कैल्शियम और विटामिन डी की कमी से क्या होता है? - kailshiyam aur vitaamin dee kee kamee se kya hota hai?

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कैल्शियम और विटामिन डी की कमी से क्या होता है? - kailshiyam aur vitaamin dee kee kamee se kya hota hai?

क्या है कैल्शियम और विटामिन डी में अंतर, जानें यहां. news18

Importance of vitamin D and Calcium: शरीर के लिए विटामिन डी और कैल्शियम दोनों ही जरूरी होते हैं. ये हड्डियों, दांतों के साथ कई अन्य समस्याओं से शरीर को सुरक्षित रखते हैं. हालांकि, दोनों के अपने अलग-अलग कार्य, महत्व हैं. दोनों की शरीर में कमी होने को किस तरह से पहचानें, इनके बीच क्या है अंतर, कैल्शियम की कमी होने से क्या लक्षण नजर आते हैं, एक्सपर्ट से जानें इस बारे में सबकुछ यहां....

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  • News18Hindi
  • Last Updated : February 23, 2022, 20:07 IST

Importance of vitamin D and Calcium: विटामिन डी, कैल्शियम की जरूरत स्वस्थ हड्डियों, दांतों के लिए बहुत जरूरी है. शरीर में इनकी कमी से ये कमजोर होने लगते हैं. साथ ही विटामिन डी, कैल्शियम कई अन्य रोगों से बचाव के लिए भी जरूरी पोषक तत्व हैं. कैल्शियम एक मिनरल है, जो ना सिर्फ हड्डियों, दांतों को स्वस्थ रखता है, बल्कि नसों, दिल, मांसपेशियों, रक्त से संबंधित समस्याओं को दूर रखने के लिए भी कैल्शियम जरूरी होता है. शरीर में कैल्शियम की कमी होने से सबसे पहले हड्डियों, दांतों की सेहत पर नकारात्मक असर पड़ता है, क्योंकि सबसे ज्यादा कैल्शियम इन्हीं में पाया जाता है. कई बार कैल्शियम और विटामिन डी के बीच मुख्य अंतर को लोग समझ नहीं पाते हैं. क्या है कैल्शियम, क्या है विटामिन डी, ये शरीर के लिए क्यों जरूरी होते हैं, इनकी कमी को कैसे पहचानें, ये जानना-समझना भी जरूरी है.

कैल्शियम और विटामिन डी की कमी में अंतर 

लाल बहादुर शास्त्री हॉस्पिटल (नई दिल्ली) में चीफ मेडिकल ऑफिसर और ऑर्थोपेडिशियन डॉ. धीरज कुमार कहते हैं कि कैल्शियम एक प्रकार का मिनरल है. सबसे ज्यादा कैल्शियम हड्डियों, दांतों में होता है. लोगों को लगता है कि कैल्शियम सिर्फ हड्डियों के लिए इस्तेमाल होता है, लेकिन ऐसा नहीं होता है. कैल्शियम मांसपेशियों, नर्व, हार्ट, ब्लड क्लॉट बनने से रोकने के लिए भी बेहद जरूरी होता है. इसकी कमी से शरीर में कई तरह के नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं. इसकी कमी होने से मांसपेशियों में दर्द होता है, खून का थक्का नहीं बनेगा. एक्सरे, बोन स्कैन के जरिए कैल्शियम की कमी का पता चलता है.

विटामिन डी एक तरह का विटामिन है. यह ऑयल सॉल्यूबल विटामिन के अंतर्गत आता है, जो पानी में नहीं घुलता है. कैल्शियम का शरीर में एब्जॉर्प्शन तभी होता है, जब आप साथ में विटामिन डी भी लेंगे. विटामिन डी का मुख्य स्रोत सूरज की रोशनी है. इसके अलावा कुछ फूड्स जैसे अंडे की जर्दी, फैटी फिश, फोर्टिफाई मिल्क में भी ये मौजूद होता है. विटामिन डी की कमी होने से रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है. विटामिन डी की कमी को जानने के लिए कई तरह के टेस्ट किए जाते हैं. कैल्शियम और विटामिन डी दोनों एक-दूसरे को मदद करते हुए शरीर में काम करते हैं. किसी की भी कमी होने से दूसरा सही तरीके से काम नहीं कर सकता है.

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शरीर में कैल्शियम की कमी को इन लक्षणों से पहचानें

  • शरीर में कैल्शियम कम होने से हड्डियों में दर्द रह सकता है.
  • मांसपेशियों में दर्द, ऐंठन होता है.
  • हाथ-पैरों में झुनझुनी, सुन्न होने की समस्या हो सकती है.
  • महिलाओं में पीरियड्स संबंधित समस्याएं हो सकती हैं.
  • दांतों की समस्या हो सकती है, दांत कमजोर होने लगते हैं.
  • ब्लड क्लॉटिंग हो सकती है.
  • याद रखने की क्षमता भी प्रभावित हो सकती है.

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कैल्शियम की कमी दूर करने के लिए खाएं ये फूड्स

कई फूड्स होते हैं, जिनमें प्राकृतिक तरीके से कैल्शियम मौजूद होता है. सोयाबीन, तिल, साबुत अनाज, दालें, बादाम, हरी सब्जियां, रागी, चीज, टमाटर, दूध और इससे बने खाद्य पदार्थ जैसे दही, पनीर, संतरा, कीवी, आम, अनानास, आंवला, ब्रोकोली, अखरोट, पिस्ता, तरबूज के बीज, बादाम, बाजरा, गेहूं, रागी आदि कैल्शियम रिच फूड्स होते हैं.

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Tags: Health, Health tips, Lifestyle

FIRST PUBLISHED : February 23, 2022, 19:59 IST

एक स्वस्थ शरीर के लिए अनेको विटामिन की आवश्यकता होती है, विटामिन डी भी उन्हीं में से एक है। अगर आप बीमारियों से दूर रहना चाहते हैं तो आपको दूसरे पोषक तत्वों की तरह विटामिन डी से भरपूर खानपान की चीजों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।

विटामिन D का सबसे बड़ा स्रोत सूरज की रौशनी है। यही कारण है कि विटामिन डी को सनशाइन विटामिन भी कहा जाता है। यह विटामिन आपके शरीर को कई प्रकार से फायदा पहुंचता है जैसे कि हड्डियों और दांतों को स्वस्थ और मजबूत बनाना आदि।

इस ब्लॉग में हम आपको शरीर में विटामिन डी की कमी होने के लक्षण और इसे बढ़ाने के उपायों के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं।

  • विटामिन डी क्या है 
  • विटामिन डी के प्रकार 
  • विटामिन डी की कमी के कारण
  • विटामिन डी की कमी के लक्षण 
  • विटामिन डी की कमी से होते हैं ये नुकसान
  • विटामिन डी की कमी का उपचार  
  • अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

विटामिन डी क्या है 

विटामिन डी वसा में आसानी से घुलने वाले स्रावी स्टेरॉयड का एक समूह है जिसके अंतर्गत डी1, डी2 और डी 3 आते हैं। विटामिन डी अनेक पोषक तत्व जैसे कि कैल्शियम, मैग्नीशियम और फॉस्फेट आदि को आंतों द्वारा अवशोषित होने में मदद करता है। विटामिन डी की कमी होने पर हड्डियां कमजोर और पतली हो जाती हैं।

विटामिन डी के प्रकार 

विटामिन डी दो प्रकार के होते हैं जिसमें पहला विटामिन डी2 (एग्रो कैल्सी फेरल) और दूसरा विटामिन डी 3 (कॉलेकैल्सिफेरॉल) है।

विटामिन डी2 मनुष्य के शरीर में उत्पादन नहीं होता है, इसे पौधों से प्राप्त किया जाता है। पौधे विटामिन डी2 का उत्पादन सूरज की पराबैंगनी किरणों की उपस्थिति में करते हैं।

मनुष्य के शरीर में विटामिन डी 3 का उत्पादन होता है। इस विटामिन का निर्माण मनुष्य द्वारा सूरज की किरणों से प्रतिक्रिया होने पर होता है। विटामिन डी3 को मछलियों के सेवन और दूसरे भी अन्य खानपान की चीजों से प्राप्त किया जा सकता है।

विटामिन डी की कमी के कारण

अगर आपके मन में भी यह प्रश्न उठता है कि आखिर क्यों कम होता है शरीर में विटामिन-डी का लेवल तो हम नीचे आपको इसके कुछ मुख्य कारणों के बारे में बता रहे हैं:-

  • अधिकतर समय तक कमरे में रहना
  • धुप में नहीं निकलना
  • डेयरी उत्पाद जैसे कि दूध, दही और मक्खन का सेवन कम करना या नहीं करना 
  • फास्ट फूड्स और कोल्ड ड्रिंक्स का अधिक सेवन करना
  • नाइट शिफ्ट में काम करना
  • गर्भवती होना
  • शाकाहारी लोगों में विटामिन डी की कमी का खतरा अधिक होता है

विटामिन डी की कमी के लक्षण 

शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर आप खुद में अनेक लक्षणों का अनुभव करते हैं। विटामिन डी का स्तर कम होने पर निम्न लक्षण देखे जा सकते हैं:-

  • थकान महसूस करना:- पूरे दिन थकावट महसूस करना विटामिन डी की कमी के मुख्य लक्षणों में से एक है। अगर नींद पूरी होने के बाद भी आपको थकान और कमजोरी महसूस होती है तो यह विटामिन की कमी का संकेत हो सकता है।
  • हड्डियों और पीठ में दर्द:- हड्डियों और खासकर पीठ में दर्द होना विटामिन डी की कमी के लक्षण हैं। कैल्शियम हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है, लेकिन विटामिन डी की कमी होने के कारण कैल्शियम शरीर में अब्जॉर्ब नहीं होता है।
  • घाव ठीक नहीं होना:- शरीर में विटामिन डी कमी होने पर घाव या चोट जल्दी ठीक नहीं होते हैं। साथ ही, विटामिन डी की कमी के कारण जलन और इन्फेक्शन का खतरा भी होता है।
  • बालों का झड़ना:- कुछ मामलों में विटामिन डी की कमी के कारण बाल झड़ने की समस्या भी सामने आती है। विटामिन डी एक न्यूट्रिएंट है जो हेयर फॉलिकल को बढ़ाता है, लेकिन जब शरीर में इसकी मात्रा कम होती है तो बाल गिरने की समस्या सामने आती है।
  • मूड में बदलाव आना:- विटामिन डी की कमी होने पर आपके मूड में अचानक बदलाव आ सकता है। कुछ मामलों में आपको अवसाद (डिप्रेशन) भी हो सकता है।

अगर आप खुद में इन लक्षणों को अनुभव करते हैं तो डॉक्टर से परामर्श करने के बाद आपको विटामिन डी का टेस्ट कराना चाहिए। साथ ही, इसे विटामिन डी को कैसे बढ़ाया जाए इस बारे में भी डॉक्टर से बात करनी चाहिए।

विटामिन डी की कमी से होते हैं ये नुकसान

शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्युनिटी कमजोर हो जाती है जिसके कारण आप हमेशा थकान महसूस करते हैं। विटामिन डी की कमी होने के कारण आपको अनेको समस्याओं का सामना करना पड़ता है जिसमें शामिल हैं:-

  • थकान
  • सुस्ती
  • उदासी
  • बाल झड़ना
  • हड्डियों में दर्द
  • पीठ में दर्द
  • मांसपेशियों में दर्द
  • घाव या जख्म दर्द ठीक नहीं होना
  • इम्युनिटी कमजोर होना

लंबे समय तक विटामिन डी की कमी होने के कारण कुछ गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती हैं जिनमें निम्न शामिल हैं:-

  • दिल से संबंधित बीमारियां 
  • ऑटोइम्यून संबंधित समस्याएं 
  • न्यूरोलॉजिकल बीमारियां
  • गर्भावस्था में जटिलताएं
  • शरीर में अन्य प्रकार के कैंसर
  • प्रोस्टेट कैंसर, कोलन कैंसर और स्तन कैंसर का खतरा बढ़ना

अगर आपके शरीर में विटामिन डी की कमी है तो आपको जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलकर इस बारे में बात करनी चाहिए ताकि इस परेशानी को आसानी से दूर किया जा सके।

सम्बंदित लेख: प्रतिरोधक क्षमता(इम्यूनिटी) बढ़ाने के लिए क्या खाएं

विटामिन डी की कमी का उपचार  

कैल्शियम और विटामिन डी की कमी से क्या होता है? - kailshiyam aur vitaamin dee kee kamee se kya hota hai?

विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए आपको अपनी जीवनशैली और खानपान में कुछ खास बदलाव लाने की आवश्यकता होती है। शरीर में विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए आप निम्न खानपान की चीजों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।

  • धूप में बैठना

धूप यानी सूरज की रौशनी विटामिन डी का सबसे अच्छा और प्राकृतिक स्रोत है। आप धूप से अपने शरीर में विटामिन डी की कमी को पूरा कर सकते हैं। धूप से विटामिन डी पाने के लिए आप रोजाना सुबह कुछ समय तक धूप में बैठ सकते हैं।

  • अंडा की जर्दी

अंडा में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। अंडा की जर्दी में विटामिन डी मौजूद होता है। अगर आप विटामिन डी की कमी को पूरा करना चाहते हैं तो अंडा का सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।

  • मछली

अगर आप नॉन-वेज खाने वालों में से हैं तो कुछ ख़ास तरह की मछलियां आपके लिए फायदेमंद हो सकती है। हेरिंग, टूना, मैकेरल और सैल्मन मछलियों में विटामिन डी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। आप इन मछलियों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।

  • गाय का दूध

गाय के दूध विटामिन डी और कैल्शियम का बेस्ट स्रोत है। विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए आप रोजाना एक गिलास गाय का दूध पी सकते हैं। इससे काफी फायदा होगा।

  • दही

दही भी विटामिन डी का एक बढ़िया स्रोत है। यह आपको विटामिन डी प्रदान करने के साथ-साथ आपके शरीर को ठंडा भी रखता है। गर्मी के मौसम में दही पेट के लिए फायदेमंद होता है।

इन सबके अलावा, आप विटामिन डी के आहार में निम्न चीजों को शामिल कर सकते हैं:-

  • मीट
  • संतरा
  • अनाज
  • ओट्स
  • मशरूम

इन सबकी मदद से आप अपने शरीर में विटामिन डी की कमी को आसानी से पूरा कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि किसी भी चीज का सेवन करने से पहले आप एक बार डॉक्टर से अवश्य परामर्श करें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न


Q. कौन सी सब्जी में सबसे ज्यादा विटामिन डी पाया जाता है?

बहुत सी ऐसी सब्जियां हैं जिनमें भरपूर मात्रा में विटामिन डी पाया जाता है। इसमें नींबू, गाजर, ब्रोकली और पालक आदि शामिल हैं।

Q. विटामिन डी के स्तर को जल्दी कैसे बढ़ाएं?

विटामिन डी के स्तर को जल्दी बढ़ाने के लिए आप निम्न कार्यों को अपनी जीवनशैली में अपना सकते हैं:-

  • रोजाना सुबह धुप में बैठना
  • अपनी डाइट में फलों और सब्जियों को शामिल करना
  • दूध, दही और मछली का सेवन करना

कैल्शियम और विटामिन डी की कमी के लक्षण क्या है?

हड्डियों और पीठ में दर्द:- हड्डियों और खासकर पीठ में दर्द होना विटामिन डी की कमी के लक्षण हैं। कैल्शियम हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है, लेकिन विटामिन डी की कमी होने के कारण कैल्शियम शरीर में अब्जॉर्ब नहीं होता है। घाव ठीक नहीं होना:- शरीर में विटामिन डी कमी होने पर घाव या चोट जल्दी ठीक नहीं होते हैं।

विटामिन डी की कमी से कौन सी परेशानी होती है?

विटामिन डी हमारी हड्डियों और दांतों के लिए काफी जरूरी होता है. बच्चों में विटामिन डी की कमी को रिकेट्स के नाम से जाना जाता है जिसमें हड्डियां काफी सॉफ्ट हो जाती हैं और आसानी से टूटने लगती हैं. वहीं, वयस्कों में विटामिन डी की कमी से ऑस्टियोपोरोसिस, या हड्डियों के पतले होने का खतरा बढ़ जाता है.

विटामिन डी की कमी का कैसे पता चलता है?

विटामिन डी की कमी होने पर हमारे शरीर की इम्यूनिटी कमजोर पड़ने लगती हैं और हम बहुत जल्दी थक जाते हैं। हमारा शरीर बहुत ही कमजोर महसूस करने लगता है। इसकी वजह से हम जल्दी बीमार पड़ने लगते हैं और हमारे शरीर की हड्डी एवं दांतों में दर्द बना रहता है।

सबसे ज्यादा विटामिन डी कौन से फल में होता है?

सबसे पहले बात करते हैं सेब की. इस फल में भी भरपूर मात्रा में विटामिन डी पाई जाती हैं. आप चाहें तो इसका जूस के रूप में या सलाद के रूप में खा सकते हैं. इस फल में भी प्रचुर मात्रा में विटामिन डी होता है.