हिरण की कस्तूरी क्या काम में आती है? - hiran kee kastooree kya kaam mein aatee hai?

इसे सुनेंरोकेंकस्तूरी नाम मूलतः एक ऐसे पदार्थ को दिया जाता है जिसमें एक तीक्ष्ण गंध होती है और जो नर कस्तूरी मृग के पीछे/गुदा क्षेत्र में स्थित एक ग्रंथि से प्राप्त होती है। इस पदार्थ को प्राचीन काल से इत्र के लिए एक लोकप्रिय रासायनिक पदार्थ के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है और दुनिया भर के सबसे महंगे पशु उत्पादों में से एक है।

कस्तूरी बैल कौन से प्रदेश में पाया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंकस्तूरी बैल (Ovibos moschatus, musk ox) उत्तरी ध्रूवीय प्रदेशों में पाया जाने वाला स्तनधारी प्राणी है। इनके नरों के शरीर से तीक्ष्ण गंध निकलती है जिसके कारण इन्हें ‘कस्तूरी बैल’ नाम दिया गया है। वास्तव में यह गंध संगम (मैथुन) हेतु मादाओं को आकर्षित करने के काम आती है। यह ग्रीनलैण्ड और कनाडा में पाया जाता है।

कस्तूरी कैसे बनता है?

इसे सुनेंरोकेंकस्तूरी को प्राप्त करने के लिए, हिरण को मार डाला जाता है और उसकी ग्रंथि जिसे “कस्तूरी फली” भी कहा जाता है को निकाल दिया जाता है। सूखने पर, कस्तूरी फली के अंदर भूरे लाल लसदार मिश्रण काले दानेदार सामग्री में बदल जाते हैं जिसे “कस्तूरी दाने” कहते हैं और जिसे इसके बाद शराब से भरा जाता है।

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केसर कस्तूरी क्या होती है?

इसे सुनेंरोकेंकेसर कस्तुरी क्या होती है? दौनों अलग अलग हैं। केसर पौधों से प्राप्त होता है,एक फूल से केसर के चार रेशे मिलते हैंं । कस्तूरी विशेष मृग की नाभि का मोंम जैसा सुगन्धित पदार्थ है।

कस्तूरी कहाँ छिपी रहती है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: Explanation: कस्तूरी मृग मोस्खेडाए परिवार का सदस्य है और यह नेपाल, भारत, पाकिस्तान, तिब्बत, चीन, साइबेरिया, और मंगोलिया में पाया जाता है।

कस्तूरी क्या होती है और कहाँ होती है?

इसे सुनेंरोकेंकस्तूरी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] एक सुगंधित द्रव्य । विशेष—यह एक प्रकार के मृग से निकलता है जो हिमालय पर गिलगित्त से आसाम तक ८००० से १२००० फुट की ऊँचाई तक के स्थानों तथा तिब्बत और मध्य एशिया में साइबेरिया तक अर्थाक् बहुत ठंड़े स्थानों में पाया जाता है । यह मृग बहुत चंचल और छलाँग मारनेवाला होता है ।

कस्तूरी मृग का अपने पर चिढ़ने का क्या कारण है?

इसे सुनेंरोकेंकस्तूरी मृग के अपने पर ही चिढ़ने के क्या कारण हैं? कस्तूरी मृग पूरा जीवन कस्तूरी के गंध के पीछे भागते रहता है। उसे पता ही नहीं होता है कि वह गंध तो उसकी नाभि में पायी जाने वाली कस्तूरी से आ रही है। जब वह ढूँढ़-ढूँढ़कर थक जाता है, तो उसे अपने पर ही चिढ़ हो जाती है।

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कस्तूरी कहाँ रहता है?

इसे सुनेंरोकेंकस्तूरी मृग मोस्खेडाए परिवार का सदस्य है और यह नेपाल, भारत, पाकिस्तान, तिब्बत, चीन, साइबेरिया, और मंगोलिया में पाया जाता है। कस्तूरी को प्राप्त करने के लिए, हिरण को मार डाला जाता है और उसकी ग्रंथि जिसे “कस्तूरी फली” भी कहा जाता है को निकाल दिया जाता है।

कस्तुरी मृग वन वन में क्या खोजता फिरता है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: कस्तूरी मृग वन-वन में कस्तूरी नामक सुगंधित खोजता फिरता है।

कस्तूरी का कीमत क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअंतरराष्ट्रीय बाजार में कस्तूरी की कीमत प्रति सौ ग्राम 50 हजार डॉलर है। नर मृग से हर साल 17 से 22 ग्राम तक कस्तूरी निकाली जा सकती है।

हिरण की नाभि में क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंनाभि में सुगंधित धारा अपनी आकर्षक खूबसूरती के साथ-साथ यह जीव नाभि से निकलने वाली खुशबू के लिए मुख्य रूप से जाना जाता है जोकि इस मृग की सबसे बड़ी खासियत है। इस मृग की नाभि में गाढ़ा तरल (कस्तूरी) होता है जिसमें मनमोहक खुशबू की धारा बहती है। कस्तूरी केवल नर मृग में ही पाया जाता है।

हिरण की नाभि में क्या होता है और वह उसका आभास क्यों नहीं कर पाता?

इसे सुनेंरोकेंमनुष्य में ईश्वर का वास ठीक उसी तरह से है जैसे हिरन की नाभि में कस्तूरी होती है और हिरन को उसका पता नहीं होता है।

कस्तूरी कैसे निकलती है?

इसे सुनेंरोकेंकस्तूरी, एक बहुत लोकप्रिय लेकिन दुर्लभ चीज है. दुर्लभ इसलिए क्योंकि ये मृग से प्राप्त किया जाता है और मृगों में भी सबसे नहीं. कुछ नर मृगों के गुदा क्षेत्रों में स्थित एक ग्रंथि से इसे प्राप्त किया जाता है.

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1 ग्राम कस्तूरी की कीमत क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकामरूपी कस्तूरी सबसे श्रेष्ठ होती है। इसकी कीमत 25 से 30 हजार रुपये प्रति ग्राम होती है।

कस्तूरी कहाँ से मिलती है?

कस्तूरी की पहचान कैसे करें?

इसे सुनेंरोकेंशुद्ध कस्तूरी को पानी में घोलकर सूंघने से सुगंध आती है और अगर नकली है तो पानी में डालने के बाद सूंघने पर कीचड़ की तरह या विकृत गंद आती है. शुद्ध कस्तूरी पानी में अविलेय होती है पानी का रंग भी मैला नही होता. अगर आप कस्तूरी को जलाएंगे तो यह चमड़े की तरह चिट – चिट की आवाज के साथ जलती है एवं गंद भी चमड़े के सामान आती है.

मृग कस्तूरी को वन में क्यों ढूंढता फिरता है?

इसे सुनेंरोकें3. मृग कस्तूरी को वन में क्यों ढूँढता फिरता है? उत्तरः कस्तूरी मृग की नाभि में होती है किन्तु इस बात से अनजान वह उसकी सुगन्ध से उन्मत्त होकर उसे वन में खोजता है।

हिरण कस्तूरी को पाने केलिए क्या करता है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: जिस प्रकार एक कस्तूरी हिरण कस्तूरी की खुशबु को जंगल में ढूंढता फिरता है जबकि वह सुगंध उसे उसकी ही अपनी नाभि में व्याप्त कस्तूरी से मिल रही होती है परन्तु वह जान नहीं पाता, उसी प्रकार इस संसार के कण कण में वह परमेश्वर विराजमान है पर मनुष्य उसे तीर्थों में ढूंढता फिरता है ।

1 ग्राम कस्तूरी कितने रुपए की है?

कामरूपी कस्तूरी सबसे श्रेष्ठ होती है। इसकी कीमत 25 से 30 हजार रुपये प्रति ग्राम होती है।

कस्तूरी का उपयोग कैसे किया जाता है?

कस्तूरी नाम मूलतः एक ऐसे पदार्थ को दिया जाता है जिसमें एक तीक्ष्ण गंध होती है और जो नर कस्तूरी मृग के पीछे/गुदा क्षेत्र में स्थित एक ग्रंथि से प्राप्त होती है। इस पदार्थ को प्राचीन काल से इत्र के लिए एक लोकप्रिय रासायनिक पदार्थ के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है और दुनिया भर के सबसे महंगे पशु उत्पादों में से एक है।

कस्तूरी से क्या फायदा होता है?

कस्तूरी के फायदे.
आयुर्वेद में कस्तूरी को खास महत्व दिया गया है. ... .
जिन लोगों को स्तंभन दोष या कामेच्छा की कमी होती है, उनके लिए इसका सेवन काफी लाभदायक होता है..
आयुर्वेद में वात, पित्त और कफ से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए कस्तूरी का इस्तेमाल किया गया है..
हृदय संबंधी बीमारियों में कस्तूरी को खास उपयोग किया जाता है..

हिरण की नाभि से क्या निकलता है?

नाभि में सुगंधित धारा अपनी आकर्षक खूबसूरती के साथ-साथ यह जीव नाभि से निकलने वाली खुशबू के लिए मुख्य रूप से जाना जाता है जोकि इस मृग की सबसे बड़ी खासियत है। इस मृग की नाभि में गाढ़ा तरल (कस्तूरी) होता है जिसमें मनमोहक खुशबू की धारा बहती है। कस्तूरी केवल नर मृग में ही पाया जाता है।