वो इंसान कभी आपकी कदर नहीं करेगा, मत बहा आंसू बेकद्रो के लिए, सीख जाओ वक्त पर किसी की चाहत की कदर करना, माना तेरी नजरों में मेरे प्यार की कदर कुछ भी नही, ना तोड़ो रिश्तें थोड़ा सबर करो, कदर
करो उसकी जो तुम्हे दिल से चाहता है, जो अपने माँ-बाप की कदर करते है, प्यार इतना ही रखो कि दिल संभल जाए, ना कर झूठी तारीफ़ अपने शहर की इस क़दर, ऑनलाइन तो सब होते हैं इगो को साइड पर रखकर, जो लोग मोहब्बत की कदर
करते हैं, जो मुफ्त में मिलता है, जो अपनी परिश्रम से गदर करते है, वक्त रहते वक्त की कदर करना सीख गये, यही तो फितरत है इंसान की, वो इंसान कभी आपकी कदर नहीं करेगा, पहले मेहमान घर आते थे तो कदर होती थी, रिश्तों की कदर पैसों की तरह करनी चाहिए, कदर करनी है तो जीते जी करो, रिश्तों की कदर भी पैसों की तरह कीजिए जनाब, जिसे कदर होती है वो छोड़ कर जाते नही, वक़्त निकल जाने के बाद कदर की जाए, अगर आप चाहते हो की आपके बच्चे कदर करे, शिकायतें कितनी भी हो उन्हें दिल में नही रखनी चाहिए, गरीब हो या अमीर, सबकी कदर करते है, ये दिल उसी इंसान पर मरता है, अपनो से रिश्ता कभी नही तोड़ना चाहिए, कदर करना सीखो उस प्यार की, कदर किरदार की होती है, जिस कदर उसकी कदर की हमनें, कदर मैंने की उसके प्यार, चाहत और जज्बात की, |