गणपति जी को क्या क्या चढ़ता है? - ganapati jee ko kya kya chadhata hai?

बुधवार का दिन चतुर्थी तिथि गणेशजी के खास समय है। इस दिन इनकी विशेष पूजा करना चाहिए। पूजा करने के दौरान गणेशजी को विशेष वस्तुएं अर्पित की जाती है जो कि उनके पसंद की होती है। इन वस्तुओं को अर्पित करने से गणपतिजी प्रसन्न हो जाते हैं। आओ जानते हैं कि वे 5 वस्तुएं कौनसी है।

1. मोदक के लड्डू : गणेशजी को मोदक या लड्डू का नैवेद्य अच्छा लगता है। मोदक भी कई तरह के बनते हैं। महाराष्ट्र में खासतौर पर गणेश पूजा के अवसर पर घर-घर में तरह-तरह के मोदक बनाए जाते हैं। मोदक के अलावा गणेशजी को मोतीचूर के लड्डू भी पसंद हैं। शुद्ध घी से बने बेसन के लड्डू भी पसंद हैं। इसके अलावा आप उन्हें बूंदी के लड्डू भी अर्पित कर सकते हैं। नारियल, तिल और सूजी के लड्डू भी उनको अर्पित किए जाते हैं। गणेशजी को घी और गुड़ का भोग भी लगाया जा सकता है।

2. दुर्वा : गणेश जी को दूर्वा चढ़ाने की परंपरा है। गणेश जी को दूर्वा बहुत ही प्रिय है। दूर्वा के ऊपरी हिस्से पर तीन या पांच पत्तियां हों तो बहुत ही उत्तम है।

3. फूल : आचार भूषण ग्रंथ के अनुसार भगवान श्रीगणेश को तुलसीदल को छोड़कर सभी प्रकार के फूल चढाएं जा सकते हैं। पद्मपुराण आचाररत्न में भी लिखा है कि ‘न तुलस्या गणाधिपम’अर्थात् तुलसी से गणेश जी की पूजा कभी न करें। हालांकि अक्सर उन्हें गेंदे के फूल चढ़ाए जाते हैं।

4. केले : गणेशजी को केले बहुत पसंद है। उन्हें कभी भी एक केला ना अर्पित करें। जोड़े से केले चढ़ाएं।

5. सिंदूर करें अर्पित : गणेशजी को सिंदू भी अर्पित किया जाता है। सिंदूर मंगल का प्रतीक होता है। गणपति को सिन्‍दूर लेपन के विषय में शिवपुराण में एक श्‍लोक मिलता है। इसके मुताबिक ‘आनने तव सिन्‍दूरं दृश्‍यते साम्‍प्रतं यदि। तस्‍मात् त्‍वं पूजनीयोअसि सिन्‍दूरेण सदा नरै:।।’ अर्थात् जब भोलेनाथ ने जी गणेश जी का सिर काट दिया और हाथी का सिर लगाया तब उसमें पहले से ही सिंदूर का लेपन हो रहा था। मां पार्वती ने जी जब उस सिंदूर को देखा तो उन्‍होंने गणपति जी से कहा कि उनके मुख पर जिस सिन्‍दूर का विलेपन हो रहा है, मनुष्‍य उसी सिन्‍दूर से सदैव उनकी पूजा करेंगे। इस तरह से श्री विघ्‍नहर्ता को सिन्‍दूर का विलेपन किया जाता हैं।

इसके अलावा सुपारी, साबुत हल्दी, मौली का धागा और जनेऊ भी अर्पिक की जाती है। जय गणेश।


रिद्धि-सिद्धि के दाता गणपति को प्रथम पूजनीय देवता माना जाता है. बुधवार के दिन किन चीजों को चढ़ाने से गणपति बप्पा शीघ्र ही प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं, जानने के लिए पढ़ें ये लेख —

गणपति जी को क्या क्या चढ़ता है? - ganapati jee ko kya kya chadhata hai?

गणपति की पूजा में चढ़ाएं उनकी सात प्रिय चीजें

सनातन परंपरा में गणपति को प्रथम पूजनीय देवता के रूप में जाना जाता है. यही कारण है कि किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले हमारे यहां श्री गणेश जी की पूजा का विधान है. भगवान शिव की तरह गणपति भी शीघ्र ही प्रसन्न होकर अपने भक्तों पर भरपूर कृपा बरसाते हैं. बुधवार का दिन गणेश जी की पूजा के लिए समर्पित है. इस दिन गणपति की विधिविधान से पूजा करने पर उनकी कृपा प्राप्त होती है और व्यक्ति के जीवन में सुखशांति और खुशहाली बनी रहती है. आइए जानते हैं कि गणेश जी की पूजा में किन चीजों को चढ़ाने से वे शीघ्र प्रसन्न होकर अपना कृपा बरसाते हैं

दूर्वा

जिस तरह भगवान शिव सिर्फ जल और बेलपत्र से ही प्रसन्न हो जाते हैं, कुछ वैसे ही गणपति पूजा में दूर्वा चढ़ाने से ही प्रसन्न होकर अपने भक्तों को सुखसमृद्धि का आशीर्वाद देते है. गणपति को दूर्वा चढ़ाते समय हमेशा उसका ऊपरी हिस्सा लेना चाहिए और उन्हें इक्कीस गांठ की दूर्वा अर्पित करें.

मोदक

गणपति की पूजा में मोदका प्रसाद जरूर चढ़ाएं. मोदक प्रसाद से प्रसन्न होकर गणपति अपने साधकों का जीवन मिठास से भर देते हैं. मोदक उपलब्ध न होने पर आप गणपति को बूंदी का लड्डू चढ़ा सकते हैं.

केला

सनातन परंपरा में केले का पेड़ और उसका फल बहुत महत्व रखता है. केले के पेड़ की जहां पूजा की जाती है, वहीं उसके फल के बगैर बहुत सी पूजा अधूरी मानी जाती है. यदि आप गणपति को शीघ्र प्रसन्न करना चाहते हैं तो प्रसाद में केला जरूर चढ़ाएं.

सिंदूर

गणपति की प्रिय चीजों में सिंदूर भी शामिल है. गणेश जी की पूजा से जुड़े तमाम उपायों में अक्सर इसका प्रयोग किया जाता है. सिंदूर को शुभ पदार्थ माना गया है, जिसके प्रयोग से घर में किसी भी प्रकार की नकारात्मक उर्जा का प्रवेश नहीं होता है. इसी सिंदूर को जब गणपति को चढ़ाया जाता है तो वे प्रसन्न होकर अपने भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं.

अक्षत

गणपति की पूजा में अक्षत का प्रयोग जरूर करें. अक्षत को अर्पित करने से पहले उसे पानी में धो लें और उसे ‘इदं अक्षतम् ॐ गं गणपतये नम:’ मंत्र बोलते हुए चढ़ाएं. अक्षत को कभी भी सूखा न चढ़ाएं. पूजा में अक्षत के प्रयोग से गणपति शीघ्र ही प्रसन्न होंगे और सुखसमृद्धि का आशीर्वाद देंगे.

गेंदे का फूल

गणपति की पूजा में गेंदे का फूल जरूर चढ़ाएं क्योंकि गणपति को यह फूल बहुत प्रिय है. यदि गेंदे का फूल न मिले तो पीले रंग का फूल चढ़ाएं.

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(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

बुधवार के दिन गणेश जी को क्या चढ़ाएं?

बुधवार के दिन भगवान गणेश को शमी के पत्ते अर्पित करना काफी शुभ माना जाता है. ऐसा करने से तनाव और मानसिक संकट दूर होते हैं. बुधवार के दिन भगवान गणेश के बीज मंत्र ॐ गं गणपतये नमः का जाप करें. इससे आपको ज्ञान की प्राप्ति होती है और शिक्षा में सफलता प्राप्त होती है.

गणपति जी को क्या क्या चढ़ाना चाहिए?

गणेशजी को ये 5 चीजें अर्पित करने से वे हो जाते हैं प्रसन्न.
मोदक के लड्डू : गणेशजी को मोदक या लड्डू का नैवेद्य अच्छा लगता है। ... .
दुर्वा : गणेश जी को दूर्वा चढ़ाने की परंपरा है। ... .
फूल : आचार भूषण ग्रंथ के अनुसार भगवान श्रीगणेश को तुलसीदल को छोड़कर सभी प्रकार के फूल चढाएं जा सकते हैं। ... .
केले : गणेशजी को केले बहुत पसंद है।.

गणेश जी को प्रसाद में क्या चढ़ाएं?

घी और गुड़: मान्यता है कि भगवान गणेश को प्रसाद में मीठी चीजें बहुत प्रिय होती हैं. आप गुड़ और देसी घी से बनी हुई बर्फी या इन चीजों को सीधे भी उनके समक्ष रख सकते हैं. घी और गुड़ की बर्फी बनाते समय इसमें पीसे हुए नारियल का जरूर इस्तेमाल करें.

गणेश जी को कौन सा सिंदूर चढ़ाया जाता है?

गणेश पुराण की कथा के अनुसार, जब गणेश जी बाल्यावस्था में थे, तब उन्होंने सिंदूर नाम के एक असुर का संहार किया था. इसके बाद गणेश जी ने उसका रक्त अपने शरीर पर लगाया था. मान्यता है कि इस वजह से गणपति महाराज को लाल सिंदूर बहुत प्रिय है. गणेश जी को स्नान कराने के बाद लाल सिंदूर चढ़ाने से गणेश जी का आशीर्वाद मिलता है.