ने बदलू काका को अपना नाम क्या बताया था?

परन्तु लेखक के लिए वह लाख की रंग बिंरगी सुन्दर गोलियाँ बनाकर दिया करता। जिसके कारण लेखक सदैव बदलू के पास जाता और यही कारण है कि लेखक को उसके मामा का गाँव भाता था। बदलू को समस्त गाँव ही बदलू काका कहकर बुलाया करता था