वैदिक काल में मुख्य मनोरंजन क्या था? - vaidik kaal mein mukhy manoranjan kya tha?

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इसे सुनेंरोकेंफिर भी उनके साधन जो थे, उनका प्रयोग आज भी किया जाता है। जिसे घुड़सवारी, चौपाल, ढोलक, शतरंज और कई क्षेत्रीय संगीत से लोग अपना शौक पूरा कर लेते थे। पर आज के दौर में मनोरंजन के साधनों की कोई कमी नही है। कम्प्यूटर, मोबाइल, इंटरनेट, आदि कई साधन है जिनसे लोग अपना मनोरंजन कर लेते है।

वैदिक काल में मुख्य मनोरंजन क्या था?

इसे सुनेंरोकेंसंगीत, रथदौड़, घुड़दौड़ आर्यों के मनोरंजन के साधन थे. (33) आर्यों का मुख्य व्यवसाय खेती और पशुपालन था.

मनोरंजन के आपके पसंदीदा साधन क्या हैं?

इसे सुनेंरोकेंआज मनोरंजन का मुख्य साधन है- रेडियो । रेडियो पर तरह-तरह के कार्यक्रम तथा मीठी और सुरीली तान सुनकर श्रोता आनंद-विभोर हो उठते हैं । मनोरंजन के साधनों में टेलीविजन का भी प्रमुख स्थान है । यह एक नया आविष्कार है ।

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मनोरंजन कौशल क्या है?

इसे सुनेंरोकेंमनोरंजन गतिविधि का एक रूप है जो दर्शकों का ध्यान और रुचि रखता है, या खुशी और प्रसन्नता देता है। यह एक विचार या कार्य हो सकता है, लेकिन दर्शकों का ध्यान रखने के उद्देश्य से हजारों वर्षों से विकसित गतिविधियों या घटनाओं में से एक होने की अधिक संभावना है।

मनुष्य के लिए मनोरंजन क्यों आवश्यक है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: “पर स्वास्थ्य की दृष्टि से मानव हो या कोई भी जीव अगर वह मनोरंजन के लिए कुछ नहीं करता है तो उसके जीवन के क्षण कम होते जाते हैं, वह तनावग्रस्त हो जाता है। उसका जीवन उसके लिए बोझ बनने लगता है। इसलिए आज के मानव को अपने जीवन के मानसिक तनाव को दूर करने के लिए मनोरंजन का सहारा लेना ही चाहिए।”

अतीत में मनोरंजन के साधन क्या थे?

इसे सुनेंरोकेंरेडियो सुनना मुफ्त मनोरंजन का एक रूप था जो बहुत व्यापक था, और प्रत्येक प्रकार के दर्शकों के लिए प्रसारण थे। लिटिल अनाथ एनी बच्चों का कार्यक्रम संयुक्त राज्य अमेरिका में बहुत प्रसिद्ध था।

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हमें मनोरंजन से क्या लाभ है?

इसे सुनेंरोकेंअच्छा मनोरंजन हमारी विचार-शक्ति को धार देता है। मनोरंजन के बिना जीवन में कोई भी रंग, ऊर्जा नहीं सकते। जब हम कोई कॉमेडी फिल्म देखते हैं और खुलकर हंसते है तो हमारे शरीर के अंदरूनी तत्व स्वस्थ और मजबूत होते हैं। इसी प्रकार जब हम कोई गम्भीर फिल्म देखते है तो हम भी रोने लगते है जिससे हमारा भी दु:ख व कम कम होता हैं।

दोस्तों, आज हम वैदिक सभ्यता या वैदिक काल के बारे में जानेंगे, जैसे की हमने पिछले आर्टिकल में सिंधु घाटी सभ्यता के बारे में जाना और देखा की कैसे उसका पतन हुआ था। 

सिंधु घाटी सभ्यता के पतन के बाद प्राचीन भारतीय इतिहास में एक खालीपन देखने को मिलता है, जैसे की हमने पिछले आर्टिकल में जाना था की लगभग 1800 ईसा पूर्व तक सिंधु घाटी सभ्यता का पतन हो गया था, उसके बाद कुछ वर्षों तक हमें इतिहास में एक खालीपन देखने को मिलता है अर्थात कोई भी सभ्यता देखने को नहीं मिलती है। 

बाद में 1500 ईसा पूर्व में वैदिक सभ्यता का जन्म भारत में होता है, लेकिन दोस्तों भारत में जो सभ्यताओं के विकास का क्रम है वह थोड़ा उल्टा है। 

जैसे की हमने पिछले आर्टिकल में जाना की भारत की सबसे प्राचीन सभ्यता सिंधु घाटी सभ्यता थी, जो की एक नगरीय सभ्यता थी अर्थात यहाँ आज के नगरों की तरह रहन-सहन और व्यापार प्रधान सभ्यता थी जबकि इसके पतन के बाद जो बाद में सभ्यता आयी जो वैदिक सभ्यता थी वह एक ग्रामीण सभ्यता थी। 

इस प्रकार जैसे हम पढ़ते हैं की इंसान ग्रामीण क्षेत्र से विकास करते हुए नगरीकरण की तरफ बढ़ता है, लेकिन प्राचीन भारतीय इतिहास में थोड़ा उल्टा है, यहाँ पहले एक नगरीय सभ्यता यानी सिंधु घाटी सभ्यता थी फिर उसके बाद एक ग्रामीण सभ्यता आयी यानी वैदिक सभ्यता जिसके संबंध में हम आज जानेंगे। 

पहले वैदिक सभ्यता को ही भारत की सबसे प्राचीन सभ्यता माना जाता था परंतु जब सिंधु घाटी सभ्यता की खोज हुई तब सिंधु घाटी सभ्यता को भारत की सबसे प्राचीन सभ्यता के रूप में देखा जाने लगा। 

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1 वैदिक सभ्यता का परिचय

1.1 आर्यों का मूल निवास स्थान

2 वैदिक सभ्यता के स्रोत

2.1 पुरातात्विक स्रोत

2.2 साहित्यिक स्रोत

2.2.1 ऋग्वेद

2.2.2 सामवेद

2.2.3 यजुर्वेद

2.2.4 अथर्ववेद

3 पूर्व वैदिक काल ( ऋग्वैदिक काल )

3.1 राजनीतिक जीवन

3.2 सामाजिक जीवन

3.2.1 पूर्व वैदिक काल की विदुषी महिलाएं

3.3 आर्थिक जीवन

3.4 धार्मिक जीवन

4 उत्तर वैदिक काल

4.1 राजनीतिक जीवन

4.2 सामाजिक जीवन

4.2.1 उत्तर वैदिक काल की विदुषी महिलाएं

4.3 आर्थिक जीवन

4.4 धार्मिक जीवन

5 वैदिक कालीन नदियों के आधुनिक नाम

6 वैदिक सभ्यता – Vedic Period in Hindi

7 बार बार पूछे जाने वाले प्रश्न

7.1 वैदिक काल की शुरुआत कब हुई थी?

7.2 वैदिक काल का समय कब से कब तक है?

7.3 वैदिक काल से आप क्या समझते हैं?

7.4 वेद किसने लिखा था?

7.5 वैदिक युग के प्रमुख देवता कौन थे?

7.6 वैदिक काल में आर्य कौन थे?

7.7 वेदों की संख्या कितनी होती है?

वैदिक सभ्यता का परिचय   

दोस्तों, जो काल पूर्ण रूप से वेदों पर आधारित था और जिस काल में वेदों की रचना हुई, उसे हम वैदिक काल या वैदिक सभ्यता के रूप में जानते हैं। 

इस वैदिक सभ्यता या वैदिक काल में 4 वेदों की रचना हुई थी जो कुछ इस प्रकार थे:

1.ऋग्वेद2.सामवेद3.यजुर्वेद4.अथर्ववेदVedic Period in Hindi – वैदिक सभ्यता

वैदिक सभ्यता या वैदिक काल का समय 1500 ईसा पूर्व से लेकर 600 ईसा पूर्व तक का माना जाता है, परंतु इसको दो भागों में बांटा जाता है, जो कुछ इस प्रकार है:

1. पूर्व वैदिक काल ( 1500 ईसा पूर्व – 1000 ईसा पूर्व )

2. उत्तर वैदिक काल ( 1000 ईसा पूर्व – 600 ईसा पूर्व ) 

दोस्तों, जो पूर्व वैदिक काल था उसकी जानकारी हमें ऋग्वेद से प्राप्त होती है इसलिए इस पूर्व वैदिक काल को ऋग्वैदिक काल भी कहते हैं और उत्तर वैदिक काल की जानकारी बाकी तीन वेदों से हमें प्राप्त होती है। 

पूर्व वैदिक काल का समय 1500 ईसा पूर्व से लेकर 1000 ईसा पूर्व तक का माना जाता है और उत्तर वैदिक काल का समय 1000 ईसा पूर्व से लेकर 600 ईसा पूर्व तक का माना जाता है। 

वैदिक शब्द का अर्थ ज्ञान होता है और यह शब्द वेद से बना है। 

भारत में इस वैदिक सभ्यता के निर्माता के रूप में आर्य लोगों को देखा जाता है और आर्य एक संस्कृत का शब्द है जिसका अर्थ श्रेष्ठ होता है और यह श्रेष्ठता कोई जातिगत रूप में नहीं बल्कि भाषा के रूप में जो लोग श्रेष्ठ थे उन्होंने अपने आप को आर्य कहा और इन आर्यों ने भारत में वैदिक सभ्यता की स्थापना की।

वैदिक काल में मनोरंजन क्या था?

संगीत, रथदौड़, घुड़दौड़ आर्यों के मनोरंजन के साधन थे. (33) आर्यों का मुख्य व्यवसाय खेती और पशुपालन था.

प्राचीन काल के मनोरंजन के साधन कौन कौन से थे?

प्राचीन काल के मनोरंजन के साधन आखेट, कथा-कहानी, आपबीती, तैराकी, घुड़सवारी, पर्यटन, चौसर, खेल-तमाशे, कला, प्रदर्शन, नृत्य, संगीत, बाजे, गाना आदि थे। मनुष्य इन साधनों के द्वारा मनोरंजन किया करता था। उस समय ये साधन बहुत ही सीमित होने के साथ साथ कम लागत और खर्च के होते थे

वैदिक काल में किसकी पूजा की जाती है?

देवता: वैदिक साहित्य प्रधानतया धर्मपरक है। अत: इस युग के धार्मिक विश्वासों के सम्बन्ध में उनसे बहुत विशद रूप से परिचय प्राप्त होता है। उसी काल के आर्य विविध देवताओं की पूजा करते थे। इन्द्र, मित्र, वरुण, अग्नि, यम आदि ऐसे अनेक देवता थे, जिन्हें तृप्त व सन्तुष्ट करने के लिए वे अनेक विविध-विधानों का अनुसरण करते थे।

मुख्य मनोरंजन क्या है?

कई प्रकार के साधन बाड़ें जिनहन से लोग के आनंद मिले ला जइसे कि खेलकूद, संगीत, सिनेमा, साहित्य, पर्यटन इत्यादि।