ज्योतिष डेस्क, अमरउजाला, नई दिल्ली Published by: श्वेता सिंह Updated Wed, 23 Feb 2022 10:35 AM IST Show Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में घर की हर दिशा का अपना महत्व है। घर में रखी कोई भी वस्तु तभी शुभ फल देती है जब उसे सही दिशा या सही जगह पर रखा जाए। वास्तु के अनुसार घर का इंटीरियर दिशा के अनुसार होना चाहिए। जानकारों का मानना है कि उत्तर दिशा के स्वामी कुबेर देवता हैं। इसलिए इस दिशा में कुछ विशेष ध्यान देने की जरूरत है। वास्तु के अनुसार घर की उत्तर दिशा दोषों से मुक्त होनी चाहिए। ऐसा होने पर घर धन-धान्य से भरा रहता है। वहीं इसके विपरीत यदि घर वास्तु के अनुसार नहीं बना हो मतलब घर की हर चीज की दिशा वास्तु के अनुसार नहीं हो तो घर में बेवजह क्लेश होता है और दरिद्रता छा जाती है, जिससे मां लक्ष्मी रूठ कर चलीं जातीं हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर दिशा को धन के देवता कुबेर की दिशा माना जाता है। आइए जानते हैं इस दिशा में क्या रखना चाहिए, ताकि धन के देवता कुबेर की विशेष कृपा बनी रहे। घर की तिजोरी नीले रंग का पिरामिड भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की मूर्ति तुलसी या आंवले का पौधा
वास्तु के अनुसार घर की हर दिशा का अपना एक अलग महत्व होता है और हर दिशा के अपने कुछ नियम और विशेषताएं होती हैं। जैसे घर की उत्तर दिशा को कुबेर देव की दिशा माना जाता है और इस दिशा को पॉजिटिव एनर्जी का भंडार माना जाता है। इस दिशा को पूजापाठ के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। यानी अगर आप अपना नया घर बनाने जा रहे हैं या फिर दूसरे किराए के घर में शिफ्ट होने जा रहे हैं तो पूजा का स्थान बनाने के लिए उत्तर दिशा सबसे उपयुक्त मानी जाती है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि किन वस्तुओं को इस दिशा में रखने से वास्तुदोष बनता है और आप इसकी वजह से परेशानियों से घिर सकते हैं। ताकि आप गलती से भी इन वस्तुओं को इस दिशा में न रखें। धन समृद्धि के लिए शुक्रवार को आजमाएं महालक्ष्मी कृपा प्राप्ति के सिद्ध उपाय जूते चप्पल भूलकर कभी भी घर की उत्तर दिशा में जूते चप्पल न रखें। इस बात का ध्यान रखें कि जब भी आप कहीं बाहर से आएं तो इस दिशा में भूल से भी जूते चप्पल न उतारें। माना जाता है कि यह दिशा कुबेर देवता का स्थान मानी जाती है और इस दिशा में जूते रखना उनका अपमान करने जैसा है, इसलिए यहां जूते चप्पल भूल से भी न रखें। बाथरूमउत्तर दिशा को लेकर जो सबसे बड़ा दोष माना जाता है वह है टॉयलट या फिर बाथरूम का इस दिशा में होना। इस दिशा में टॉयलट होने से आपके घर में मां लक्ष्मी का वास नहीं होता और दरिद्रता पांव पसारने लगती है। अगर आपके घर में इस दिशा में वॉशरूम है और उसे बदलना संभव नहीं है तो आप एक उपाय कर सकते हैं। कांच की कटोरी में डेले वाला नमक भरकर बाथरूम के किसी कोने में रखें और इस नमक को हर सप्ताह बदलते रहें। ऐसा करने से आपको काफी हद तक इस वास्तुदोष से राहत मिलेगी। भारी फर्नीचरवास्तु में उत्तर दिशा को पॉजिटिव एनर्जी का भंडार माना जाता है, इसलिए भूल से भी इस दिशा में भारी भरकम फर्नीचर न रखें। माना जाता है कि ऐसा करने से इस दिशा से पॉजिटिव एनर्जी के संचार में रुकावट पैदा होती है। इस दिशा को जहां तक हो सके खाली और खुला हुआ रखें। उत्तर दिशा में साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस दिशा में भूल से भी गंदा पानी या कचरा नहीं जमा होना चाहिए। घर बनवाने जा रहे हैं तो जान लीजिए हर कमरे में होना चाहिए कौन सा रंग पुरानी टूटी हुई वस्तुएंउत्तर दिशा को सबसे साफ और सुंदर रखना चाहिए। घर की उत्तर दिशा में तिजोरी और बच्चों के पढ़ने की टेबल रखनी चाहिए। इस दिशा में भूल से भी पुरानी टूटी हुई वस्तुएं न रखें और न ही और कबाड़ा सामान रखें। कुछ लोग पुरानी टूटी हुई वस्तुएं एक जगह एकत्र करके रख देते हैं। ऐसी वस्तुओं को घर में रखना ही नहीं चाहिए, तुरंत फेंक देना चाहिए। डस्टबिनइस दिशा में भूल से डस्टबिन न रखें। इस दिशा में साफ-सफाई रखना बहुत जरूरी माना जाता है। इस दिशा में कचरा न जमा होने दें और रोजाना पानी में नमक डालकर पोंछा लगाएं। ऐसा करने से सभी प्रकार की नेगेटिव एनर्जी दूर होती हैं। धन समृद्धि के लिए शुक्रवार को आजमाएं महालक्ष्मी कृपा प्राप्ति के सिद्ध उपाय Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें कुबेर भगवान का मुंह किधर होना चाहिए?जैसे घर की उत्तर दिशा को कुबेर देव की दिशा माना जाता है और इस दिशा को पॉजिटिव एनर्जी का भंडार माना जाता है।
कुबेर का दिन कौन सा होता है?धनतेरस के दिन विशेष रूप से भगवान कुबेर की पूजा की जाती है।
कुबेर यंत्र कौन सी दिशा में लगाना चाहिए?कुबेर यंत्र को पूजन स्थल पर पूर्व दिशा में मंगलवार या शुक्रवार के दिन स्थापित करना चाहिए।
कुबेर भगवान को कैसे खुश किया जाए?यहां प्रस्तुत है कुबेर को प्रसन्न करने का उपाय और प्रार्थना.... निवास स्थान में उत्तर-पूर्व दिशा में एक साफ़ जगह पूजा के लिए चुन लीजिए।. उस जगह को गो मूत्र या गंगाजल से स्वच्छ करें।. फ़िर एक साफ़ लकडी का पाटा उस स्थान पर रख लीजिए।. एक चमेली के तेल की शीशी,50 सफ़ेद मोमबत्ती और 50 हरी मोमबत्ती और एक माचिस लाकर रख लीजिए।. |