इसे सुनेंरोकेंकिसी ठोस पदार्थ का गलनांक (या द्रवणांक (melting point) वह तापमान होता है जिस पर वह अपनी ठोस अवस्था से पिघलकर द्रव अवस्था में पहुँच जाता है। जब किसी पदार्थ की अवस्था द्रव से ठोस अवस्था में परिवर्तित होती है तो जिस तापमान पर यह होता है उस तापमान को हिमांक (freezing point) कहा जाता है। Show
धातुओं के गलनांक एवं क्वथनांक कैसे होते हैं? इसे सुनेंरोकेंउदाहरण के लिए: (i) मर्करी को छोड़कर सारी धातुएँ कमरे के ताप पर ठोस अवस्था में पाई जाती हैं। प्राकृतिक पदार्थ है एवं इसका गलनांक तथा क्वथनांक बहुत अधिक होता है। कार्बन का एक अन्य अपररूप ग्रेफाइट, विद्युत का सुचालक है। (iv) क्षारीय धातु (लीथियम, सोडियम, पोटैशियम) इतनी मुलायम होती हैं कि उनको चाकू से भी काटा जा सकता है। पढ़ना: क्या करें कनाडा के वीजा के लिए आॅनलाइन आवेदन? निखिल का गलनांक कितना होता है?निकिल गलनांक किसे कहते हैं बर्फ़ का गलनांक कितना होता है? इसे सुनेंरोकेंबर्फ के लिए, गलनांक 0°C या 273K होता है। गलनांक वह तापमान होता है जिस पर कोई ठोस द्रव में बदल जाता है। अत: विकल्प 3 सही है। गलनांक जिस पर बर्फ एक ठोस पानी में बदल जाती है, वह गलनांक 32 ° F (0 ° C) होता है। क्वथनांक और गलनांक से आप क्या समझते हैं?इसे सुनेंरोकेंजिस तापक्रम पर कोई ठोस पदार्थ पिघल कर द्रव अवस्था में परिवर्तित होना प्रारम्भ करता है वह तापक्रम उस पदार्थ का गलनांक कहलाता है । जिस तापक्रम पर कोई द्रव पदार्थ वाष्प की अवस्था में परिवर्तित होने लगता है वह तापक्रम उस पदार्थ का क्वथनांक कहलाता है । इसे सुनेंरोकेंकिसी ठोस पदार्थ का गलनांक (या द्रवणांक (melting point) वह तापमान होता है जिस पर वह अपनी ठोस अवस्था से पिघलकर द्रव अवस्था में पहुँच जाता है। गलनांक पर ठोस और द्रव प्रावस्था साम्यावथा में होती हैं। पढ़ना: राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना कब लागू हुई? क्वथनांक और गलनांक में क्या अंतर है? इसे सुनेंरोकेंवह ताप जिस पर ठोस अवस्था उसकी द्रव अवस्था में परिवर्तित होती है, उसका गलनांक कहलाता है। जब एक ठोस गलनांक ताप प्राप्त कर लेता है तो ताप तब तक स्थिर रहता है जब तक कि सम्पूर्ण ठोस द्रव में परिवर्तित न हो जाए। वह ताप जिस पर एक द्रव उसकी वाष्प अवस्था में परिवर्तित होता है, उसका क्वथनांक कहलाता है। गलनांक कैसे ज्ञात की जाती है?इसे सुनेंरोकेंकिसी भी पदार्थ का गलनांक का मान दाब पर भी निर्भर करता है , सामान्यता गलनांक को मानक दाब पर परिभाषित किया जाता है , जैसे एक वायुमंडलिय दाब पर। उदाहरण : जैसे बर्फ 0 डिग्री सेल्सियस ताप पर जल में परिवर्तित होने लगता है अत: इसका गलनांक 0 °C होता है। धातु के गलनांक एवं क्वथनांक क्या होते हैं? इसे सुनेंरोकेंपारद को छोड़कर (गलनांक -38.87 सें.) और सारे धातु साधारण ताप पर ठोस हैं। सीजियम तथा गैलियम धातु का गलनांक क्रमश: 280 सें. तथा 29.780 सें. हैं। गलनांक, हिमांक और क्वथनांक किसे कहते हैं | गलनांक किसे कहते हैं, हिमांक किसे कहते हैं, क्वथनांक किसे कहते हैं.गलनांक (Melting point) किसे कहते हैं.वह निश्चित ताप जिस पर ठोस पदार्थ द्रव अवस्था में परिवर्तित हो जाए, उसे उस पदार्थ का ‘गलनांक’ कहते हैं। हिमांक (Freezing Point) किसे कहते हैं.वह निश्चित ताप जिस पर कोई द्रवित पदार्थ ठोस पदार्थ में परिवर्तित हो जाता है, उसे उस पदार्थ का ‘हिमांक’ कहते हैं तथा यह प्रक्रिया ‘हिमीकरण’ कहलाती है। क्वथनांक (Boiling point) किसे कहते हैं.वह ताप जिस पर द्रव का वाष्पदाब वायुमंडलीय दाब के बराबर हो जाए, उस द्रव का ‘क्वथनांक’ कहलाता है। द्रव में अशुद्धियाँ मिला देने से उसका क्वाथनांक बढ़ जाता है। ऊँचाई पर वायुमंडलीय दाब कम होने के कारण ही जल 100°C से कम तापमान पर ही उबलने लगता है। जल के लिये वास्तविक क्वाथनांक 100°C होता है। Contents
What is Melting Point and Boiling Point ?गलनांक (Melting Point)किसी ठोस पदार्थ का गलनांक या द्रवणांक (melting point) वह तापमान होता है जिस पर वह अपनी ठोस अवस्था से पिघलकर द्रव अवस्था में पहुँच जाता है। गलनांक पर ठोस और द्रव प्रावस्था साम्यावथा (संतुलन की स्थिति) में होती हैं। जब किसी पदार्थ की अवस्था द्रव से ठोस अवस्था में परिवर्तित होती है तो जिस तापमान पर यह होता है उस तापमान को हिमांक (freezing point) कहा जाता है। कई पदार्थों में परमशीतल (Ultimate cool) होने की क्षमता होती है, इसलिए हिमांक को किसी पदार्थ की एक विशेष गुण नहीं माना जाता है। इसके विपरीत जब कोई ठोस एक निश्चित तापमान पर ठोस से द्रव अवस्था ग्रहण करता है वह तापमान उस ठोस का गलनांक कहलाता है। गलनांक पर प्रभावगर्म करने पर जिन पदार्थों का आयतन बढ़ता है, दाब बढ़ाने पर उनका गलनांक भी बढ़ जाता है, जैसे मोम, घी, आदि में गर्म करने पर जिन पदार्थों का आयतन घट जाता है, दाब बढ़ाने पर उनका गलनांक भी कम हो जाता है। ऐसे पदार्थ हैं बर्फ, आदि। क्वथनांककिसी द्रव का क्वथनांक वह ताप है जिस पर द्रव के भीतर वाष्प दाब, द्रव की सतह पर आरोपित वायुमंडलीय दाब के बराबर होता है। उसे ही द्रव का क्वथनांक (Boiling Point) कहते है l यह वायुदाब के साथ परिवर्तित होता है और वायुदाब के बढ़ने पर द्रव के क्वथन (Boiling) हेतु अधिक उच्च ताप की आवश्यकता होती है। क्वथनांक पर प्रभावसभी द्रवों का क्वथनांक उनकी खुली सतह पर दाब बढ़ाने से बढ़ जाता है। उदाहरण के लिए, साधारण वायुमण्डलीय दाब पर पानी का क्वथनांक 1,000°C होता है, परन्तु यदि दाब को दो गुना कर दिया जाए तो जल का क्वथनांक लगभग 125°C हो जाता है l उदाहरणप्रेशर कुकरः यह एक ऐसी युक्ति (Device) है जिसमें पृथ्वी तल तथा पहाड़ों पर भी खाना शीघ्रता से पकाया जा सकता है। किसी द्रव का क्वथनांक उसकी खुली सतह पर पड़ने वाले दाब पर निर्भर करता है। सामान्य वायुमण्डलीय दाब पर जल 100°C पर उबलता है। लेकिन जब दाब को बढ़ाया जाता है, तो जल का क्वथनांक बढ़ जाता है। प्रेशर कुकर में पानी के भाप को इकट्ठा करके उसके ऊपर दाब बढ़ाया जाता है जिससे पानी का क्वथनांक बढ़ जाता है। फलस्वरूप पानी, भाप बनने से पहले, ऊष्मा की अधिक मात्रा ग्रहण करता है और खाना शीघ्र पक जाता है। ऊंचाई अधिक हो जाने पर भी प्रेशर कुकर के अन्दर भरे हुए पानी की सतह पर पड़ने वाले दाब पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। अत: पहाड़ों पर तथा वायुयान के अन्दर भी प्रेशर कुकर द्वारा खाना शीघ्रता से पक जाता है। क्वथनांक एवं गलनांक से आप क्या समझते हैं?वह ताप जिस पर ठोस अवस्था उसकी द्रव अवस्था में परिवर्तित होती है, उसका गलनांक कहलाता है। जब एक ठोस गलनांक ताप प्राप्त कर लेता है तो ताप तब तक स्थिर रहता है जब तक कि सम्पूर्ण ठोस द्रव में परिवर्तित न हो जाए । वह ताप जिस पर एक द्रव उसकी वाष्प अवस्था में परिवर्तित होता है, उसका क्वथनांक कहलाता है।
क्वथनांक से आप क्या समझते हैं?किसी द्रव का क्वथनांक वह ताप है जिसपर द्रव के भीतर वाष्प दाब, द्रव की सतह पर आरोपित वायुमंडलीय दाब के बराबर होता है। यह वायुदाब के साथ परिवर्तित होता है और वायुदाब के बढ़ने पर द्रव के क्वथन हेतु अधिक उच्च ताप की आवश्यकता होती है।
कथन और क्वथनांक में क्या अंतर है?स्पष्ट है कि आँच के द्वारा किसी द्रव के खौलने को “क्वथन” कहते हैं और क्वथन के कारण या सामान्य रूप से द्रव के भाप बन कर उड़ने की क्रिया को “वाष्पन” कहते हैं. साइंस के नियमों के अनुसार हर द्रव के खौलने का एक निश्चित तापमान होता है जिसे उस द्रव का “क्वथनांक” कहते हैं.
गलन और गलनांक में क्या अंतर है?जब पदार्थ शुद्ध रूप में होता है तो यह एक निश्चित ताप के बाद पिघलना शुरू होता है और इस निश्चित ताप जिसके बाद ठोस पदार्थ पिघलना शुरू होता है इसे गलनांक कहते है। यदि पदार्थ अशुद्ध अवस्था में है तो इसका गलनांक निश्चित तो नहीं होता है लेकिन एक रेंग निश्चित कर दी जाती है जिसमे यह ठोस अवस्था से द्रव अवस्था परिवर्तन होती है।
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