असहयोग आंदोलन पर एक निबंध लिखिए - asahayog aandolan par ek nibandh likhie

असहयोग आंदोलन क्या है समझाइए?

सितंबर 1920 में कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में महात्मा गांधी ने भी दूसरे नेताओं को इस बात पर राज़ी कर लिया कि ख़िलाफ़त आंदोलन के समर्थन और स्वराज के लिए एक असहयोग आंदोलन शुरू किया जाना चाहिए।

असहयोग आंदोलन का प्रमुख कारण क्या है?

इस घटना को इतिहास में चौरी चौरा कांड के नाम से जाना जाता है। चूँकि महात्मा गांधी ने अहिंसा के दर्शन के सहारे असहयोग आंदोलन आरंभ किया था, लेकिन चौरी चौरा घटना के कारण व्यापक हिंसा सामने आई।

असहयोग आंदोलन का क्या महत्व था?

असहयोग आंदोलन की विशेषताएं यह आंदोलन अनिवार्य रूप से भारत में ब्रिटिश सरकार के खिलाफ एक शांतिपूर्ण और अहिंसक विरोध था। विरोध के तौर पर भारतीयों को अपनी उपाधियाँ त्यागने और स्थानीय निकायों में मनोनीत सीटों से इस्तीफा देने के लिए कहा गया। लोगों को अपनी सरकारी नौकरी से इस्तीफा देने के लिए कहा गया था

असहयोग आंदोलन का राष्ट्रीय आंदोलन पर क्या प्रभाव पड़ा?

इसके लिए प्रतिवाद, परित्याग और स्व - अनुशासन आवश्यक थे। यह स्वशासन के लिए एक प्रशिक्षण था । ' 1857 के विद्रोह के बाद पहली बार असहयोग आंदोलन के परिणामस्वरूप अंग्रेज़ी राज की नींव हिल गई । फरवरी 1922 में किसानों के एक समूह ने संयुक्त प्रांत के चौरी-चौरा पुरवा में एक पुलिस स्टेशन पर आक्रमण कर उसमें आग लगा दी।