साँस डूबनारुक : सांस टूओटना Show
चाँद डूबनाचांद ग़ुरूब होना पंथ डूबनादीन या मज़हब में ख़लल आना, कुन्बे या ख़ानदान का बदचलन होना, आवे का आवा बिगड़ना आफ़ताब डूबनासूरज का ग़ुरूब होना, शाम होना बग़ली डूबनाहरीफ़ की बग़ल में से निकल कर क्षति का पेच करना
रक़म डूबनाव्यपार: नष्ट हो जाना, हानि होना नब्ज़ डूबना۔नब्ज़ की रफ़्तार मफ़क़ूद होना।मिसाल के लिए देखो नब्ज़ उभरना बहर-ए-फ़ना में डूबनाबहर-ए-नदामत में डूबनापतंग डूबनापतंग का फ़िज़ा ही में बहुत दूर तक चला जाना जहाज़ डूबना
नब्जें डूबनारुक : नब्ज़ डूबना, नज़ा की कैफ़ीयत तारी होना वर्ता-ए-हैरत में डूबनाबहुत मुतअज्जिब होना, निहायत हैरान होना 'अरक़-ए-शर्म में डूबनालज्जा से पसीने-पसीने होना, बहुत लज्जित होना, लज्जा के मारे पसीने पसीने हो जाना, शर्म से पानी-पानी हो जाना बेड़ा डूबनारुक : बेड़ा डुबोना जिस का ये लाज़िम है कुँवें में डूबनाज़ाए हो जाना, तबाह-ओ-बर्बाद हो जाना, मादूम हो जाना 'अर्क़ में डूबनापसीने से तर-ब-तर होना, पसीने में शराबोर होना ख़यालात में डूबनाख़्याल में ग़र्क़ होना, रुक : ख़्याल में पड़ना सोच में डूबनारुक : सोच में पड़ना पसीने में डूबना۔ पसीने में तर होना। हैरत में डूबनामतही्यर होना, बहुत हैरान होना, दंग रह जाना ख़ून में डूबनाख़ून में भीगना, ख़ून में तरबतर होना मन में डूबनाख़ुद में महव होना , नफ़स को पहचानना, ख़ुद एहतिसाबी (अपने के साथ मुस्तामल) आँख ख़ून में डूबनारुक : आंखों में ख़ून उतर आना आँखें ख़ून में डूबनाअत्यधिक क्रोध में आँखें लाल हो जाना 'अरक़ के बीच डूबनापसीने से तरबतर होना, लज्जा से पानी-पानी होना पसीनों में डूबनाबहुत पसीना आना, पसीने में शराबोर हो जाना लहू में डूबना۱. ख़ून में ग़र्क़ होना, लहूलुहान होना फूलों में डूबनारुक : फूलों से लदना बादल में डूबनायाद में डूबनायाद महव होना, किसी के ख़याल में महमो होना फ़िक्र में डूबनाख़्याल में मुनहमिक होना, बहर फ़िक्र में ग़र्क़ होना, निहायत फ़िक्रमंद होना दुनिया में डूबनासांसारिक मुआमलों में पड़ना, सांसारिक बनना, लालची हो जाना नशे में डूबनामख़मूर होना, सरशार होना, कमाल दर्जा नशा होना शर्म में डूबनाबहुत अधिक लज्जित होना, लज्जा से गड़ जाना रंग में डूबनादिव्य प्रेम और ज्ञान के साथ नशे में चूर होना, साधक होना, ऐक्य का मतवाला होना खारी कुँवें में डूबनाज़ाए होना, बर्बाद हो जाना जवाहिर में डूबनाबहुत ज़्यादा जवाहरात टिके होना नशा में डूबनानींद में डूबनागहिरी नींद में होना , सख़्त ग़नूदगी में होना नाकों-नाक दौलत में डूबनाअत्यधिक धनी हो जाना, बहुत ज़्यादा अमीर हो जाना, दौलत की रेल पेल होना ज़िरह में डूबनाआमादा-ए-जंग होना, हमले और कड़ाई के लिए तैयारीयां करना नाव भँवर में डूबनाचुल्लू भर पानी में डूबनाग़ैरत और श्रम महसूस करना, शर्मिंदा होना दिन डूबनासूरज का अस्त हो जाना, दिन का विदा होना, रात का आरांभ होना डूबना तैरनामुसीबत झेलना, तकलीफ़ उठाना सितारा डूबनासितारा अस्त होना, सितारे छुप जाना, सुबह होना, (संकेतात्मक) अंत होना रूपया डूबनारुपया का हानि होना, घाटा पड़ना, रुपया मारा जाना पैसा डूबनाव्यापार में नुकसान उठाना, किसी दुर्घटना या तबाही के कारण धन की हानि होना, रुपया बर्बाद होना, हानि होना, ख़सारा होना, धन की प्राप्ति न होना, रुपया बेकार खर्च किया जाना नाव डूबनानाव डुबोना (रुक) का लाज़िम, कुशी ग़र्क़ होना घर डूबनाघर नष्ट होना, घर उजड़ना, घर तबाह होना नोक डूबनासुहाग-रात मनाई जाना, मुजामअत होना सूरज डूबनासूर्य का अस्त होना, सूरज का छुपना दिल डूबनाजा डूबनाफँस जाना, नुक़्सान उठाना लुटिया डूबनाले डूबनाअपने साथ दूसरे को भी तबाह कर देना या नुक़्सान पहुँचा देना मन डूबनादिल डूबना, ज़ोफ़ या नातवानी से दिल की हालत ग़ैर होना जातेजाते-जातेप्रस्थान के समय दुनिया जाते देखनाजी में समाना, ख़्याल आना राह जातेभागे थोड़ी जाते हैंनिश्चिंत रहें, यह खो नहीं जाएगा, खो जाने का कोई ख़तरा नहीं है कान उड़े जाते हैं'अक़्ल-ओ-होश जाते रहनाहोश ठिकाने पर न रहना, समझ और होश लुप्त हो जाना क्या दिन जाते देखेकोई बहुत समय के बाद आए तो कहते हैं होश-ओ-हवास जाते रहनाहोश-ओ-हवास ठिकाने न रहना, हवास बाक़ी न रहना, अक़्ल जाती रहना बड़े कड़ाही में तले जाते हैंबड़े लोगों को ज़्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है हाए हाए बूढ़े नहीं ब्याहे जातेमहिज़ हाय हाय करने से या निरी ख़ुशामद से काम नहीं चलता दिन जाते देर नहीं लगतीसमय बहुत जल्दी बीत जाता है, वक़्त बहुत जल्द गुज़र जाता है थूक में पकोड़े नहीं तले जातेमुफ़्त काम नहीं हो सकता ज़्यादा मिठास में कीड़े पड़ जाते हैंहद से ज़्यादा ख़ुशअख़लाक़ी मुज़िर होती है, हद से ज़्यादा मेल जोल से ताल्लुक़ात बिगड़ जाते हैं होश जाते रहनारुक : होश उड़ जाना हवास जाते रहनापूछते पूछते दिल्ली पहुँच जाते हैंजुस्तजू से मक़सद हासिल होता है हाथ पाँव राँगा राँगा हुए जाते हैंआसमान ज़मीन क्यों नहीं शक़ हो जातेकिस सख़्त सदमे या गुनाह अज़ीम के होने के मौक़ा पर बोलते हैं कि आसमान ज़मीन क्यों नहीं फट जाते मतलब ये होता है कि क़ियामत क्यों नहीं आजाती(इस लिए कि ये उमूर क़ियामत के दिन होंगे निकले हुए दाँत फिर अंदर नहीं जातेराज़ एक दफ़ा ज़ाहिर हो जाये तो फिर नहीं छप सकता , जो आदमी एक दफ़ा कहीं से निकाल दिया जाये तो फिर मुश्किल से दख़ल पाता है , किसी बात का मज़ा पड़ जाये तो फिर नहीं छूटता आसमान ज़मीन क्यों नहीं फट जातेकिस सख़्त सदमे या गुनाह अज़ीम के होने के मौक़ा पर बोलते हैं कि आसमान ज़मीन क्यों नहीं फट जाते मतलब ये होता है कि क़ियामत क्यों नहीं आजाती(इस लिए कि ये उमूर क़ियामत के दिन होंगे चोर जाते रहे कि अंधियारीयह कहावत उस अवसर पर बोलते हैं जहाँ किसी बुरी बात का किसी न किसी समय होना निश्चित हो, बुरे स्वभाव वाला अवसर पाते ही बुरे काम करता ही है, जगत के नियम नहीं बदलते हिरन धूप में काले हुए जाते हैंऐसी शिद्दत की धूप पड़ती है कि हिरन भी काले हुए जाते हैं, बहुत शदीद गर्मी पड़ रही है बाक़ी हवास भी जाते रहनाकच्चे बाँस जिधर झुकाओ झुक जाते हैंलड़के के पाँव पालने में पहचाने जाते हैंलड़के के पाँव पालने में पहचाने जाते हैंहोनहार लड़के के मुताल्लिक़ बोलते हैं , मुआमले का अंजाम इबतिदा ही से मालूम होजाता है जाते रहनाहगासे लड़के के नथने पहचाने जाते हैंसूरत से पतली हालत या बुज़दिली ज़ाहिर हो जाती है पूत कपूत पंगोड़ों में ही पहचाने जाते हैंबच्चे में शुरू से अच्छे या बुरे होने के आसार पाए जाते हैं आते-जातेआना-जाना, संयोगवश, अनौपचारिक रूप से ऊँघते को सो जाते कुछ देर नहींजिस बात के अस्बाब मौजूद हैं इस को वजूद में आते क्या देर लगती है आगे जाते घुटने टूटें पीछे देखते आँखें फूटेंउस अवसर पर प्रयुक्त जहाँ करने में भी नुक़्सान हो और न करने में भी हाथी के दाँत निकले पीछे अंदर नहीं जातेरुक : हाथी के निकले हुए दाँत (भी कहीं बैठे हैं) बैठने मुश्किल हैं मुंडा जोगी और पिसी दवा पहचाने नहीं जातेसर मुंडे मोय जोगी की शक्ल-ओ-सूरत से मालूम नहीं होता कि इस का बातिन कैसा है जैसे कि पिसी हुई दवा को देख कर पता नहीं चलता कि क्या चीज़ है क्यों मरे जाते होकान फटे जाते हैंबैठे बैठे कुँवें ख़ाली हो जाते हैंबेकारी में सारी जमा पून ख़त्म होजाती है हिरन धूप से काले हुए जाते हैंऐसी शिद्दत की धूप पड़ती है कि हिरन भी काले हुए जाते हैं, बहुत शदीद गर्मी पड़ रही है आता न छोड़िये , जाते का ग़म न कीजियेआए तो ख़ूब आने दो जावे तो बला से सोना चाँदी आग ही में परखे जाते हैंइंसान के औसाफ़-ओ-ख़ूओबयां आफ़त मुसीबत में ज़ाहिर होती हैं कान के पर्दे फूटे जाते हैंजैसे पीठ दिखाए जाते हो, ख़ुदा तुम्हारा मुँह दिखाएदुआइया फ़िक़रा, रुख़स्त होते वक़्त जाने वाले से कहते हैं, ख़ुदा तुम्हें फिर यहां लाए ऊँघते को सो जाते क्या देरजिस बात के अस्बाब मौजूद हैं इस को वजूद में आते क्या देर लगती है जिस तरह पीठ दिखाए जाते हो, उसी तरह मुँह दिखानाज़बान से बेटा बेटी पराए हो जाते हैंइंसान को ज़बान का बड़ा पास रखना चाहिए, बिअतों से आदमी औलाद को भी अपना मुख़ालिफ़ बनालेता है इस लिए ख़्याल रखना चाहिए कि ज़बान से किया बात निकलती है बे बुलाए ख़दा के घर भी नहीं जातेभले दिन जाते देर नहीं लगती , बुरी घड़ियाँ काटे नहीं कटतीअच्छे दिन पलक झपकते गुज़र जाते हैं और तकलीफ़ का ज़माना दराज़ हो जाता है पूत के पाँव पालने में ही पहचाने जाते हैं(किसी किये) बुराई भलाई शुरू ही में आसार से दरयाफ़त करली जाती है, नेक बुख़ती बदबख़ती का हाल बचपन या आग़ाज़ ही में हरकात-ओ-सकनात से खुल जाता है घुटने पेट को जाते हैंहर आदमी अपनों की हिमायत, तरफ़-दारी करता है आते का मुँह देखती थी जाते की पीठप्रतीक्षा की बेताबी ज़ाहिर करने के अवसर पर प्रयुक्त औसान जाते रहनाख़ुदा सर पर दो सींग दे तो वो भी सहे जाते हैंईश्वर की डाली मुसीबत सहनी पड़ती है, ईश्वर का दिया कष्ट भी स्वीकार है, ईश्वरेच्छा पर सहमत होना चाहिए नाई नाई बाल कितने , जजमान जी आगे आए जाते हैंजो बात ख़ुद पेश आने वाली है इस का बयान अबस है, जब कोई ऐसी बात के लिए पूछे जो जल्द ज़ाहिर होने वाली है तो उस वक़्त ये बोलते हैं सख़ी सूम साल भर में बराबर हो जाते हैंफ़ी्याज़ और दरिया दिल आदमी का बख़शिश-ओ-सख़ावत के ज़रीये और बख़ील आदमी का बेजा सिर्फ़ के बाइस साल भर में हिसाब बराबर हो जाता है, फ़ी्याज़ आदमी का माल सही जगह सिर्फ़ होता है और बख़ील का ग़लत जगह आते भले न जातेआना जाना बराबर है, न आने से फ़ायदा न जाने से आप से जाते रहनाअपने होश-ओ-हवास खो बैठना, आपे से बाहर हो जाना दिन अछे होते हैं तो कंकर जवाहर बन जाते हैंजब भाग्य अच्छा होता है तो नेक काम स्वयं बन जाता है बरस भर में सख़ी और सूम बराबर हो जाते हैंकंजूसी करने से कोई फ़ायदा नहीं होता, अंजाम कार सखी और जंजूस का हिसाब बराबर बराबर हो जाता है बराती तो खा पी कर अलग हो जाते हैं , काम दूल्हा दुल्हन से पड़ता हैडूबना क्या मतलब है?डूबना के हिंदी अर्थ
जल या तरल पदार्थ में व्यक्ति अथका किसी चीज का इस प्रकार स्थित होना कि उसका कोई अंग या अंश उससे बाहर न निकला रहे। जल में पूरी तरह से समाना। जैसे-समुद्र में जहाज डूबना, नदी की बाढ़ से खेत डूबना।
डूबना को इंग्लिश में क्या बोलेंगे?डूबना {intransitive verb}
dip {v.i.} founder {v.i.} merge {v.i.}
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