लोगों से आगे रहने के लिए हमें जीवन में क्या करना चाहिएहमेशा औरों से चार कदम आगे रहना चाहता हूं... Show
हमेशा औरों से चार कदम आगे रहना चाहता हूं। कृपया मार्गदर्शन करें कि मैं अपने जीवन में क्या-क्या करूं? दूसरों से प्रभावित हो कर उन जैसा करना या उनसे भी आगे बढ जाना कोई गलत बात नहीं है। ऐसा करने से आप दो बाते करते हैं-आप अपनी व्यक्तिगत प्रगति की दिशा चुन लेते हैं और दूसरों को मानक स्वरूप मान कर अपने प्रयास प्रारम्भ कर देते हैं। इसके लिए आपको काफी Sincerely अपने प्रयास करने होंगे और इन लगातार प्रयासों के बल पर आप जब भी इन से आगे बढ जाएं तो नए मानक ढूंढिए। आप पाएंगे कि आपके लिए सफलता के मानक काफी ऊंचे और आगे होते जा रहे हैं। घबराइएगा नहीं। सभी कुछ आज तो करना नहीं है। काफी जीवन पडा है हर रोज प्रयास कर आगे बढने के लिए। चलिए कुछ उदाहरण लेते हैं। अगर आप Cricketer बनना चाहते हैं तो सीधे किसे मानक बनाएंगे? मान लेते हैं सचिन को। सचिन तक पहुंचने से पहले भी तो आपको कई और खिलाडियों की बराबरी करनी होगी और फिर उनसे आगे बढना होगा। यह स्कूल स्तर पर, कॉलेज स्तर, स्पोर्ट्स क्लब स्तर पर व राज्य स्तर पर होगा और उसके बाद ही आप सचिन व अन्य राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाडियों के बारे में सोच सकते हैं। इसमें वर्षो की मेहनत, आपकी क्षमता, प्रतिभा एवं संकल्प का निवेश होगा। यही बात Doctor, Engineer, IAS, Advocate, CA, Actor, Singer इत्यादि बनने पर लागू होती है। -अपनी दिशा चुनिए अपने मानक समझिए, बनाइए, अनुसरण कीजिए, आगे बढने का मार्ग खोजिए .... यदि आपके पास मक्खन पचास(50) ग्राम है तो कितनी ब्रेड स्लाइस पर लगाएंगे? मजा तो ब्रेड और मक्खन का तभी आएगा जब स्लाइस कम हों और मक्खन अच्छे से लगा हो। हम सबका कार्यकाल भी 40-50 साल का है। कैसे फोकस करते हैं यह हम पर है। खेलें हर किस्म के रोमांच से भरपूर गेम्स सिर्फ़ जागरण प्ले पर इंसान को जीवन में क्या क्या करना चाहिए?अपने जीवन में हमेशा उसी चीज को हासिल करने का लक्ष्य रखें, जिसे करने में आपकी रुचि भी हो। कई बार लोग सिर्फ लाभ कमाने के लिए ऐसा व्यवसाय चुन लेते हैं जिसमें उनकी जरा सी भी रुचि नहीं होती है। कारणवश, उन्हें बाद में नुकसान उठाना पड़ जाता है। इसलिए सफलता का सबसे पहला नियम यही है कि अपने पसंद के काम का चुनाव करें।
मनुष्य के जीवन में सबसे महत्वपूर्ण चीज क्या है?जीवन में सबसे महत्वपूर्ण है संयम और मन की शान्ति। क्योंकि यदि मन शान्त होगा तब आप हर समस्या का आसानी से हल ढूंढ पाओगे । ओर जब आपमें संयम रहेगा तब आप किसी भी परिस्थिति में अपने मार्ग से विचलित नही होओगे। संयम होने पर मनुष्य बड़ी से बड़ी गलती करने से बच जाता है।
जीवन का उद्देश्य क्या है?मानवजीवन का उद्देश्य ज्ञान की प्राप्ति करना होता है। सतगुरू की शरण में आने से मानव जीवन ज्ञान रूपी प्रकाश से भर जाता है। सतगुरू से ज्ञान की दीक्षा प्राप्त कर मनुष्य का जीवन आनंदमय हो जाता है।
हमें जीवन में क्या नहीं करना चाहिए?१. अपने गुनो का नही छोड़ना चाहिए।. २. कर्म फल के विचार किये बिना कर्म नहीं करना चाहिए।. ३. अपनी ताकत को व्यर्थ नहीं करना चाहिए।. ४. पैसो का दुरूपयोग नहीं करना चाहिए।. ५. किसी के बारे में बुरे विचार मन में नहीं रखने चाहिए. ६. मीठा बोलना चाहिए।. ७. ज्ञानी और बड़ो का अपमान नहीं करना चाहिए।. |