कमल को भारत का राष्ट्रीय फूल कब घोषित किया गया था? - kamal ko bhaarat ka raashtreey phool kab ghoshit kiya gaya tha?

भारत का राष्ट्रीय पुष्प कमल के बारे में जानकारी (National flower of India In Hindi)

भारत का राष्ट्रीय फूल कमल है। किसी भी देश का राष्ट्रीय फूल उसकी संस्कृति से जुड़ा होता है। भारत का राष्ट्रीय फूल कमल आदि समय से ही भारत की संस्कृति का अभिन्न अंग रहा है। वेदों में भी कमल का फूल अर्थात पदम का गुणगान किया गया है।

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कमल के फूल का गुणगान हमारे पौराणिक कथाओं में भी किया गया है। कमल का फूल कीचड़ में जन्म लेने के बावजूद भी कीचड़ इसे दूषित नहीं कर सकता।

कमल को भारत का राष्ट्रीय फूल कब घोषित किया गया था? - kamal ko bhaarat ka raashtreey phool kab ghoshit kiya gaya tha?

कमल का फूल किसका प्रतीक है

भारत का राष्ट्रीय फूल कमल के फूल को अति पावन माना गया है जो पौराणिक समय से ही भारत में पाया जाता है। इसका बहुगुणीय औषधि के रूप में भी उपयोग होता है। कमल का फूल आध्यात्मिकता, ज्ञान और पवित्रता का प्रतीक के रूप में भी जाना जाता है।

कमल को राष्ट्रीय पुष्प कब घोषित किया गया – why lotus is our national flower

1857 के स्वतंत्रता संग्राम में प्रतीक चिन्हों में भी रोटी और खिलता हुआ कमल’ को शामिल किया गया था। यही कारण है की कमल को भारत का राष्ट्रीय फूल के रूप में अपनाया गया।

लेकिन कमल को राष्ट्रीय पुष्प कब घोषित किया गया इसका कोई इसका कोई अधिकारीक रिकार्ड उपलब्ध नहीं है। इस कारण यह प्रश्न अभी निरुत्तर है। बच्चों अगर भारत के राष्ट्रीय फूल कमल पर निबंध के वारें में विशेष जानकारी चाहते है तो यह लेख आपको जरूर पढ़ना चाहिए।

भारतीय पासपोर्ट पर कमल के फूल को लेकर बिवाद – controversy on National flower of India

बचपन से ही हम पढ़ते और सुनते आए हैं की कमल भारत का राष्ट्रीय फूल है। लेकिन भारत की राष्ट्रीय पहचान के प्रतीक यहाँ का राष्ट्रीय फूल कमल उस वक्त विवादों के घेरे में आया।

जब भारतीय पासपोर्ट पर कमल के निशान होने पर कई राजनीतिक पार्टी ने आपत्ति उठायी। क्योंकि कमल का फूल बीजेपी का जो भारत की बड़ी राजनीतिक पार्टी है उसका चुनाव चिन्ह है।

इस कारण भारत का राष्ट्रीय फूल कमल को भगवाकरण से जोड़कर भी देखा गया। भारतीय पासपोर्ट पर कमल का पुष्प के निशान का मुद्दा लोकसभा में भी उठा। विदेश मंत्रालय ने इस पर सफाई दी और कहा भारत का राष्ट्रीय फूल कमल है।

पासपोर्ट पर कमल का निशान नए सुरक्षा फीचर्स के रूप में लगाया गया है। यह फीचर इंटरनेशन सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन के दिशा निर्देशों के तहद ही लाए गए हैं। हिन्दू समुदाय में आध्यात्मिक रूप में भी कमल का बिशेष स्थान प्राप्त है।

आज हम भारत का राष्ट्रीय फूल कमल शीर्षक के अंतर्गत, कमल का पौधा कहाँ और किस जलवायु में विकसित होता है। इसका का वैज्ञानिक नाम क्या है। हिन्दू धर्म में कमल का इतना ऊँचा स्थान क्यों प्राप्त है। तो आइए जानते है।

भारत का राष्ट्रीय फूल कमल के वैज्ञानिक नाम

भारत का राष्ट्रीय फूल कमल का वैज्ञानिक नाम नील्यूम्बो न्यूसीफेरा गेरटन है। यह एक प्रकार का जलीय पौधा है। संस्कृत में इसे ’पद्म’ के नाम से जाना जाता है। यह निमफेआ प्रजाति का जलीय पौधा है जिसे फारसी में नीलोफर के नाम से जाना जाता है।

इसके अलावा कमल का पुष्प के कई पर्यायवाची शब्द हैं। इसे पंकज, सरोज, जलज, नीरज, सरोज, कमल, वारिज,अंबुज,नलिन आदि अनेकों नामों से जाना जाता है। भारत का राष्ट्रीय फूल कमल( ‘लोटस’) को वॉटर लिली भी कहा जाता है।

कमल की उत्पत्ति – about Lotus in Hindi

कमल का पुष्प उथले शांत जल या कीचड़ में खिलता है। इसलिए इसे पंकज भी कहते है। पंकज पंक+ज से मिलकर बना है, जहॉं पंक का मतलव कीचड़ से है और ज से जन्म लेने वाला। अर्थात कीचड़ में जनम लेने बाला।

कमल का पुष्प कीचड़ में जन्म लेने के बावजूद भी कीचड़ इस पर नहीं चिपकता है। क्योंकि कमल के फूल और उसके पत्ती के ऊपर एक चिकनी मोम की तरह परत होती है। जिससे पानी के बूंद भी इसके पत्ते पर नहीं टहरते है।

कमल तलाव, पोखर अथवा गड्ढे में जहॉं पानी कम गहरा और शांत होता है। उस जगह पर निकलता है। इसका फूल पानी के सतह के ऊपर आकार खिलता है। जिस कारण lotus गंदे पानी में पनपने के बावजूद भी अशुद्ध नहीं होता है।

कमल के पौधे की विशेषता – Importance of national flower of India in hindi

Kamal ka phool सफेद और लाल दो कलर में मुख्य रूप से पाया जाता है। जैसा की हम पढ चुके हैं की लोटस के पत्ते पानी के ऊपर आकर तैरते हैं। उसी पत्ते के इर्द गिर्द कमल का सुगंधित फूल खिलता है। lotus के तने लंबे, गोलाकार और हरे रंग के होते हैं।

जिनमें हवा के के लिए रंध्र बने होते हैं। जिसके कारण ये आसानी से पानी से सतह के ऊपर आकार तैरता है। कमल के फूल में अनेकों पंखुड़ियाँ एक समानुपातिक पैटर्न में दिखाई पड़ती है। फूल की पंखुड़ी बहुत ही नाजुक और नुकीली होती है।

कमल का फूल छिछले पानी में प्रातःकाल खिलता है। और शाम के ढलने के साथ ही इनकी पंखुड़ी बंद हो जाती है। जब सुवह के बक्त तलाव या पोखर में कमल खिलता है। तव चारों तरफ अद्भुत छटा नजर आता है। उस दौरान एक मनमोहक दृश्य दिखायी पड़ता है।

कमल के फूल की खेती और उपयुक्त जलवायु

National flower of India कमल का फूल (नेलुम्बो न्यूसीफेरा) पूर्वी एशिया का मूल किस्म है। कमल का फूल भारत के आलवा दुनियाँ के कई देशों में पाया जाता है। अर्ध-उष्णकटिबंधीय जलवायु वाले क्षेत्र कमल के लिए बेहद ही अनुकूल होता है।

इस कारण ये इन क्षेत्रों में यह बहुतायत रूप में उपलब्ध होता है। यह भारत, नेपाल, म्यांमार और बांग्लादेश सहित कई अन्य दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में उगाया जाता है। इंडोनेशिया और मलेशिया में भी बहुतायत रूप में देखा जाता है।

इसके साथ यह अमेरिका के उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में भी पाया जाता है। कमल का फूल साल के बारह महीने मिलते हैं। इसलिए इसे बारहमासी फूल भी कहा जाता है।

कमल का आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व

कमल के फूल को हिन्दू धर्म में खास महत्व दिया गया है। कमल को संस्कृत में ’पद्म’ के नाम से जाना जाता है। भारतीय दर्शन और अध्यात्म के साथ कमल का पुष्प का गहरा नाता है। स्वामी विवेकानंद ने भी मुक्त कंठ से कमल की प्रशंसा किया है।

इसे हिंदू समुदाय में बहुत ही पावन माना गया है। हिन्दू समुदाय के कई देवता ब्रह्मा, सरस्वती और लक्ष्मी कमल फूल के आसान पर ही सदा विराजमान होते है। हिन्दू धर्म के पालनहार कहे जाने वाले भगवान विष्णु अपने एक हाथ में पदम अर्थात कमल धारण किए हुए दर्शाया जाता है।

इस तरह कमल का फूल हिन्दू समुदाय के लिए विशेष महत्वपूर्ण स्थान रखता है। पुराणों में वर्णन मिलता है की ब्रह्मा जी की उत्पत्ति भगवान विष्णु के नाभि से निकले कमल से हुई है।

बौद्ध दर्शन में, कमल के फूल की तुलना आत्मा से की गयी है। जैसे गंदे पानी में पनप कर भी कमल के फूल उन गंदगी से निश्चल रहता है। उसी तरह आत्मा भी कमल की तरह ही इस नश्वर संसार में निश्चल और पावन रहती है।

लक्ष्मी कमल का पौधा कैसे लगाएं

धर में लक्ष्मी कमल का पौधा लगाने से घर में शांति बनी रहती है। घर के अंदर सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है। माता लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है।

घर में लक्ष्मी कमल का पौधा उत्तर पूर्व दिशा यानी कि ईशान कोण में ही लगाना चाहिए। यह दिशा लक्ष्मी कमल का पौधा लगाने के लिए उपयुक्त मानी गई है।

कमल के औषधीय गुण और उपयोग – Use of Lotus flower in hindi

भारत का राष्ट्रीय फूल कमल का सौंदर्य के आलवा इसका औषधीय रूप में भी बड़ा महत्व है। इसके पंखुड़ी, तना, पत्ता और जड़ का किसी न किसी रूप में उपयोग किया जाता है। पुराने समय में इसके पते का उपयोग भोजन ग्रहण करने के लिए किया जाता था।

कमल (Lotus) के कंद जो जमीन में पाया जाता है। उस कंद से ही इसकी जड़ें छोटी और रेशेदार गुच्छों में निकलती है। इसके कंद को जमीन से निकलकर और पकाकर खाया जाता है।

कमल के फल को भी खाने के कम में लाया जाता है। इसके बीच बीज कठोर और आकार में अंडाकार होते हैं।

इसके वीज का रंग गहरे भूरा होता है। कमल के बीज को सूखा कर पॉपकॉर्न की तरह भूनकर खाया भी जाता है। इसमें कई विटामिन और खनिज लवण प्रचुर मात्रा में पाये जाते है।

कुछ प्रमुख देशों के नेशनल फ्लॉवर

चीन का राष्ट्रीय फूल ( National flower of China ) – Plam blossom
जपान का राष्ट्रीय फूल ( National flower of Japan) – Cherry Blossom
ऑस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय फूल (National flower of Australia) – Golden wattle
अमेरिका का राष्ट्रीय फूल (National flower of USA) – गुलाव (Rose )

भारत का राष्ट्रीय फूल कमल का महत्व

भारत का राष्ट्रीय पुष्प कमल के साथ हमारे देश की सांस्कृतिक विरासद जुड़ी है। कमल का फूल संदेश देता है की अगर हौसले बुलंद हों तो आस-पास का वाताबरण कलुषित होने के बावजूद नीचे और छोटा रहकर भी स्वामित्व संभव है।

दूसरी तरफ कमल का फूल यह भी संदेश देता है की जैसे कीचड़ में पैदा होकर कमल अपने ऊपर कीचड़ को कीचड़ को चिपकने नहीं देता। ठीक उसी तरह सदाचारी मनुष्य कठिन परिस्थिति में भी, बुराई को अपने ऊपर हावी नहीं होने देता है।

आपको भारत का राष्ट्रीय फूल कमल पर निबंध जरूर अच्छा लगा होगा, अपने सुझाव से जरूर अवगत करायें।

इन्हें भी पढे :

  • भारत माता की जय नारे की शुरुआत कव और कैसे हुई
  • भारत के 23 राष्ट्रीय प्रतीकों की सूची

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

भारत के राष्ट्रीय फूल का क्या नाम है?

भारत के राष्ट्रीय पुष्प का नाम कमल है।

कमल हमारा राष्ट्रीय फूल क्यों है?

कमल भारत के वैदिक संस्कृति से लेकर आजादी की लड़ाई में भी एक symbol का काम किया है। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान प्रतीक चिन्हों में रोटी और खिलता हुआ कमल’ सम्मिलित था।

इन्हें भी जानें : –

प्रश्न – भारत का राष्ट्रीय वृक्ष कौन सा है? उत्तर – बरगद

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प्रश्न – भारत का राष्ट्रीय खेल क्या है? उत्तर – हॉकी

प्रश्न – गुलाब किस देश का राष्ट्रीय फूल है। उत्तर – ईरान

प्रश्न – नेपाल का राष्ट्रीय पशु क्या है? उत्तर – गाय

बाहरी कड़ियाँ (External links)

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कमल को राष्ट्रीय फूल का दर्जा कब दिया गया?

1857 के स्वतंत्रता संग्राम में प्रतीक चिन्हों में भी रोटी और खिलता हुआ कमल' को शामिल किया गया था। यही कारण है की कमल को भारत का राष्ट्रीय फूल के रूप में अपनाया गया।

क्यों कमल भारत का राष्ट्रीय फूल कहा जाता है?

कमल (निलम्‍बो नूसीपेरा गेर्टन) भारत का राष्‍ट्रीय फूल है। यह पवित्र पुष्‍प है और इसका प्राचीन भारत की कला और गाथाओं में विशेष स्‍थान है और यह अति प्राचीन काल से भारतीय संस्‍कृति का मांगलिक प्रतीक रहा है। भारत पेड़ पौधों से भरा है।

भारत का राष्ट्रीय पुष्प कौन सा है?

कमल (निलम्बो नूसीपेरा गेर्टन) भारत का राष्ट्रीय फूल है। यह पवित्र पुष्प है और इसका प्राचीन भारत की कला और गाथाओं में विशेष स्थान है और यह अति प्राचीन काल से भारतीय संस्कृति का मांगलिक प्रतीक रहा है।

राष्ट्रीय पुष्प कमल किसका प्रतीक है?

कमल का फूल शांति और संस्कृति का प्रतीक है। कमल का फूल भारत का राष्ट्रीय फूल भी है, यह भारत में सदैव संस्कृति का प्रतीक रहा है। भारतीय संस्कृति में कमल के फूल का बड़ा महत्व है। कमल का फूल किसी तालाब या कीचड़ आदि में खिलने वाला फूल होता है। कमल के फूल को योग और अध्यात्म के प्रतीक के रूप में भी देखा जाता है।