इस बारे में निश्चित तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता। हालांकि, कुछ प्रमाण हैं जो घी के सेवन से होने वाले स्वास्थ्य लाभों के बारे में बताते हैं, मगर इस बारे में अभी और शोध की जरुरत है। गर्भावस्था के दौरान आपका शरीर रिलैक्सिन नामक हॉर्मोन जारी करता है। यह हॉर्मोन वही करता है जो इसके नाम से पता चलता है: प्रसव की तैयारी में यह आपके अस्थिबंधों को रिलैक्स (शिथिल) कर देता है। रिलैक्सिन का प्रभाव डिलीवरी के बाद छह महीने तक आपके शरीर में रह सकता है। इसलिए आपके जोड़ों और अस्थिबंधों को सामान्य ताकत पाने में समय लगता है। क्या प्रसव के बाद घी खाना फायदेमंद है?पारंपरिक तौर पर यह माना जाता है कि एकांतवास के विशेष भोजन और पेय प्रसव से उबरने में मदद करते हैं। भारत में महिलाएं कई पीढ़ियों से डिलीवरी के बाद इन भोजनों का सेवन करती आ रही हैं और बहुत सी इन्हें फायदेमंद भी मानती हैं।यह एक आम मान्यता है कि घी में उपचारात्मक क्षमता होती है और गर्भावस्था व प्रसव के दौरान जोड़ों में हुए खिंचाव और शिथिलता के बाद घी का सेवन इन्हें मजबूती प्रदान करता है। इसीलिए रिश्तेदार भी जोड़ों को मजबूत बनाने के लिए बहुत सारा घी खाने की सलाह दे सकते हैं। मगर यह कितना फायदा करता है, यह स्पष्ट नहीं है। डिलीवरी से उबरने के लिए स्वस्थ पोषण सबसे महत्वपूर्ण है, हालांकि उर्जा पाने और विटामिनों के समाहन के लिए वसा भी जरुरी है। इसलिए खाना बनाने या भोजन में थोड़ी मात्रा में घी मिलाने में कोई नुकसान नहीं है, मगर यह आपके आहार का मुख्य हिस्सा नहीं होना चाहिए। आपके भोजन में इतना भी घी न हो कि इसकी परत उपर तैरती हुई नजर आए। क्या डिलीवरी के बाद घी खाना नुकसानदेह है?अत्याधिक मात्रा में घी, बटर या संतृप्त वसा आपकी कैलोरी के सेवन को बढ़ाते हैं और इन्हें निम्न समस्याएं हो सकती हैं:
अगर मैं घी नहीं खा सकती तो इसे और कैसे इस्तेमाल कर सकती हूं?बहरहाल बहुत सी महिलाएं ऐसी भी हैं जो अपने आहार में घी का सेवन नहीं करतीं, मगर प्रसव के बाद घी से मालिश करवाती हैं। मालिश से आपको निम्न फायदे हो सकते हैं:
Read about this in English: Will eating ghee strengthen my joints after my delivery? हमारे लेख पढ़ें:
ReferencesAldabe D, Ribeiro DC, Milosavljevic S, et al. 2012. Pregnancy-related pelvic girdle pain and its relationship with relaxin levels during pregnancy: a systematic review. Eur Spine J 21(9):1769-76NHS. 2019a. Your post-pregnancy body. NHS, Health A-Z, Pregnancy and baby. www.nhs.uk NHS. 2019b. Keeping fit and healthy with a baby. NHS, Health A-Z, Your Pregnancy and Baby Guide. www.nhs.uk RCOG. 2018. Being overweight during pregnancy and after birth. Royal College of Obstetricians and Gynaecologists. www.rcog.org.uk Show
Show references Hide references गर्भावस्था का समय नए बच्चे के आने की खुशी और प्रसव से जुड़ी चिंता जैसी मिश्रित भावनाओं का दौर होता है। वहीं, डिलीवरी के बाद मातृत्व सुख के साथ-साथ कमर व पीठ दर्द जैसी परेशानी का भी सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में हम मॉमजंक्शन के इस लेख में आपको प्रसव के बाद होने वाले कमर दर्द के कारण और इस दर्द से राहत पाने के कुछ घरेलू उपाय बताएंगे। इसके अलावा, प्रसव के बाद होने वाले कमर दर्द से संबंधित अन्य जानकारियां हम आपको तथ्यों के साथ देंगे। प्रसव के बाद होने वाले कमर दर्द के घरेलू उपचार और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी देने से पहले आपको बता देते हैं कि प्रसव के बाद कमर और पीठ में दर्द रहना सामान्य है या नहीं। क्या प्रसव के बाद कमर या पीठ दर्द सामान्य है? | Delivery Ke Baad Kamar Dardजी हां, प्रसव के बाद कमर व पीठ में दर्द होना सामान्य होता है। एक शोध के मुताबिक, वैसे तो महिलाओं की कमर और पीठ का दर्द प्रसव के दो दिन बाद 60 प्रतिशत तक कम हो जाता है, लेकिन कुछ दर्द बना रहता है। वहीं, कुछ महिलाओं को लगातार 82 प्रतिशत तक दर्द 18 महीनों तक बना रहता है। इसके अलावा, कुछ महिलाओं में प्रसव के दो साल बाद भी 21 प्रतिशत तक दर्द रहता है (1)। दूसरी रिसर्च में सामने आया है कि लगभग 19 प्रतिशत महिलाओं में डिलीवरी के बाद कमर और पेट में दर्द दोबारा से उठ सकता है। वहीं, कई महिलाओं में यह दर्द कुछ दिनों के अंतराल पर उठ सकता है और कुछ में इसके होने की आशंका लगातार बनी रहती है (2)। चलिए, अब बात करते हैं शिशु को जन्म देने के बाद भी कमर व पीठ में होने वाले दर्द के बारे में। गर्भावस्था के बाद कमर या पीठ दर्द के कारणप्रसव के बाद कमर या पीठ में दर्द होता है, यह तो हम आपको बता ही चुके हैं। लगभग हर महिला को डिलीवरी के बाद भी इस दर्द का सामना करना पड़ता है। आइए जानते हैं बच्चे के पैदा होने के बाद भी मां को पीठ या कमर में दर्द क्यों बना रहता है (3) (1) (4) (5)।
नोट : शोध में कमर दर्द का प्रसव के दौरान एनेस्थीसिया व डिलीवरी के तरीके से कोई संबंध नहीं पाया गया है। आगे पढ़िए कमर दर्द से जुड़ी अन्य जानकारी। प्रसव के बाद कमर या पीठ दर्द कब तक रहता है?वैसे तो कहा जाता है कि प्रसव के 4 महीने तक कमर व पीठ दर्द की समस्या बनी रहती है (6), लेकिन डिलीवरी होने के बाद कमर व पीठ दर्द की समस्या कब तक बनी रहेगी, यह आपके शरीर पर निर्भर करता है। इसलिए, आपको पीठ व कमर में दर्द से जल्द छुटकारा पाने के लिए अपनी डाइट में पौष्टिक आहार को शामिल करना होगा, जो गर्भावस्था के दौरान कम होने वाली बोन मास डेंसिटी को ठीक करने में मदद करेगा। अब पीठ और कमर दर्द से छुटकारा पाने के लिए कुछ घरेलू उपचार के बारे में बात कर लेते हैं। प्रसव के बाद कमर या पीठ दर्द के लिए घरेलू उपचार | Delivery Ke Baad Kamar Dard Ka Gharelu Upayआमतौर पर डिलीवरी के बाद कमर में दर्द बना ही रहता है, जिससे महिलाओं के दैनिक कार्य प्रभावित होते हैं। ऐसे में आप इन उपायों को अपनाकर प्रसव के बाद होने वाले कमर व पीठ दर्द से छुटकारा पा सकती हैं (7) (8)।
लेख में आगे प्रसवोत्तर पीठ और कमर में होने वाले दर्द को कम करने वाले खाद्य पदार्थों के बारे में बताया गया है। प्रसव के बाद कमर या पीठ दर्द कम करने में सहायक खाद्य पदार्थप्रसव के बाद होने वाले कमर व पीठ दर्द को दूर या कम करने में आपके रसोई घर में आसानी से मिलने वाले कुछ खाद्य पदार्थ भी मदद कर सकते हैं। यहां हम कुछ ऐसे ही फायदेमंद सामग्रियों का जिक्र कर रहे हैं। Subscribe
खाद्य पदार्थों के साथ ही व्यायाम भी प्रसव के बाद होने वाले पीठ और कमर दर्द में राहत दे सकते हैं। आइए, जानते हैं कि कौन-कौन सी एक्सरसाइज आपको दर्द में राहत दे सकती हैं। डिलीवरी के बाद पीठ या कमर दर्द के लिए व्यायामप्रसव के बाद होने वाले कमर दर्द और पीठ दर्द से राहत पाने के लिए आप कुछ व्यायाम कर सकती हैं। नीचे हम आपको तीन एक्सरसाइज के बारे में बताएंगे, जिन्हें प्रसव के बाद सुरक्षित माना जाता है (18) (19)। ध्यान रहें कि डॉक्टरी परमार्श के बिना भारी व्यायाम करने से प्रतिकूल प्रभाव भी पड़ सकते हैं (20) (21) (22) (23) (24)। 1. पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज (कीगल एक्सरसाइज)अक्सर महिलाओं के कमर में दर्द रहता है, जिसकी वजह मासपेशियां का कमजोर होना भी होता है। ऐसे में पेल्विक एक्सरसाइज करना फायदेमंद माना जाता है। इस एक्सरसाइज को करने से पेल्विक मसल्स मजबूत होती है, जिससे कमर दर्द में राहत मिलती है। आप इसे घर में आराम से कर सकती हैं। Image: Shutterstock विधि :
2. पीठ और पेट का व्यायामपीठ और पेट की एक्सरसाइज आपको दर्द में राहत दे सकती है। आइए जानते हैं इसे करने की विधि। Image: Shutterstock विधि:
3. पीठ और पेट का व्यायाम – 2पीठ और पेट का एक और व्यायाम की बात करते हैं, जो आपके कमर दर्द को काफी हद तक कम करने में मदद कर सकता है। Image: Shutterstock विधि:
अब आपको कुछ अन्य टिप्स भी बता देते हैं, जो आपके दर्द को बढ़ने से रोकने में मदद करेंगे। डिलीवरी के बाद कमर या पीठ दर्द होने से बचने के टिप्सप्रसोवत्तर के बाद कमर या पीठ में होने वाले दर्द को आप कुछ आसान बातों को याद रखकर भी कम कर सकती हैं। दरअसल, रोजमर्रा के कुछ काम-काज भी हैं, जो पीठ दर्द को बढ़ाने का काम करते हैं। ऐसे में आप नीचे दी गई बातों का ख्याल रखकर अपनी कमर और पीठ दर्द को होने से रोक सकती हैं (7) (8) (24) । 1. भारी भरकम चीजें उठाने से बचेंप्रसव के बाद भारी वजन उठाने से भी कमर व पीठ में दर्द होता है। ऐसे में आपको कुछ भी भारी चीज उठाने से बचना चाहिए। शिशु को भी गोद लेते समय बांहों को ज्यादा फैलाने से बचें। शिशु को उठाते वक्त कमर पर ज्यादा जोर डालने से बचें। 2. शिशु को पकड़ने का तरीकाशिशु को बाहर ले जाते समय उसे आगे छाती से चिपका कर रखें। पीठ पर बच्चे को रखने से कमर दर्द और बढ़ सकता है। Image: Shutterstock 3. वजन घटाएंहम आपके बता चुके हैं कि आपके वजन के कारण भी कमर व पीठ में दर्द होता है। ऐसे में शिशु को जन्म देने के एक से दो महीने बाद आपको अपने सामान्य वजन पर वापस लौटने की कोशिश करनी चाहिए। 4. बैठने का तरीकाआप बैठते समय अपने तरीके का खास ख्याल रखें। दरअसल, अगर आप गलत तरीके से बैठती हैं, तो भी आपके कमर और पीठ का दर्द बढ़ सकता है। इसलिए, आपको बैठते समय यह ध्यान रखना होगा कि आपकी कमर या पीठ एकदम सीधी हो। इसके अलावा, आप हील पहनने की जगह समतल चप्पल या सैंडल पहनें। Image: Shutterstock 5. बिस्तर से उठने का तरीकाआपको सिर्फ बैठने का ही नहीं, बल्कि बिस्तर से उठने के तरीके पर भी गौर करना होगा। जी हां, अपने शरीर को झटके से बिस्तर से न उठाएं, बल्कि धीरे-धीरे आराम से पहले करवट लें फिर अपनी बॉडी को सीधा करके बेड से उठें। 6. झुकते हुए रखें ध्यानआपको अपने शिशु व किसी अन्य सामान को उठाते वक्त यह ध्यान रखना होगा कि अपने घुटनों को मोड़कर और कमर को सीधा रखकर ही बच्चे को व अन्य सामान हो उठाएं। उसके बाद उठते समय अपने घुटनों को सीधा करें। Image: Shutterstock प्रसव के बाद पीठ दर्द होना भले ही सामान्य है, लेकिन कई बार आपको डॉक्टर से सलाह भी लेनी जरूरी होती है। हम लेख में आगे आपको बताएंगे डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए। डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए?वैसे तो प्रसव के बाद पीठ दर्द कुछ महीनों के बाद खुद ठीक हो जाना चाहिए, लेकिन अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहती है, तो किन स्थितियों में आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए यह हम आपके नीचे बताएंगे (25)।
अक्सर पूछे जाने वाले सवालक्या प्रसव के बाद एपिड्यूरल से कमर या पीठ दर्द होता है? प्रसव के दौरान दिए जाने वाले एपिड्यूरल (स्पाइनल एनेस्थीसिया) का प्रसव के बाद होने वाले पीठ दर्द से कोई संबंध नहीं है (26)। एक अध्ययन में भी पाया गया है कि एनेस्थीसिया से प्रसव के बाद, बस पहले दिन पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने का खतरा हो सकता है (27)। दिन के मुकाबले रात में कमर या पीठ दर्द क्यों अधिक महसूस होता है? दिनभर आपकी पीठ व कमर की मांसपेशियों में लगातार झुकने, भारी चीजे उठाने, गलत तरीके से बैठने से तनाव बनता रहता है। पूरे दिन की थकावट लेकर जब आप रात को आराम करने के लिए बिस्तर पर लेटती हैं, तो आपका ध्यान किसी अन्य काम में नहीं बंटा होता, जिससे आपको दर्द ज्यादा महसूस होने लगता है। प्रसव के बाद होने वाले कमर व पीठ दर्द के कारण और इससे बचने के घरेलू उपाय तो हम आपको बता ही चुके हैं। बस आपको जरूरत है नियमित रूप से हल्का व्यायाम और इन घरेलू नुस्खों को अपनाने की, जिससे आपकी कमर दर्द की समस्या काफी हद तक कम हो सकती है। वहीं, लेख में शामिल बचाव संबंधी टिप्स पर भी जरूर ध्यान दें। इसके माध्यम से भी प्रसव के बाद होने वाले कमर दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है। उम्मीद है यह लेख इस समस्या से राहत पाने में काफी उपयोगी साबित होगा। ऐसे ही अन्य विषयों के बारे में जानने के लिए पढ़ते रहें मॉमजंक्शन। References:1. Persistence of back pain symptoms after pregnancy and bone mineral density changes By NCBI
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