स्लीपिंग डिसऑर्डर को इंसोमनिया भी कहा जाता है. यह नींद आने की समस्या है. ऐसे में मरीज की स्थित को देखते हुए डॉक्टर नींद की दवा दे सकते हैं, जिसे ट्रैंक्विलाइजर, स्लीपिंग मेडिसीन या स्लीपिंग एड्स के नाम से जाना जाता है. डॉक्टर द्वारा सुझाई जाने वाली आम नींद की गोलियों में एमाजेपम, सिलेनोर व रोजेरेम आदि हैं. इन गोलियों के सेवन से कुछ समय के लिए नींद से जुड़ी समस्याओं का समाधान हो जाता है, लेकिन लंबे समय तक इन गोलियों के सेवन से डायरिया, कब्ज और मसल्स में कमजोरी जैसी समस्याएं भी हो सकती है. Show
आज इस लेख में आप जानेंगे कि नींद की गोली के फायदे व नुकसान क्या-क्या हैं - (और पढ़ें - नींद की कमी का इलाज) नींद की गोलियों के नाम व दामबाजार में विभिन्न प्रकार की नींद की गोलियां उपलब्ध हैं. इसमें बेंजोडायजेपाइन व डोक्सेपिन (सिलेनोर) गोलियां प्रमुख हैं. ये गोलियां मेडिकल स्टोर से सिर्फ डॉक्टर का पर्चा दिखाने पर ही मिलती हैं. आइए, इन गोलियों के बारे में विस्तार से जानते हैं - बेंजोडायजेपाइनये प्रभावकारी नींद की गोलियां हैं, जिसमें एमाजेपम (रेस्टोरिल) व अन्य गोलियों शामिल हैं. ये नींद आने से संबंधित समस्याओं को ठीक करने में प्रभावी हैं. लंबे समय तक इसके सेवन से नशे की लत लग सकती है और याददाश्त के प्रभावित होने की आशंका रहती है. ऐसे में बिना डॉक्टर की सलाह पर ये दवाएं न लें. मेडिकल स्टोर वाले भी बिना डॉक्टर की पर्ची के ये दवा नहीं देते हैं. इसकी 5 एमजी की एक डोज 19 रुपये से लेकर 95 रुपये तक हो सकती है. (और पढ़ें - बच्चों को नींद न आने का उपाय) एंटीडिप्रेसेंट्सकुछ एंटीडिप्रेसेंट दवाएं, जैसे ट्रैजोडोन (डेसीरेल) आदि नींद न आने की समस्या का इलाज करने में मदद कर सकती हैं. इस दवा के सेवन से चिंता भी कुछ हद तक कम हाे सकती है. (और पढ़ें - अच्छी गहरी नींद आने के घरेलू उपाय) डोक्सेपिन (सिलेनोर)डोक्सेपिन उन लोगों को दी जाती है, जिन्हें पूरी नींद लेने में किस तरह की समस्या आती है. सिलेनोर हिस्टामाइन रिसेप्टर्स को अवरुद्ध करके पर्याप्त नींद लाने में मदद करती है. इसकी 10 गोलियों की एक स्ट्रिप 600 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक में उपलब्ध है. (और पढ़ें - ज्यादा नींद आना) रमेल्टेओन (रोजेरेम)रमेल्टेओन दूसरों की तुलना में अलग तरह से काम करती है. यह सोने और जागने के सर्कल को संतुलित करने का काम करती है. इसे डॉक्टर की सलाह पर लंबी अवधी के लिए उपयोग किया जा सकता है. (और पढ़ें - रात में नींद खुलने के उपाय) बेल्सोमरा ड्रगएक और नींद की गोली है बेल्सोमरा. इस दवा से भी नशे की लत लगने की आशंका कम होती है. बेल्सोमरा ड्रग 20 एमजी की 10 गोलियों की एक स्ट्रिप की कीमत 500 रुपये के आसपास होती है. (और पढ़ें - नींद में बोलना)
आपको बता दें कि नींद की गोलियां केवल शरीर को आराम देने के लिए बनाई गई हैं पर इनका ज्यादा सेवन सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। नींद की गोली खाने से शरीर को कई तरह के नुकसान होते हैं पर जाने-अनजाने पर अगर आप नींद की गोली का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के करते हैं तो आपको इसके बुरे प्रभाव झेलने पड़ सकते हैं। आपको अपनी कंडीशन के बारे में डॉक्टर को जानकारी देनी चाहिए और उस मुताबिक वो आपको गोलियों को कम या ज्यादा खाने की सलाह देंगे। इस लेख हम नींद की गोली के ज्यादा सेवन के नुकसान और खाने से पहले आपके लिए जरूरी जानकारी पर बात करेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की। नींद की गोली का सेवन कब करना चाहिए? (When to consume sleeping pill)नींद की गोली का सेवन करने की सलाह केवल डॉक्टर दे सकते हैं। वे आपकी स्थिति का मूल्यांकन करेंगे और आपकेा बताएंगे कि आप कितनी मात्रा का सेवन कर सकते हैं, सबके लिए ये मात्रा अलग होती है। जिन लोगों को महसूस हो रहा है कि उन्हें अनिद्रा के लक्षण हैं वे डॉक्टर की सलाह पर स्लीपिंग पिल्स का सेवन कर सकते हैं। अचानक से बंद न करें पिल्सआपको पिल्स का सेवन अचानक से बंद करने से भी नुकसान हो सकता है। अगर आपको अनिद्रा की समस्या है तो उसे लौटते देर नहीं लगेगी इसलिए आपको डॉक्टर ने जितने दिन दवा का सेवन करने के लिए कहा है आप उतने समय के लिए पिल्स का सेवन करें। खुराक अचानक बंद करने से समस्या दोबारा शुरू हो सकती है। इसे भी पढ़ें- सोने से पहले सिर्फ 15 मिनट करें शवासन, आएगी बढ़िया नींद, स्ट्रेस भी होगा कम नींद की गोली खाने से कोई नुकसान भी हो सकते हैं? (Side effects of sleeping pill)
नींद की गोली खाने से मेमोरी वीक होती है?नींद की गोली भी एक प्रकार का ड्रग है जिसका बुरा असर हमारे शरीर पर पड़ता है और खासकर मेंटल हेल्थ पर नींद की गोली का बुरा असर होता है। जो लोग लंबे समय से नींद की गोली का सेवन कर रहे हैं उनकी याद्दाश्त कमजोर हो सकती है, इसके अलावा पेट में दर्द और मरोड़ की समस्या, हाथ व पैर में कंपन, पाचन तंत्र कमजोर होने जैसी समस्या भी स्लीपिंग पिल्स के कारण हो सकती है। नींद की गोली खाकर शराब का सेवन न करेंअगर आप नींद की गोली का सेवन कर रहे हैं तो आपको शराब पीना अवॉइड करना चाहिए। शराब का सेवन करने से नींद की गोलियों का प्रभाव कम हो जाता है और आपको चक्कर आना, बेहोशी आना या अन्य लक्षण नजर आ सकते हैं। आपको डॉक्टर के बताए तरीके से ही स्लीपिंग पिल्स का सेवन करना है क्योंकि लोग इसे खाने के आदि हो जाते हैं जो कि आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है इसलिए डॉक्टर की बताई सही खुराक का ही सेवन आपको करना चाहिए। स्लीपिंग पिल्स लेने से पहले बरतें सावधानी
आप डॉक्टर की सलाह के बगैर नींद की गोलियों का सेवन नहीं कर सकते और न ही नींद की गोलियों पर निर्भर होना सही है।आपको नींद की गोली खुद से नहीं लेना है केवल आपकी कंडीशन के मुताबिक डॉक्टर ही इसे खाने की सलाह दे सकते हैं। नींद की 5 गोली खाने से क्या होता है?अगर आप नींद की गोली हमेशा इस्तेमाल करते हैं तो इसका असर आपके पाचन तंत्र पर पड़ता है. इसकी वजह से भूख अनियमित हो सकती है, कुछ लोगों में कब्ज और गैस की समस्या होने लगती है. नींद की गोली खाने की आदत से इंसान की बॉडी क्लाक गड़बड़ हो जाती है. बॉडी क्लाक गड़बड़ होने की वजह से इंसान को कई बार दिन में भी नींद आने लगती है.
नींद की 6 गोलियां खाने से क्या होता है?इससे आपको चक्कर आना, भ्रमित होना या बेहोशी महसूस हो सकती है। कभी-कभी यह ड्रग ओवरडोज का कारण भी बन सकता है। हमेशा डॉक्टर द्वारा बताई गई बातों का पालन करें: जब आपका डॉक्टर आपको नींद की गोली बताता है, तो वे आपको यह भी बताएंगे कि उन्हें कैसे लेना है।
बहुत सारी नींद की गोली खाने से क्या होता है?नींद की गोली हमारे दिमाग पर बुरा असर डालती है। यह बात हम नहीं बल्कि बहुत सारे शोधों में कहीं गई है। हाल ही में एक रिसर्च में इस बात का खुलासा किया गया है कि एंटी कोलीनर्जिक युक्त गोलियां और नींद की गोली लेने से मैमरी ( याद्दाश्त) कमजोर हो जाती हैं। व्यक्ति के सोचने समझने की क्षमता बुरी तरह से प्रभावित हो जाती है।
नींद की 8 गोलियां लेने से क्या होता है?याददाश्त होती है कमजोर
लंबे समय तक नींद की गोलियां लेने के कारण रक्त नलिकाओं में थक्के बन जाते हैं, याददाश्त कमजोर हो जाती है और बेचैनी की शिकायत आम हो जाती है। नींद की गोलियों का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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