इस लेख में आप विभिन्न कारणों के लिए प्रधानाचार्य को पत्र लिखना सीखेंगे। विद्यार्थी के सामने कई ऐसी परिस्थितियां आती है जब वह प्रधानाचार्य के नाम पत्र लिखना चाहता है। प्रधानाचार्य को किसी विषय के लिए सूचित करना चाहता है या अवकाश प्राप्त करना चाहता है। उन सभी विषयों को हमने पहचान करते हुए इस लेख में समाहित करने का प्रयास किया है। इसको पढ़ने के बाद आप स्वयं पत्र लिखना सीख सकेंगे। विद्यालयी जीवन में आपको प्रधानाचार्य या फिर प्राचार्य को पत्र लिखने की आवश्यकता तो अवश्य ही पड़ी होगी। चाहे वह सूचना के संबंध में हो या फिर अवकाश प्राप्त करने के लिए। आपने भी पहले पत्र में झिझक को महसूस किया होगा। किस प्रकार पत्र लिखें ? सुंदर लिखें यह कठिनाई को स्वयं अनुभव किया होगा। आज हम उन सभी छात्रों को ध्यान में रखते हुए यह लेख लिख रहे हैं , जिन्हें प्रधानाचार्य को पत्र लिखने में झिझक का सामना करना पड़ता है। इस लेख को पढ़कर आप स्वतः बिना किसी शंका तथा झिझक के प्रधानाचार्य को अपने उद्देश्यों के लिए पत्र लिख सकते हैं। प्रधानाचार्य को पत्र1. आपकी कक्षा के पंखे खराब है और तीव्र गर्मी है, अतः प्रधानाचार्य को पंखे ठीक करवाने का अनुरोध करते हुए पत्र लिखें। सेवा में प्रधानाचार्या राजकीय कन्या माध्यमिक बालिका विद्यालय उत्तम नगर दिल्ली 110059 विषय – कक्षा में क्षतिग्रस्त पंखों की ओर ध्यान आकर्षित करने हेतु प्रार्थना पत्र। महोदया मैं सुमन कुमारी कक्षा 12वीं बी में पढ़ती हूं। जैसा कि आप जानती हैं इस समय भीषण गर्मी का प्रकोप चल रहा है। ऐसी स्थिति में हम छात्राएं नियमित कक्षा में उपस्थित होते हैं , जिससे हमारे विद्यालय का वार्षिक रिजल्ट सर्वश्रेष्ठ हो। महोदया आप का ध्यान अपनी कक्षा में लगे हुए खराब पंखों की ओर आकर्षित करना चाहती हूं। यह सभी पंखे न जाने कितने वर्षों से बंद पड़े हैं , मगर इसकी और किसी का ध्यान नहीं है। क्योंकि इस समय भीषण गर्मी है , पंखे की नितांत आवश्यकता होने के कारण मैं आपसे समस्त कक्षा की ओर से इन्हें ठीक करवाने या फिर बदलवाने का आग्रह करती हूं। जिससे हमारी पढ़ाई में किसी प्रकार का कोई व्यवधान ना आए। अतः महोदय से आग्रह करती हूं इस समस्या की ओर तत्काल ध्यान देते हुए , निवारण का कोई कार्य किया जाए। धन्यवाद दिनांक -13 मई 2020 प्रार्थी सुमन कुमारी कक्षा बारहवीं बी रोल नंबर – 5 2. प्रधानाचार्य को पत्रआपके पिताजी का दूसरे शहर में स्थानांतरण हो गया है , आपको भी उनके साथ दूसरे शहर जाना है। प्रधानाचार्य को स्कूल छोड़ने का प्रमाण पत्र देने का अनुरोध करते हुए आवेदन पत्र लिखिए। सेवा में प्रधानाचार्य राजकीय उच्चतर माध्यमिक बाल विद्यालय रोहिणी सेक्टर 01 दिल्ली – 11002 विषय – पिताजी के दूसरे शहर स्थानांतरण के कारण विद्यालय छोड़ने का प्रमाण पत्र आवेदन हेतु। महोदय आपको अवगत कराना चाहता हूं कि मेरे पिताजी केंद्रीय कर्मचारी हैं। पिछले 6 वर्षों से उनकी पोस्टिंग दिल्ली में थी , अब उनका स्थानांतरण जम्मू-कश्मीर में किया गया है। अतः अब मेरा पूरा परिवार जम्मू कश्मीर में स्थानांतरित हो रहा है , जिसके कारण मुझे भी अपने परिवार के साथ वहां जाना पड़ेगा। अतः अब मैं विद्यालय आने में असमर्थ हूं। मेरी पढ़ाई सुचारू रूप से चल सके और निर्बाध रूप से मैं वहां के विद्यालय में अपना दाखिला ले सकूं , इसके लिए विद्यालय छोड़ने का प्रमाण पत्र की आवश्यकता है। अतः श्रीमान से अनुरोध करता हूं कि मुझे यथाशीघ्र विद्यालय छोड़ने का प्रमाण पत्र देकर अनुग्रहित करें। जिससे मेरे पढ़ाई में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न ना हो। धन्यवाद दिनांक – 12 अक्टूबर 2020 पिताजी का स्थानांतरण पत्र संलग्न है। प्रार्थी विकास कुमार कक्षा नौवीं A रोल नंबर – 13 पिताजी का नाम – कृष्ण दास शर्मा। व्याकरण के अन्य लेख सर्वनाम की परिभाषा, भेद, और उदाहरण संज्ञा की परिभाषा, भेद, और उदाहरण क्रिया की परिभाषा, भेद और उदाहरण समास की परिभाषा, भेद और उदाहरण सहित पूरी जानकारी अनेक शब्दों के लिए एक शब्द ( विशाल संग्रह ) संयुक्त वाक्य के उदाहरण एवं वाक्य प्रयोग Rajasthan Board RBSE Class 8 Hindi रचना पत्र-लेखनप्रश्न 1. विषय-विद्यालय में शुद्ध पेयजल व्यवस्था करवाने के संबंध में। महोदय, दिनांक : 18 अगस्त, 20– प्रश्न 2. विषय-अवकाश के लिए प्रार्थना-पत्र। महोदय, दिनांक 17 अगस्त, 20– प्रार्थी, प्रश्न 3. विषय-शुल्क मुक्ति के संबंध में। महोदय, दिनांक 24 जुलाई, 20– प्रार्थी, प्रश्न 4. विषय-अवकाश के लिए प्रार्थना-पत्र। महोदय, दिनांक 17 जुलाई, 20– प्रार्थी, प्रश्न 5. विषय-शैक्षिक भ्रमण के सम्बन्ध में। महोदय, दिनांक 24 अक्टूबर, 20– प्रार्थी, प्रश्न 6. विषय-टी.सी. प्राप्त करने हेतु प्रार्थना-पत्र। महोदय, दिनांक 5 जुलाई, 20– प्रार्थी, प्रश्न 7. विषय-अंग्रेजी विषय का पाठ्यक्रम पूरा करवाने के सम्बन्ध में प्रार्थना-पत्र। मान्यवर, जबकि हमारी परीक्षा का समय कम रह गया है। अतः आपसे निवेदन है कि आप हमारी विषयगत समस्या पर व्यक्तिगत रूप से ध्यान देकर अन्य शिक्षक को अंग्रेजी विषय पढ़ाने हेतु लगाने की कृपा करें जिससे हमारा सम्बन्धित विषय का पाठ्यक्रम समय रहते पूरा हो सके और हम सब सम्बन्धित विषय में अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण होकर शाला के परिणाम को अच्छा कर सकें। आशा है कि आप अविलम्ब हमारी पाठ्यक्रम सम्बन्धी समस्या का समाधान करने की कृपा करेंगे। दिनांक 23 जनवरी, 20– आपका आज्ञाकारी शिष्य प्रश्न 8. विषय-मैच खेलने के लिए प्रार्थना-पत्र। मान्यवर, प्रश्न 9. विषय-सफाई के लिए प्रार्थना-पत्र। मान्यवर, अतः निवेदन है कि आप शीघ्र ही सफाई का समुचित प्रबन्ध करवाकर जनता के स्वास्थ्य की रक्षा करें। हम इसके लिए आपके अत्यन्त आभारी रहेंगे। दिनांक 27 नवम्बर, 20– विनीत, प्रश्न 10. विषय-डाक-वितरण की असावधानी के सम्बन्ध में। महोदय, अतः आपसे प्रार्थना है कि या तो इस डाकिये को चेतावनी देकर ठीक से कार्य करने का आदेश दें अथवा किसी दूसरे कर्तव्यनिष्ठ डाकिये को इस क्षेत्र में नियुक्त कर दें। हम आपके आभारी रहेंगे। दि. 27 अगस्त, 20– भवदीय, जयवर्द्धन प्रश्न 11. पूज्य पिताजी, प्रणाम।। आशा है कि आपने भी जन्माष्टमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया होगा। पूज्या माताजी को मेरी ओर से प्रणाम तथा निशा को ढेर सारा प्यार कहना। पत्रोत्तर की प्रतीक्षा में। आपका पुत्र, प्रश्न 12. पूजनीय पिताजी, सादर चरणस्पर्श। पूज्या माताजी को प्रणाम तथा निशा को प्यार।। आपका आज्ञाकारी पुत्र, प्रश्न 13. प्रिय मित्र मनीष, सप्रेम नमस्ते।। अपने परिवार में सभी को मेरा प्रणाम कहें। आपका स्नेही, प्रश्न 14. प्रिय मित्र लोकेश, सप्रेम नमस्ते आशा है कि आप मेरे आमंत्रण को स्वीकार कर आगरा आओगे। हम दोनों कुछ दिनों तक साथ रहकर ग्रीष्मावकाश का आनन्द उठायेंगे। अपने परिवार के सभी अग्रजों को प्रणाम व छोटों को प्यार करें। आपका स्नेही, प्रश्न 15. पूजनीय भाई साहब, सादर प्रणाम। आप मेरी चिन्ता न करें। माताजी आपको आशीर्वाद कह रही हैं। पत्रोत्तर शीघ्र भेजने की कृपा करें। आपका आज्ञाकारी अनुज, प्रश्न 16. प्रिय मित्र नरेश, सप्रेम नमस्ते। स्नेही मित्र, प्रश्न 17. सप्रेम नमस्ते। स्थान : 28-ए, सरस निकुंज, दर्शनाभिलाषी, प्रश्न 18. प्रिय मित्र नफीसा, सप्रेम नमस्ते। तुम्हारी प्रिय मित्र, प्रश्न 19. स्वयं को आदर्श नगर, जयपुर की खुशाल शर्मा मानते हुए अपने अजमेर निवासी मित्र मनन शर्मा को आठवीं बोर्ड में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने पर बधाईपत्र लिखिए। प्रिय मित्र मनन, सप्रेम नमस्ते। तुम्हारा प्रिय मित्र, प्रश्न 20. प्रिय मित्र, शोक में सहभागी, RBSE Solutions for Class 8 Hindi |