56 प्रकार की रोटियों के नाम - 56 prakaar kee rotiyon ke naam

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।

मुख्य रूप से गेहूं के आटे की रोटी चार प्रकार की होती है शादी रोटी रुमाली रोटी मिस्सी रोटी और तंदूरी रोटी

mukhya roop se gehun ke aate ki roti char prakar ki hoti hai shaadi roti rumali roti missi roti aur tandoori roti

मुख्य रूप से गेहूं के आटे की रोटी चार प्रकार की होती है शादी रोटी रुमाली रोटी मिस्सी रोटी

  3      

56 प्रकार की रोटियों के नाम - 56 prakaar kee rotiyon ke naam
 324

56 प्रकार की रोटियों के नाम - 56 prakaar kee rotiyon ke naam

56 प्रकार की रोटियों के नाम - 56 prakaar kee rotiyon ke naam

56 प्रकार की रोटियों के नाम - 56 prakaar kee rotiyon ke naam

56 प्रकार की रोटियों के नाम - 56 prakaar kee rotiyon ke naam

Vokal App bridges the knowledge gap in India in Indian languages by getting the best minds to answer questions of the common man. The Vokal App is available in 11 Indian languages. Users ask questions on 100s of topics related to love, life, career, politics, religion, sports, personal care etc. We have 1000s of experts from different walks of life answering questions on the Vokal App. People can also ask questions directly to experts apart from posting a question to the entire answering community. If you are an expert or are great at something, we invite you to join this knowledge sharing revolution and help India grow. Download the Vokal App!

हिन्दू धर्म में भगवान को छप्पन भोग (Chhappan Bhog) का प्रसाद चढ़ाने की बड़ी महिमा है। भगवान को लगाए जाने वाले भोग के लिए 56 प्रकार के व्यंजन परोसे जाते हैं, जिसे छप्पन भोग कहा जाता है। पाठकों के लिए प्रस्तुत हैं छप्पन भोग के 56 नाम।  

मियाँ नसीरुद्दीन के चेहरे पर किसी दबे हुए अंधड़ के आसार देख यह मजमून न छेड़ने का फैसला किया- इस कथन के पहले और बाद के प्रसंग का उल्लेख करते हुए इसे स्पष्ट कीजिए।


लेखिका मियाँ नसीरुद्दीन से उनके बेटे-बेटियों के बारे में पूछना चाहती थी, पर मियाँ नसीरुद्दीन के चेहरे के हाव- भाव देखकर उसे यह सब पूछने की हिम्मत नहीं हुई । वे कुछ उखड़े से दिखाई दे रहे थे ।

इसे पूछने से पहले का प्रसंग भट्टी सुलगाने का है । मियाँ नसीरुद्दीन बब्बन मियाँ से भट्टी सुलगाने को कहते हैं । लेखिका के पूछने पर बताते हैं कि ये बब्बन मियाँ अपने करीगर हैं । बाद के प्रसंग में मियाँ नसीरुद्दीन अपने कारीगरों को दी जाने वाली मजदूरी के बारे में बताते हैंदो रुपए मन आटे की और चार रुपए मन मैदा की मजदूरी दी जाती है ।

भारत में खाने की थाली रोटी के बिना कभी भी कंप्लीट नहीं होती। आपने भले ही कितनी भी सब्जियां या चावल आदि थाली में रखे हों, लेकिन तृप्ति का अहसास तो केवल रोटी खाकर ही होता है। वैसे आमतौर पर घरों में गेंहू के आटे से बनने वाली रोटी ही सर्व की जाती है और लोग इसे खाना भी बेहद पसंद करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि सिर्फ गेंहू के आटे से ही रोटी या परांठा नहीं बनाया जाता। बल्कि भारत के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग तरह की रोटियां बनाई जाती हैं। इतना ही नहीं, किसी विशेष अवसर या त्योहार पर भी कुछ विशेष तरह की रोटियों को बनाया जाता है। भारत में इतनी विविधता है कि रोटियों की पसंद मौसम के अनुसार भी बदल जाती है। आपने भी यकीनन सर्दियों में कई तरह की अलग-अलग रोटियों का स्वाद चखा होगा। तो चलिए आज हम आपको भारत में बनाने और सर्व की जाने वाली कुछ डिफरेंट रोटियों के बारे में बता रहे हैं, जिनके बारे में जानने के बाद आप भी उन्हें यकीनन खाना चाहेंगी-

अक्की रोटी 

Akki roti

आपने शायद अक्की रोटी के बारे में पहले ना सुना हो, लेकिन अक्की रोटी को कर्नाटक में हर घर में लोग बनाना व खाना पसंद करते है। यह वहां का एक पापुलर नाश्ता है। इस रोटी को गेंहू के आटे की जगह चावल के आटे की मदद से तैयार किया जाता है। कन्नड़ में अक्की का अर्थ होता है चावल। इतना ही नहीं, रोटी का स्वाद और भी ज्यादा बढ़ाने के लिए इसमें कई तरह की सब्जियों को भी शामिल किया जाता है।

मक्की रोटी

makhni roti

मक्की की रोटी यूं तो पंजाब में बहुत फेमस है और यह रोटी विशेष रूप से सर्दियों में बनाई जाती है। पंजाब में लोग इसे सरसों के साग के साथ बड़े ही चाव से खाते हैं। वैसे मक्की की रोटी अब केवल पंजाब में ही नहीं, बल्कि देश के अलग-अलग राज्यों में भी बनाई जाती है। इसे बनाने के लिए मक्की के आटे का इस्तेमाल किया जाता है। पारंपरिक रूप से रोटी को बेलने के लिए बेलन नहीं, बल्कि हाथों का इस्तेमाल किया जाता है।

थालीपीठ रोटी

Thalipit roti

यक एक फेमस महाराष्ट्रीयन चपाती है, जिसमें गेंहू के आटे की जगह बाजरा और ज्वार के आटे का इस्तेमाल किया जाता है। इतना ही नहीं, इसे बनाते समय इसमें आटे के साथ इसमें चावल, चना और अन्य मसाले भी मिलाए जाते हैं, जो इसके स्वाद को और भी ज्यादा बढ़ा देते हैं। कुछ लोग रोटी को एक कंप्लीट भोजन के रूप में तैयार करते समय इसमें कुछ सब्जियां भी मिलाते हैं। आमतौर पर, थालीपीठ को दही के साथ सर्व किया जाता है।

इसे ज़रूर पढ़ें- दिल्ली में लजीज समोसे खाने हों, तो इन ठिकानों का करें रुख

कुट्टू की रोटी

kuttu roti

कुट्टू की रोटी किसी विशेष राज्य से नहीं, बल्कि एक त्योहार से जुड़ी है। भारत में नवरात्रि का त्योहार बेहद ही धूमधाम से बनाया जाता है और नवरात्रि के नौ दिन व्रत रखने वाले लोग सामान्य गेंहू की रोटी के स्थान पर कुट्टू के आटे का इस्तेमाल करते हुए उससे रोटी बनाते हैं। इस रोटी को आलू की सब्जी व दही के साथ खाया जाता है। कुट्टू के आटे से बनी रोटी आपको बहुत लंबे समय फुलर होने का अहसास करवाती है।

रागी रोटी

rogi roti

रागी सेहत के लिए बेहद ही लाभदायक माना जाता है और दक्षिण भारत में लोग रागी की रोटी खाना काफी पसंद करते हैं। यह वहां का एक लोकप्रिय व्यंजन है, जिसे रोगी के आटे के अलावा सब्जियों, मसालों, मिर्च और प्याज के साथ तैयार किया जाता है। कई जगहों पर इसे रागी अडाई भी कहा जाता है। यह भरवां रोटी आपको सेहतमंद बनाती है, जिसे आप लंच या डिनर में आसानी से खा सकते हैं।  

इसे ज़रूर पढ़ें-7 सिस्टर स्टेट्स की इन 7 अनोखी डिशेज को आप भी जरूर करें ट्राई

तो आप सबसे पहले किस रोटी को खाना पसंद करेंगी? यह हमें फेसबुक पेज के कमेंट सेक्शन में जरूर बताइएगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।

Image Credit- (Freepik) 

क्या आपको ये आर्टिकल पसंद आया ?

बेहतर अनुभव करने के लिए HerZindagi मोबाइल ऐप डाउनलोड करें

Her Zindagi

Disclaimer

आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।

रोटी को कितने नामों से जाना जाता है?

चपाती, फुल्का, रूटी (बंगाली) आदि।

भारत में कितने प्रकार की रोटियां बनाई जाती है?

अनेक प्रकार की जैसे कि (1) गेंहू (2) बेसन (3) मकई (4) बाजरा (5) मैदा आदि तथा इनमे भी कई प्रकार की वैराइटी होती है । हमारे देश में कितने प्रकार की रोटियां बनाई जाती हैं?

रोटियां की कौन कौन सी किस्में दर्शायी गई है?

मियाँ नसीरुद्दीन ने रोटियों की ये किस्में बताई: 'बाकराखानी-शीरमाल-ताफतान-बेसनी-खमीरी-रूमाली-गाव-दीदा-गाजेबान-तुनकी ।

रोटियों को नरम कैसे रखें?

रोटी को ज्यादा स्वादिष्ट और सॉफ्ट बनाने के लिए आप उसमें तेल की जगह घी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आपकी रोटी लंबे समय तक सॉफ्ट रहेंगी। यद‍ि आप तेल की जगह घी का इस्तेमाल करते हैं, तो इससे आटा नरम रहेगा और रोटियां ठंडी होने के बाद भी नरम रहेंगी। रोटियों को नरम बनाने के लिए आधा चम्मच घी का इस्तेमाल काफी होता है।