बीकॉम करने से क्या बनते हैं? - beekom karane se kya banate hain?

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बीकॉम करने से क्या बनते हैं? - beekom karane se kya banate hain?

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  • Courses Options For Commerce Students After 12th, जानिए 12वीं के बाद कॉमर्स के विद्यार्थी कौन से Course में ले सकते है दाखिला

ज्यादातर बोर्ड 10वीं और 12वीं का रिज़ल्ट जारी कर चुके हैं। छात्रों को साल भर की मेहनत का फल मिल चुका है। और अब वक्त है आगे की राहें चुनने का। वो राहें जो उनके भविष्य की दिशा तय करेंगी। इसलिए ये फैसला सोच समझ कर लेना बेहद जरूरी है। कला, कॉमर्स या साइंस...हर स्ट्रीम का छात्र अपनी ही फील्ड में करियर बनाने के बारे में सोचता है। बात कॉमर्स की करें तो कॉमर्स के छात्रों के पास करियर ऑप्शन की कमी नहीं लेकिन ज़रूरी है अपने लिए सही कोर्स चुनने की। आपके लिए ये काम आसान हो इसलिए कुछ चुनिंदा कोर्स की जानकारी हम आपको दे रहे हैं जो आपके करियर में काफी मददगार साबित हो सकते हैं।

चार्टर्ड एकाउंटेंसी (सीए)
चार्टर्ड एकाउंटेंसी यानि सीए एक कोर्स है जिसके ज़रिए वाणिज्य छात्र चार्टर्ड एकाउंटेंट बनने के लिए आगे बढ़ सकते हैं। भारत में इस कोर्स को लेकर छात्रों  में सबसे ज्यादा उत्सुकता देखी जा सकती है। किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड या विश्वविद्यालय से कुल मिलाकर कम से कम 50 फीसदी अंकों से 12वीं पास होनी ज़रूरी है।

कंपनी सचिव (सीएस)
कंपनी सचिव या सीएस भी छात्रों में सीए के बाद सबसे लोकप्रिय कोर्स है। जिसे 12वीं में 50 फीसदी अंक हासिल करने के बाद किया जा सकता है। इस कोर्स को करने के बाद नौकरी की अपार संभावनाएं खुल जाती है । और इस कोर्स के बाद छात्र कंपनी सचिव बनने की योग्यता प्राप्त कर लेता है।

बीकॉम इन अकाउंटिंग एंड कॉमर्स
बैचलर ऑफ कॉमर्स यानि बीकॉम एक डिग्री कोर्स है जिसे हर कॉलेज अपने पाठ्यक्रम में शामिल ज़रूर करता है। इस पाठ्यक्रम की अवधि भारतीय कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में 3 साल की होती है। जिसे किसी भी यूनिवर्सिटी या अन्य शिक्षण संस्थान से किया जा सकता है।

बीबीए एलएलबी (BBA LLB)
बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन और बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ ऑनर्स, एक स्नातक प्रशासनिक कानून पेशेवर एकीकृत पाठ्यक्रम है। बीबीए एलएलबी का चयन करने वाले छात्र बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन और लॉ का अध्ययन करते हैं। कोई भी छात्र जिसने न्यूनतम 50 फीसदी अंकों के साथ 12वीं की हो इस कोर्स के लिए पात्र माना जाता है। देश में एलएलबी की पढ़ाई कराने वाले कई कॉलेज है। जिसके लिए प्रवेश परीक्षा भी आयोजित की जाती है।

बीसीए (आईटी एंड सॉफ्टवेयर)
अगर आपकों कंप्यूटर से प्यार है तो फिर ये कोर्स आपके लिए ही है। जी हां..बीसीए खासतौर से उन्ही स्टूडेंट के लिए है जो कंप्यूटर की भाषाओं की दुनिया को जानने की इच्छा रखता हो। एक बीसीए की डिग्री कम्प्यूटर साइंस या सूचना प्रौद्योगिकी में बीटेक / बीई डिग्री के बराबर मानी जाती है। एक उम्मीदवार जिसने गणित के साथ किसी भी विषय से 12वीं पास की हो वो इसके लिए पात्र माना जाता है लेकिन ये याद रहे कि 12वीं में 45 फीसदी अंक होने ही चाहिए।

बीबीए / बीएमएस
बैचलर ऑफ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन यानि बीबीए और बैचलर ऑफ मैनेजमैंट स्ट्डीज़ यानि बीएमएस एमबीए में मास्टर्स के लिए एक अहम भूमिका निभाता है। बीबीए / बीएमएस बिजनेस मैनेजमेंट में करियर चलाने के लिए बैचलर डिग्री है। जो किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड या विश्वविद्यालय से किसी भी स्ट्रीम में 12वीं करने के बाद किया जा सकता है। लेकिन इसके लिए कम से कम 50 फीसदी अंक 12वीं में आने चाहिए। हालांकि इस कोर्स को किसी भी स्ट्रीम का स्टूडेंट कर सकता है लेकिन कॉमर्स के स्टूडेंट को इसे समझना और भी आसान हो जाता है।

तो ये कुछ कोर्स हैं जो आपके करियर को सही दिशा दे सकते हैं ताकि आपका भविष्य उज्जवल हो सके। 12वीं के बाद कॉमर्स के स्टूडेंट सिर्फ इन्ही कोर्स में नहीं बल्कि आर्ट्स की फील्ड से जुड़े तमाम कोर्स में भी आगे की राह चुन सकते हैं।

12वीं पास के लिए सरकारी नौकरी के ऑप्शन

Professional Courses after B.com

लोग अक्सर सोचते हैं की बीकॉम के बाद कोई अच्छा विकल्प नहीं है तो ऐसा नहीं है क्योंकि बीकॉम उच्च डिग्री और अच्छी जॉब के कई विकल्प खोल देता है। जिससे छात्र या तो मास्टर्स कर एक अच्छी नौकरी पा सकते हैं या फिर CA, CS, अकाउंटेंट, टैक्स कंसल्टेंट और ऑडिटर बनकर अपना करियर संवार सकते हैं।

बीकॉम ग्रेजुएशन के बाद छात्र अक्सर कोर्सेस का चयन करने को लेकर काफी भ्रमित रहते हैं। जबकि इस क्षेत्र में अच्छा करियर बनाने के लिए कुछ कोर्स ऐसे हैं जिन्हें कर लेने से आगे के कई विकल्प खुल जाते हैं। वहीं इन कोर्सेस की सबसे बड़ी खासियत यह है कि। ये कोर्स कम समय अवधि के और कम बजट में भी छात्र कर सकते हैं और अपने करियर को संवार सकते हैं। उनमें कुछ कोर्स और करियर विकल्प इस प्रकार हैं जो काफी कॉमन भी हैं।

बीकॉम करने से क्या बनते हैं? - beekom karane se kya banate hain?

  • चार्टेड अकांटेंट (CA)

बीकॉम के बाद करियर के लिए सबसे पहले किसी भी छात्र के दिमाग में चार्टेड अकांउटेंट बनने का विकल्प सामने आता है। आपको बता दें कि सीए की परीक्षा इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टेड अकांउटेंट की तरफ से कंडक्ट करवाई जाती है जिसके लिए छात्रों को दी हुई समय अवधि में परीक्षाएं पास करने की जरूरत होती है।

छात्रों को सीए के लिए सीपीटी (CPT), आईपीसीसी (IPCC), और फाइनल सीए (CA) के पेपर पास करने होते हैं इसके बाद वे चार्टेड अकांटेंट बनते हैं।

वहीं अगर किसी छात्र ने ग्रेजुशन की पढ़ाई पूरी कर ली है तो वे सीधे तौर पर आईपीसीसी का पेपर देने के लिए योग्य होते हैं जो कि दो ग्रुप में होते हैं।

एक ग्रुप पास करने के बाद छात्र ढाई साल के लिए सीए की आर्टिकलशिप के लिए रजिस्टर कर सकते हैं। वहीं दोनों ग्रुप पास करने के बाद और आर्टिकल शिप पूरी करने के बाद छात्र फाइनल सीए का पेपर दे सकते हैं। इसके बाद फाइनल सीए के लिए छात्र को फिर से दो ग्रुप की परीक्षा पास करनी होती है। इसके बाद वे सीए बन जाते हैं और गर्व के साथ अपने नाम के आगे सीए लगा सकते हैं।

  • मास्टर्स ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन ( MBA in Finance)

बीकॉम के बाद उच्च शिक्षा के लिए अक्सर MBA करने की भी राय दी जाती है। MBA में अच्छा करियर बनाना इंस्टीट्यूट या कॉलेज की विश्वसनीयता पर निर्भर करता है अगर आप IIM से MBA कर रहे हैं तो निश्चित तौर पर आपको सफलता मिलना तय है।

लेकिन अगर आप साधारण कॉलेज या फिर ऐसे कॉलेज से MBA करने के बारे में सोचते हैं जो कि उतना प्रसिद्ध नहीं है तो आपके लिए MBA करने नौकरी पाना काफी कठिन साबित हो सकता है।

आपको बता दें कि CAT का रिजल्ट निर्धारित करता है कि आपको किस कॉलेज से MBA करना है। MBA दो साल के लिए होता है जिसकी पढ़ाई पूरी करने के बाद छात्र फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में आसानी से जॉब कर सकते हैं।

  • मास्टर्स ऑफ कॉमर्स (M.Com)

अगर किसी छात्र का बीकॉम हो गया है और वे मास्टर डिग्री हासिल करना चाहते हैं तो सबसे पहले उनके दिमाग में एमकॉम (M.Com) करने का आइडिया आता है।

M.Com 2 साल का कोर्स होता है, जिसे छात्र किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से कर सकते हैं। M.Com में छात्रों को मुख्य रूप से अकाउंटिंग, बिजनेस, फाइनेंस, इकोनोमिक्स, स्टेटिक्स, टैक्सेशन, मार्केटिंग एंड मैनेजमेंट विषयों की जानकारी दी जाती है। जिससे की छात्रों को इन क्षेत्रों के बारे में पूरी जानकारी मिल सके और वे इन क्षेत्रों में अपना करियार संवार सकें।

  • कम्पनी सेकरेटरी CS

बीकॉम करने वाले छात्रों के बीच कंपनी सेकेरेटरी का कोर्स काफी प्रचलित है ज्यादातर छात्र या तो बीकॉम की पढ़ाई करते समय या फिर पढ़ाई होने के बाद CS यानि की कंपनी सचिव का कोर्स करते हैं। आपको बता दें कि CS का कोर्स CA और ICWAI के कोर्स से एकदम अलग कोर्स है।

CS का कोर्स व्यापार औऱ उसकी गुणवत्ता विश्लेषण के कानूनी पहलूओं के बारे में छात्र को ज्ञान का बोध करवाता है। CS का कोर्स करने वाले छात्रों को किसी कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर को सही राय देने के लिए तैयार किया जाता है इसके साथ ही CS करने वाले छात्र किसी कंपनी में कार्य कारी सचिव से लेकर MD और CEO तक का कार्यभार संभाल सकते हैं।

कंपनी के सचिव बनने के लिए छात्र को फाउंडेशन, एक्जीक्यूटिव और फाइनल कोर्स को पास करने की जरूरत है वहीं सीएस कोर्स में करियर बनाने के कई अवसर प्राप्त होते है ये कोर्स करने वालों छात्रों के लिए करियर की असीम संभावनाएं है।

  • बीकॉम के बाद करें ये कोर्सेस

हमने आपको ऊपर बीकॉम के बाद कुछ ऐसे कोर्सेस के बारे में बताया जो कि ज्यादातर छात्र करना पसंद करते हैं लेकिन अब हम आपको बीकॉम के बाद के कुछ ऐसे कोर्सेस के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके बारे में लोग ज्यादा नहीं जानते लेकिन इन कोर्सेस के बाद करियर की अपार संभावनाएं खुल जाती है। कोर्सेस की लिस्ट इस प्रकार है –

  • CMA- सर्टिफाइड मैनेजमेंट अकाउंटेंट

सीएमए अंतराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त कोर्स है जिसे छात्र बीकॉम के बाद कर सकते हैं। CMA का कोर्स, इंस्टीटयूट ऑफ सर्टिफाइड मैनेजमेंट अकाउंटेंट की तरफ से करवाया जाता है। ये कोर्स संयुक्त राज्य में काफी पसंद किया जाने वाला कोर्स है और करीब 100 देशों में ये कोर्स करवाया जाता है।

पिछले कुछ सालो में ICMA से कई छात्रों ने उच्च शिक्षा प्राप्त की है। अगर आप बीकॉम के बाद CMA का कोर्स पूरा कर लेते हैं तो आप कम से कम 33.33 प्रतिशत किसी गैर प्रमाणित लेखाकर से ज्यादा कमा सकते हैं। CMA काफी व्यापक कोर्स है जिसे आप बीकॉम के बाद आसानी से कर सकते हैं।

  • ACCA

अगर आप बीकॉम करने के बाद अपने करियर को लेकर भ्रमित हैं लेकिन आप अकाउंटिंग प्रोफेशनल बनने के बारे में सोच रहे हैं तो ACCA का कोर्स आपके लिए ही है। ACCA को एसोसिशन ऑफ चार्टर्ड सर्टिफाइड अकाउंटेंट्स से मान्यता दी गई है।

जो की काफी समय से विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान कर रहा है। आपको बता दें कि करीब 4 लाख 36 हजार विद्यार्थी ACCA से उत्तीर्ण हो चुके हैं। ACCA 180 से ज्यादा देशों में करवाया जाने वाला कोर्स है। ये कोर्स कम बजट वाला कोर्स है। ये कोर्स वे छात्र भी कर सकते हैं जो कि आर्थिक रूप से मजबूत नहीं हैं और अपना करियर ऑडिट और टैक्स में आसानी से बना सकते हैं।

  • CPA

सीपीए भी बीकॉम के बाद किए जाने वाले सबसे अच्छा अंतराष्ट्रीय स्तर का कोर्स है। ये CA की तरह फायदा पहुंचाने वाला कोर्स है। जो लोग सरकारी उपक्रमों में अपना करियर बनाना चाहते हैं वो लोग CPA का कोर्स कर सकते हैं।

CPA को अमेरिकन इंस्टीट्यूट की तरफ से चलाया जाता है। AICPA के अनुसार, जो लोग CPA करते हैं उनकी सैलरी में भी अंतर होता है, वे गैर प्रमाणित लेखाकार से 15 प्रतिशत से ज्यादा सैलरी पा सकते हैं।

अगर आर सीपीए बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एक 14 घंटे की विशाल परीक्षा देनी होगी जिसके लिए चार विषय में उत्तीर्ण होना जरूरी है। अगर आप सीपीए के लिए परीक्षा दे रहे हैं तो आपको लेख परीक्षा और सत्यापन, वित्तीय लेखांकन और रिपोर्टिंग, विनयमन और बिजनेस इनवायोमेंट कंसेप्ट इन चार विषय की परीक्षाओं में उत्तीर्ण होना होगा इसके साथ ही चारों विषयों का औसत प्रतिशत करीब 47 प्रतिशत होना चाहिए।

इसके अलावा बीकॉम में ग्रेजुएशन के बाद छात्र अपना करियर नीचे दिए गए विकल्प चुनकर भी बना सकते हैं जो कि इस प्रकार हैं-

  • Banker

बैंकर की जॉब ऐसी जॉब है जिसे बीकॉम ग्रेजुएट के बाद छात्र कर सकता है। किसी भी बैंक की बेवसाइट में रजिस्टर करके या फिर रोजगार से संबंधित एडवरजाइमेंट को देखकर आप बैंकर की जॉब ले सकते हैं।

  • कर सलाहकार (Tax Consultant)

टैक्सेशन यानि की कर लगाना जो कि आप कॉलेज में सीखते हैं, बीकॉम के बाद आप कर सलाहकार के तौर पर किसी कंपनी में काम कर सकते हैं और कुछ अनुभव हासिल कर सकते हैं इसके बाद कर सलाहकार का काम आप घर बैठ कर भी कर सकते हैं या फिर अपनी फर्म शुरू कर सकते हैं।

  • Human Resource ( मानव संसाधन)

बीकॉम से ग्रेजुएशन करने के बाद आप HR के तौर पर काम कर सकते हैं या फिर हयूमन रिसॉर्स से मास्टर कर सकते हैं इसके बाद वे एक स्वतंत्र HR के तौर पर काम कर सकते हैं।

सरकारी नौकरी

बीकॉम ग्रेजुएशन के बाद छात्र प्रतियोगी परीक्षाएं देकर सरकारी नौकरी पा सकते हैं। छात्र अपनी किस्मत सिविल सर्विस, पब्लिक सेक्टर या सरकारी बैंक में भी आजमा सकते हैं।

  • अकांटेंट- (मुनीम/ लेखापाल)

बीकॉम के बाद छात्र के लिए करियर बनाने के कई विकल्प है। छात्र ग्रेजुएशन के तुरंत बाद अकांटेंट के तौर पर काम कर सकते हैं। बीकॉम के छात्रों के लिए अकाउंटेंट के कई विकल्प हैं। देखा जाए तो अकांटेंट की जॉब एक ऐसी जॉब है जिसकी हर क्षेत्र में जरूरत है सभी कंपनियों को अपने बिजनेस को चलाने और बिजनेस में फायदा नुकसान पर नजर रखने के लिए अकांटेंट की जरूरत होती है।

बीकॉम का क्षेत्र काफी बड़ा क्षेत्र हैं इस क्षेत्र में करियर बनाने के कई विकल्प हैं। लेकिन छात्रों को अपनी रूचि और योग्यता के अनुसार ही करियर विकल्पों को चुनना चाहिए ताकि वे इस फील्ड में करियर बनाने में सफल हो सकें।

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बीकॉम के बाद कौन सी जॉब कर सकते हैं?

बीकॉम के बाद क्या करें? ... .
मास्टर ऑफ़ कॉमर्स (MCom) ... .
एमबीए इन फाइनेंस ... .
चार्टर्ड एकाउंटेंट (CA) ... .
सर्टिफाइड मैनेजमेंट अकाउंटेंट (CMA) ... .
फाइनेंसियल रिस्क मैनेजमेंट (FRM) ... .
सीएस (CS) ... .
सीएफए (CFA).

बीकॉम से क्या क्या फायदे हैं?

हर सेमेस्टर के लिए एग्जाम पास करना होता है। इस कोर्स को करने के लिए 12वीं उत्तीर्ण होना जरूरी है। इसके बाद आपको किसी बीकॉम कॉलेज में एडमिशन लेना होगा, और रेगुलर पढ़ाई करके इस कोर्स को पास कर सकते हैं। उसके बाद फाइनेंस बैंक बिजनेस या किसी बिजनेस स्टार्टअप में अपना करियर बना सकते हैं

बीकॉम क्यों करते हैं?

B.Com full form कॉम का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ कॉमर्स होता है। बी. कॉम एक डिग्री कोर्स है। ये तीन या चार साल का एक रेगुलर कोर्स होता है , रेगुलर से मतलब यह है कि जिस तरह हम 10वीं, 12वीं कक्षा को पढ़ना ज़रूरी समझते है उसी तरह ये भी एक प्रकार का रेगुलर कोर्स होता है।

12वीं कॉमर्स के बाद सबसे अच्छा कोर्स कौन सा है?

Commerce Courses After 12th : कॉमर्स के विद्यार्थी 12वीं के बाद इन Courses में ले सकते है दाखिला.
चार्टर्ड एकाउंटेंसी (सीए) ... .
कंपनी सचिव (सीएस) ... .
बीकॉम इन अकाउंटिंग एंड कॉमर्स ... .
बीबीए एलएलबी (BBA LLB) ... .
बीसीए (आईटी एंड सॉफ्टवेयर) ... .
बीबीए / बीएमएस.