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जब बात सोने की शुद्धता की आती है तो सोने को मुख्य रूप से 3 कैटेगरी में बांटा जाता है। 24 कैरेट सोना सबसे पहले आता है, जो 99.99 फीसदी शुद्ध होता है। इससे शुद्ध सोना नहीं होता। इसे 999 गोल्ड भी कहा जाता है। 24 कैरेट सोने को ईंट या बार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। जो लोग सिर्फ निवेश के लिहाज से सोना खरीदना चाहते हैं, वह 24 कैरेट के सोने की ईंटें बार खरीदते हैं। अब समझिए क्या होता है 22 कैरेट सोना24 कैरेट के सोना से आभूषण नहीं बनाए जा सकते। ऐसे में 22 कैरेट सोना बड़े काम का साबित होता है। यह सोना 91.67 फीसदी शुद्ध होता है। यानी इसमें 8.33 फीसदी दूसरी धातुएं मिलाएं जाती हैं। या इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि 22 कैरेट सोने में 22 भाग सोना होता है, जबकि 2 भाग चांदी, तांबा, जिंक जैसी अन्य धातुएं होती हैं। इसे 916 गोल्ड के नाम से भी जाना जाता है। क्या होता है 18 कैरेट सोना?22 कैरेट सोने की तरह ही 18 कैरेट सोना भी शुद्ध नहीं होता है। इसमें 18 भाग सोना और 6 भाग बाकी धातुएं मिलाई जाती हैं। यानी यह सोना 75 फीसदी शुद्ध होता है, जिसमें 25 फीसदी बाकी धातुएं होती हैं। हालांकि, ज्वैलर्स ने इसकी और भी कैटेगरी बना दी हैं, जैसे 23 कैरेट, 16 कैरेट, 14 कैरेट, 10 कैरेट आदि। वह कैरेट के हिसाब से उसमें दूसरी धातुएं मिलते हैं और ज्वैलरी बेचते हैं। अब जानिए 24 कैरेट से क्यों नहीं बनती ज्वैलरीजब आप ज्वैलर के पास जाते हैं तो वह आपको तमाम ज्वैलरी दिखाते हुए ये जरूर बताता होगा कि यह ज्वैलरी 22 कैरेट की है, वह 18 कैरेट की है, लेकिन 24 कैरेट की ज्वैलरी नहीं दिखाता। ऐसा इसलिए क्योंकि 24 कैरेट से ज्वैलरी नहीं बनाई जाती हैं। 24 कैरेट यानी 99.99 फीसदी शुद्धता वाले सोने से ज्वैलरी इसलिए नहीं बनाई जाती क्योंकि वह बहुत ही मुलायम होता है। ऐसे में 24 कैरेट सोने से बने गहने बड़ी ही आसानी से अपनी डिजाइन खो देंगे। ऐसे में उस सोने को थोड़ा सख्त बनाने के लिए उसमें बाकी धातुएं मिलाई जाती हैं। किसे खरीदना चाहिए कौन सा सोना?अगर आप गहने खरीदते हैं तो यह समझ लीजिए कि वह पूरी तरह से शुद्ध नहीं होंगे। अधिकतम शुद्धता वाला गहना भी 22 कैरेट सोने का होगा। तो अगर आपको इस्तेमाल के लिए सोना खरीदना है या किसी को गिफ्ट देना है तो सोने की ज्वैलरी खरीदें। अगर आप सिर्फ निवेश करने के मकसद से सोना खरीदना चाहते हैं तो आपको सोने की ईंट या बार खरीदना चाहिए, जो 24 कैरेट का होता है। निवेशकों को गहने खरीदने से उन्हें बेचते वक्त नुकसान होता है, क्योंकि गहनों पर मेकिंग चार्ज समेत की चार्ज लगते हैं, जो खरीदते वक्त तो आप चुकाते हैं, लेकिन बेचते वक्त वह आपको नहीं मिलते। कैसे चेक करें सोना असली है या नकली?सोने की कीमतें गिरने से सोने के गहनों की ओर लोगों का रुझान तेजी से बढ़ा है। बहुत सारे ठग भी ऐसे ही मौकों के इंतजार में रहते हैं कि लोग सस्ता सोना देखकर जल्दबाजी में उसे खरीदें और नकली चीज को सोना कहकर बेच दिया जाए। सस्ते सोने के इस दौर में अगर आप भी सोना खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो आइए जानते हैं नकली सोने की पहचान करने के 5 आसान से तरीके। 1- हॉलमार्क जरूर देखेंसोना खरीदते समय सबसे पहले आपको उस पर हॉलमार्क जरूर देखना चाहिए। हॉलमार्क सर्टिफिकेशन का मतलब है कि सोना असली है। यह सर्टिफिकेशन ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड की तरफ से दिया जाता है। जाने-माने ब्रांड्स में तो आपको सभी गहने हॉलमार्क वाले ही मिलेंगे, लेकिन स्थानीय ज्वैलर्स कई बार बिना हॉलमार्क के गहने भी बेचते हैं, जिनके असली या नकली होने की पहचान आपको खुद करनी होगी। 2- चुंबक से टेस्ट करें सोनाध्यान रहे कि सोने में चुंबकीय गुण नहीं होते या यूं कहें कि वह चुंबक की ओर आकर्षित नहीं होता है। अगर आपका गहना चुंबक की ओर खिंचने लगे तो समझ लीजिए कि वह नकली है, जबकि अगर उस गहने पर चुंबक का कोई असर ना हो तो वह टेस्टिंग के पहले दौर में पास हो जाएगा। सोने पर कभी जंक भी नहीं लगता है, तो अगर सोने पर जंक लगा दिखे तो समझ जाइए कि वह नकली है और ऐसा नकली सोना चुंबक की ओर खिंचेगा। 3- फ्लोटिंग टेस्टसोने की एक खास बात होती है कि वह हार्ड मेटल है, इसलिए इसका फ्लोटिंग यानी तैरने का टेस्ट किया जा सकता है। एक बाल्टी में थोड़ा पानी लीजिए और फिर अपने सोने के गहने को उस पानी में डाल दीजिए। अगर आपकी ज्वैलरी डूब गई, तो समझिए वह फ्लोटिंग टेस्ट में भी पास हो गई, लेकिन अगर वह तैरने लगी तो समझ जाइए कि दुकान वाले ने आपको असली बोलकर नकली सोना बेच दिया है। 4- एसिड टेस्टअसली सोने पर नाइट्रिक एसिड का कोई असर नहीं होता है। हालांकि, अगर वह कॉपर, जिंक, स्टरलिंग सिल्वर या कुछ और है तो उस पर नाइट्रिक एसिड का असर देखने को मिल जाएगा। टेस्ट करने के लिए गहने को थोड़ा सा स्क्रैच करें और उस पर नाइट्रिक एसिड डालें। अगर वह सोना है तो उस पर कोई असर नहीं होगा। हालांकि, ये टेस्ट करते समय पूरी सावधानी बरतें, वरना एसिड से आपको नुकसान हो सकता है। 5- विनेगर टेस्टलगभग हर किचन में विनेगर आसानी से उपलब्ध होता है। अगर आप अपने सोने के गहने पर विनेगर की कुछ बूंदें डालें तो आपके गहने पर कोई असर नहीं होगा, बशर्ते वह असली सोना हो। अगर वह नकली सोना हुआ तो विनेगर की बूंदें जहां भी पड़ेंगी, गहने का रंग बदल जाएगा। तो अगर आप भी सस्ता सोना खरीदने की सोच रहे हैं तो इन 5 तरीकों को ध्यान में रखें और असली सोना खुद टेस्ट कर लें। यह वीडियो भी देखें
How To Test Fake Gold: कैसे पहचानें सोना असली है या नकली, ये हैं 5 आसान से तरीके! Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें 18 कैरेट सोने में खरे सोने का प्रतिशत क्या है?18 कैरेट सोने के बारे में (About 18 Carat Gold)
बात करें 18 कैरेट सोने की तो इसमें 75 प्रतिशत सोना और 25 प्रतिशत दूसरी धातुओं जैसे तांबा, चांदी मिला होता है।
18 कैरेट में शुद्ध सोना कितना होता है?इसमें 99.9 फीसदी सोना रहता है। 22 कैरेट में 91.6 फीसदी, 18 कैरेट में 75 फीसदी और 14 कैरेट में 58.5 फीसदी गोल्ड होता है।
तनिष्क सोना महंगा क्यों है?तनिष्क, कल्याण, रिलायंस के गहने इतने महंगे होने के कई कारण हैं. यह एक क्वालिटी मेन्टेन करते हैं जिससे ग्राहक इनके प्रति आकर्षित होते हैं, क्योंकि हर कोई चाहता है भले ही दो पैसे ज्यादा खर्च हो जाएं पर जो गहने वह लें वह बताई गई डिटेल के अनुसार ही हो, मतलब उतना शुद्ध और प्रामाणिक जितना उन्हें बताया गया है.
सबसे अच्छा सोना कौन से कैरेट का होता है?24 कैरेट गोल्ड, सोने की 99.9 प्रतिशत शुद्धता को दर्शाता है। वहीं 22 कैरेट सोना 91 प्रतिशत तक शुद्ध माना जाता है। 22 कैरेट गोल्ड में 9 प्रतिशत भाग दूसरे धातुओं का होता है। जिंक और तांबे जैसे धातु इस गोल्ड में पाए जाते हैं।
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