अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कब घोषित किया गया - antararaashtreey mahila divas kab ghoshit kiya gaya

लाइफस्टाइल डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: शिवानी अवस्थी Updated Tue, 08 Mar 2022 12:13 AM IST

महिलाएं समाज का एक अहम हिस्सा हैं लेकिन वक्त के साथ महिलाएं समाज और राष्ट्र के निर्माण का एक अहम हिस्सा बन चुकी हैं। घर-परिवार से सीमित रहने वाली महिलाएं जब चारदीवारी से बाहर निकल अन्य क्षेत्रों की ओर बढ़ी तो उन्हें अभूतपूर्व सफलता मिलने लगी। खेल जगत से लेकर मनोरंजन तक, और राजनीति से लेकर सैन्य व रक्षा मंत्रालय तक में महिलाएं न केवल शामिल हैं बल्कि बड़ी भूमिकाओं में हैं। महिलाओं की इसी भागीदारी को बढ़ाने और अपने अधिकारों से अनजान महिलाओं को जागरूक करने व उनके जीवन में सुधार करने के उद्देश्य से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। हर साल 8 मार्च को दुनिया के तमाम देशों में महिला दिवस के मौके पर कार्यक्रमों का आयोजन होता है। लेकिन क्या आपको पता है कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की शुरुआत कब से और कहां से हुई? अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को ही क्यों मनाया जाता है और इस साल की थीम क्या है? अगली स्लाइड्स में जानिए महिला दिवस का इतिहास और साल 2022 की थीम।

महिला दिवस की कब हुई शुरुआत?

  अमेरिका में 1908 में एक मजदूर आंदोलन हुआ था, जिसमें बड़ी संख्या में कामकाजी महिलाएं शामिल हुई थीं। करीब 15 हजार महिलाओं ने न्यूयॉर्क की सड़कों पर मार्च करते हुए अपने अधिकारों को लेकर आवाज उठाई थी। कामकाजी महिलाओं की मांग थी कि उनकी नौकरी के घंटे कम किए जाएं और वेतनमान भी बढ़ाया जाए। महिलाओं ने मतदान का अधिकार देने की भी मांग की। अपने अधिकारों को लेकर इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं की बुलंद आवाज  तत्कालीन सरकार के कानों में पड़ी तो आंदोलन के एक साल बाद 1909 में अमेरिका की सोशलिस्ट पार्टी ने महिला दिवस मनाने की घोषणा कर दी।

8 मार्च को क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस?

अमेरिका में महिलाओं ने 8 मार्च को अपने अधिकारों को लेकर मार्च निकाला था। जिसके बाद अगले साल सोशलिस्ट पार्टी ने इसी दिन महिला दिवस मनाने की घोषणा कर दी। वहीं 1917 में पहले विश्व युद्ध के दौरान रूस की महिलाओं ने ब्रेड और पीस के लिए हड़ताल शुरू की थी। उन्होंने भी युद्ध को लेकर अपनी मांग और विचार रखें। इसके बाद सम्राट निकोलस ने अपना पद त्याग दिया और महिलाओं को मतदान का अधिकार मिला। उनको मिले अधिकार को देखते हुए यूरोप में भी महिलाओं ने कुछ दिन बाद 8 मार्च को पीस ऐक्टिविस्ट्स का समर्थन करते हुए रैलियां निकाली। इसी वजह से 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की शुरुआत हो गई। बाद में 1975 में संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को मान्यता दे दी।

महिला दिवस का उद्देश्य और महत्व

भले ही आज दुनिया के तमाम देश और हमारा समाज अधिक जागरूक है लेकिन महिलाओं के अधिकारों और हक की लड़ाई अभी भी जारी है। कई मामलों में महिलाओं को आज भी समान सम्मान और अधिकार नहीं मिले हैं। महिलाओं के इन्हीं अधिकार, सम्मान के लिए समाज को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है।

महिला दिवस 2022 की थीम

साल 2021 महिला दिवस की थीम 'महिला नेतृत्व: कोविड-19 की दुनिया में एक समान भविष्य को प्राप्त करना' थी। वहीं अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2022 की थीम 'जेंडर इक्वालिटी टुडे फॉर ए सस्टेनेबल टुमारो' यानी 'एक स्थायी कल के लिए आज लैंगिक समानता' है। वहीं महिला दिवस का रंग पर्पल, ग्रीन और सफेद है। पर्पल रंग न्याय और गरिमा का प्रतीक है। हरा रंग उम्मीद और सफेद रंग शुद्धता का प्रतीक है।

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International Women's Day 2022: अंतरराष्‍ट्रीय महीला दिवस के इतिहास और महत्व के साथ यह भी जानिये कि हम हर साल मह‍िला दिवस आखिर क्‍यों मनाते हैं. इस साल की थीम क्‍या है. यहां जानें

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कब घोषित किया गया - antararaashtreey mahila divas kab ghoshit kiya gaya

अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस 2022, 8 मार्च को मनाया जाएगा.

International Women’s Day 2022: यह कोई रहस्य नहीं है कि महिला ही भविष्य है और मार्च के महीने को दुनिया भर में महिला इतिहास माह के रूप में चिन्हित किया जाता है. इस पूरे महीने के दौरान महिलाओं की सांस्कृतिक, राजनीतिक और सामाजिक आर्थिक उपलब्धियों का जश्‍न मनाता है. अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस के द‍िन द‍रअसल, महिलाओं के प्रति रूढियों और भेदभाव की भावनाओं से मुक्‍त होने का आह्वान किया जाता है. अंतरराष्‍ट्रीय महीला दिवस का क्‍या इतिहास है और इसका क्‍या महत्व है, यहां हम आपको बताएंगे. साथ ही यह भी जानिये कि हम हर साल मह‍िला दिवस आखिर क्‍यों मनाते हैं और इस साल की थीम क्‍या है.

international women’s day 2022: तारीख 

हर साल अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) 8 मार्च को मनाया जाता है.

international women’s day 2022: इतिहास

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पहली बार उत्तरी अमेरिका और यूरोप में बीसवीं शताब्दी के दौरान श्रमिक आंदोलनों की गतिविधियों से उभरा. यूनेस्को की माने तो पहली बार राष्ट्रीय महिला दिवस 28 फरवरी 1909 को संयुक्त राज्य अमेरिका में मनाया गया था. जिसे सोशलिस्ट पार्टी ऑफ अमेरिका ने न्यूयॉर्क में 1908 के परिधान श्रमिकों की हड़ताल के सम्मान में समर्पित किया, जहां महिलाओं ने कठोर कामकाजी परिस्थितियों का विरोध किया था. साल 1917 में, रूस में महिलाओं ने फरवरी के आखिरी रविवार (जो ग्रेगोरियन कैलेंडर पर 8 मार्च को पड़ता है) को ‘रोटी और शांति’ के नारे के साथ विरोध और हड़ताल करने के लिये चुना. उनके आंदोलन ने आखिरकार रूस में महिलाओं के मताधिकार को लागू किया.

साल 1945 का समय था, जब संयुक्त राष्ट्र का चार्टर, महिलाओं और पुरुषों के बीच समानता के सिद्धांत की पुष्टि करने वाला पहला अंतरराष्‍ट्रीय समझौता बना. लेकिन साल 1975 में 8 मार्च को संयुक्त राष्ट्र ने अपना पहला आधिकारिक अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया.

बाद में दिसंबर 1977 में, महासभा ने एक प्रस्ताव अपनाया, जिसमें सदस्य राज्यों द्वारा उनकी ऐतिहासिक और राष्ट्रीय परंपराओं के अनुसार, वर्ष के किसी भी दिन महिलाओं के अधिकारों और अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए संयुक्त राष्ट्र दिवस (United Nations Day for Women’s Rights and International Peace) की घोषणा की गई.

आखिर में, साल 1977 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा अपनाए जाने के बाद, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस, एक वैश्‍व‍िक अवकाश बन गया, जहां सदस्य राज्यों को महिलाओं के अधिकारों और विश्‍व शांति के लिए संयुक्त राष्ट्र के आधिकारिक अवकाश के रूप में 8 मार्च को घोषित करने के लिए आमंत्रित किया गया था.

महत्‍व :

यूनेस्को के अनुसार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण प्राप्त करने की दिशा में हुई प्रगति का जश्‍न मनाने का अवसर है. लेकिन उन उपलब्धियों पर गंभीर रूप से प्रतिबिंबित करने और दुनिया भर में लैंगिक समानता की दिशा में अधिक गति के लिए प्रयास करने का भी अवसर है. यह महिलाओं के असाधारण कृत्यों को पहचानने और दुनिया भर में लैंगिक समानता को आगे बढ़ाने के लिए एक संयुक्त शक्ति के रूप में एक साथ खड़े होने का दिन है.

थीम :

इस साल संयुक्त राष्ट्र का विषय ‘एक स्थायी कल के लिए आज लैंगिक समानता’ है, जो उन महिलाओं और लड़कियों को ध्‍यान में रखकर है जो जलवायु परिवर्तन अनुकूलन और प्रतिक्रिया पर प्रभारी का नेतृत्व कर रही हैं और एक स्थायी भविष्य के लिए उनके नेतृत्व और योगदान का सम्मान करती हैं.

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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत कब से हुई?

इसके बाद अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पहली बार 1911 में ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी, स्विट्जरलैंड में बनाया गया. इसका शताब्दी आयोजन 2011 में मनाया गया था, इस लिहाज़ से 2021 में दुनिया 110वां अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाएगी.

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को क्यों मनाया जाता है?

8 मार्च को क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस? अमेरिका में महिलाओं ने 8 मार्च को अपने अधिकारों को लेकर मार्च निकाला था। जिसके बाद अगले साल सोशलिस्ट पार्टी ने इसी दिन महिला दिवस मनाने की घोषणा कर दी। वहीं 1917 में पहले विश्व युद्ध के दौरान रूस की महिलाओं ने ब्रेड और पीस के लिए हड़ताल शुरू की थी।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कब मनाया जाता है और क्यों?

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास युनाइटेड नेशन्स (United Nations) ने 8 मार्च 1975 को महिला दिवस मनाने की शुरुआत की थी लेकिन उससे पहले साल 1909 में ही इसे मनाने की कवायद की जा चुकी थी. दरअसल साल 1909 में अमेरिका में पहली बार 28 फरवरी को महिला दिवस मनाया गया था.

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2022 की थीम क्या है?

इस बार अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2022 की थीम 'जेंडर इक्वैलिटी फॉर ए सस्टेनेबल टुमारो' यानी एक स्थायी कल के लिए आज लैंगिक समानता है। महिला दिवस मनाने के पीछे का उद्देश्य है महिलाओं को हर वो अधिकार प्रदान किए जाए जो एक सामान्य नागरिक को दिए जाते हैं।