Show किस उम्र में कम होता है टेस्टोस्टेरोन का लेवल क्या लक्षण होते हैं बॉडी में टेस्टोस्टेरोन की कमी होने पर सेक्स इच्छा में कमी होना : पुरुषों में कामेच्छा बढ़ाने में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। किंतु जब इस हार्मोन के स्तर में गिरावट आती है, तो पुरुषों में सेक्स ड्राइव कम होने लगती है, जिसके कारण उनका सेक्स करने का मन नहीं करता। याददाश्त कमजोर होना और मूड में चेंजेस होना : पुरुषों की बॉडी में टेस्टोस्टेरोन के लेवल में कमी होने पर धीरे-धीरे उनकी याददाश्त कमजोर होने लगती है। साथ ही टेस्टोस्टेरोन के लेवल में जरूरत से ज्यादा कमी होने पर पुरुषों के मेंटली हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है। जिसके कारण उनके बिहेवियर में बहुत सारी चेंजेस देखने को मिलती है, जैसे- हमेशा बहुत ज्यादा परेशान रहना, चिंतित और बेचैन रहना, तनावग्रस्त रहना, चिड़चिड़ापन से भरा व्यवहार आदि। जब टेस्टोस्टेरोन का लेवल नॉर्मल रहता है, तो पुरुषों का मूड सही रहता है और पहले की तुलना में वे अच्छा महसूस करते हैं। मांसपेशियों में ताकत महसूस न होना : बॉडी में टेस्टोस्टेरोन की कमी होने पर इसका असर मांसपेशियों पर भी पड़ता है। टेस्टोस्टेरोन का कमी होने से मांसपेशियां कमजोर पड़ने लगती है। इसके लिए रेगुलर एक्सरसाइज करके और डॉक्टर से चेकअप करवाकर मेडिसिन लेने से धीरे-धीरे टेस्टोस्टेरोन के लेवल में सुधार किया जा सकता है। बॉडी में टेस्टोस्टेरोन की कमी होने पर क्या करना चाहिए सुहागरात
को यादगार बनाने के लिए आजमाएं ये 5
टिप्स Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें हेल्थ डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: अभिलाष श्रीवास्तव Updated Mon, 01 Aug 2022 11:44 AM IST शरीर की बेहतर कार्यप्रणाली के लिए हार्मोन्स का संतुलित रहना बहुत आवश्यक माना जाता है। हार्मोन ऐसे रसायन होते हैं जो रक्त के माध्यम से अंगों, त्वचा, मांसपेशियों और अन्य ऊतकों तक संदेश पहुंचाकर शरीर में विभिन्न कार्यों का समन्वय बनाए रखने में मदद करते हैं। ये संकेत आपके शरीर को बताते हैं कि क्या करना है और कब करना है? हार्मोन्स में होने वाली समस्या के कारण सामान्य कामकाज प्रभावित हो सकता है। महिला और पुरुष दोनों में हार्मोन असंतुलन के कारण अलग-अलग तरह की समस्या होने का खतरा हो सकता है। यही कारण है कि सभी लोगों को इस समस्या से बचाव के लिए निरंतर प्रयास करते रहने चाहिए। हार्मोन और अधिकांश ऊतक (मुख्य रूप से ग्रंथियां) जो उन्हें बनाते और रिलीज करते हैं, आपके अंतःस्रावी तंत्र के लिए आवश्यक होते हैं। हार्मोन कई अलग-अलग शारीरिक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करते हैं, जैसे मेटाबॉलिज्म, होमोस्टैसिस (आंतरिक संतुलन), शारीरिक विकास, यौन क्रिया, प्रजनन, नींद-जागने का चक्र आदि। सभी लोगों को निरंतर ऐसे उपाय करते रहने चाहिए जिससे इस तरह के असंतुलन को ठीक किया जा सके। आइए ऐसे ही उपायों के बारे में जानते हैं। हार्मोन असंतुलन के कारण होने वाली समस्याएं हार्मोन्स में होने वाले असंतुलन के कारण शरीर में कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं। कई असंतुलनों को उपचार की आवश्यकता होती है, कुछ अस्थायी हो सकते हैं और अपने आप दूर हो जाते हैं। मुंहासे, डायबिटीज, थाइरॉइड, मोटापा से लेकर बांझपन तक की समस्या के लिए भी हार्मोन असंतुलन एक कारण हो सकता है। आइए जानते हैं कि किन उपायों को प्रयोग में लाकर इस तरह की समस्याओं से बचा जा सकता है? स्वस्थ आहार का सेवन आवश्यक हार्मोन्स में होने वाले असुंतलन की समस्या से बचे रहने के लिए आहार पर विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। पौष्टिक आहार का सेवन शरीर की सभी आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायक होता है। फल, सब्जियां, मछली, चिकन और अनाज के साथ फाइबर, खनिज और विटामिन्स वाली अन्य चीजों का सेवन करके हार्मोन्स के संतुलन को बनाए रखने में मदद मिल सकती है। योग और व्यायाम नियमित रूप से योग और व्यायाम की आदत बनाकर भी हार्मोन्स के संतुलन को ठीक रखा जा सकता है। रोजाना व्यायाम की आदत बनाएं। जॉगिंग या पैदल चलना, तैराकी-साइकिलिंग जैसी आदतें भी इसमें आपके लिए सहायक हो सकती हैं। मन और शरीर को शांत करने के लिए रोजाना मेडिटेशन का अभ्यास करें, इससे भी लाभ मिलता है। धूम्रपान और शराब छोड़ें धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता रहा है। इसका शरीर पर कई प्रकार से नकारात्मक असर हो सकता है। इस तरह की समस्याओं से बचे हने के लिए इनसे दूरी बनाकर रखें। धूम्रपान और शराब का हार्मोन्स की कार्यप्रणाली पर भी नकारात्मक प्रभाव हो सकता है। सभी लोगों को इसपर विशेष ध्यान देते रहने की आवश्यकता होती है। धूम्रपान और शराब से दूरी बनाकर रखना चाहिए। ---------------- अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें। हार्मोन पूरा करने के लिए क्या खाएं?अलसी का बीज 'फाइटोएस्ट्रोजेन' का एक बड़ा स्रोत है। इसके अलावा अलसी के बीज में ओमेगा -3 फैटी एसिड, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है। ओमेगा-3 और ओमेगा-6 युक्त फैटी एसिड को खाने में शामिल करने से हार्मोन का संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है।
हार्मोन की कमी से क्या दिक्कत होती है?हार्मोन में असंतुलन के लक्षण
नींद कम आना या बिल्कुल नींद न आना. गैस, कब्ज और बदहजमी होना. तनाव, चिंता और चिड़चिड़ापन का बढ़ना. बहुत पसीना आना, सेक्स की इच्छा में कमी.
हार्मोन सही करने के लिए क्या करना चाहिए?फल, सब्जियां, मछली, चिकन और अनाज के साथ फाइबर, खनिज और विटामिन्स वाली अन्य चीजों का सेवन करके हार्मोन्स के संतुलन को बनाए रखने में मदद मिल सकती है। नियमित रूप से योग और व्यायाम की आदत बनाकर भी हार्मोन्स के संतुलन को ठीक रखा जा सकता है। रोजाना व्यायाम की आदत बनाएं।
महिलाओं को हार्मोन बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए?महिलाओं में एस्ट्रोजन हॉर्मोन बढ़ाने के लिए फूड्स- Estrogen Rich Foods in Hindi. सूखे मेवे या नट्स शरीर में एस्ट्रोजन हॉर्मोन की कमी पूरा करने के लिए ड्राई नट्स का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। ... . तिल एस्ट्रोजन हॉर्मोन का स्तर बढ़ाने के लिए तिल का सेवन भी बहुत फायदेमंद होता है। ... . साबुत अनाज ... . सोया प्रोडक्ट्स ... . बीज या सीड्स ... . |